वन इं िडयन गल चेतन भगत ने सात बे टसे लंग कताब िलखी ह, िजनक अब तक एक करोड़ से यादा ितयाँ िबक चुक ह और दुिनयाभर क एक दजन से अिधक भाषा म उनका अनुवाद हो चुका है। वष 2008 म ‘द यूयॉक टाइ स’ ने उ ह ‘भारत के इितहास म सबसे यादा िबकने वाला लेखक’ बताया था और वे अभी तक अपनी उस हैिसयत को कायम रखे ए ह। उनक लगभग सभी कताब पर बॉलीवुड ारा िहट फ म बनाई जा चुक ह। चेतन एक फ मफे यर पुर कार ा पटकथा–लेखक भी ह। टाइम पि का उ ह ‘दुिनया के सवािधक भावशाली सौ लोग ’ क फे ह र त म शािमल कर चुक है और अमे रका क ‘फा ट’ कं पनी ने उ ह ‘दुिनया के शीष सौ रचना मक लोग ’ म से एक माना है। ‘टाइ स ऑफ इं िडया’ और ‘दैिनक भा कर’ म छपने वाले उनके कॉलम आज भारत के सबसे यादा पढ़े जाने वाले और अपनी एक खास छाप छोड़ने वाले तंभ म से ह। वे एक मुख मो टवेशनल पीकर भी ह और टीवी पर कई काय म क मेजबानी भी कर चुके ह। चेतन ने आईआईटी द ली और आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई क है। एक दशक तक इं वे टमट ब कं ग म काम करने के बाद उ ह ने लेखन को पूरा समय देने के िलए उसे अलिवदा कह दया। वे मुंबई म अपनी प ी अनुषा और दो जुड़वां बेट याम और ईशान के साथ रहते ह। Downloaded from Ebookz.in
सभी इं िडयन ग स के िलए खासतौर पर वे िजनम सपने देखने और ज़ंदगी को अपनी शत पर जीने का साहस है और उन तमाम औरत के िलए भी जो शािमल ह मेरी ज़ंदगी म *
*बावजूद
इसके क मेरा होना कभी-कभी उनके िलए मुसीबत का सबब तक रहा
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आभार हाय ऑल, इस कताब के िलए अपना योगदान देने वाले हर एक श स का शु या अदा कर पाना तो ख़ैर मेरे िलए मुम कन नह होगा। मेरी ज़ंदगी म आने वाली हर औरत ने कसी-न- कसी प म अपनी भूिमका िनभाई है। आप सभी यह जानती ह, िलहाज़ा अगर म हमेशा क तरह आपका नाम लेना भूल जाऊँ तो इसके िलए मुझे माफ कर दीिजएगा। म इन लोग का शु या अदा करना चा ग ँ ा: ई र, िजसने मुझे इतना कु छ दया। शाइनी एंटनी, मेरी एिडटर, दो त और गाइड। वह शु आत से मेरा साथ दे रही ह और आज भी मेरी कताब क सबसे पहली पाठक वे ही होती ह। मेरे पाठक, िज ह ने मुझे इतना यार दया। आपके ही कारण म आज वह कर पा रहा ,ँ जो म हमेशा से करना चाहता था : कहािनयाँ सुनाना। वे तमाम सौ के करीब औरत, िजनसे मने इस कताब के िसलिसले म बात क । स बयन डीजे क लड़ कयाँ, इं िडगो लाइट अटडट् स, उन तमाम होटल के टाफ क लड़ कयाँ, जहां म ठहरा, मो टवेशनल टॉ स के दौरान मुझे िमले अनिगनत चेहरे , हवाई जहाज़ म िमले हमसफर, तमाम लोग। एक व था, जब म मुझसे िमलने वाली हर औरत से इस कताब के बारे म बात करता था। उन सभी का शु या क उ ह ने मुझसे खुलकर बात क और अपने अहसास को मुझसे बाँटा। यह कताब उनके िबना मुम कन नह हो सकती थी। अ फाबे टकली अगर एक-एक कर नाम लूँ तो - आभा बकाया, अ दित काश, अलीशा अरोरा, अिमत अ वाल, एंजेला वांग, अनुभा बंग, अनुषा वकटाचलम, आयशा रावल, अविन झुनझुनवाला, भि भट, इरा ि वेदी, जेिसका रोसेनबग, क णा सु गु, शन परमार, कु शान पा रख, मेघना राव, िमशेल शेट्टी, िनभा भंडारी, तीक धवन, रिचता चौहान, रीमा परमार, शािलनी राघवन, िवरली पंचिमया, िविवता रे लान, िजितन धवन - आप सभी का मुझे ेरणा देने, मेरा सहयोग करने और समय-समय पर इस कताब और मेरी ज़ंदगी के बारे म फ डबैक देने के िलए ब त शु या। पा काशन के एिडटस, जो मेरी कताब को और बेहतर बनाने के िलए जुटे रहते ह। उनके से सपस स, रटेलस, ऑनलाइन िडलेवरी बॉय और ग स, जो घर-घर तक मेरी कताब प च ँ ाते ह : आप सभी का शु या। मेरे आलोचक : जो मुझे और बेहतर बनाने और मेरे गु र को काबू म रखने म मददगार होते ह। मेरी माँ रे खा भगत, जो मेरी ज़ंदगी म आने वाली पहली औरत ह। अनुषा भगत, मेरी प ी। ब त शु या। मेरे ब े : िज ह ने अपने डैड को थोड़ा कम पाकर उसे थोड़ा और लेखक बनने क इजाज़त दी। मेरी ए सटडेड फै िमली। मेरा भाई, के तन। मेरे इन-लॉज़। किज स। वे तमाम लोग, िज ह ने मुझे अपना यार दया है। इसी के साथ, अब व आ गया है क हम ‘वन इं िडयन गल’ क कहानी शु कर! Downloaded from Ebookz.in
तावना कु छ लोग ज़ंदगी म हमेशा बेहतर फै सले लेने के िलए जाने जाते ह, म उनम से नह ।ं कु छ लोग रात को ज दी सो जाते ह, म उनम से भी नह ।ं अभी सुबह के तीन बज रहे ह और म िपछले दो घंटे से िब तर म करवट बदल रही ।ं पं ह घंटे बाद मेरी शादी होने वाली है। कोई दो सौ मेहमान मेरी शादी म शरीक होने के िलए यहाँ गोवा के इस आलीशान होटल म आए ह। म ही उन सबको यहाँ लाई ।ँ सभी ब त ए साइटेड ह। आिखर यह मेहता फै िमली क पहली डेि टनेशन वे डंग जो है। म दु हन ।ँ मुझे अपनी ‘ यूटी लीप’ लेनी चािहए, ले कन मेरी आँख म न द नह है। दरअसल, ऐन इस व मुझे िजस एक चीज़ क सबसे कम परवाह है, वह मेरी यूटी ही है। मेरे दमाग म के वल एक ही चीज़ घूम रही है और वो ये क इस बखेड़े से बाहर कै से िनकला जाए। य क जैसा क मेरे साथ अकसर होता है, म फर से एक ऐसी ि थित म ,ँ जहाँ मुझे ही नह पता क आिखर यह सब हो या रहा है! Downloaded from Ebookz.in
िवषय-सूची 1 2 3 4 यूयॉक 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 हांगकांग 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 लंदन 33 34 35 36 37 38
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1 ‘ म नह ह? या मतलब क म नह ह?’ मने गोवा मै रयट के लॉबी मैनेजर अ रिजत बनज से कहा। ‘देिखए म आपको यह समझाने क कोिशश कर रहा ँ क...’ अ रिजत ने अपनी नपी-तुली आवाज़ म बोलना शु ही कया था क मॉम ने उसे बीच म टोक दया। ‘ये मेरी बेटी क शादी है। या आप हमारी नाक कटवाओगे?’ उ ह ने इतनी ऊँची आवाज़ म कहा क रसे शन टाफ के बाक के तमाम लोग च क गए। ‘नो मैम, के वल 20 स क शॉटज है। आपने सौ स बुक कराए थे, ले कन हमने तब भी 80 स देने का ही ॉिमस कया था। हम आपको और भी म देना चाहते थे, ले कन चीफ िमिन टर के फं शन के कारण...’ ‘ले कन हम अपने गे स को या बोल, जो अमे रका से यहाँ आ रहे ह?’ मॉम ने कहा। ‘म तो सजे ट क ं गा क यहां से दो कलोमीटर दूर एक और होटल है, ’ अ रिजत ने कहा। ‘हम सब लोग यहाँ एक साथ ही रहगे। तुम एक सरकारी फं शन के िलए मेरी बेटी क शादी खराब कर दोगे या!’ मॉम ने कहा। उनक साँस फू लने लगी थ , जो क आने वाले तूफान का साफ इशारा था। ‘मॉम, आप लीज़ डैड के पास जाकर बैठो, म इधर संभाल लूँगी, ’ मने कहा। माँ ने घूरकर मेरी ओर देखा। म दु हन थी। म ये सारे काम कै से संभाल सकती थी! मुझे तो स के बजाय अपने फे िशयल क फ करनी चािहए। ‘लड़के वाले तीन घंटे म यहाँ प च ँ रहे ह। मुझे तो यक न ही नह हो रहा है क यहाँ हो या रहा है, ’ उ ह ने लॉबी के बीचोबीच रखे सोफे क तरफ जाते ए बड़बड़ाते ए कहा। मेरे िपता वहाँ पर अपनी बड़ी बहन कमला बुआ के साथ बैठे थे। लॉबी के बाक काउचेस पर दूसरे अंकल और आंटी जमकर बैठे थे। मै रयट पर मेहता का क ज़ा हो चुका था! माँ ने मेरे िपता को भी तिनक घूरकर देखा, िजसका मतलब यह था क तुम कभी कसी मामले म खुद कु छ करोगे या नह ! िपता पलटकर बैठ गए। म फर लॉबी मैनेजर क ओर मुखाितब ई। ‘ या कया जा सकता है, अ रिजत? मेरी पूरी फै िमली यहाँ पर है।’ मने कहा। हम द ली से सुबह क लाइट से आए थे। गुलाटी प रवार, यानी लड़के वाले, मुंबई से 3 बजे उड़कर 4 बजे गोवा प च ँ ने वाले थे। उ ह 5 बजे तक होटल ले आने के िलए 20 इनोवा हायर क गई थ । मने टाइम चेक कया : ढाई बज चुके थे। ‘देिखए मैम, हमने मेहता-गुलाटी वे डंग के िलए एक पेशल डे क सेट क है और अभी हम आपके फै िमली मे बस के िलए ही चेक-इन कर रहे ह, ’ अ रिजत ने कहा। उसने लॉबी के एक कोने क ओर इशारा कया, जहां मै रयट टाफ क तीन लड़ कयाँ चेहरे पर परमानट माइल िलए बैठी थ । वे सभी का हाथ जोड़कर वागत कर रही थ । हर गे ट का सीिपय क माला पहनाकर वागत कया जाता और उ ह म क चािबयाँ, मै रयट गोवा का न शा और एक वे डंग इं फॉमशन बुकलेट दी जाती। बुकलेट म आने वाले स ाह का पूरा काय म िलखा होता, िजसम सेरेमनीज़ के समय- थान वगैरह क सूचनाएँ होत । ‘हमारी साइड के लोग 50 स लगे तो गुलाटीज़ को भी इतने ही स लगगे।’ मने कहा। ‘मैम, य द आप 50 स ले लगी तो हमारे पास उनके िलए 30 स ही रह जाएँगे, ’ अ रिजत ने कहा। ‘सूरज कहाँ है?’ मने कहा। सूरज मूनशाइन इवट् स का ओनर था, हमने इसी इवट मैनेजर को शादी के िलए अ वॉइं ट कया था। ‘हम आिखरी व म कु छ मैनेज कर लगे, ’ ऐसा उसने मुझसे कहा था। ‘एयरपोट पर, ’ अ रिजत ने जवाब दया। मेरे िपता रसे शन डे क पर प च ँ े और पूछा : ‘सब ठीक तो है ना, बेटा!’ मने उ ह पूरी िसचुएशन समझाई। ‘30 स! गुलाटीज़ के साथ 120 गे स ह।’ उ ह ने कहा। ‘ए जै टली!’ मने अपने हाथ पटकते ए कहा। अब मॉम और कमला बुआ भी रसे शन डे क पर आ गए। कमला बुआ ने कहा : ‘ मने सुदशन से पहले ही कहा था, गोवा म या र खा है? द ली म मै रज हॉल और फाम हाउसेस का कोई टोटा है या! ले कन लगता है तुम लोग के पास फज़ूलखच करने के िलए ब त सारा पैसा है!’ म उ ह पलटकर जवाब देना चाहती थी, ले कन माँ ने मुझे एक ‘मदर लुक’ दी तो म चुप रही। आिखरकार वे हमारी मेहमान ह, मने खुद को दलासा दया और एक लंबी साँस छोड़ी। ‘हमारी तरफ से कतने मेहमान ह?’ माँ ने पूछा। ‘मेहता फै िमली क तरफ से 117 गे स ह, ’ अ रिजत ने अपनी रजवशन शीट म से िगनती करते ए कहा। ‘य द हम 80 लोग होते तो दोन साइड के लोग एडज ट कर लेते, ’ मने कहा। ‘ले कन अब तो कह और जाना होगा। मेहताज़ के िलए चेक-इन फौरन बंद कर दो।’ अ रिजत ने कोने म बैठी माइल करने वाली लड़ कय को इशारा कया। उ ह ने माइल करना बंद कर दया और चेक-इ स रोकते ए सीिपय क माला अपनी दराज म रखने लग । ‘ले कन हम लड़के वाल के िलए कमर क सं या कम कै से कर सकते ह?’ माँ ने शॉ ड आवाज़ म कहा। ‘हमारे पास कोई और चारा नह है।’ मने कहा। ‘उ ह कतने स क उ मीद थी?’ उ ह ने पूछा। ‘पचास।’ मने कहा। ‘उ ह अभी फोन लगाओ। वे यहाँ तक आने से पहले री-एडज ट कर लगे।’
