Til

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  • Words: 2,196
  • Pages: 5
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िजस मिहला के गाल पर ितल होता है, उसे अचछा पित िमलता है। मिहला के बाई तरफ मसतक पर ितल हो तो वह िकसी राजा की रानी बनती है। आँख पर ितल हो तो पित की बहुत अिधक िपय होती है। (mole on eyelid) गाल पर बाई तरफ ितल हो तो ऐशो-आराम का सुख िमलता है। कान पर ितल हो तो आभूषण पहनने का सुख िमलता है। छाती पर ितल हो तो पुत की पािपत होती है। जाघ पर ितल हो तो नौकर-चाकर का सुख िमलता है। पाव पर ितल हो तो िवदेश याता का योग रहता है। (mole on leg) मसतक पर ितल हो तो हर जगह इजजत िमलती है। (mole on forehead) नाक पर ितल हो तो वह मिहला रपवान होती है, पर घमंडी होती है। (mole on nose)

पुरषो के शरीर पर ितल का असर * िजस पुरष के िसर (मसतक) पर ितल होता है, वह हर जगह इजजत पाता है। * आँख पर ितल होता है तो वह नायक पद पाता है। (mole on eyelid) * मुख पर ितल होता है तो उसे बहुत दौलत िमलती है। * गाल पर ितल हो तो उसे सती का सुख िमलता है। * ऊपर के होठ पर ितल हो तो धन पाता है तथा चारो तरफ इजजत िमलती है। (mole on lips) * नीचे के होठ पर ितल हो तो वह वयिकत कंजूस होता है। (mole on lips) * कान पर ितल हो तो वह खूब पैसे वाला होता है। (mole on ear) * गदरन पर ितल हो तो उस वयिकत की लंबी उम होती है तथा उसे आराम िमलता है। (mole on neck) * छाती की दािहनी तरफ ितल हो तो अचछी सती िमलती है। (mole on chest) * दािहने कंधे पर ितल हो तो वह वयिकत कलाकार होता है। केत कोई-सा भी हो सकता। (mole on shoulder) * हाथ के पंजे पर ितल हो तो वह वयिकत िदलदार व दयालु रहता है। * पाव पर ितल हो तो उस वयिकत के िवदेश याता का योग बनता है। (mole on leg) शशशश शश शशश शशशश शश शश शशशश शश———बलवान हो

शशशशशश शश——–सती से पेम न रहे दोनो बाहो के बीच–याता होती रहे शशशशशश शशश शश—-सती से पेम शशशशश शशश शश—–सती से कलह रहे शशशशशश शशश शश—–धनवान हो शशशशश शशश शश——खचर बढता जाए शशशश शश———-िवषय-वासना मे रत रहे शशश शश———-अलपायु हो शशशशश शश———-आराम िमले शशशशशश शशशश शश—–मान-पितषा िमले शशशशश शशशश शश——झगडालू होना शशश शश———-याता होती रहे शशशशशश शशशश शश—–सती से पेम रहे शशशशश शशशश शश——सती से झगडा होना शशश शशश———–आयु परेशानी से गुजरे शशशशश शशशश शश शशश—-जीवन सुखी रहे शशश शश———-उतम भोजन का इचछुक शशश शश———पाय: याता मे रहा करे शशशशशश शशशशश शश——बलवान हो शशशशश शशशशश शश——खूब खचर करे शशशशशश शशश शश शशश शश–धनवान हो शशशश शशश शश शशश शश—कम खचर करे शशशशशश शशश शशश———बुिदमान हो शशशश शशश शशश———-खचर अिधक हो

शशश शशशश शशशशशश

Bhaskar News Sunday, June 07, 2009 13:24 [IST]

