जंहा-जंहा भी आसाराम का भाषण होता है , वंहा-वंहा उसकी दक ु ाने भी साथ जाती है और
आसाराम की इन दक ु ानो पर जो सामान बेचा जाता उससे आसाराम करोडो रपए( लगभग 200% से 300% तक का मुनाफा) आसाराम कमाता है । लेिकन आसाराम न तो Vat भरता है , न excise duty और न ही Income tax। इस तरह से आसाराम दे श को चूना लगा रहा है । आसाराम को दे श व समाज की उनित से कोई लेना दे ना नाही है उसको तो केवल अपना सामान बेचकर मुनाफे से मतलब है । लेिकन है रानी इस बात की है िक न तो केद सरकार, न गुजरात सरकार, न िदलली सरकार या िफर अनय राजयो की सरकारे कोई कदम कयो नही उठा रही है ? कया पुरे
भारत मे एक भी राजय एसा नही है , कोई एक नेता भी ऐसा नही है या िफर िवपक को भी अपने दे श िक िचंता नही है । आसाराम दे श को करोडो का चूना लगा रहा है िफर भी
भारत सरकार व िवपक घोडे बेचकर सो रहे है । आसाराम करोडो का टै कस चोरी कर रहा और दे श के तथाकिथत पहरे दार, शुभिचंतक राजनेता व सरकार मजे से सो रहे है ।
आसाराम कब तक इसी तरह दे श की अरथ वयवसथा को चूना लगाता रहे गा एंव कब तक दे श के तथाकिथत रकक व पहरे दार सोते रहे गे ? भारत का नागिरक होने के नाते हम सबका भी ये फरज बनता है िक हम लोग अपने दे श की उनतित,तरककी व
अरथ वयवसथा को मजबूत बनाने के िलए आगे आए व
अपने दे श व समाज के िलए आसाराम जैसे भेिडयो का िवरोध करे एंव उनहे समाज से उखाड फेके।
जय भारत जय मां वंदे-मातरम ्