‘ले कन हम लड़के वाल से एडज ट करने को कै से बोल सकते ह?’ कमला बुआ ने कहा। ‘अपणा, आर यू सी रयस?’ माँ ने कमला बुआ और मेरी तरफ देखा। ‘ले कन हम के वल 30 स म कै से मैनेज करगे?’ मने कहा और अपने िपता क ओर मुड़ते ए उनसे बोली, ‘डैड, उ ह अभी फोन लगाओ!’ ‘सुदशन, उनके यहाँ प च ँ ने से पहले ही उनक इनस ट मत करो।’ कमला बुआ ने कहा। ‘हम 30 कमर म ही मैनेज कर लगे। ठीक है। हमम से कु छ लोग फश पर सो जाएँगे।’ ‘ कसी को भी फश पर सोने क ज़ रत नह है, बुआ।’ मने कहा। ‘आई एम सॉरी क ऐसे हालात बन रहे ह। ले कन अगर हमारे पास 80 स ह, तो सीधा िहसाब यही है क एक म म तीन लोग रहगे। फर इतने सारे ब े भी आ रहे ह, तो कोई द त नह होगी।’ ‘हम 30 म ही मैनेज कर लगे।’ माँ ने कहा। ‘मॉम, तब हम एक म म चार लोग को एडज ट करना होगा, जब क गुलाटीज़ के पास इतना सारा पेस होगा। उ ह बता देते ह।’ ‘नह , हम ऐसा नह कर सकते।’ माँ ने कहा। ‘ य ?’ ‘अरे वो लड़के वाले ह, तु ह या इतनी बात समझ नह आती?’ म अपनी ही शादी म हार का सामना नह करना चाहती थी। ख़ासतौर पर उन लोग के यहाँ प च ँ ने के एक घंटे के भीतर ही। िलहाजा मने अपने िपता से कहा, ‘डैड, ये कोई बड़ी बात नह है। उनक फै िमली हमारी बात को समझ जाएगी। आिखर हम लोग यहाँ पर पूरे छह दन के िलए ह। हम ब त द त हो जाएगी।’ ज़ािहर है, डैड ने कु छ नह सुना। उनक प ी और उनक बहन, ये दो औरत उ ह रमोट से चलाती थ । और ऐसा पहली बार हो रहा था क वे दोन कसी बात पर सहमत थ । ‘बेटा, ये र मो- रवाज़ ह। तुम अभी नह समझत । हम उन लोग का याल रखना होगा। हमेशा लड़क वाल से ही उ मीद क जाती है क वे एडज ट करगे।’ मने और पाँच िमनट तक बहस क , ले कन जब कोई नतीजा िनकलता नज़र नह आया तो मने हार मान ली। हम एडज टमट के बारे म बात करने लगे। ‘तुम और अ दित एक कमरे म हो जाना, ’ माँ ने मेरी बहन क ओर इशारा करते ए कहा। ‘नह , उसे अपने हसबड के साथ ही रहने दो। जीजू या सोचगे?’ मने कहा। ‘अिनल दूसरे जट् स के साथ एडज ट कर लेगा, ’ कमला बुआ ने कहा। अगले बीस िमनट तक ये दो औरत 117 लोग वाली मेहता फै िमली को 30 कमर म एडज ट करने क ला नंग बनाती रह । उनके मानदंड ब त अजीबोगरीब थे, जैसे म शेयर करने वाल को एक-दूसरे से नफरत नह होनी चािहए (इसके िलए आपस म लड़ाई-फसाद वाले र तेदार को अलग-अलग ठहराया जाना था), या ऐसे लोग को साथ नह रखा जाना था, जो एक-दूसरे क ओर आक षत हो सकते ह (इसके िलए िम ड जडर वाल को अलग रखा जाना था, फर चाहे वे अ सी साल से ऊपर के ही य ना ह )। पाँच ब को एक म म पैक कया जाना था, अकसर कसी बुज़ग के साथ। कमला बुआ, जो क एक िवधवा ह, ने ब त ही नाटक य तरीके से कहा क वे मेरे माता-िपता के कमरे म फश पर सो जाएँगी, िजस पर मेरे िपता को मजबूरन कहना पड़ा क फश पर वे सोएँग,े वे उनके बेड पर सो सकती ह। अ रिजत लगातार कहता रहा क वह स म ए ा बेड लगवा देगा। ले कन फश पर सोने को तैयार एक पंजाबी बुआ के याग के सामने मै रयट होटल का ए स ा बेड या चीज़ है!’ ‘म तो रोटी और अचार खाकर ही अपना गुजारा कर लूँगी, ’ कमला बुआ ने कहा। ‘ये मै रयट है बुआ। यहाँ सभी के िलए काफ खाना है, ’ मने कहा। ‘म तो बस यूँ ही कह रही थी।’ ‘इससे तो अ छा होगा क हम री-लोके शंस पर यान द। हम गुलाटीज़ के आने से पहले ही चेक-इन करना होगा, ’ मने कहा। इस अफरातफरी के बीच म यह भूल ही गई क म यहाँ कसिलए आई थी। म यहाँ अपनी ज़ंदगी हमेशा के िलए बदल देने को आई थी। म यहाँ वह करने आई थी, जो मने अपने जीवन म कभी नह सोचा था क म क ँ गी : अर ड मै रज! म यहाँ हज़ार इं तजाम और बंदोब त के बीच उलझी ई थी। मने पलभर को ठहरकर सोचा क महज़ एक ह ते के भीतर मेरी शादी हो जाएगी, एक ऐसे आदमी के साथ, िजसे म ठीक से जानती तक नह ।ँ फर ताउ मुझे उसके साथ अपना घर, िब तर और ज़ंदगी साझा करनी होगी। ले कन म अभी तक इस सच का सामना य नह कर पाई थी? इसके बजाय म चैट पर सूरज से उलझ य रही थी? म : स को लेकर ब त ॉ लम ई, सूरज। यह ठीक नह है। सूरज : सॉरी, रयली सॉरी। पोिल टकल रीज़ स थे! मने कोिशश क , सचमुच! म : तुमने तो कहा था क तुम स का इं तज़ाम करवा दोगे। सूरज : हाँ, मने कहा था। ले कन गोवा के सीएम को स क ज़ रत आन पड़ी। मै रयट एक सीएम को तो मना नह कर सकता है ना। म : अभी और कौन-कौन-सी चीज़ पर इसी तरह से द त का सामना करना पड़ेगा? सूरज : अब और कु छ नह होगा। मुंबई से इं िडगो लड कर चुक है। हम गे स को रसीव करने जा रहे ह। सी यू सून। म मेहता-गुलाटी चेक-इ स डे क पर प च ँ ी। मेरी फै िमली के सभी गे स चेक-इन कर चुके थे। कु छ ने ज र तीन-तीन लोग के साथ म शेयर करने क बात पर मुँह बनाया, ले कन अिधकतर को इससे कोई द त नह थी। माँ का कहना था क मुँह बनाने वाले लोग वे ही थे, जो हमसे जलते थे। वे लोग, जो इस बात को अभी तक वीकार नह कर पा रहे थे क हम एक ऐसे मुकाम पर प च ं चुके थे क गोवा म डेि टनेशन वे डंग कर सक। वह माँ के मुतािबक, जो लोग चुपचाप राज़ी हो गए थे, ये वे लोग थे, जो समझते थे क
लड़क वाल को तो हमेशा झुकना ही पड़ता है। ‘मेरे सामने ये लड़के वाले-लड़क वाले मत कया क िजए, मुझे पसंद नह , ’ मने कहा। मॉम और म लॉबी म बैठे थे और यह सुिनि त करने क कोिशश कर रहे थे क होटल टाफ ने गुलाटीज़ के िलए पेशल चेक-इन डे क तैयार कर रखी है या नह । ‘ या तुम एक ह ते के िलए अपना यह फे िमिनज़म का झंडा फहराना बंद सकती हो? यह शादी है, कोई एनजीओ एि टिव ट वे यू नह है, ’ माँ ने कहा। ‘ले कन...’ ‘म जानती ँ क ये पूरा खचा तुम ही उठा रही हो, फर भी रीित- रवाज का िलहाज़ तो करना ही होता है।’ ‘ले कन ये रीित- रवाज़ जडर िडि िमनेशन से भरे ए ह!’ ‘तुमने अपने पालर क अ वॉइं टमट् स चेक क या नह । अ दित भी पूरे सात दन तक हेयर-डू और मेकअप चाहती थी।’ जब भी माँ कसी बात का जवाब नह देना चाहती थी तो वो इसी तरह से बातचीत का ख मोड़ दया करती थी। ‘हाँ, अ दित दीदी िबलकु ल ऐसा ही चाहती ह, ’ मने कहा। ‘तो जाओ और चज कर लो, ’ मॉम ने कहा। ‘ या!’ ‘तुम ये ज स और टी-शट म लड़के वाल से िमलोगी? और अपने गले को तो देखो।’ ‘आपने फर लड़के वाले कहा! और मेरे गले म या खराबी है?’ ‘तुमने कोई वेलरी नह पहनी है! जाओ, जाकर सलवार-कमीज़ पहन लो और मेरे वेलरी बॉ स से लेकर एक चेन गले म डाल लो।’ ‘म अभी-अभी यहाँ आई ँ और तभी से गे स के िलए स के अरजमट म लगी ई ।ँ अभी मुझे बन-ठनकर रहने क या ज़ रत है? या लड़का भी लाइट से उतरने के बाद सज-सँवरकर यहाँ पर आएगा?’ मेरी माँ ने हाथ जोड़ िलए। जब उनके तमाम तक नाकाम हो जाते, तो वे यही करत । अजीब बात है क अकसर उनक यह जुगत कामयाब भी रहती थी। म हार मानकर उठ खड़ी ई। उ ह ने मुझे अपने और मेरे म क चािबयाँ थमा । म पहले उनके म म गई और उनके वेलरी बॉ स से एक सबसे पतला सोने का हार िनकाला। म यह सब करने के िलए य राज़ी हो रही ,ँ नेकलेस पहनते समय मने सोचा। शायद इसिलए क म चीज़ को अपनी तरह से करके कामयाब नह हो पाई। वीमन ए पॉवरमट और फे िमिनज़म क तमाम बात से मुझे कु छ भी हािसल नह आ। शायद कमला बुआ और मॉम का तरीका ही यादा सही था। म अपने कमरे म प च ँ ी। कॉ रडोर म चार बड़े-बड़े सूटके स ठसे ए थे। उनमे से दो बड़े बैग मेरी बहन के थे, जो अपने साथ इतनी स े ेस लेकर आई थी क उतनी क मत म एक पूरा रीटेल टोर खरीदा जा सकता था। मने अपना एक सूटके स खोला और उसम से पीले रं ग क िस क सलवार-कमीज़ िनकाली, िजसक बॉडर पर जरी का महीन काम था। मेरी माँ ने कहा था क इस पूरे ह ते कॉटन नह पहनना है। मने कपड़े उतारे और अपने को आईने म देखा। मेरे लहरदार बाल बड़े हो गए थे और अब मेरे कं ध तक आ रहे थे। म पतली-दुबली नज़र आ रही थी। शादी से पहले क गई दो महीन क डाइट का यह नतीजा था। मने हांगकांग म जो लैक ला पेला लॉ जरी खरीदी थी, उसने भी मेरे फगर के उतार-चढ़ाव को उभारने म मदद क थी। महंगी अंडरिवयर कसी को भी से सी बना सकती है, मने मन-ही-मन खुद से कहा। अतीत म कु छ मद मुझे से सी कहकर पुकार चुके थे, ले कन शायद वे सच नह कह रहे थे। आिखर म अपने आपको लेकर इतनी स त य ?ँ आिख़र कु छ मद मुझे सच म से सी य नह समझ सकते? वेल, अब इन बात का कोई मतलब नह रह गया है। ब त ज द मुझे एक नए मद के सामने अपने कपड़े उतारने ह गे। इस याल से ही म िसहर गई। म आईने के और करीब आई। मने अपने चेहरे को नज़दीक से देखा। ‘इट् स ऑल हैप नंग, रािधका, ’ मने ज़ोर से कहा। हाय, म रािधका मेहता ँ और इसी ह ते मेरी शादी होने जा रही है। म स ाइस साल क ँ और मेरी परव रश द ली म ई है। म लंदन म एक इं वे टमट बक गो डमान सा स के िलए काम करती ।ँ म िड े ड डेट ुप क वाइस ेिसडट ।ँ मेरी कहानी पढ़ने के िलए शु या। बहरहाल, म आपको एक बात बता देना चाहती ।ँ शायद आप मुझे ब त यादा पसंद ना कर। कारण? अ वल तो यही क म ब त पैसा कमाती ।ँ दूसरा यह क दुिनया-जहान क हर चीज़ को लेकर मेरा एक ओिपिनयन है। और तीसरा यह क म पहले से स कर चुक ।ँ नाऊ, अगर म लड़का होती तो आपको इन तमाम बात से कोई तकलीफ नह होती। ले कन चूँ क म लड़क ,ँ इसिलए ये तमाम बात मुझे ब त हर दलअज़ीज़ तो नह ही बनाती ह गी, है ना? म थोड़ी नड (पढ़ाकू ) भी ।ँ म और मेरी बहन अ दित क पढ़ाई द ली म पूसा रोड पर ंगडे स कू ल म ई है। वह मुझसे एक साल ही बड़ी है। मेरे पैरट् स चाहते थे क उनक पहली संतान बेटा हो। जब अ दित दीदी का ज म आ तो उ ह ने तय कया क इस नुकसान क भरपाई ज दी-से-ज दी क जाए। इसीिलए मेरे िपता, एसबीआई नारायणा िवहार के ांच मैनेजर सुदशन मेहता ने तय कया क उनक होममेकर बीवी अपणा मेहता एक और संतान को ज म देगी। अफसोस क दूसरी संतान भी बेटी ई यानी क म। बताया जाता है क उसके बाद उ ह ने दो बार फर कोिशश क और दोन ही बार मेरी माँ को एबॉशन करवाना पड़ा, य क यह पाया गया था क उनके पेट म फर बे टयाँ पल रही थ । कु छ साल पहले मने इस िवषय पर माँ को घेरना चाहा था, ले कन उ ह ने बात को टाल दया। ‘मुझे अब कु छ याद नह है, ’ उ ह ने कहा, ‘ले कन म अपनी दोन बे टय के साथ खुश ।ँ ’ ‘आपने दो बार एबॉशन करवाए और आप कह रही ह क आपको याद नह !’ ‘तुम मुझे जज करने लगोगी, इसिलए तु ह इस बारे म बताने से कोई फायदा नह है। तु ह पता नह है क बेटा नह होने का या मतलब होता है!’ उसके बाद मने उनसे यह सवाल पूछना ही बंद कर दया। कू ल म अ दित दीदी मुझसे कई गुना अिधक पॉपुलर थी। लड़क को उस पर श होता था। जब क म ऐसी लड़क थी, जो छठी