पपपपप: पपपप पप पपप-पपप पपपपप पप पपप पप पप पप पपप-पपप पपपप पपपप पपपपप पप पपपप पप पपपपपप पप पपप पपपप पपप पपप पपपपपपप पपपप पपप पप पपपप पपपपपपप पप पपपपप पपप पपपप पपप पपप पपप पपपपपपप पपपप पपपप पपपप पपप पपपप पप पपपप पप पपप पप पप पप पपपपपपपपपप पपपप पपप पपपप पप पपपपपपपपप पपपप पप पपपप पप पपपपपप पपप पपपप पपपपप पपपप पपपप पपपपप पपपप पप पप पपपपप पप पपपप पपप पपपपपप पपप शशश शशशशश शशशशशशश शशशश शश शशशश शशशश शशश, शश शशशशशशश शश शशशशशश शशश शशशश शशशश शशशश शशशशशश शश शशशशश शश शशशश शशश। शशशश शश शशशशशशश शशशशश शश शशश शश शशशशशश, शशशश शशश शश शशशशश शशश शश शशशशशश शश शशशश शश शशशशशश शश शशशशशश शशशशश शश शशशश शश।

शशशशशशश शश शशशशश शश शशशश शश शशशशशश शश शशश शशश शश शशशशश शश शशश, शशशशश शशश शशशश शशशशशशश शश शशश शशशश शशश, शशश शश शशशशशशश शश शशशशश शश शशश शशशश शशशश शशशशशश शश। शशशशशशश शश शशशशश शश शशश शश शशशशशश शश शशशशशशशशशशशश शशश शशशश शशश। शशश शशशशश शश शशशशशशश शशश शशश शशशश शशश शशशश शशश। शशश शशशशशशश शश शश शश शशशशशशश शश शशशशश शश शशशश शशश शशश शशशशश शश शशशश शशश शश शशशशश शशश। शशशशश शशशश शशशशशशशश शशशश शशशशश शश शशशशश शशशशश शश शशश शशशशश शशश शश शशशश शशशश शशश। शशशश शश शशशशशशश शशशशश शश शशश शशशश शशशश शशशशश शश शशशशशशश शश शश शशशशशश शश। शशशश शश शशश - ललाट के मधय भाग मे ितल िनमरल पेम की िनशानी है। ललाट के दािहने तरफ का ितल िकसी िवषय िवशेष मे िनपुणता, िकंतु बायी तरफ का ितल िफजूलखची का पतीक होता है। ललाट या माथे के ितल के संबध ं मे एक मत यह भी है िक दायी ओर का ितल धन वृिदकारक और बायी तरफ का ितल घोर िनराशापूणर जीवन का सूचक होता है। शशशशशश शश शशश - यिद दोनो भौहो पर ितल हो तो जातक अकसर याता करता रहता है। दािहनी पर ितल सुखमय और बायी पर ितल दुखमय दापतय जीवन का संकेत देता है। शशश शश शशशशश शश शशश - दायी पुतली पर ितल हो तो वयिकत के िवचार उचच होते है। बायी पुतली पर ितल वालो के िवचार कुितसत होते है। पुतली पर ितल वाले लोग सामानयत: भावुक होते है। शशशशश शश शशश - आंख की पलको पर ितल हो तो जातक संवेदनशील होता है। दायी पलक पर ितल वाले बायी वालो की अपेका अिधक संवेदनशील होते है। शशश शश शशश - दायी आंख पर ितल सती से मेल होने का एवं बायी आंख पर ितल सती से अनबन होने का आभास देता है। शशश शश शशश - कान पर ितल वयिकत के अलपायु होने का संकेत देता है। शशश शश शशश - नाक पर ितल हो तो वयिकत पितभासंपन और सुखी होता है। मिहलाओं की नाक पर ितल उनके सौभागयशाली होने का सूचक है। शशशश शश शशश - होठ पर ितल वाले वयिकत बहुत पेमी हृदय होते है। यिद ितल होठ के नीचे हो तो गरीबी छाई रहती है। शशशश शश शशश - मुखमंडल के आसपास का ितल सती तथा पुरष दोनो के सुखी संपन एवं सजजन होने के सूचक होते है। मुंह पर ितल वयिकत को भागय का धनी बनाता है। उसका जीवनसाथी सजजन होता है। शशश शश शशश - गाल पर लाल ितल शुभ फल देता है। बाएं गाल पर कृषण वणर ितल वयिकत को िनधरन, िकंतु दाएं गाल पर धनी बनाता है। शशशशश शश शशश - जबडे पर ितल हो तो सवासथय की अनुकूलता और पितकूलता िनरंतर बनी रहती है। शशशशश शश शशश - िजस सती की ठोडी पर ितल होता है, उसमे िमलनसािरता की कमी होती है। शशशशश शश शशश - दाएं कंधे पर ितल का होना दृढता तथा बाएं कंधे पर ितल का होना तुनकिमजाजी का सूचक होता है। शशशशशश शशशश शश शशश - ऐसे ितल वाला जातक पितिषत व बुिदमान होता है। लोग उसका आदर करते है। शशशशश शशशश शश शशश - बायी भुजा पर ितल हो तो वयिकत झगडालू होता है। उसका सवरत िनरादर होता है। उसकी बुिद कुितसत होती है। शशशशश शश शशश - कोहनी पर ितल का पाया जाना िवदता का सूचक है।

