फ़िज़ा भी है जवाँ जवाँ

  • Uploaded by: Devendra Kumar Choudhary
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  • April 2020
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  • Words: 172
  • Pages: 1
/ Title: ििज़ा भी है जवा जवा / Film: Nikaah / Music Director: Ravi / Lyricist: Hasan Kamaal / Singer(s): Salma Agha

ििज़ा भी है जवा जवा, हवा भी है रवा रवा सुना रहा है ये समा सुनी सुनी सी दासता े ैसीपयासहै बुझी मगर बुझी नही, न जान क क़रार िदल से आज भी न दरू है न पास है ये खेल धूप छाओं का, ये पववते ये दिूरया सुना रहा है ये समा... हर एक पल को ढूढ ँ ता हर एक पल चला गया हर एक पल िवसाल का, हर एक पल ििराक़ का हर एक पल गुज़र गया, बनाके िदल पे इक िनशा सुना रहा है ये समा... पुकारते हौइ द ं रू,से वो क़ाििले बहार के िबखर गए है रगं से, िकसीके इनतज़ार मे लहर लहर के होठ पर , विा की है कहािनया सुना रहा है ये समा... वोही घड़ी वोही पहर, वोही हवा वोही लहर नई है मंिज़ले मगर, वोही डगर वोही सिर नज़र गई िजधर िजधर, िमली वोही िनशािनया सुना रहा है ये समा...

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