लास से ही च मा लगाने लगी थी। अ दित दीदी का रं ग गोरा था! जब क मेरा रं ग गे आ ँ था। हम दोन कसी फे यरनेस म के एड म दखाई जाने वाली िबफोर और आ टर त वीर क तरह थ । ज़ािहर है, म िबफ़ोर वाली त वीर क तरह थी। अ दित दीदी ने बारह साल क उ से ही डाइ टंग शु कर दी थी। तेरह क उ से वे अपनी टांग को वै स करने लगी थ । जब क मने बारह क उ म अपनी लास म टॉप कया था और तेरह क उ म मै स ओ लंिपयाड जीता। ज़ािहर है, मेरी दीदी मुझसे यादा कू ल थ । कू ल म लोग या तो मुझे नो टस ही नह करते थे या मेरा मज़ाक बनाया करते थे। ऐसे म म यही पसंद करती थी क लोग मुझे नो टस ही ना कर। म अपनी कताब क दुिनया म खोई रहती। एक बार, दसव लास म मुझे एक लड़के ने भरी लास म पोज़ कर दया। उसने मुझे आच ज़ ी टंग के साथ एक रे ड रोज़ दया। मारे खुशी के मेरी आँख से आँसू िनकल पड़े, ले कन पल भर म पता चल गया क वह मज़ाक था। उसने फू ल को दबाया तो उसम से याही क िपचकारी छू ट गई। मेरा चेहरा याह हो गया। पूरी लास हँस पड़ी। गनीमत थी क मने च मा पहन रखा था, नह तो याही मेरी आँख म चली जाती। उस दन मने समझ िलया क मेरी लाइफ के वल पढ़ाई-िलखाई म ही है। बारहव लास म मने कू ल म टॉप कया था। द ली म टॉप फाइव रक मेरी थी। इसके उलट अ दित दीदी ने बामुि कल बारहव पास क थी, अलब ा फे यरवेल म उ ह ने ‘िमस हॉटनेस’ का अनॉ फिशयल टाइ टल ज र जीता था। कु छ मायन म, या शायद हर मायने म, यह सीबीएसई टॉप करने से बड़ा अचीवमट था! आपने डीयू कट-ऑफ के बारे म तो सुना ही होगा। वैसे हालात मेरे जैसे टू डट् स के कारण ही बनते ह। मने बारहव म 98 परसट ए ीगेट कोर कया था। इसके बाद मने ीराम कॉलेज ऑफ आ स एंड कॉमस या एसआरसीसी वॉइन कर िलया। कहते ह क वह पढ़ाकु के िलए बे ट कॉलेज म से एक है। एसआरसीसी म ही मुझे पता चला क म तो पढ़ाकु म भी और बड़ी वाली पढ़ाकू ।ँ मने वहाँ भी टॉप कया। मने कभी कोई लास बंक नह क । बामुि कल ही कभी लड़क से बात क । मने ना के बराबर दो त बनाए। कू ल के दन क याद ही इतनी बुरी थ क म चाहती थी क कम-से-कम कॉलेज म ऐसी कोई नौबत ना बने। कॉलेज ख म कर मने एमबीए एं स के िलए कै ट िलया। जैसी क मेरे जैसी पढ़ाकू से उ मीद क जा सकती है, मने 99.7 परसट कोर कया। वहाँ से म सीधे आईआईएम अहमदाबाद प च ँ ी। दूसरी तरफ अ दित दीदी ने एिमटी कॉलेज से ेजुएशन कया और उसके बाद शादी करने का मन बना िलया। एक अ छे दू हे को लेकर उनके दमाग म दो ाइटे रया थे : एक, लड़का अमीर होना चािहए और दूसरा, वेल, इसके िसवा कोई और ाइटे रया था ही नह । उ ह ने यह भी कहा क वह एक हाउसवाइफ बनकर अपने हसबड क देखभाल करना चाहती ह। द ली के अमीर पंजाबी मद, जो खुद कभी कोई लड़क नह पटा सकते, इस तरह क लड़ कय क मुराद पूरी करने के िलए ही बने होते ह। अ दित दीदी ने अिनल से शादी कर ली, जो पहाड़गंज म तीन सेिनटरीवेयर दुकान और दो ह डा सीआरवी का मािलक था। िजस साल मने आईआईएमए म दािखला िलया, उसी साल दीदी क शादी ई। ‘अब तुम भी ज द शादी कर लो, ’ दीदी ने मुझसे कहा था। ‘हर लड़क क शादी क एक उ होती है। उसम देरी मत करो।’ ‘म अभी के वल इ स साल क ,ँ ’ मने कहा। ‘ मने अभी अपना मा टस भी नह कया है।’ ‘िजतनी कम उ म शादी कर लो, उतना ही अ छा है। खासकर तु हारे जैसी लड़क के िलए, ’ उ ह ने कहा। ‘ हाट डू यू मीन, मेरे जैसी लड़क ?’ उ ह ने ए स लेन नह कया। ले कन मेरे खयाल से उनका इशारा मेरे जैसी उन लड़ कय क तरफ था, जो पढ़ाकू होती ह, या िजनका रं ग गे आ ँ होता है, या फर िजनके े ट फु टबॉल िजतने बड़े नह होते, जो क पंजाबी मद को पसंद है। मने आईआईएमए वॉइन कर िलया। आिखरकार मुझे अपना नड-हेवन िमल गया। यहाँ पर हर कोई पढ़ाई करने म लगा आ था। और जैसे ही आपको लगता क आपने ख़ासी पढ़ाई कर ली, आपको और असाइनमट् स दे दए जाते। मेरी माँ मुझे अकसर फोन लगाती थ , खासतौर पर उनके पसंदीदा िवषय पर बात करने के िलए। ‘अब तो लड़क से नजर िमलाना शु कर दो। अिनल के सकल म ब त सारे अ छे अमीर लड़के ह।’ ‘मॉम, म एक सेिनटरीवेयर शॉपओनस के सकल म शादी नह करने वाली।’ ‘ य ?’ माँ ने हैरानी से पूछा। ‘यू नो वॉट, म वैसे भी अभी कई साल तक शादी नह करने वाली ।ँ भूल जाइए। अभी मेरी लास है। बाय।’ मने आईआईएमए पूरा कया। मेरे जैसी ओवरअचीवर को डे-ज़ीरो से ही जॉब का ऑफर िमल गया। यह यूयॉक के गो डमान सा स के िलए एक एसोिसएट के प मे काम करने का ऑफर था। सालाना आमदनी थी एक लाख बीस हज़ार डॉलस! ‘यानी चार लाख पया महीना और अड़तालीस लाख पया सालाना!’ मने फोन पर माँ को बताया। मुझे जवाब म कु छ सुनाई नह दया। ब त संभव है क वे यह सुनकर गश खाकर िगर गई ह गी। मेरे िपता को टेट बक ऑफ इं िडया के प ीस साल के कै रयर म कभी इससे एक-ितहाई सैलेरी भी नह िमली थी। ‘आर यू देयर, मॉम?’ ‘अब म तु हारे िलए एक अ छा लड़का कहाँ से ढू ँढूंगी?’ उ ह ने कहा। ये उनक बुिनयादी चंता थी। उनक तेईस साल क लड़क , िजसक परव रश वे ट द ली के िमिडल लास म ई, को दुिनया के सबसे बड़े इं वे टमट ब स म से एक म जॉब िमला था और उ ह के वल इस बात क चंता खा रही थी क अब उनक बेटी के िलए अ छा वर कै से िमलेगा! ‘ टॉप इट, मॉम। ऐसा य सोच रही हो?’ ‘अरे इतना पैसा कमाने वाली लड़क से कौन शादी करे गा? य द लड़का इससे कम कमाता है, तो वह शादी करने से रहा। और अगर यादा कमाता है, तो वह एक कामकाजी लड़क को अपने िलए य चुनेगा?’ ‘मुझे नह मालूम, आप या बोल रही ह। ले कन म अमे रका जा रही ।ँ मुझे एक ब त अ छा जॉब िमला है। या आप अपने मेलो ामा को कसी और व के िलए बचाकर रख सकती ह?’ ‘तु हारे िपता तुमसे बात करना चाहते ह, ’ उ ह ने कहा और फोन उनक ओर बढ़ा दया। ‘गो डमान सा स? यह तो कोई अमे रक कं पनी जान पड़ती है, नह ?’ उ ह ने कहा।
मेरे कमरे क घंटी बजी म च क गई। अभी म गोवा म ,ँ आईआईएमए म नह , मने खुद को याद दलाया। ‘कहाँ हो तुम? गुलाटीज़ के वल दस िमनट म यहाँ प च ँ रहे ह, ’ मेरी माँ ने कहा। ‘म अपने कमरे म ,ँ मॉम।’ ‘तुमने कपड़े बदल िलए?’ मने आईने म देखा। ‘हाँ, तकरीबन।’ ‘ फर ज दी से नीचे आ जाओ। तुम या पहन रही हो?’ ‘पीली सलवार-कमीज़। जरी बॉडर वाली।’ ‘िस क?’ ‘हाँ।’ ‘ चेन पहनी?’ ‘हाँ।’ ‘ठीक है, चली आओ।’
‘हे, रमे बर मी?’ मुझे अपने पीछे कसी क आवाज़ सुनाई दी। मने पलटकर देखा। ‘ जेश, ’ मने अपने होने वाले पितदेव से कहा। ‘हाय।’ मुझे समझ नह आ रहा था क इसके बाद अब या क ँ । या मुझे शरमाना चािहए? या मुझे हँसना चािहए? या मुझे उसे गले लगाना चािहए? ले कन भ दु क तरह मने उससे हाथ िमला िलया, जब क वह अपने बाएँ हाथ से अपने काली कमानी वाले च मे को दु त ही कर रहा था। िपछले कु छ ह त से म उससे काइप पर बात कर रही थी, ले कन अभी वह उसक तुलना म जरा दुबला नज़र आ रहा था। उसका सफे द कु ता और नीली ज स कु छ ढीली नज़र आ रही थ । उसने अपने बाल करीने से साइड म काढ़ रखे थे और वह उनम कू ली ब जैसा लग रहा था। मुझे आ टरशेव क एक तीखी गंध आई। म लॉबी म थी। लड़के वाले आ गए थे। पेशल चेक-इन डे क के इद-िगद वे घेरा बनाकर बैठे थे। होटल टाफ े म कोकोनट वॉटर से भरे िगलास ले आया। ‘कोकोनट वॉटर हमारे पैकेज का िह सा नह था, ले कन मेरे कहने पर उ ह ने ऐसा कया, ’ सूरज ने मुझसे कहा। वह स को लेकर ई द त क भरपाई करने क भरसक कोिशश कर रहा था। उसने मुझे पूरे ह ते के काय म का एक ंट-आउट दया। मने उस पर एक नज़र डाली। रािधका वे स जेश : स ाह का काय म पहला दन:अराइवल, चेक-इ स, ी फं ग, रसोट म आराम दूसरा दन:ब और बुज़ग के िलए गोवा दशन टू र (सुबह 11 से शाम 6 बजे तक) लब यूबाना म िम टर जेश गुलाटी के िलए बैचलर पाट (रात 8 बजे) िमस रािधका मेहता के िलए एलपीके म बैचलरे ट पाट (रात 8 बजे) ‘तुमने बैचलरस पाट के िलए बस का इं तज़ाम कर िलया?’ मने पूछा। ‘हाँ मैम। बस 7.30 बजे तक एं स पर प च ँ जाएँगी।’ मने आगे पढ़ा। तीसरा दन:फं शन म म भजन और पूजा (शाम 4 बजे) चौथा दन:फं शन म म सभी लेडीज़ के िलए मेहद ं ी काउं टस (दोपहर 12 से शाम 6 बजे तक) पाँचवाँ दन:फं शन म म संगीत (रात 8 बजे) ‘संगीत ैि टस के िलए को रयो ाफर आ गया?’ मने पूछा। ‘नह मैडम, वह दो दन बाद आएगा। उसने कहा है क ैि टस के िलए खासा समय िमल जाएगा।’ मने एक बार फर काय म को गौर से देखा। छठा दन : ड बॉल म और मेन लॉ स म वे डंग (रात 8 बजे से) सातवाँ दन :चेकआउट और िडपाचर (दोपहर 12 बजे) सूरज ने हर फं शन और वे यू के िडटे स वाली दूसरी शीट मुझे थमा द । ‘ स को लेकर ई गड़बड़ी के िलए सॉरी, मैडम। अभी सब कु छ अंडर कं ोल है, ’ उसने कहा। सूरज के जाते ही जेश मेरे पीछे आकर खड़ा हो गया। ‘यह जगह ब त खूबसूरत है। गोवा म शादी एक बेहतरीन आइिडया सािबत हो रहा है, ’ उसने कहा। उसका ए सट 90 ितशत भारतीय और 10 ितशत अमे रकन था। दूर से मने अपने पैरट् स को मै रयट के एं ेस पर देखा। वे हाथ जोड़कर जेश के पैरट् स और
दूसरे मेहमान का वागत कर रहे थे। म फर जेश से मुखाितब ई। ‘थ यू। मने हमेशा से एक डेि टनेशन वे डंग चाही थी, ’ मने कहा। अगले दस लंबे-धीमे सेकड तक अजब खामोशी छाई रही। आिखर हम एक-दूसरे से या बात कर? या म िझझक तोड़ने क शु आत क ँ ? या म यह क ँ क हे, एक ह ते बाद हम लोग ऑ फिशयली से स करना शु कर दगे? चुप रहो, रािधका! अब बस भी करो! ‘आप ब त...’ जेश ने सही श द खोजते ए कहा, ‘...खूबसूरत लग रही ह।’ ‘तु ह इससे बेहतर कोई और वा य नह सूझा, दू हे िमयाँ?’ मने मन-ही-मन कहा, और फर खुद को डाँटने लगी : ‘चुप रहो, रािधका!’ म आपको अपनी इस बुरी आदत के बारे म बताना चाहती ।ँ मेरे भीतर एक आवाज़ लगातार चलती रहती है, हर चीज़, हर इं सान के बारे मे बोलती ई। एक िमनी-मी। कभी-कभी यह आवाज़ मुझ पर इतनी हावी हो जाती है क मुझे ज़ोर लगाकर सोचना पड़ता है और खुद को याद दलाना पड़ता है क हक कत म हो या रहा था। ‘थ यू, ’ मने कहा। ‘थ यू, जेश।’ ‘ जेश, ’ ये भी भला कोई नाम आ! इससे अनफै शनेबल नाम और या होगा? रािधका, तुम एक ऐसे इं सान से याह करने जा रही हो, िजसका नाम जेश है। अब तु ह िमसेज जेश गुलाटी के नाम से जाना जाएगा। छी, कतना गंदा! ओके , ओके , चुप हो जाओ! एकदम चुप! कु ल-िमलाकर वह एक भला इं सान है और ब त दूर से यहाँ आया है। आिखर यही बात तो मायने रखती है ना? ‘तुम पर येलो अ छा लगता है, ’ जेश ने अपनी बात जारी रखी। ‘ए चुअली, येलो से बदतर मेरे िलए कोई और कलर नह है। मेरे गे आ ँ रं ग से वह कतई मैच नह खाता। मने तो इसे इसिलए पहना, य क मॉम चाहती थी क जब गुलाटीज़ आएँ तो उ ह लॉबी म एक सन लॉवर नज़र आए।’ म कहना चाहती थी। ‘शु या, ’ मने कहा। कु छ और बोलो, टु िपड गल! ‘आपका कु रता भी अ छा लग रहा है, ’ मने कहा। उ फ, इससे यादा टु िपड बात और या बोली जा सकती थी! ‘हैलो बेटा।’ पचास से यादा का एक आदमी अपनी प ी के साथ मेरे पास आया। मेरे िलए पूरी तरह अजनबी होने के बावजूद वे मुझे ब त ए साइटेड नज़र आ रहे थे। मुझे यह समझने म जरा समय लगा क वे कौन थे। अ छा, तो ये ह मेरे इन-लॉज! िम. आदश गुलाटी और िमसेज सुलोचना गुलाटी। रािधका, कम-से-कम अब कोई टु िपड बात मत कहना। मॉम से कु छ सीखो। अ दित से कु छ सीखो। ऐसे मौक पर अ दित दीदी या करत , यह सोचो। वे झुककर उनके पैर छू लेत । तुम भी ऐसा करो। कम ऑन, लगाओ डाइव! म नीचे झुक । मने उन लोग के पैर छु ए, िज ह मने इससे पहले के वल दो बार काइप कया था, ले कन अब जो अचानक मेरे स मान के हकदार बन गए थे। मेरे पैरट् स ज र उनसे कई बार िमल चुके थे। डैड ने मुझे बताया था क भले लोग ह। भले लोग! आिखर इस बात का पता कै से लगाया जाता है क कौन भला है और कौन नह ? या इस दुिनया म सच म कोई भले लोग ह भी? देखो, मेरा दमाग फर काम करने लगा, यह पलभर को भी चुप नह बैठता! ‘आपक लाइट कै सी थी, अंकल?’ मने कहा। ‘मुंबइ से बस एक ही घंटे क तो लाइट है। जेश क तरह नह , जो क आधी दुिनया का च र लगाकर यहाँ आया है।’ आदश अंकल ने कहा। ‘के वल तु हारे िलए, ’ सुलोचना आंटी ने कहा और मेरे चेहरे को अपने हाथ म ले िलया। फर उ ह ने मेरे माथे पर एक चुंबन दया। ज़ािहर है, िजस मु क म कु छ सासू माँ दहेज के िलए ब को जला देती ह, उसक तुलना म तो वे भले लोग ही मालूम हो रहे थे। जेश के र तेदार ने हम चार ओर से घेर िलया। ‘आओ, आओ, दु हन को देखो, ’ उनम से एक आंटी ने कहा। बंदर पंजरे से बाहर आ चुका था और लॉबी म इस नज़ारे को मु त म देखने के िलए मजमा लग चुका था। मेरे आस-पास कई लोग जमा हो गए थे और म उनम से यादा-से- यादा नाम को याद रखने क कोिशश करने लगी। ‘ये ह मेरी माँ क बहन, रोिहणी मासी और गुंजन मासी, ’ जेश ने कहा, ‘और ये ह मेरे डैड के भाई, पुरोिहत चाचा और अिमत चाचा।’ म सभी को झुक-झुककर णाम करती रही। जैसे ही मुझे कसी के िसर म सफे द या िहना से डाई कए ए बाल नज़र आते, म तुरंत झुककर उसके पैर छू लेती। ठीक वैसे ही, जैसे मेरी माँ मुझसे उ मीद करती ह। इस सबके बीच ही जेश पलभर को मुझे एक तरफ ले गया। ‘हे, तु ह इस सबसे कोई द त तो नह हो रही है?’ मने िसर िहलाकर मना कर दया। ‘ या हम कह थोड़ी देर को टहलने जा सकते ह?’ उसने कहा। वह मुझसे मेलजोल बढ़ाने क कोिशश कर रहा था। मने उससे पहले ही कह दया था क म उसे अ छे-से जानना चाहती ँ और वह इसी कोिशश म लगा था क हम दोन एक-दूसरे को अ छे-से जान ल। ‘हाँ य नह ? चलो पूल क तरफ चलते ह।’ मने कहा। Downloaded from Ebookz.in
2 मै रयट पूल के आसपास पाम के हरे दर त हवा म लहरा रहे थे। शाम के पाँच बजे थे। दसंबर क रोशनी म होटल के कॉटेज डू बे ए थे और उनक मुलायम छायाएँ जैसे हर तरफ िगर रही थ । हम वॉ कगं पाथ क ओर चले गए। होटल हमारे बाएँ हाथ क ओर था और दाएँ तरफ अरब सागर था। मुझे लगा क म गलत कपड़े पहनकर यहाँ आ गई ,ँ य क होटल के दूसरे मेहमान शॉ स और वे ट म यहाँ-वहाँ घूम रहे थे। ‘तो आप कल ही सैन ांिस को से यहाँ प च ँ े ह?’ मने कहा। ‘हाँ, कल रात को ही तो प च ँ ा, ’ उसने कहा। ‘म अपनी छु ट् टय का यादा-से- यादा फायदा उठाना चाहता था। शादी के िलए एक ह ता काफ है। उसके बाद एक-दो दन मुंबई म, फर अपने घर म। फर बाली म हनीमून। यानी एक-एक पल का इ तेमाल।’ हनीमून श द सुनते ही मुझे झटका लगा। मेरे भीतर िमनी-मी क आवाज़ जाग गई। ‘हनीमून! एक दजन काइप कॉ स और एक बार क मुलाकात के बाद? इस आदमी के साथ बाली म एक पूरा ह ता, जो अभी मेरे साथ चल रहा है? जब क वहाँ तो हम एक-दूसरे के साथ नेकेड रहगे। चुप करो रािधका, कल क मत सोचो, आज पर अपना यान लगाओ! ‘इतनी लंबी उड़ान थका देने वाली होगी ना?’ मने कहा। ‘तु ह देखते ही मेरी सारी थकान छू -मंतर हो गई।’ म मु करा दी। यह आदमी पूरी कोिशश कर रहा है, मुझे भी थोड़ी कोिशश करनी चािहए। जेश भी मु करा दया। उसक आँख ब क तरह मासूम थ । ‘फ़े सबुक कै सा चल रहा है?’ मने पूछा। ‘ये महीना ब त िबज़ी रहा। एक पूरा ोजे ट मने पूरा कया। ब त काम था, ं ट एंड इं टरफे सेस, बैकएंड िस ट स, अंडरलाइं ग एपीआई।’ ‘एपीआई?’ ‘एि लके शन ो ाम इं टरफे स। सॉ टवेयर एि लके शंस बनाने के िलए टी स, ोटोकॉल और टू स का एक सेट। बेिसकली, सॉ टवेयर कं पोन स के इं टरे शंस का िस टम।’ मने िसर िहला दया, हालाँ क मुझे कु छ भी समझ नह आया था। ‘तु ह मेरी बात समझ नह आ रही है ना?’ म हँस पड़ी। ‘म जानता ।ँ यह दुिनया का सबसे ए साइ टंग जॉब तो नह ही है, ’ उसने सपाट वर म कहा। ‘कम ऑन, आिखरकार तुम फ़े सबुक म काम करते हो। दै स कू ल।’ ‘लोग को लगता है क फ़े सबुक म कोई काम नह होता है। वे लोग दनभर अपनी डीपी ही अपडेट करते रहते ह।’ या मुझे उससे पसनल बात करनी चािहए। य क अगर मने उसे रोका नह तो वह तो मजे से अगले दो घंटे तक कं यूटर कोड के बारे म बात करता रहेगा। रािधका, कु छ करो! ‘तु ह अपना जॉब पसंद है?’ मने पूछा। जेश ने कं धे उचका दए। ‘ठीक है। वहाँ ब त सारे माट लोग है। हमेशा कु छ-ना-कु छ वहाँ होता रहता है। पैसा भी अ छा िमलता है। टॉक ऑ शंस। ले सी टाइम...’ ‘और टाट-अप वाले आइिडया के बारे म या?’ मने कहा। उसने एक बार पहले अपनी खुद क एक सॉ टवेयर कं पनी लॉ च करने क बात कही थी। ‘हाँ, वह भी है। म अब भी उसे करना चाहता ,ँ ’ जेश ने जवाब दया। ‘तो फर?’ ‘फ़े सबुक को छोड़ना ब त मुि कल है। सैलरी, टॉक ऑ श स, बेने फट् स। लस, मुझे फं डंग क भी ज़ रत होगी। उस लेवल क िस यो रटी को छोड़ना और फर इतना सब अरज करना आसान नह है।’ मने िसर िहला दया। हम काम के अलावा दूसर मसल पर भी बात करनी थ । शु है क उसने िवषय बदल िलया। ‘मुझे गोवा ब त अ छा लगता है, ’ उसने कहा। ‘म यहाँ कोई दस साल बाद आया ।ँ हम यहाँ इं जीिनय रं ग कॉलेज से आए थे। ज़ािहर है, ऐसे आलीशान रसो स म नह । हम एक ब त मामूली-सी जगह पर ठहरे थे, शै स म खाना खाया था।’ ‘मुझे शै स पसंद ह।’ ‘तु ह सैन ांिस को भी ब त अ छा लगेगा, ’ उसने कहा। ‘म यूयॉक म रह चुक ,ँ ले कन वे ट को ट म नह ।’ ‘कै िलफो नया यूयॉक से ब त अलग है। वहाँ ज़ंदगी यादा सरल है।’ ‘सैन ांिस को म गो डमान का जो ुप है, उसे भी यादा िच ड माना जाता है।’ ‘सब कै सा चल रहा है? तु हारा ांसफर हो गया?’ मेरे फोन क घंटी दो बार बजी। ‘सॉरी, फोन। शायद मॉम को कसी चीज़ क ज रत है, ’ मने कहा। ‘ योर, ’ जेश ने कहा। मुझे एक अननोन नंबर से दो मैसेज आए थे। नंबर ‘+1’ से शु हो रहा था। मने सोचा, शायद कसी ने अमे रका से मैसेज भेजा है।
‘हे, मने सुना तुम शादी कर रही हो, या सच?’ यह था पहला मैसेज। ‘ दस इज़ देबू, बाय द वे। उ मीद है तु ह याद होगा, ’ यह था दूसरा। देबू? देबाशीष सेन! पूरे तीन साल बाद? देबू मुझे मैसेज कर रहा था! ‘हाय’, मने जवाब दया। तुरंत उसका जवाब आया। ‘हाय रािधका, कै सी हो? तु हारा नंबर ढू ँढने म मुझे पसीना आ गया। ले कन म तुमसे बात करना चाहता था।’ ‘सब ठीक तो है?’ जेश ने मुझे फोन म खोई ई देखकर कहा। ‘हाँ, सब ठीक है, ’ मने कहा, ले कन मेरी आवाज़ नवस थी। मने फोन को झुकाया और अपनी हथेिलय म दबा िलया। ‘सो ऑल डन?’ जेश ने कहा। ‘ या?’ ‘अरे भई, तु हारा ांसफर। हम उसी बारे म तो बात कर रहे थे।’ ‘यस यस। हो गया है तकरीबन। मुझे कु छ समय लंदन और सैन ांिस को के बीच शटल करना होगा, ले कन मान लो क हो गया है।’ मेरा फोन मेरे हाथ म ही तीन बार और वाइ ेट आ। मुझे उसे नजरअंदाज़ कर देना चािहए था, ले कन अपने ऑ सेिसव कं पि सव िडसऑडर के चलते म उ ह नजरअंदाज़ नह कर पाती। आिखर, वह मॉम या अ दित दीदी का भी मैसेज हो सकता था। ले कन ऐसा था नह । ‘हे बेबी! म बस तुमसे सॉरी कहना चाहता ,ँ ’ देबू का मैसेज था। आगे िलखा था : ‘जब मुझे पता चला क तु हारी शादी हो रही है, तो म यक न ही नह कर पाया।’ मुझे इसका जवाब देना था, इसिलए िलखा : ‘ य ? तु ह ऐसा य लगा क ऐसा नह हो सकता?’ हम गाडन के आिखरी कोने तक प च ँ गए थे, इसिलए फर वापस लौटकर जाने के िलए मुड़ गए। ‘हम रहने के िलए कोई अ छी जगह ढू ँढनी होगी। फ़े सबुक मेनलो पाक म है, गो डमान सा स डाउनटाउन है, राइट?’ जेश ने कहा। ‘ ,ँ डाउनटाउन म या है?’ मने कहा। मेरा दमाग अब भी देबू के मैसेज म उलझा आ था। ‘गो डमान सा स का कै िलफो नया ऑ फस, ’ जेश ने एक-एक श द जान बूझकर धीरे -धीरे कहा। मेरा फोन बार-बार वाइ ेट होता रहा। मने तय कर िलया था क अब म अपना फोन चेक नह क ं गी और जेश पर ही फोकस क ं गी। ‘तो हम यह िडसाइड करना होगा क हम डाउनटाउन रहना है या फर मेनलो पाक के पास, जो क पालो आ टो म है, ’ जेश ने कहा। ‘यस, योर।’ ‘ योर, हाट?’ ‘तुम ठीक कह रहे हो।’ मने कहा, जब क मुझे िबलकु ल नह पता था क उसने या कहा है। ‘ मने कहा क तु ह चुनना होगा : डाउनटाउन या पालो आ टो?’ ‘मुझे या चुनना होगा?’ ‘रािधका, आर यू ओके ? म इतनी देर से कह रहा ँ क हम अपने रहने क जगह चुनना होगी।’ अब जाकर मुझे समझ आया क माजरा या है। ‘ओह हाँ। वेल, तुम पहले ही मेनलो पाक म रह रहे हो ना?’ ‘हाँ, ले कन लीज़ दो महीन म ख म होने जा रही है।’ फोन पर एक और मैसेज आया। बस एक नज़र देख लूँ, मने खुद से कहा। म ज दी से अपना फोन चेक क ँ गी और फर जेश पर पूरी तरह से फोकस क ँ गी। मने फोन उठाया। देबू के अनेक मैसेज थे। उनम से एक यह था : ‘आई लव यू!’ फ़क! मेरे दमाग म गूंजा। गनीमत है क मने यह कहा नह । मने तुरंत फोन बंद कर दया और चेहरे पर अपना हाथ रख िलया। ‘म वैसे भी वहाँ से जाना चाहता था, ’ जेश ने कहा और फर मुझसे पूछा : ‘रािधका, आर यू ओके ? सबकु छ कं ोल म है ना?’ ‘ए चुअली, मुझे वापस जाना होगा। मॉम को कोई चीज़ चािहए। वेलरी क ॉ लम, ’ मने कहा। ‘आह, इं िडयन वे डं स!’ जेश ने कहा। िबलकु ल ठीक। मुझे अपने होने वाले पित से एक घंटे के भीतर ही झूठ बोलना पड़ा था। म ब त अ छी दु हन तो सािबत नह ही होने जा रही थी। मने तो आपको पहले ही बोल दया था क आप मुझे यादा पसंद नह करगे। ‘तो हम ज द ही िमलगे?’ मने कहा। ‘ऑफकोस, ’ जेश ने कहा। उसक आँख म चमक थी। ‘आिखर हमारी शादी होने वाली है। अब तो हम साथ ही रहना है। चलो, लौट चलते ह।’ मने अपने फोन को कसकर पकड़ िलया, मानो उसम से कोई मैसेज िनकलकर बाहर िगर पड़ेगा। जेश ने मुझे िल ट लॉबी मे छोड़ा, जहाँ हम उसका एक किज़न िमला, जो उससे बात करना चाहता था। िल ट का दरवाज़ा बंद आ। मने चौथे लोर का बटन दबाया और गहरी साँस ली। फर मने अपना फोन चेक कया, िजसम देबू के बीिसय मैसेज थे। ‘िपछले कु छ महीन से म तु हारे बारे म ही सोच रहा ।ँ आज ही तु ह टे ट करने क िह मत जुटा पाया। मने तु हारी क नह क , यह एक ब त बड़ी भूल थी। आई लव यू!’ आिखरकार वो कहना या चाहता है?
