व्हाइट हाउस प्रेस सचिव का कायाालय तुरंत प्रकाशन के चलये
21 अगस्त, 2009
राष्ट्रपचत का व्यक्तव्य रमादान संदश े अमेररका की जनता की ओर से – चजनमं सभी पिास राज्ययं के मुचललम समुदाय शाचमल हं - मं अमेररका मं और चवश्व भर मं मुसलमानं को शुभकामनाएं भंट करना िाहता हूं. रमादान करीम. रमादान वह महीना है जब मुसलमानं का चवश्वास है कक पैगम्बर मोहम्मद को कु रान उद्धारटत की गई थी, चजसकी शुरूआत एक सीधे से शब्द से हुई थी - इक़रा. इसचलए यह वह समय है जब मुसलमान उस बुचद्धमानी और मागादशान का, जो धमा–चवश्वास से पैदा होता है, और मानव के एक-दूसरे के प्रचत और ईश्वर के प्रचत दाचयत्व का, चिितन करते हं. चवचभन्न धमं के उन बहुत से लोगं की तरह चजन्हहंने हमारे समुदायं और पररवारं के ज़ररये रमादान को देखा है, मं जानता हूं कक यह एक उत्सव का समय है - जब पररवार एकत्र होते हं और भोजन बांटा जाता है. लेककन मं यह भी जानता हूं कक रमादान गहन भचक्त और चिितन का समय होता है - ऐसा समय जब मुचललम लोग कदन मं उपवास रखते हैं और रात में तारावी प्राथानाएं करते हं, और पूरे मास के दौरान सम्पूर्ा क़ु रान का पाठ करते हं, उसे सुनते हं. ये धार्ममक कृ त्य हमं उन चसद्धांतं की याद कदलाते हं चजनमं हमारा साझा चवश्वास है, और न्हयाय ,प्रगचत, सचहष्र्ुता, तथा सभी मानवं की प्रचतष्ठा को बढ़ावा देने मं इललाम की भूचमका की याद कदलाते हं. चमसाल के तौर पर उपवास एक ऐसा चविार है जो बहुत से धमं मं – चजन मं मेरा ईसाई धमा भी शाचमल है - लोगं को ईश्वर के , और हममं से उन लोगं के और चनकट लाने के मागा के तौर पर अपनाया जाता है चजन्हहं नहं मालूम कक उन्हहं अगला भोजन चमलेगा या नहं. और मुचललम लोग औरं को जो सहारा प्रदान करते हं वह, हर कहं के लोगं के चलये अवसरं और खुशहाली को बढ़ावा देने के हमारे दाचयत्व की याद कदलाता है. क्ययंकक हम सबको यह याद रखना होगा कक हम चजस चवश्व का चनमाार् करना िाहते हं – और जो पररवतान लाना िाहते हं – उनकी शुरूआत हमारे अपने कदलं और हमारे अपने समुदायं से होनी होगी. इस ग्रीष्म ऋतु मं, अमेररका भर मं लोगं ने अपने समुदायं मं सेवा काया ककये हं - बच्चों को पढ़ाना, बीमारं की देखभाल, और चजन लोगं को बुरे समय का सामना करना पड़ रहा है उनकी ओर सहायता का हाथ बढ़ाना. धमा-आधाररत संगठन, चजनमं बहुत से इललामी संगठन भी शाचमल हं, इस ग्रीष्मकालीन सेवाकाया मं चहलसा लेनेवालं मं सबसे आगे रहे हं. और इस िुनौती भरे समय मं, ज़िम्मेेदारी की इस भावना को हमं आनेवाले महीनं और वषं मं बनाये रखना होगा. अमेररका की सीमाओं से परे, हम एक ऐसे चवश्व के चनमाार् के चलए अपनी चज़म्मेदारी चनभाते रहने के प्रचत भी विनबद्ध हं जो अचधक शांचतपूर्ा और सुरचित हो. यही कारर् है कक हम दाचयत्वपूर्ा ढंग से ईराक मं युद्ध समाप्त कर रहे हं. यही
