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तपसया सूयर िकरण पवाह मधुर के रप मे भगवा पीले रंग के TIDES सनान तालाब मे कमल; अब भी खडा है करामाती कमल, उसे पंखुिडयो पुताई, लगता है एक सपना है, शबदो से पर!े जैसे किव पुरजोर जैसा पयार का इजहार है मदहोशी मे कमल; पसताव को वह अिपरत कर दी SECRETS बडबडाहट को पोिषत एक मे सथायी टागो वाला तपसया! ---------- डॉ. Minnoorsrinivasan.