िल ट मेरे लोर पर प च ँ गई। म अपने म तक गई और घंटी बजा दी। अ दित दीदी ने दरवाज़ा खोला। ‘तुम थ कहाँ?’ उसने मुझे शरारती नजर से देखते ए पूछा। ‘ जेश के साथ?’ म मु करा दी, मानो रं गे-हाथ पकड़ गई हो। आिखर मुझे अपने होने वाले पित के नाम का िज़ होने पर हर बार शरमाकर मु कराना जो था। अ दित दीदी ने अपना एक सूटके स खोल रखा था। वह इतना बड़ा सूटके स था, जैसा क मडरर लोग लाश छु पाने के िलए इ तेमाल करते ह। उसने बेड पर तीन स े फै ला रखी थ । ‘ जेश है कै सा?’ उसने एक लाल साड़ी को फो ड करते ए कहा। ‘िडसट। अभी हम एक-दूसरे को समझ ही रहे ह, ’ मने सोफे पर लेटते ए कहा। फर अपना फोन िनकाल िलया। आिखर म बार-बार अपना फोन य िनकाल रही थी? अ दित दीदी ने बोलना जारी रखा। ‘म तो शादी से पहले अिनल को िबलकु ल भी नह जानती थी। तुम भी शादी के बाद ही उसे ठीक से जानोगी। इसम हनीमून मददगार सािबत होगा।’ उसने आँख मारते ए कहा। मने िसर िहला दया, जब क म सोच रही थी क देबू को या जवाब दू।ँ ‘म सच म तु ह यार करता ,ँ ’ देबू ने फर मैसेज कया। जो इं सान पहले एक मैसेज का जवाब देने म दस दन लगाता था, वो अब एक िमनट म दस मैसेज भेज रहा था। ‘तुम होश म तो हो?’ मने जवाब दया। इसके बाद देबू से मेरी चैट पर बातचीत ई। ‘नह , यहाँ अभी सुबह के पाँच बज रहे ह। म कॉफ पी रहा ,ँ नशे म बात नह कर रहा ।ँ ’ ‘गुड। तब तो तु ह यह पता होना चािहए क म पाँच दन बाद शादी कर रही ।ँ ’ ‘ या!! इतनी ज दी!!’ ‘यस, मेहमान यहाँ प च ँ चुके ह।’ ‘ कससे शादी कर रही हो?’ ‘उससे, जो तु हारे िजतना इनिस योर नह है...’ मने िलखा और फर िमटा दया। ‘ जेश गुलाटी।’ मने िलखा और फर इसे भी िमटा दया। फर मने सोचा क कोई जवाब नह देना ही ठीक होगा। दीदी ने दो स े उठा , एक नीली और दूसरी लाल। ‘कल के बैचलरे ट के िलए इनम से या पहनूँ? ऑने टली बताना, ’ उसने कहा। ‘दोन अ छे ह। तु ह या पसंद है?’ मने कहा। ‘मुझे तो लाल वाली स े पसंद है, ले कन ये ब त शॉट है। ये यादा अटशन तो नह ख चेगी ना?’ उसने कहा। िबलकु ल ख चेगी। ले कन मेरी बहना, तुमने हमेशा यही तो चाहा है। तो अब य खुद को रोक रही हो? ‘यह ठीक है। जो तु हे पसंद हो, वही पहनो, ’ मने कहा। ‘तब म लू वाली ही पहन लेती ।ँ वह घुटन तक आती है। दु हन क बड़ी बहन वाले लुक वाली स े ।’ ‘तुम मुझसे के वल एक साल ही बड़ी हो, ’ मने कहा। ‘हाँ, यह तो है। फर कल इकलौता ऐसा दन है, जब मुझे एक वे टन स े पहनने का मौका िमलेगा। उसके बाद तो ेिडशनल ही पहनना ह। म यहाँ मौजूद ब त थोड़ी ऐसी लड़ कय म से ,ँ जो इस तरह क स े पहनकर कॉि फडस के साथ चल सकती है।’ उसने अपनी रे ड स े उठाकर दखाई। हाँ, अपने सुपर-ि लम फगर के चलते अ दित दीदी ही ऐसी स े पहन सकती थी। ‘रे ड, दीदी। िडबेट यह ख म करो।’ मने कहा। मेरा फोन घनघनाया। ‘बे स, तुम कससे शादी कर रही हो?’ देबू पूछ रहा था। ‘इससे कोई फक नह पड़ता, कम-से-कम तुम तो मेरी ज़ंदगी म अब नह हो, देबाशीष।’ मने जवाब दया। ‘कम-से-कम मुझको देबू कहकर तो पुकारो।’ ‘म िबज़ी ,ँ देबाशीष। अभी मेरे पास इस सबके िलए व नह है।’ ‘शादी कहाँ हो रही है?’ मने कोई जवाब नह दया। ‘तुमने मुझे इनवाइट नह कया, ’ उसने ताना मारते ए कहा। ‘ऐसहोल, तुमने मेरे फोन तक नह उठाए’, म कहना चाहती थी, ले कन कहा नह । फोन क घंटी बजी। देबू ने मुझे फोन लगाने क कोिशश क थी। मने फोन काटा और एक मैसेज भेज दया। ‘मुझे फोन मत लगाओ। म तु ह पहले ही कह चुक ँ क म िबज़ी ।ँ मेरे आस-पास लोग ह।’ ‘तो के वल मुझे इतना ही बता दो क शादी कहाँ हो रही है? ‘ य ?’ ‘बस जानना है।’ ‘ हाटेवर, ’ मने जवाब भेजा। ‘म कसी भी दो त से फोन करके पूछ सकता ,ँ फर तुम ही य नह बता देत ?’ ‘गोवा।’ ‘वॉव! डेि टनेशन वे डंग एंड ऑल।’ मने कोई जवाब नह दया। अपना यान भटकाने के िलए मने अ दित दीदी से पूछा : ‘आप इसके साथ कौन-सी जूितयाँ पहनगी?’ ‘ओह हाँ, ये तो एक इशू है। मेरे पास ये चार इं च हील वाली ि टलेट्टो है और ये तो ज़ र ही सबका यान ख चगी।’
‘हाँ। लस, हम डांस भी करना है। इसम मुि कल होगी। म तो लैट्स पहन रही ।ँ ’ मेरी बहन को लगता है क हमारे बीच सबसे करीबी र ता तभी बनता है, जब हम कपड़ और जूितय क बात कर रहे होते ह। वो मेरे पास आई और मेरे गाल ख चे। ‘तुम अपनी बैचलरे ट म लैट्स नह पहन सकत । तुम कतनी यूट हो, कु छ भी नह समझत ।’ म भले ही िड े ड डेट्स क ए सपट हो ।ं मने भले ही दवािलया हो चुक कं पिनय को बचाया हो। भले ही चड कॉ ले स टेकओवर कए ह । म भले ही गो डमान सा स म वाइस ेिसडट हो ।ं ले कन अगर म कं फटबल लैट्स पहनना पसंद करती ,ँ तो मुझे यही कहा जाएगा क म कु छ भी नह जानती। मने कल क पाट के िलए एक लैक स े िनकालकर रखी थी। दीदी ने उसे देखा और कहा, ‘यह तो ब त संपल है।’ फर वे उसे एसेसराइज करने लग । मने फर अपना फोन चेक कया। ‘गोवा म कहाँ?’ देबू का मैसेज था। ‘ य ?’ ‘ या म कॉल कर सकता ,ँ लीज़।’ ‘नह ।’ ‘ या यह कोई रसोट है?’ ‘देब,ू तुम यूयॉक म हो और अपना यान वह लगाओ। या तु हारी कोई गल ड नह है?’ ‘आई एम सॉरी, रािधका।’ ‘इ स ओके । लाइफ गोज़ ऑन।’ ‘हाँ, सच है। ले कन मुझसे ब त बड़ी भूल हो गई। और अब तु हारी शादी हो रही है।’ मने एक माइली बनाकर भेज दी। ‘तुम शादी के बाद कहाँ रहोगी? हांगकांग?’ ‘नह , म एक साल पहले हांगकांग से लंदन चली आई ।ँ ’ ‘ओह, तो लंदन म?’ ‘सैन ांिस को।’ ‘आह, कोई आईटी वाला बंदा है?’ ‘देबाशीष मुझे जाना है।’ ‘अब भी मुझ पर गु सा हो?’ ‘ ँ तो नह , ले कन अब हो जाऊँगी। मुझे मेहमान के साथ िडनर के िलए तैयार होना है।’ ‘ओके । म कै जुअली ही पूछ रहा ।ँ शादी कहाँ पर है?’ ‘मै रयट।’ ‘नाइस! वह तो ब त खूबसूरत जगह होगी।’ ‘चै टंग करना बंद करो। वैसे तुम बात कससे कर रही हो? लोग को हम जानते ह, वे तो यह ह, गोवा म, ’ अ दित दीदी ने कहा। ‘ ,ँ कोई नह । बस कु छ काम था, ’ मने कहा और फोन एक तरफ रख दया। दु हन ने पहले दू हे और अब अपनी बहन से झूठ बोला था। ‘यह लो, मेरा बॉडी नेकलेस। इससे तु हारी डल स े चमक उठे गी, ’ उसने कहा। ‘िजसे तुम डल स े कह रही हो, वो ादा है दीदी, ’ मने कहा। ‘मुझे फक नह पड़ता, वो चाहे जो भी, उसका कोई गेटअप तो होना चािहए ना। यह ब त सोबर है। तुम ब त सोबर हो।’ ले कन लगता नह था क म यादा देर तक सोबर रह सकूँ गी, खासतौर पर देबू के अगले मैसेज के बाद। ‘म आ रहा ’ँ उसने कहा। ‘ या?’ मने खुले मुँह के साथ िलखा। ‘म इं िडया आ रहा ।ँ मुझे लाइट् स चेक करने दो।’ ‘तुम पागल हो गए हो!’ ‘नो रयली, मुझे सच म तुमसे बात करनी है।’ ‘देब,ू काम डाउन, ओके ? ये कोई मज़ाक नह है।’ ‘कम-से-कम तुमने अब मुझे देबू तो कहा।’ ‘ हाटेवर। मुझे जाना है, लीज़ अब मैसेज मत करना।’ ‘सी यू सून। बाय।’ ‘गो टू वक। बाय।’ ‘तुम फर अपने फोन म लग ग । ये च र या है?’ अ दित दीदी ने कहा। ‘सभी लोग िडनर के िलए इं तज़ार कर रहे ह। तैयार हो जाओ।’ ‘ या म ऐसे ही चल सकती ?ँ ’ ‘नह । तुम दु हन हो।’ ‘तो या मुझे हर दो घंटे म कपड़े बदलने ह गे?’ ‘जाओ और ज दी से नहा लो। और लीज़ बाथ म म फोन लेकर मत जाना।’
3 ‘दीदी, अब चलो, बस वेट कर रही है, ’ मने कहा। अ दित दीदी ने िपछले दो घंटे एक दजन कपड़े बदलने म खच कर दए थे। आिखरकार उसने वह रे ड स े ही पहनी, िजसे वो शु से पहनना चाहती थी। ‘इसम लीवेज ब त दख रहा है ना?’ उसने कहा। आिखर तुम यही तो चाहती हो ना? म दु हन ।ँ ये मेरी बैचलरे ट पाट है। या तुम एक ह ते के िलए भी मुझे ायट बनते नह देख सकत ! म के फोन क घंटी बजी। मने फोन उठाया। ‘हे, ’ जेश ने कहा। म उसक आवाज़ पहचानने लगी थी। यह एक अ छी बात थी, है ना? ‘हाय जेश, ऑल सेट?’ ‘हाँ, मेरी गग बस म है। म रसे शन से कॉल लगा रहा ।ँ ’ ‘ओह, आप लोग पहले प च ँ जाइए। ाइवर को पता होगा क लब यूबाना कह पर है?’ मने कहा। ‘हाँ, वो जानता है। वह अरपोरा म है। एलपीके से तु हारी बस भी यहाँ ज द आ रही है ना?’ ‘ब त ज द।’ ‘काश क हम दोन एक ही जगह जा रहे होते, ’ जेश ने कहा। म हँस पड़ी। ‘दैट्स वीट, जेश, ले कन आिखर बैचलर पाट का मतलब ही यही है क तुम एक तंग करने वाली बीवी के िबना एक कुँ वारे के प म अपनी आिखरी रात को एं वॉय करो। आज के दन लड़के और लड़ कयाँ अलग ही होते ह।’ ‘ले कन तुम तो मुझे तंग नह करत ।’ उसने कहा। ‘ऑबिवयसली, तुम अभी मुझे जानते ही नह ।’ ‘म यहाँ से जाने से पहले तु ह देखना चाहता था। मेरी पूरी गग ही सभी सजी-धजी मेहता-ग स को देखना चाहती थी।’ ‘कह तु हारी गग क नज़र मेरी इनोसट किज स पर तो नह है।’ मने फोन रख दया और अ दित दीदी क ओर मुड़ी, जो आईने के सामने खड़ी होकर अब भी अपनी स े एडज ट कर रही थी। आिखरकार मने कहा : ‘दीदी, आप समझ रही ह या नह क यह मेरी बैचलरे ट है आपक नह ! ’
‘ये रहा, ’ मेरी सेकड किज़न योित ने एक बड़े-से पीले साइनबोड क ओर इशारा करते ए कहा, िजस पर िलखा था : ‘लव पैशन कमा’ या एलपीके । यह लब होटल से महज़ आधे घंटे के फ़ासले पर ने ल नदी के करीब है। उसे टोन एज टाइल म िडज़ाइन कया गया है, िजसम प थर क गुफाएँ और मू तयाँ बनाई गई ह। हम पं ह लड़ कय का ुप था और सूरज ने हमारे िलए दो बाउं सस का बंदोब त भी करवाया था। एक सेमी- ाइवेट ए रया म हम एक टेबल मुहय ै ा कराई गई थी, िजस पर बलू स और शै पेन क बोतल थ । नाइस जॉब, सूरज, मने मन-ही-मन सोचा। ‘कु छ लड़ कयाँ तो उ म ब त ही छोटी लग रही ह मैडम, ’ लब के मािलक ने अ दित दीदी से कहा। ‘ये सभी अठारह से यादा क ह, ’ दीदी ने पु ता जवाब दया। ‘ फर भी ठीक है, उ ह सॉ ट ं स ही दो। पर हाँ, मेरी बहन आज ज र नशे म धु हो जानी चािहए।’ ‘नो दीदी, ’ मने कहा, ले कन तब तक लब का मािलक एक राउं ड टे कला ला चुका था। मुझे दो लेनी पड़ी। योित ने एक और राउं ड क फरमाइश क । मेरे पड़ोसी क बेटी रजनी चाहती थी क यूिजक और तेज बजाया जाए। मेरे बचपन क दो त ुित क वॉइस हनी संह के गाने थे। दीदी क बे ट ड सलोनी चाहती थी क ं कं ग गे स खेले जाएँ। होशोहवास खो देने को तैयार पं ह पंजाबी लड़ कय से यादा े जी और कु छ नह हो सकता। मुझे जेश का मैसेज आया : ‘ लब यूबाना इज़ नाइस। थ स।’ ‘यू आर वेलकम। कै सा चल रहा है?’ ‘तीन क ं हो ग । और तुम?’ ‘मुझे ट कला शॉट् स पीने पड़े।’ ‘वॉव। को, तुमसे चै टंग करने पर लड़के मुझे छेड़ रहे ह।’ ‘हाहा, गो हैव फन।’ मने अपना फोन एक तरफ रख दया। अ दित दीदी ने इन श द के साथ मेरे नाम का टो ट िपया : ‘मेरी इकलौती यारी वीटे ट िस टर के िलए, िजसने हमेशा मन लगाकर पढ़ाई क और कभी कोई शरारती हरकत नह क ।’ म मु करा दी। दीदी ने आगे कहा : ‘म ब त मुि कल से पास हो पाती थी, ले कन वह हमेशा टॉप करती। म एक हाउसवाइफ बन गई, ले कन वह एक हाई-फाई बकर बनी। मेरे पास बू स थे, उसके पास े स!’ यह सुनकर सभी लड़ कयां हँस पड़ । यहाँ तक क बाउं सस भी शरमा गए। मेरा फोन घनघनाया। यह ज र जेश होगा। वह वीट है। मुझसे लगातार कने ट होने क कोिशश कर रहा है। ‘हे! म जेएफके एयरपोट पर ँ और पता लगा रहा ँ क कोई ला ट-िमनट टकट है या नह ।’ देबू का मैसेज था। ‘ हाट!’ मने जवाब म िलख भेजा। ‘यहाँ से मुंबई पं ह घटे का सफर है। फर तो गोवा तक आसानी से प च ँ ा जा सकता है।’