कारर् है कक अफ़ग़ाचनलतान और पाककलतान जैसे लथानं पर हम जहां लोगं को समथा बना रहे हं, वहं चिहसक अचतवाकदयं को अलग-थलग कर रहे हं. इसीचलए हम दो–राज्ययं वाले उस समाधान का सशक्त और सकिय समथान करते हं जो इस्रायचलयं और कफ़चललतीचनयं के शांचत और सुरिा के साथ रहने के अचधकारं को मान्हयता देता है. और यही कारर् है कक अमेररका हैमेेशा सभी लोगं के अपने मन की बात कहने, अपने धमा का पालन करने, समाज मं पूरी तरह योगदान करने और न्हयाय के शासन मं चवश्वास रखने के सावाभौम अचधकारं के हक़ मं खड़ा होगा . ये सारे प्रयास मुसलमानं और मुचललम-बहुल राष्ट्रं के साथ पारलपररक चहत और पारलपररक सम्मान के आधार पर सम्बन्हध बनाने की अमेररका की विनबद्धता का एक अंग हं. और नवीनीकरर् के इस समय पर, मं अमेररका और चवश्व भर के मुसलमानं के बीि एक नई शुरूआत के प्रचत अपनी विनबद्धता की पुन: पुचि करना िाहता हूं. जैसाकक मंने क़ाचहरा मं कहा था, यह नई शुरूआत एक-दूसरे की बात सुनने, एक–दूसरे से सीखने, एक-दूसरे का सम्मान करने, और साझा आधार खोजने के सतत प्रयासं पर ही आधाररत होनी िाचहये. मेरा चविार है कक इसका एक महत्वपूर्ा अंग है सुनना, और चपछले दो महीनं मं, चवश्व भर मं अमरीकी दूतावासं ने न चसफ़ा सरकारं बचकक मुचललम-बहुल देशं मं सीधे लोगं की ओर हाथ बढ़ाया है. और चवश्व भर से हमं इस बारे मं चवपुल उदगार प्राप्त हुए हं कक कै से अमेररका लोगं की आकांिाओं का साझीदार बन सकता है. हमने सुना है. और आपकी ही तरह हमारा भी पूरा ध्यान ऐसे ठोस क़दम उठाने की ओर लगा है चजनसे समय गुज़रने के साथ फ़का पड़ेगा- उन राजनीचतक और सुरिा मामलं के संदभा मं भी चजनका मंने चज़ि ककया, और उन िेत्रं मं भी जो आपने बताया कक लोगं के जीवन मं सवााचधक अंतर लाएंग.े ये परामशा उन साझेदाररयं को लागू करने मं हमारी सहायता कर रहे हं चजनकी क़चहरा मं मंने मांग की थी – शैिचर्क आदान प्रदान कायािमं का चवलतार करना; उद्यमशीलता का पोषर् करना और नौकररयां पैदा करना; चशिर् और प्रौद्योचगकी मं सहकार बढ़ाना; और साथ ही सािरता और व्यावसाचयक चशिा को समथान देना. हम इललामी देशं के संगठन (ओआईसी) और इसके सदलय देशं के साथ पोचलयो उन्हमूलन के चलये साझेदारी की कदशा मं आगे बढ़ रहे हं, और साथ ही लवाल्य सम्बन्हधी साझी िुनौचतयं से लोहा लेने के चलये अंतरााष्ट्रीय समुदाय के साथ चनकट सहयोग से काया कर रहे हं जैसे कक H1N1 – जो मुझे मालूम है उन बहुत से मुसलमानं के चलए चवशेष चििता का कारर् है जो हज्ज की तैयारी कर रहे हं. ये सभी प्रयास हमारी साझी आकांिाओं को बढ़ावा देने की ओर लचित हं - शांचत और सुरिा के साथ रहना; चशिा प्राप्त करना और सम्मान के साथ काम करना; अपने पररवारं, अपने समुदायं और अपने धमा से प्यार करना. इसमं समय लगेगा और धैया के साथ प्रयास करना होगा. हम रातंरात िीज़ं को नहं बदल सकते, लेककन हम ईमानदारी के साथ वह करने का बीड़ा उठा सकते हं जो ककया ही जाना िाचहये, एक नई कदशा की ओर बढ़ते हुए – उस मंचज़ल की ओर जो हम अपने और अपने बच्चों के चलए िाहते हं. यह एक ऐसा सफ़र है चजस पर हमं साथ-साथ िलना हैोगा. मं इस अत्यंत महत्वपूर्ा वाताालाप को जारी रखने और कथनी को करनी मं पररवर्मतत करने की उत्सुकता से प्रतीिा कर रहा हूं. और आज मं अमेररका भर के और सारे चवश्व के मुसलमानं को, जबकक आप रमादान की शुरूआत का लवागत कर रहे हं, इस धन्हय मास की शुभ कामनाएं भंट करना िाहता हूं. आप पर ईश्वर की शांचत की वषाा हो.