शशशशश शश शशश - िजसके हाथो पर ितल होते है वह चालाक होता है। गुर केत मे ितल हो तो सनमागी होता है। दायी हथेली पर ितल हो तो बलवान और दायी हथेली के पृष भाग मे हो तो धनवान होता है। बायी हथेली पर ितल हो तो जातक खचीला तथा बायी हथेली के पृष भाग पर ितल हो तो कंजूस होता है। शशशशशश शश शशश - अंगूठे पर ितल हो तो वयिकत कायरकुशल, वयवहार कुशल तथा नयायिपय होता है। शशशशशश शश शशश - िजसकी तजरनी पर ितल हो, वह िवदावान, गुणवान और धनवान िकंतु शतुओं से पीिडत होता है। शशशशशश शश शशश - मधयमा पर ितल उतम फलदायी होता है। वयिकत सुखी होता है। उसका जीवन शाितपूणर होता है। शशशशशशश शश शशश - िजसकी अनािमका पर ितल हो तो वह जानी, यशसवी, धनी और पराकमी होता है। शशशशशशश शश शशश - किनषा पर ितल हो तो वह वयिकत संपितवान होता है, िकंतु उसका जीवन दुखमय होता है। शशश शश शशश - गले पर ितल वाला जातक आरामतलब होता है। गले पर सामने की ओर ितल हो तो जातक के घर िमतो का जमावडा लगा रहता है। िमत सचचे होते है। गले के पृष भाग पर ितल होने पर जातक कमरठ होता है। शशशश शश शशश - छाती पर दािहनी ओर ितल का होना शुभ होता है। ऐसी सती पूणर अनुरािगनी होती है। पुरष भागयशाली होते है। िशिथलता छाई रहती है। छाती पर बायी ओर ितल रहने से भाया पक की ओर से असहयोग की संभावना बनी रहती है। छाती के मधय का ितल सुखी जीवन दशाता है। यिद िकसी सती के हृदय पर ितल हो तो वह सौभागयवती होती है। शशश शश शशश - यिद िकसी वयिकत की कमर पर ितल होता है तो उस वयिकत की िजंदगी सदा परेशािनयो से िघरी रहती है। शशश शश शशश - पीठ पर ितल हो तो जातक भौितकवादी, महतवाकाकी एवं रोमािटक हो सकता है। वह भमणशील भी हो सकता है। ऐसे लोग धनोपाजरन भी खूब करते है और खचर भी खुलकर करते है। वायु ततव के होने के कारण ये धन संचय नही कर पाते। शशश शश शशश - पेट पर ितल हो तो वयिकत चटोरा होता है। ऐसा वयिकत भोजन का शौकीन व िमषान पेमी होता है। उसे दूसरो को िखलाने की इचछा कम रहती है। शशशशशश शश शशश - दािहने घुटने पर ितल होने से गृहसथ जीवन सुखमय और बाये पर होने से दापतय जीवन दुखमय होता है। शशशशश शश शशश - पैरो पर ितल हो तो जीवन मे भटकाव रहता है। ऐसा वयिकत याताओं का शौकीन होता है। दाएं पैर पर ितल हो तो याताएं सोदेशय और बाएं पर हो तो िनरदेशय होती है।

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