‘देबू, आर यू सी रयस? बंद करो यह सब!’ अ दित दीदी क नज़र मुझ पर पड़ी। ‘जरा देखो तो उसे। अपने होने वाले पित से चै टंग कर रही है। कम-से-कम आज तो उसे ब श दो।’ उसने कहा। सभी हँस दए। ले कन अगला मैसेज देखकर म टशन म आ गई। देबू ने मुझे जेएफके से एयर इं िडया काउं टर क त वीर भेजी थी। इसके साथ एक माइली थी। ‘लो लो, एक और शॉट लो ना, ’ मेरी एक किज़न ने मुझसे इसरार करते ए कहा। इससे तो अ छा होगा क मुझे शूट कर दो। ‘िमस यू, ’ एक और मैसेज आया। ‘ या तुम अपनी यह बकवास बंद करके घर जाओगे, ’ मने जवाब म िलखा, ले कन उसे भेजने से ऐन पहले मने देखा क यह ‘िमस यू’ मैसेज जेश क तरफ से आया था। मने तुरंत उसे हटाकर िलखा : ‘ऑ, सो वीट’ और इसके साथ ब त सारी माइली भेज द । मुझे इसके अलावा और कु छ नह सूझा। इसके बाद मने देबू को मैसेज िलखा : ‘ लीज़ मुझे तंग मत करो और घर चले जाओ।’ ‘ग स, अगर हम आज क शाम के िलए दु हन को उसके फोन से अलग कर द तो कै सा रहेगा?’ अ दित दीदी ने अनाउं स कया। ‘नह दीदी, ऐसा नह ...’ म बोल ही रही थी क उसने मेरा फोन छीनकर अपने हडबैग म रख िलया। फर कहा, ‘यह एक बैचलरे ट के प म तु हारी आिखरी रात है। फोन म व ज़ाया करने के बजाय कु छ े जी चीज़ करो।’ म उससे कहना चाहती थी क मेरे फोन म पहले ही ब त सारी े जी चीज़ हो रही ह! ‘ठीक है, ’ अ दित दीदी ने कहा। ‘अब चैलज द ाइड खेलते ह। सभी ाइड को कोई चैलज दगे और रािधका को उसे करना होगा।’ मने आसपास देखा। हमारी टेबल कोने म थी। बीच मे कई लोग बार टू स पर बैठे थे। आधे क टमस इं िडयन थे, जो यहाँ समस क छु ट् टयाँ मनाने आए थे। बाक यूरोिपयन और अमे रकन टू र ट थे। योित ने मुझे पहला टा क दया। ‘वो देखो उधर एक टकला गोरा।’ उसने बार म बैठे एक अधेड़ ि क ओर इशारा कया। ‘पता करो क उसका नाम या है और वो कस देश का है।’ ‘ये तो ब त आसान है।’ दीदी ने कहा। ‘अ छा तो फर उसका नाम और देश का नाम पता करो और उसक ट ल पर एक कस करो!’ सभी हँस दए। ‘नो वे, ’ मने कहा। ‘यस वे। यह लो, इसे पी जाओ।’ सलोनी ने मुझे आधा िगलास शै पेन दी। म उसे गटागट पी गई। ‘अब जाओ।’ अ दित ने कहा। म बार क ओर बढ़ी। ‘हाय देयर, ’ मने उस आदमी से कहा। उसने एक सफे द वे ट और जी स पहन रखी थी। उसके दाएँ हाथ म दो रं ग थ और कं धे पर एक ग ै न टैटू बना आ था। ‘हाय, यंग लेडी, ’ उसने ऑ ेिलयन ए सट म कहा। मुझे इसे कं फम करना था। ‘ या आप एक ऑ ेिलयन के टर ह?’ वह हँस पड़ा। ‘नो मैट, म ऑ ेिलयन ज़ र ,ँ ले कन के ट नह खेलता।’ ‘ या आप फिलप ली ह?’ मने वह एक नाम बना िलया। ‘ या वह भी कोई लेयर है?’ ‘तो आप फिलप नह ह?’ ‘नह ।’ उसने कहा। ‘ या म तु ह एक क ं खरीदकर दू,ँ यंग लेडी?’ ‘वेल, तब आप कौन ह?’ ‘म माक ।ँ आप कौन-सी क ं लेना पसंद करगी?’ ‘ट कला शॉट।’ माक ने शॉट् स ऑडर कए। अभी तक म अपनी तीन म से दो टा क पूरा कर चुक थी। ‘चीयस, ’ उसने शॉट लेने पर कहा। मने िगलास टेबल पर रख दया। ‘तुम यहाँ छु ट् टयाँ मनाने आई हो?’ ‘ए चुअली, म यहाँ शादी करने आई !ँ ’ ‘ रयली?’ ‘हाँ। और अब मुझे जाना होगा। बाय, माक।’ इससे पहले क वो कु छ कहता, मने उसका िसर चूम िलया। ‘थ स फॉर द क ं , ’ मने कहा और वहाँ से चली आई। लड़ कय ने ट डंग ओवेशन से मेरा वागत कया। ‘अब ब त आ, ’ मने कहा। माक ने मुझे देखकर बार से आँख मारी। लड़ कयाँ हँस-हँसकर दोहरी ई जा रही थ । हम शै पेन क चार बोतल गटक चुके थे। इसके बाद हमने चार और ऑडर क । हम यह भी नह पता चला क हमने आिखर कब नाचना शु कर दया। डीजे ने ‘सुबह होने ना दे’ और ‘बेबी डॉल’ जैसे ैक बजाने शु कर दए। पब म मौजूद कु छ मद ने मेरी किज़ स के साथ लट करने क कोिशश क , ले कन अ दित दीदी ने उ ह फटकार दया। ले कन एक घंटे बाद हमने देखा क लड़क का और एक समूह लब म आ धमका है। हम लड़ कय को माजरा समझने म थोड़ा व लगा। ‘ओह माय गॉड, ये तो जेश जीजू और उनक गग है!’ सलोनी ने कहा। जेश डांस लोर पर चलकर मेरे पास आया। ‘नॉट अलाउड, नॉट अलाउड, ’ योित ने कहा।
‘तुम तो लब यूबाना म थे ना। या आ?’ ुित ने जेश के ममेरे भाई अिखल से पूछा। ‘कु छ नह । हमने कु छ ं स ल । फर हम इस बात पर लड़ने लगे क जब गोवा म मौजूद सबसे खूबसूरत लड़ कयाँ यहाँ अके ले पाट कर रही ह, तो फर हम वहाँ या कर रहे ह।’ अिखल ने कहा। ुित शरमा गई। ऊपर-ऊपर से भले ही लड़ कय ने लड़क के वहाँ आने का िवरोध कया, ले कन मन-ही-मन वे इससे खुश थ । हम लड़ कयाँ ऐसी ही होती ह। हम चाहती ह क हम कोई चाहे, फर चाहे हम ऊपर से ऐसा दखाएँ क हम ऐसा नह चाहत । ‘तुम ब त खूबसूरत दख रही हो, ’ जेश ने कहा। डीजे अब हनी संह का ‘ लू आईज’ बजा रहा था, शायद इसिलए ता क सु र म डू बे ए संगल मद लोर पर आ जाएँ। ‘ज़ािहर है आपने ब त पी ली है, ’ मने कहा। य क म बाक लोग को तो ब त खूबसूरत नज़र नह आ रही थी। ‘वेल, मने पी तो है, मगर इतनी भी नह । ले कन मने तो हमेशा ही तु ह ब त खूबसूरत माना है, ’ जेश ने कहा। वीट, मने मन-ही-मन कहा। मेरे भीतर क ट कला ने उसे एक हग दया। ‘ मने तु ह ब त सारे मैसेज कए, ’ जेश ने कहा। ‘ओह? ले कन मेरा फोन? मुझे यह भी नह मालूम क मेरा फोन कहाँ पर है।’ ‘म जानना चाहता था क अगर हम यहाँ आ जाएँ तो ठीक रहेगा ना। मने सबको रोकने क ब त कोिशश भी क ।’ ‘इट् स ओके । आिखर हम यहाँ पर मौज-म ती करने ही तो आए ह।’ ‘नाइस यूिजक।’ ‘तुम डांस करना चाहोगे?’ ‘मुझे डांस नह आता।’ ‘मुझे कौन-सा आता है।’ मने उसके कं धे को थाम िलया और हम ‘ लू आईज’ क धुन पर िथरकने लगे। लड़ कय ने आह भरी और फर ‘हाऊ वीट, हाऊ वीट’ करने लग । देिखए, म एक अ छी लड़क भी हो सकती ।ँ या म एक अ छी लड़क बनने क कोिशश नह कर रही ?ँ मने अपने भीतर क िमनी-मी से पूछा, जो क मेरी िनजी दो त और टक थी। ले कन िमनी-मी अब तक सो चुक थी। यह अ कोहल क कृ पा से आ था। शायद अिधकतर लोग इसीिलए पीते ह, ता क अपने भीतर के टक क आवाज़ को चुप करा सक। फर उसके बाद वे जो चाह, वह कर सक।
4 दोपहर के 4 बजे थे। बीती रात पाट करने वाले हर इं सान पर हगओवर हावी था। हम सुबह 6 बजे होटल लौटे थे और सीधे ेकफा ट करने चले गए थे। मुझे याद है क म अपनी मॉम के साथ बैठकर पैनके स ऑडर कर रही थ । ले कन म पूरे समय ऊँघती रही और यादा खा नह सक । ‘वेक अप। ये ठीक नह है। जेश के पैरट् स सोचगे क कै सी अनक चड दु हन उनके घर आ रही है। इस तरह भला कोई पीता है?’ मेरी माँ मुझे िहलाते ए कह रही थ । ‘उनके बेटे ने भी तो ऐसा ही कया। वह तो उ टे हमारे लब चला आया।’ ‘वो लड़का है।’ उस हगओवर वाली हालत म भी मेरे भीतर क फे िमिन ट जाग उठी और मने माँ को घूरकर देखा। ‘लड़का आ तो या?’ अ कोहल के कारण आया आ कां फडस अब भी मुझम कायम था। ‘कु छ खा लो। और फर थोड़ा आराम कर लो। आज भजन ह गे, इसिलए कु छ िडसट-सा पहन लेना। आिखर तुम लोग को भजन से पहले वाली रात को ही ऐसे पाट करने क ज़ रत या थी?’ ‘आप बुजुग को पाट के अगले दन भजन करने क या ज़ रत है?’ ‘तुम पैसा कमाने लगी हो, इसका मतलब तुम कु छ भी बोलोगी?’ म चुप रही। मने नह कहा क उनक यही अनक चड और गैरिज़ मेदार बेटी आज अपनी शादी का खचा खुद उठा रही थी। एक लाख पचास हज़ार डॉलस या एक करोड़ पए मेरी सैलेरी से वे डंग बजट के नाम पर कटे थे। या उ ह इसक कोई परवाह भी थी? मुझे खुद को शांत करने के िलए एक िगलास ऑरज यूस गटकना पड़ा। तुमने अपनी लाइफ क पहले ही बारह बजा ली है, या अब तुम कु छ दन अ छे से रह सकती हो या नह ? मेरे भीतर क आवाज़ ने मुझसे कहा। ओह, गुड मो नग, िमनी-मी। तुम न द से कब जाग ? मुझे अपने म म ले जाया गया। वहाँ अ दित दीदी अब भी अपनी लाल स े पहने सो रही थी। मने चज करके टी-शट और पायजामा पहना, दीदी क टांग ठीक क और उनके पास लेट गई। मेरा िसर ऐसे दद कर रहा था, मानो कसी ने उस पर हथौड़े मारे ह । मने अपनी आँख बंद कर ल । दोपहर म ढाई बजे मुझे दीदी ने उठाया। ‘उठ जाओ, भजन करना है।’ ‘भजन चार बजे ह गे, अभी से य उठा रही हो?’ मने कहा। मेरी आँख म दन क रोशनी चुभ रही थी। दीदी ने परदे खोल दए। ‘तु ह तैयार होने के िलए भी तो समय चािहए। यह लो, तु ह यह ऑरज साड़ी पहननी है।’ ‘नह ।’ मने कहा और एक त कये से अपना मुँह ढाँक िलया। ले कन आिखरकार मुझे उठना ही पड़ा। म कपड़े पहनने क लंबी या को लेकर बड़बड़ाती रही, िजसे लड़ कयाँ ही समझ सकती ह। होटल ने एक हेयर और मेकअप स े र को हमारे म म िभजवाया, िजसके हेयर- ायर क आवाज़ से मेरा िसर और दुखने लगा। हम नीचे फं शन म म प च ँ ।े उसे इस तरह सजाया गया था, मानो वह कसी मं दर के अंद नी िह से जैसा लगे। दीवार गदे के फू ल से सजी थ । बीच म साँई बाबा क बड़ी-सी त वीर रखी थी। मेरे पैरट् स कसी भी भगवान से यादा उनम आ था रखते थे। दूसरे हंद ू भगवान क मू तयाँ भी वहाँ थ । भजन गायक ने अपने माइक सेट कर रखे थे। नौजवान लोग पीछे क तरफ बैठे थे। जेश के दो त और किज स ने िस क के कु ता-पायजामे पहन रखे थे। तरोताज़ा दखने के िलए वे शॉवर लेकर आए थे। अपने हगओवर से िनपटने के िलए वे कॉि ब लैम क गोिलय का सेवन कर रहे थे। लड़ कय क हालतभी कोई बेहतर नह थी। उनम से अिधकतर लहंगा या सलवार-कमीज़ पहने दीवार से टककर बैठी थ । िजस तरह से भारतीय लड़ कयाँ छोटे कपड़े पहनने वाली पाट िच स से तुरंत ढँक -छु पी भजन गाने वाली क याएँ बन जाती ह, वह कसी चम कार से कम नह । भजन शु ए। संगर क आवाज़ ब त अ छी थी, ले कन हगओवर के कारण हम वह िबजली क कड़कड़ाहट जैसी सुनाई पड़ रही थी। जेश ने मेरी ओर देखा और मु करा दया। मने इशारा कया क म सो जाना चाहती ।ँ उसने मेरी तरफ कॉि ब लैम क एक गोली बढ़ा दी। ‘तु हारी तिबयत तो ठीक है?’ कमला बुआ ने कहा। ‘बस थकान है।’ ‘मेरे पास एक आयुव दक दवाई है, जो अ छा काम करती है।’ कमला बुआ ने कहा। ले कन म उनसे कहना चाहती थी क कॉि ब लैम से बेहतर कु छ नह हो सकता। ‘भजन अ छे ह बुआ।’ मने कहा। हमारे िलए लैक कॉफ आ । मने दो कप उठा िलए। कॉफ पीने के बाद जैसी मुझम थोड़ी चेतना आई। ‘चलो अब आगे आकर ाथना करो बेटा’, मेरी एक आंटी ने मुझसे कहा। जेश और म दोन आगे बढ़े और भगवान के आगे िसर झुकाया। संगस ने हम दोन के िलए एक पेशल गाना गाया। मने जेश क ओर देखा। उसक आँख बंद और हाथ जुड़े ए थे। वह सच म ाथना कर रहा था। मुझे अफसोस आ क म उसक िजतनी ा से ाथना नह कर पा रही थी। फर म पीछे जाकर लड़ कय के साथ बैठ गई। जेश लड़क के पास चला गया। अगला भजन थोड़ा यादा पॉपुलर था,
