गगगग गगगग ग गगगगगगगगग गगगगग गग गगगगगगग मै पेशे से फीिजयोथेरेिपसट हूँ। सकूल की पारंिभक पढाई मे मै कुछ खास नही था। 10 वीं की परीक् षा में मुझ े गिणत मे ंिसफर्35 अंक िमले । िजसस े स्कू लवालों ने आगे की पढ़ाई क े िलए साइंस गर्पु देन े से मना कर ि यह लडका कभी डाकटर नही बन सकता। िकसी तरह मैने 12 वीं पास कर बी.पी.टी. (बे चलर आफ िफिजयोथे रे पी) मे एडिमशन ले िलया। मेिडकल की पढाई बहुत किठन महसूस हो रही थी, शबद बडी ही मुिशकल से याद होते थे। इसी बीच मेरे सौभागय से िदसमबर 2004 मे मुझे परम पूजय संत शी आसाराम जी बापू का सतसंग सुनने का अवसर िमला। मैंने बड़े ध्यानपूवर्क सत्संग सुना और बापू जी की िदल को छू लेने वाली वाणी से पर्भािवत होकर सारस्वत्य मंतर् की दीक्षा ली। तत्पश् चात्मैं पूरे मनोयोग से मंतजप, ध्यान तथा भर्ामरी पर्ाणायाम आिद जो भी बापूजी ने बताया था करने लगा। थोड़े ही िदनों में इसका असर हुआ और मेरी बुिद्ध का तेजी से िवकास होने लगा। पढाई के दौरान ही मैने फीिजयोथेरापी इलाज मे अतयंत उपयोगी दो हील चेयरो का आिवषकार िकया। अमेिरका से आये िवशपिसद डॉ. ररी कूपर, जो फादर आफ हील चेयर के रप मे जाने जाते है, ने अपने कानफेनस मे मेरी काफी तारीफ करते हुए मुझसे कहा था िक "मै भी ऐसा ही कुछ बनाने की सोच रहा था पर तुमने तो कमाल की कर िदया।" पूजय गुरदेव की कृपा व सारसवतय मंत के पभाव से अब तक मुझे अनेक पुरसकार िमले है। उनमे सबसे महततवपूणर है भारत सरकार दारा संचािलत नेशनल िरसचर डेवलपमेनट कारपोरेशन दारा िदया गया नेशनल एवाडर तथा एक लाख रपये नकद रािश। फीिजयोथेरापी के इितहास मे पहली बार यह पुरसकार िकसी को िमला है। इस पुरसकार के िलए मुझे भी सभी के दारा बहुत सराहना िमली रही है कयोिक अनय पुरसकार िवजेता पी.एच.डी. िकये हुए कई वषों के अनुभवी लोग थे, जबिक मुझे इतनी छोटी उम मे इतना बडा पुरसकार िमला है। मै इन सारी सफलताओं का शेय मेरे सदगुरदेव परम पूजय संत शी आसाराम जी बापू के चरणो मे अिपरत करता हँू। यह सब गुरकृपा का ही चमतकार है। डॉ. राहुल कतयाल, अजुर्न नगर, रोहतक (हिरयाणा) सोत ऋिष पसाद, नवमबर 2008, अंक 191, पृष संखया 27 ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