Saahsi Rajan

  • June 2020
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  • Words: 684
  • Pages: 2
कहानी

साहसी राजन -राजक राजकुमारी ौीवाःतव कभी-कभी ऐसी घटनाएँ घट जाती ह िजनकी न तो संभावना होती है और न िजनके घटने की कोई आशा ही कर सकता है . एक िदन केरल के को'टायम िजले के ओलासा नामक ःथान म+ एक ऐसी ही अनोखी घटना घट गई. जब तुम उस अनोखी घटना को सुनोगे तो ःवयं कहोगे िक हाँ, सचमुच यह एक अनोखी घटना थी. 2या तुमने यह कभी सुना है िक िकसी लड़की के बड़े -बड़े बाल और उसके कपड़े भस के सींग5 म+ उलझ गए ह5 और भस उसे खींच कर िलए जा रही हो? पर उस िदन ओलासा म+ सचमुच एक लड़की के बड़े -बड़े बाल और उसके कपड़े भस के सींग5 म+ उलझ गए थे. भस तो भस ही थी. वह चुपचाप आगे बढ़ती जा रही थी. लड़की भी रोती-चीखती हई ु , घसीटतीघसीटती सी उसके साथ-साथ चली जा रही थी. लड़की के बड़े -बड़े बाल और उसके कपड़े भस के सींग5 म+ िकस तरह उलझे - इसके बारे म+ कोई 2या कह सकता है ? पर यह बात तो ठीक ही है िक लड़की के बाल और उसके कपड़े भस के सींग5 म+ उलझे हए ु थे, और भस उसे अपने साथ खींच कर िलए जा रही थी. यही गनीमत थी िक भस धीमी-धीमी चाल से चल रही थी. यिद कहीं वह भागती होती, तब तो लड़की के ूाण5 पर आ बनती. पर कोई कह नहीं सकता था िक वह भागेगी नहीं. वह तो भस थी. जरा सी बात म+ उसके भड़क उठने की आशंका थी. ु उस समय ओलासा के सीएसएस हाई ःकूल म+ दोपहर के खाने की छ'टी हो चुकी थी. कुछ बAचे ःकूल म+ ही खाने पीने म+ Bयःत थे और कुछ खाना खाने के िलए अपने-अपने घर जा रहे थे. राजन भी खाना खाने के िलए अपने घर जा रहा था. राजन का पूरा नाम सी.सी. राजन था. अचानक लड़की के चीखने-िचCलाने की आवाज उसके कान5 म+ पड़ी. वह भस के सींग5 के Dारा िखंचती हई ु , उधर रोती-चीखती हई ु चली जा रही थी. राजन उस ओर दौड़ पडा िजधर से रोने-चीखने की आवाज आ रही थी. उसने कुछ दरू जाने पर, जो Gँय दे खा, उससे उसके ूाण कांप उठे . लड़की के बड़े -बड़े बाल और उसके कपड़े भस के सींग5 म+ उलझे हए ु थे. भस आगे-आगे चली जा रही थी, उसके साथ-

साथ रोती चीखती हई ु लड़की भी िखंचती हई ु चली जा रही थी. राजन ने ऐसा Gँय कभी नहीं दे खा था. दे खने को कौन कहे , उसने तो कभी अपने मन म+ ऐसे Gँय की कCपना तक भी न की होगी. राजन िवचार5 म+ डू ब गया. वह सोचने लगा - लड़की को िकस तरह भस के सींग5 से ु छड़ाया जाए. यिद भस भड़क गई और जोर से भागने लगी, तो लड़की को चोट तो लगेगी ही, उसके ूाण5 पर भी आ बनेगी. राजन कुछ दे र तक खड़ा-खड़ा सोचता रहा. िफर वह भस की ओर दौड़ पडा. उसने दौड़कर, बड़ी मजबूती से भस के सींग5 को जा पकड़ा. उसने इस बात की िबलकुल िचKता नहीं की िक भस अपने सींग5 से उसे झटक दे गी, और उसे चोट लगेगी. उसे अपना नहीं, उस लड़की का Lयान था. वह भस के सींग5 को पकड़कर लड़की के उलझे हए ु कपड़5 को ु छड़ाने लगा. ू गए, पर लड़की के बड़े -बड़े बाल5 को जो सींग5 म+ बुरी तरह कपड़े तो िकसी तरह छट ु बहत उलझ गए थे, छड़ाना ु ही किठन हो रहा था. भस रह-रह कर भागने की कोिशश कर रही थी. राजन मजबूती के साथ उसके सींग5 को पकड़े हए ु था. इसी समय उधर से एक आदमी िनकला. राजन ने उससे शीय एक चाकू लाने के िलए कहा. वह आदमी दौड़कर चाकू ले आया. राजन ने चाकू से लड़की के उलझे हए ु बाल5 को काट ू गई. राजन ने भस को छोड़ िदया. भस भाग गई. लड़की की िदया. लड़की सींग5 से छट जान म+ जान आई. राजन ने उसे मृOयु के मुख म+ जाने से बचा िलया था. राजन के इस साहस के िलए उसे राPीय पुरःकार से सQमािनत िकया गया. उसका आदर िकया गया. ****

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