इसिलए लोग भी साथ म गाने लगे। ले कन तेज आवाज़ के बावजूद मुझे ह क -सी झपक लग गई। ले कन जैसे ही दाढ़ी वाला एक नौजवान कमरे के भीतर आया, म एक झटके से जाग गई। उसके घुंघराले बाल थे और उसने सफे द कु ता-पायजामा पहन रखा था। ‘ओह गॉड, देबू?’ मेरे मुँह से िनकल गया। ‘ या?’ मेरे पास बैठी रजनी ने कहा। ‘कु छ नह , ’ मने कहा। वह कां फडस के साथ साँई बाबा क त वीर के पास गया, घुटन के बल झुका और िसर नवाया। इसके बाद वह लड़क के बीच जाकर बैठ गया। फर भजन क लय पर हाथ बजाकर ताल देने लगा। ये यहाँ पर या कर रहा है? कह म सपना तो नह देख रही? नह ऐसा तो नह है। उसने मेरी ओर देखा और मु करा दया। ठीक उसी समय जेश भी मेरी ओर देखकर मु कराया। मने दोन को एक फे क- माइल दी। मुझे देबू से बात करनी थी। ले कन कै से? मेरा फोन कहाँ था? ‘मेरा फोन कहाँ है? आज तो मने उसे देखा ही नह । कह लब म ही तो नह रह गया?’ मने रजनी से कहा। ‘कल रात को तो वह अ दित दीदी के पास था ना?’ मने अ दित दीदी के कं धे थपथपाए। वे मेरे सामने सलवार-कमीज़ पहने बैठी थ और ब त आ था से भजन गा रही थ । कोई भी नह कह सकता था क बीती रात उ ह ने ‘बेबी डॉल’ गाने पर सनी िलयोनी के हर टेप को करके दखाया था। ‘ या है?’ उ ह ने कहा। मने इशारे से उनसे पूछा क मेरा फोन कहाँ है। उ ह ने अपने पस म हाथ डाला और उसे िनकालकर मुझे दे दया। उसम के वल 5 परसट बैटरी बची थी। मने अपने मैसेजस चेक कए। कु छ जेश के मैसेज थे, जब वह रात को लब यूबाना आना चाह रहा था। देबू के भी मैसेज थे क वह अब टेक-ऑफ कर रहा है। और फर एक मैसेज यह भी क वह गोवा प च ँ चुका है। ‘तुम यहाँ पर कर या रहे हो?’ मने देबू को मैसेज कया। उसने अपना फोन चेक नह कया। वह भजन म खोया आ था। मने उसे इशारा कया क वह अपना फोन चेक करे । उसने अपना फोन चेक कया और ब त सारी वंक माइलीज भेज द । ‘ले कन तुम यहाँ य आए हो?’ ‘नाइस सर ाइज़, है ना?’ ‘बकवास बंद करो, देब।ू मेरी पूरी फै िमली यहाँ पर है।’ ‘हाँ, मने देखा। दू हे को भी देखा। उसक भी पूरी फै िमली यह है। गो डन िस क कु ता, यही पहना है ना दू हे ने?’ ‘ या चािहए तु ह?’ ‘आमने-सामने क बातचीत।’ ‘म नह कर सकती।’ ‘म इतनी दूर से आया ,ँ लीज़।’ ‘मेरा फोन बंद हो रहा है।’ ‘मुझसे िमलो।’ ‘कै से?’ ‘कह भी, कभी भी।’ ‘भजन के बाद, होटल क िजम म।’ मने सोचा क ठीक है, वैसे भी भजन के बाद िजम मे कौन आएगा। देबू ने थं सअप का साइन बनाकर भेजा।
देबू बच स े पर बैठा था। उसके हाथ म एक ड बबेल थी और वह बाइसेप क स कर रहा था। म उसके सामने खड़ी थी। ‘आर यू े ज़ी?’ मने कहा। ‘यहाँ आने के िलए शु या। और तुम इस ऑरज साड़ी म ब त खूबसूरत लग रही हो। वॉव। ज ट वॉव।’ ‘ हाटेवर। ले कन या तुम उस ड बबेल को नीचे रखोगे?’ ‘म तो बस नैचुरल लगने क कोिशश कर रहा ।ँ ’ ‘तुम कु त म हो और म साड़ी म। हम यहाँ नैचुरल लग ही नह सकते। देबू, तु हारा दमाग तो ठकाने है ना। तुम लाइट पकड़कर सीधे यहाँ आ प च ँ ।े ’ ‘हाँ, और अब जेटलैग मुझे घेरे ए ह।’ ‘तु ह पता नह , म यहाँ कै से आई ।ँ सभी लोग मुझे िडनर के िलए ढू ँढ रहे ह गे। यह कोई मज़ाक नह है। मेरी पूरी फै िमली यहाँ पर है। उनक इ ज़त का सवाल है। तुम एकदम से भजन करने कै से चले आए?’ ‘ य क म यह ाथना करना चाहता था क मेरा िमशन कामयाब हो।’ ‘कै सा िमशन?’ ‘तु ह फर से हािसल करना। य क अभी मेरे िलए तुम इस दुिनया क सबसे क मती चीज़ हो।’ म हैरान रह गई और उसक ओर देखती रही। उसके चेहरे पर हमेशा क तरह दो ह ते क दाढ़ी थी और उसके बाल घुंघराले थे। उसका वजन ज र थोड़ा बढ़ गया था। ‘कै सी हो बेबी?’ ‘मुझसे इस तरह बात मत करो।’ मने इतनी जोर से कहा क ेडिमल पर चल रहे एक अमे रक आदमी ने पलटकर मेरी ओर
देखा। ‘तु ह अंदाज़ा भी है, मुझे तु हारी वजह से या कु छ सहना पड़ा? तुमने तो जैसे मुझे अपनी ज़ंदगी से िनकालकर फक ही दया था।’ ‘वो मेरी बेवकू फ थी। तब म के वल चौबीस साल का इनिस योर नौजवान था।’ ‘और अब तुम या हो? अठाइस साल के एक बेवकू फ?’ ‘हो सकता है। ले कन अब म कम-से-कम इतना बड़ा तो हो ही गया ँ क यह समझ सकूँ क तुम मेरी ज़ंदगी म आई सबसे खूबसूरत इं सान थ ।’ ‘ या? इट् स ओवर, देबू। यह ब त पहले ही ख म हो चुका है। तुम तो मेरे फोन का भी जवाब नह देते थे।’ ‘आई एम सॉरी।’ ‘इससे कोई फक नह पड़ता। अब म तुमसे क ग ँ ी क यहाँ से चले जाओ। जाओ, कोलकाता म अपने पैरट् स से िमल आओ। आिखर तुम इं िडया म हो।’ ‘ यूयॉक, बेबी।’ ‘ हाट यूयॉक?’ ‘ या तु ह वे दन याद नह , जो हमने यूयॉक म साथ िबताए थे? हमारे बीच इशूज़ थे, माना। ले कन तुम वो तमाम याद कै से भूल सकती हो?’ उसने मेरी आख म झाँककर देखा। ऐसा लग रहा था मानो वह ब त तकलीफ म हो। यह मेरे साथ पहली बार आ था क कोई आधी दुिनया का च र लगाकर मेरे िलए आया हो। और िजस इं सान ने आपके िलए यह कया हो, उस पर आप देर तक िच ला नह सकते। ‘तुम सबकु छ भूल गई हो, बेबी?’ देबू ने फर पूछा। ‘नह देबू, मुझे सबकु छ याद है, ’ मने कोमल वर मे कहा।
यूयॉक चार साल पहले Downloaded from Ebookz.in
5 ‘बे-ग स। वे इ ह ऐसे ही नाउं स करते ह, बे-ग-ल्-स, -’ अिवनाश ने गो डमान सा स के 85 ॉड ीट, व डवाइड हेड ाटस के ेकफा ट काउं टर पर कहा। अिवनाश आईआईएमए का मेरा बैचमेट था। मेरी तरह उसने भी यहाँ पर जॉब पाने म कामयाबी पाई थी। वो अपना एमबीए करने से पहले भी िवदेश म जॉब कर चुका था। अमे रका म चीज़ कै से होती ह, इस बारे म वह मुझसे कह बेहतर जानता था। उसने डॉनट के आकार वाली ेड उठाई, उसे काले लाि टक के एक चाकू से हॉ रज़ो टली लाइस कया और उस पर पनीर लगा दया। ‘बेगल और म चीज़, लािसक कॉ बो, ’ उसने कहा। ‘थ स अिवनाश, ’ मने कहा। मने ज़ंदगी म पहली बार एक वे टन टाइल ऑ फस सूट पहना था। आईआईएमए म ए अपने इं टर ू तक म मने साड़ी ही पहनी थी। कह यह कट ब त टाइट तो नह ? कह मेरा िपछवाड़ा ब त बड़ा तो नह दख रहा? मेरे बाल तो ठीक ह? मेरे भीतर रहने वाली िमनी-मी आज ब त बोल रही थी। आिखर यह उसके िलए बक-बक करने क एक परफे ट िसचुएशन जो थी। दुिनयाभर से दो सौ और े श र ु स ने वॉइन कया था। हमारी एसोिसएट े नंग दस स ाह तक चलने वाली थी और इसके िलए हम सुबह 7.30 बजे रपोट करना था। एक क ेकफा ट के बाद लासेस शु होनी थ और शाम 6.30 तक चलती रहनी थी। कॉप रे ट फाइनस, इ टीज़ एंड िड े ट डे स जैसे अलग-अलग िडपाटमट् स के पाटनस और सीिनयर ए पलॉइज़ को, सेशंस लेकर हमारे ुप म होने वाली चीज़ के बारे म बताना था। 20 हज़ार लोग क फम म कोई 200 पाटनस थे और वे सीिनयर-मो ट पोिजशंस पर थे। उनक सालाना कमाई करोड़ डॉलर तक होती। ‘गो डमान सा स िबज़नेस ंिसप स खोिलए, ’ एक सीिनयर पाटनर गैरी कोलबट ने कहा, जो कसी अमीर बुजुग जैसे नज़र आ रहे थे। गो डमान के कु ल चौदह िबज़नेस ंिसप स थे। ‘लॉ ग टम ीड, ’ गैरी ने बोलना शु कया। ‘ ंिसप स म यह पंि प ढ़ए। जी हाँ, यहाँ पर हमारा यही मकसद रहता है।’ इं वे टमट ब कं ग और लालच का चोली-दामन का साथ होता है। यह गो डमान क ईमानदारी थी क वे इसको वीकार करते थे। वे इसम कोई देरी भी नह करते थे, य क िजतना लालच कया जाए, पे-ऑफ उतना ही अ छा िमलता था। गैरी ने गो डमान म अपने पतीस साल लंबे कै रयर के बारे म बताया, िजसक शु आत एक ऑपरे शंस अिस टट के प म ई थी। ‘गो डमान म सभी जमकर मेहनत करते ह। इससे बचने का कोई तरीका नह है। य द आपको आराम क लाइफ चािहए तो यह जगह आपके िलए नह है, ’ गैरी ने कहा। वेल, तब तक ब त देर हो चुक थी और अब म कह और नह जा सकती थी। म यूयॉक म थी और ऐसी कहािनयाँ सुन चुक थी क कस तरह से नए एसोिसएट् स को ऑ फस म ही सोना पड़ता था। हमारी े नंग शु ए दो ह ते हो गए थे, जब अिवनाश मेरे पास आया और बोला : ‘यहाँ यूयॉक म हम इं िडयन ड् स का एक ुप है। हम आज रात ं स के िलए िमल रहे ह। तुम आना चाहोगी?’ ‘मुझे मजर मॉडल ेडशीट पूरी करना है, ’ मने कहा। ‘तुम मु गु क मु गु रह ग , ’ अिवनाश ने कहा। हमेशा काम म मस फ रहने वाल को ‘मु गु’ कहा जाता था। आईआईएमए म मुझे जो तमगे िमले थे, वे इतनी आसानी से मेरा पीछा छोड़ने वाले नह थे। ले कन सच क ँ तो मने झूठ बोला था। मेरा एक हेयरकट अ वॉइं टमट था। यहाँ आने के बाद मने अपने पढ़ाकू और अनफै शनेबल लुक को यागने का मन बना िलया था। मेरी लास क एक एसोिसएट ेनी के बेहद खूबसूरत, कमर तक लहराते बाल थे, और म भी ऐसे ही बाल चाहती थी। उसने मेरे िलए 32व ीट के एक सैलून म बु कं ग करवा दी थी। ज़ािहर है, म अिवनाश को यह नह बता सकती थी। वह मेरी हँसी उड़ाता। आईआईएमए ए युमनी ुप म खबर फै ल जाती क मु गु बाल सँवार रही है। ‘तुम यूयॉक म हो, तु ह थोड़ा जी भी लेना चािहए।’ अिवनाश ने कहा। ‘ ं स पाट कहाँ पर है?’ मने कहा। ‘ि ह क लू पर। यह ड यू होटल म एक बार है। बजािमन होटल के ठीक सामने, जहाँ तुम ठहरी हो।’ दुिनया म कु छ ॉ ल स ऐसी होती ह, जो के वल हम लड़ कय के िलए ही होती ह। जैसे क या पहन! उस रात मेरे पास पहनने के िलए अ छा कु छ नह था। ‘प ा तो नह कह सकती, म देखती ।ँ ’ मने कहा। ‘ या देखती ,ँ बस चली आओ।’ उसने कहा।
मेरे जैसी थोड़ी हटके लड़ कय के िलए, िजनके िलए शॉ पंग ब त मुि कल होती है और जो यह तय नह कर पाती ह क या पहना जाए, बनाना रपि लक सबसे अ छी जगह है। ‘हाय, यंग लेडी।’ एक ए ो-अमे रकन से स अिस टट ने मुझसे कहा। ‘मुझे कु छ दो त के साथ ं स पर जाना है और शॉ पंग करना मेरे बस क बात नह । या आप मेरी मदद करगी?’ मने अपनी ज़ंदगी म अभी तक के वल टे ट बुक क ही शॉ पंग क थी। शॉप अिस टट ने मेरे िलए एक लू लैस स े िनकाली। स े फट थी, ले कन वह मेरी जांघ तक जाकर ख म हो जा रही थी। ‘यह ब त छोटी है, ’ मने कहा।
‘िबलकु ल नह । वैसे भी ये ग मय के दन ह। आप इसम ब त अ छी लग रही ह, ’ उसने कहा। मुझे उसका यह कहना अ छा लगा, हालाँ क उसे ऐसी बात कहने के पैसे िमलते थे। ‘ले कन आपक ले स को वै स करना होगा, बशत आप नैचुरल रहना ना पसंद करती ह ।’ से सपसन ने मश र अमे रकन पोिल टकल करे टनेस का उदाहरण देते ए कहा।
म रात नौ बजे ि ह क लू प च ँ ी। इस आलीशान बार और लाउं ज के सोफे ब त अ छी हालत म नह थे और यहाँ लाइट भी िडम थी। सबसे पहले मुझे अिवनाश ने पहचाना। ‘हे, तुम लेट हो ग । और वॉव!’ ‘ या?’ ‘तु हारी स े । म तो तु ह पहचान ही नह पाया।’ म मन-ही-मन सोचने लगी क यह कौन-सा वाला वॉव था : ‘ओह माय गॉड, तुम कतनी खूबसूरत लग रही हो’ वाला या ‘हाय राम, ये तुमने या पहन िलया’ वाला? अिवनाश ने मुझे सबसे इं ोड् यूस कराया : ‘दै स िच, आशीष, िनिध, रोहन और ये ह हमारे ीमर- फलॉ फर देबू। और गाईज़, ये ह रािधका, आईआईएमए क मेरी बैचमेट, एक नंबर क मु गु ह ये! फ़क यू, अिवनाश! मने मन ही मन सोचा। ‘ले कन यह देखने म तो मु गु नह लगती, ’ देबू ने कहा और मेरे बैठने के िलए जगह बनाई। हमारे पास दो सोफा थे। उनम से एक पर िच, आशीष और िनिध बैठे थे। दूसरी पर रोहन, अिवनाश, देबू और म थे। वेटर ने मेरे ऑडर के बारे म पूछा। ‘म तो यादा पीती नह , ’ मने कहा। ‘ड ट वरी, वे एक बार म एक िगलास ही देते ह, ’ देबू ने कहा। म मु करा दी। उसने मेरी आँख म झाँककर देखा। वाकई उसका लुक फलॉ फर जैसा था, बढ़ी दाढ़ी और िबखरे ए बाल के साथ। ‘वाइन, ठीक है?’ उसने कहा। ‘ योर, ’ मने कहा। ‘लेडी के िलए एक िगलास िशराज़, ’ देबू ने वेटर से कहा। इससे पहले मेरे िलए कसी ने िशराज़ ऑडर नह क थी। बाद म मुझे पता चला क यह एक क म के अंगूर से बनी वाइन का नाम है। ‘चीयस, ’ ं स आने के बाद देबू ने कहा। सभी ने अपने िगलास उठाए। देबू ने कहा : ‘यहाँ आने वाले नए लोग अिवनाश, रािधका और रोहन के नाम : वेलकम टू यूनाइटेड टेट्स, वेलकम टू यूयॉक!’ धीरे -धीरे मुझसे उन लोग के बारे म पता चलता रहा। रोहन आई आईआईएमसी से आया था। उसका जॉब मोगन टेनले म था। िनिध और आशीष एक-दूसरे को डेट कर रहे थे। वे मे रल लंच यूयॉक म दो साल काम कर चुके थे। जब सब बातचीत म खोए ए थे, तब देबू मुझसे मुखाितब आ और कहा : ‘गो डमान सा स, राइट? दैट्स अ िबग डील। कै सा लग रहा है वहाँ काम करना?’ ‘इट् स ओके । म अब भी े नंग म ही ।ँ ब त कु छ मेरे िसर के ऊपर से ही िनकल जाता है। तुम सुनाओ, तु हारा कै सा चल रहा है? तुम भी कसी बक म हो?’ देबू हँस पड़ा। ‘िबलकु ल नह । मेरा िहसाब- कताब से कोई लेना-देना नह है। म बीबीडीओ म काम करता ।ँ यह मेिडसन एवे यू पर एक एड एजसी है।’ ‘दैट्स सो कू ल, ’ मने कहा। ‘मुझे यही एक अ छा ए टव कै रयर समझ आया।’ ‘तुम कहाँ से हो?’ मने कहा। ‘म कलक ा म पला-बढ़ा। फर द ली के एसआरसीसी म चला गया, फर यहाँ से मा टस कया...’ मने उसे बीच म ही रोक दया : ‘एसआरसीसी? तुम वहाँ कस बैच म थे?’ ‘ मने तीन साल पहले पास कया, ’ उसने कहा। ‘ हाट! यानी तुम मुझसे एक बैच सीिनयर हो।’ एक ही कॉलेज से पढ़ाई करने के बावजूद हम लोग कभी िमले नह थे। ‘सॉरी, मुझे याद नह आ रहा हम कब िमले थे, ’ मने कहा। ‘इसम तु हारी गलती भी नह । म ही वहाँ हरदम पढ़ाई म डू बी रहती थी।’ हम दोन हँस दए। मेरे िगलास से ज़रा-सी वाइन मेरे पैर पर िगर गई। उसने मुझे एक टशू दया। अंधेरा था, फर भी मने पाया क वह मेरी टाँग को देख रहा था। ओह, तो इसी तरह से लड़के लड़ कय को चेक आउट करते ह। गनीमत है क अभी अंधेरा है। लगता है मुझे अपने िलए ज द ही एक वै संग अ वॉइं टमट भी बुक कराना होगा। ‘तुम कहाँ ठहरी हो?’ देबू ने कहा। ‘सडक के उस पार, बजािमन होटल म। ले कन के वल े नंग तक। ज द ही मुझे अपने िलए एक अपाटमट ढू ँढना होगा।’ उसने िसगरे ट जलाई और मुझे ऑफर क । मने मना कर दया। ‘ या म कु छ कह सकता ?ँ ’ ‘ योर।’
