Mangal Gen

  • Uploaded by: Nirmal Kumar Bhardwaj
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  • October 2019
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सफा 111 मंगल - श धार 1. मंगल नेक - जगंल म मंगल , खून चडा खूनी होता है । 2. अकेला बैठा जब शेर है जंगल , घर िच डया कैद होता है । 3. सर रे खा या बुध द

ती , मंगल बद नह ं होता है ।

4. अदल का राजा - काितल खुनी , तलवार धनी वह होता है । 5. जुग चार म च

चलता , तरफ चार शिन चलता है ।

6. बद मंगलीक जो चौथे बनता , बदला खून से लेता है । 7. पहले तीनो घर बडा है भाई , चौथे मंगल बद होता है । 8. घर 5 ता 9 मु सफ होवे , 12 भाई नह ं रहता है । 9. त त सूरज या करणे उसक , पवन पु

भी होता है ।

10. शिन के घर यह राजा चीता , मद मगर नह ं मारता है । 11. ह

, बाजू या मुंह का दहाना , हाथ मरलज होता है ।

12. पेट - छाती जो 13. च

बल होवे , मंगल का फैसला होता है ।

दध ू म शहद से िमलता , शु

14. बुध मगर ऐसे च

िम ट पानी होता है ।

दे ता , म दा मंगल हो जाता है ।

15. राहू बना है हाथी उसका , केतू से हरदम ल ता है ।

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सफा 112 मंगल - श धार ु ् बद दो करता है । 1. मंगल नेक रहे तो दया हो िशवजी , टकडे 2.

मंगल बद -

मंगलीक ( हरण , ऊंट , चीता )

3. मंगल बद - मंगलीक दो भाई , खून इ

ठा होता है ।

4. बद ल का है शिन का होता , मंगलीक को भाई लेते है । 5. मंगलीक मारे गर मद व औरत , बद उडाता है जान व ज़र । 6. भाई शिन घर एक ह मारे , लडका शिन का दोनो ह धर । 7. मंगल बद मंगलीक शिन क , माता ऐको कहते है । 8. न फे पता तीनो के अलहदा , उ

बराबर िगनते है ।

9. असर म तीनो जुदा जुदा ह , आयु िगने तीनो ल ब है । 10. एक तरफ मंगलीक ने पकड , बद ने दो - शिन चार है । 11. शु

सुख दौलत और िम ट ,

ह न कोई नीच करे ।

12. खून शिन का मंगल ऐसा , शु

पर भी ज़ुलम करे ।.

13. गु

पता है दोनो जहां का , रवी पता है शिनचर का ।

14. शिन का ऐसा चौथा दजा , बद मंगलीक है

लय (1) का ।

-------------------------------------------------15. (1) :-

लय या परलो यािन बाक च

यामत दिनया ु

का आ खर जब पानी ह पानी

होगा ।

--------------------------------------------------

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