Poetry In Hindi

  • June 2020
  • PDF

This document was uploaded by user and they confirmed that they have the permission to share it. If you are author or own the copyright of this book, please report to us by using this DMCA report form. Report DMCA


Overview

Download & View Poetry In Hindi as PDF for free.

More details

  • Words: 64
  • Pages: 1
तपसया सूयर िकरण पवाह मधुर के रप मे भगवा पीले रंग के TIDES सनान तालाब मे कमल; अब भी खडा है करामाती कमल, उसे पंखुिडयो पुताई, लगता है एक सपना है, शबदो से पर!े जैसे किव पुरजोर जैसा पयार का इजहार है मदहोशी मे कमल; पसताव को वह अिपरत कर दी SECRETS बडबडाहट को पोिषत एक मे सथायी टागो वाला तपसया! ---------- डॉ. Minnoorsrinivasan.

Related Documents

Poetry In Hindi
June 2020 2
Poetry
August 2019 88
Poetry
November 2019 57