‘तु हारी यह स े ब त अ छी है।’ ‘ओह थ स।’ ‘ले कन तुम चाहो तो म वह ाइस टैग हटा सकता ।ँ िस सटी नाइन नाइं टी फाइव। अ छे दाम पर िमल गई।’ मेरे चेहरे का रं ग बदलकर रे ड वाइन जैसा हो गया। म अपने जीवन म इससे पहले कभी इतना ए बैरेस नह ई थी। ‘या तुम अगर स े लौटाना चाहती हो तो उसे वह रहने दो। अमे रका म रटन पॉिलसी ब त ज़ोरदार है।’ मने जैसे-तैसे अपनी पीठ पर टंगे ाइस टैग को ढू ँढा। वह हँसा, टेबल से कटलरी चाकू उठाया और टैग को काट दया। ‘वाट् सअप, गाईज़?’ अिवनाश ने पूछा। ‘कु छ नह । मुझे इनक स े अ छी लगी तो ांड चेक कर रहा था।’ देबू ने कहा। ‘तुम एड वाले हमेशा इन चीज़ म दलच पी लेते हो, ’ अिवनाश ने कहा। ं स के बाद ुप के लोग ने रे ज़ जाने का फै सला कया, िप ा खाने के िलए एक बेहतरीन जगह। ‘तु ह खाने म या पसंद है?’ देबू ने िप ा खाते ए मुझसे पूछा। मुझे ऐसी कोई खास चीज़ पसंद नह थी और इं िडयन फू ड का नाम म यहाँ लेना नह चाहती थी, इसिलए मने बोल दया, ‘चाइनीज़!’ ‘यहाँ एक जगह ब त अ छा चाइनीज़ िमलता है। य द तुम चाहो तो हम कभी चल सकते ह।’ या उसने अभी-अभी मुझे अपने साथ बाहर ले जाने क बात कही थी? थक यू, बनाना रपि लक। या शायद वह के वल मदद करना चाह रहा है और मुझे बताना चाह रहा है क अ छा चाइनीज़ फू ड कहाँ िमलता है। वह मेरी ओर देख रहा था, जवाब के इं तज़ार म। ‘हाँ, य नह ? तुम मुझे ए स े दे सकते हो, या अगर वे होम िडलीवरी कर सक तो...’ ‘मेरा मतलब यह था क या तुम मेरे साथ वहाँ जाना चाहोगी?’ ‘ओह, ’ मने कहा और चुप हो गई। ‘के वल तुम और म, ’ देबू ने कहा। मेरा दल ज़ोर से धड़कने लगा। या इसी को लोग डेट कहते ह? ‘ओके , हम चल सकते ह’ मने गहरी साँस छोड़ते ए कहा। ‘तो अगले शु वार?’ मेरे दमाग म कई तरह के िवचार घूम रहे थे। या वह ब त ज दी नह कर रहा था? य द म हाँ कह दू,ँ तो यह ब त चीप तो ना लगेगा? कह वह मुझे एक लट तो नह समझ लेगा? लड़ कयाँ इस दुिनया म कै से रह, इसका कोई यूज़र मै यूअल य नह होता। ‘शु वार।’ मने कहा और चुप हो गई। वह ज र यह सोच रहा होगा क आिखर गो डमान ने मुझे नौकरी पर रखा कै से। ‘हाँ वीकड, िजसम अगले दन ऑ फस जाने का टंटा नह ।’ उसक आवाज़ अब ब त सहज नह जान पड़ रही थी। ‘ठीक है।’ मने यह ठीक ऐसे कहा, जैसे मुझे सात भारी सूटके स उठाने पड़े ह । ‘कू ल। फर म तु ह मैसेज करके बता दूग ं ा क कतने बजे चलना है।’ ‘ योर, ’ मने कहा। ‘य द तुम मुझे अपना नंबर दे सको तो, ’ उसने कहा। ‘ओह, ऑफकोस।’ मने कहा। Downloaded from Ebookz.in
6 ‘िड े ड डेट : पेशल िसचुएशंस ुप, ’ ोजे शन िस टम क लाइड पर िलखा आ था। एसोिसएट े नंग लास म स ाटा पसरा आ था। यह सबसे मुि कल ुप था। हर साल इस ुप म के वल एक या दो एसोिसएट् स को जॉब िमलता था। ले कन यह जॉब हािसल करने वाल को तेज़ तर और ब ढ़या बोनस भी दया जाता था। इस जटेशन के िलए सभी इं तजार कर रहे थे। ‘गुड मो नग, एवरीवन, ’ पीकर ने ि टश ए सट म कहा। ‘आई एम नील गु ा, हांगकांग ऑ फस म पेशल िसचुएशंस ुप म पाटनर।’ मने अपनी डे क से िसर उठाकर देखा। वह छह फ ट का तगड़ा श स था। गाल क हड् िडयाँ उभरी , ह का भूरा रं ग, कु छ पके बाल। उसने नेवी लू सूट और मै चंग टाई पहन रखी थी। उसने कहा : ‘म आपको िड े ड डेट ुप का एक ओवर ू देना चाहता ,ँ जो क गो डमान म होने के िलए सबसे ए साइ टंग जगह है।’ मेरे पास चार अमे रकन लड़ कयाँ बैठी थ : मैगी, एंजेला, जेिसका और कै रोिलन। वे एक-दूसरे को देखकर ‘ही-इज़-सो-हॉट’ क मु ा बना रही थ । य द वह इस ुप का पाटनर नह होता तो वह ब त आसानी से उन िव ापन म आने वाला एक मॉडल बन सकता था, िजनम चंद खास लोग महंगी घिड़याँ खरीदते नज़र आते ह। उसने लाइड बदली। इस लाइड म िबज़नेस क अलग-अलग टेज के बारे म बताया गया था। शु आत टाटअप टेज से होती थी, िजसम आगे चलकर ोथ, मै यो रटी, िड लाइन और िडमाइस क टेजेस थ । ‘एंजेल फं ड् स, वचर कै िपटल और ाइवेट इ टी। इ ह कं पनी का मैट नटी वाड भी कहा जा सकता है, य क ये नई कं पिनय के िलए मददगार होते ह।’ लड़ कयाँ उसे देखकर कनिखय से इशारे करती रह । हांगकांग क लड़ कय को उसे देखकर गव क अनुभूित होती रही। नील ने अपनी बात जारी रखी : ‘दूसरी तरफ हम डेथ वाड वाले ह। हमारा काम तब शु होता है, जब कं पनी नाकाम हो चुक होती है और हमारे सामने यह सवाल होता है क या हम कु छ ज़ोरदार करना चािहए या फर लाइफ सपोट को हटाने का व आ गया है। आपको या लगता है यह कतना सरल होगा?’ वह लास म टहलता आ मेरे पास आ खड़ा आ। उसने ज़बद त पर यूम लगा रखा था, ऐसा क आपका उसके पास जाकर उसे सूँघने का मन हो। ‘यू यंग लेडी, तु ह लगता है क फै ट रय को बंद करके लोग को नौकरी से िनकाल देना आसान है?’ म इसक उ मीद नह कर रही थी क जहाँ दुिनयाभर से लोग आए ह , वहाँ मुझसे कोई सवाल पूछा जाएगा। या होगा अगर मने कोई मूखतापूण बात कह दी तो। कह वे मुझे पर द ली ए सट म तो नह हँसगे? म नवस-सी उठ खड़ी ई। ‘बैठ जाओ और अपनी सीट पर से ही जवाब दो। कहाँ से हो तुम?’ ‘इं िडया, सर।’ ‘आह, मेरी परव रश वह क है। बारह क उ म यूके चला आया था। एनीवे, तो तु ह या लगता है, कसी िबज़नेस को कब बंद कर देना चािहए?’ ‘जब तमाम ऑ शंस ख म हो गए ह । जब उसे चलाए रखने का मतलब पैसा बबाद करना बन जाए। जब कोई उ मीद ना बचे।’ ‘जब कोई उ मीद ना बचे, ,ँ बात तो अ छे से कही है। ले कन जब ऐसा होता है, तब या दल नह टू ट जाता?’ म चुप रही। वो आगे बढ़ गया। ‘मरे ए लोग को दफनाने क कोिशश करने को या गलत ठहराया जा सकता है?’ नील ने कहा। उसके इस उदाहरण ने त वीर को साफ कर दया था। इससे यह िवषय भी रोचक बन गया। नील ने आगे कहा : ‘म बारह साल म पाटनर बन गया। फम के दूसरे पा स म इसके िलए बीस से यादा साल लगते ह। हमारे एसोिसएट को उतना पैसा िमलता है, िजतना दूसरे ु स म वीपी को िमलता है। अगर आप िड े ड डेट से जुड़े रहते ह, तो आपको एक ख़ासा अमीर ि बनने से कोई रोक नह सकता।’ गो डमान सा स कभी भी सावजिनक प से पैस क बात नह करता था। ेनी एक-दूसरे के कान म फु सफु साते क नील के पास कं पनी के कोई तीन करोड़ डॉलर मू य के शेयर थे! इस जानकारी ने उसक बो डनेस म और इज़ाफा कर दया था। उसका सेशन ख म होने पर तािलय से वागत कया गया। जाने से पहले उसने आिखरी बात कही : ‘ ुप म कु छ ही जगह खाली ह। िजनको दलच पी है, वे े नंग कोऑ डनेटर को अ लाई कर। हम शॉटिल ट करने के बाद फर आपसे िमलगे।’ फर उसने मेरी तरफ देखते ए कहा, ‘कोिशश करना, इतने सब के िलए इतना तो कया ही जा सकता है।’ या उसने मुझे अ लाई करने के िलए इशारा कया था? या उसको मेरा जवाब अ छा लगा? तभी मेरा फोन घनघनाया। देबू का मैसेज था। ‘ताओ रे तरां। 58व ीट और पाक एवे यू के बीच। रात आठ बजे। ओके ?’ ओह, म तो भूल ही गई थी क आज मेरी डेट है। ले कन उससे पहले मुझे एक और ज़ री काम करना था। मेरी वै संग अ वॉइं टमट।
‘ओहो... जरा धीरे , इट ह स, ’ मने वै संग लेडी से कहा। ‘तुमने यह पहले कभी नह कया?’ कोई पचपन साल क वै संग लेडी कै थरीन ने कहा।
म अपनी अंडरिवयर म लेटी ई थी। म ‘कं लीटली बेयर’ म आई थी, 68व ीट और मैिडसन पर मौजूद एक वै संग टू िडयो। ‘ कया तो है, ले कन के वल दो बार। इं िडया म। साल पहले।’ मने कहा। ‘ रयली? या तब भी दद आ था?’ ‘हाँ, आ तो था। घर म एक शादी थी और अ दित दीदी ने मुझ पर ज़ोर डालकर यह करवाया था। ले कन उसके बाद नह ।’ काश देबू को पता चल जाता क उसके साथ एक लेट नूड स खाने के िलए मुझे या सहन करना पड़ रहा है। कै थरीन ने मो टेन वै स के बॉउल म पातुला डु बोया। ‘को ड वै स म और दद होता है, ले कन रज ट लंबे समय तक रहता है।’ उसने मेरी ऊपरी जाँघ पर वै स लगाया, फर उस पर छह इं च लंबी और दो इं च चौड़ी एक सफे द पट् टी िबछाई। बाल उस पर िचपक गए। म समझ गई क कहर ढाया जाने वाला है। ‘ या आप मुझे लोकल एने थेिसया नह दे सकत ?’ ‘ रलै स, हनी।’ मने अपने दाँत को भ च िलया और आँख मूंद ल । मुझे लग रहा था जैसे म िमिडल ई ट म ।ं वहाँ पर औरत को कोई भूल करने पर कोड़ से मारकर सज़ा दी जाती है। मुझे लग रहा था, मेरे िलए भी ऐसा कोई फतवा जारी कया गया है। उसने मेरी जाँघ साफ क , फर मुझे पलटने को कहा। मुझे लग रहा था क म कोई मछली ,ँ िजसे िडनर के िलए तैयार कया जा रहा हो। ‘तुम ाज़ीिलयन पसंद करोगी? उसम के वल पं ह डॉलर और लगगे।’ ‘ये या होता है?’ ‘इसका मतलब है सबकु छ सफाचट। वहाँ पर भी।’ मुझे उसक बात समझने म कु छ सेकंड लगे। तब जाकर मुझे समझ आया क वह करवाने म कतनी तकलीफ होने के साथ ही कतना अजीब भी महसूस होगा। ‘ या लड़ कयाँ वह करवाती ह?’ ‘सभी लड़ कयाँ। आजकल के लड़क को बुशेस पसंद नह ।’ ठीक है, मने खुद से कहा। पं ह डॉलर ही तो और लगगे। करवा ही िलया जाए। ‘यू वांट इट?’ कै थरीन ने पूछा। शायद हाँ। आज रात देबू के िलए नह , ले कन शायद मेरे िलए। रािधका, ब त आ पढ़ाकू बनकर रहना। इसे करवा ही डालो! ‘ योर, ाजीिलयन हो जाए।’ इसके बाद जो आ, उसे म िडटेल म नह बताना चा ग ं ी। कै थरीन ने मेरे शरीर के उस िह से का अ छे-से मुआयना कया, िजसे अभी तक कसी ने देखा नह था। फर उसने वहाँ पर को ड वै स लगा दया। म सोचने लगी क हम लड़ कयाँ यह सब य करवाती ह? लड़के ऐसा य नह करवाते? फर मने सोचा क इससे तो सऊदी अरब म कोड़े खाना ही बेहतर। ‘देयर वी गो, ’ कै थरीन ने दस िमनट बाद कहा। ‘तु ह ज द ही इसक आदत हो जाएगी। और मेरा यक न मानो, उसको यह ब त पसंद आएगा।’ ऐसा कोई नह है, म उसे कहना चाहती थी। क म आज के वल वॉ टन सूप लेने जा रही ,ँ वॉ टन से स करने नह । कै थरीन अपने साथ टल डॉट् स क एक ि प लेकर लौटी। ‘और एक पेशल मोशन के चलते ाज़ीिलयन करवाने वाले अपने सभी क टमस को हम देते ह मु त वारो क सेवा। यक न मानो, इससे िबलकु ल तकलीफ नह होगी।’ मुझे यक न नह आ, जब कै थरीन ने वहाँ पर तीस ट स का एक पैटन बना दया। इसके बाद उसने मुझे खड़े होकर आईने म देखने को कहा। ‘म कसी ि पर जैसी दख रही ,ँ ’ मने कहा। ‘नह , तुम से सी दख रही हो।’ ‘ले कन म वहाँ पर ट स पहनकर नह चल सकती... यू नो।’ ‘कोई बात नह , वे दो दन म िनकल जाते ह। खासतौर पर जब तुम उसे साबुन से अ छे से रगड़ो।’ देबू का फोन आया। ‘हे, े नंग हो गई? टाइम पर प च ँ जाओगी ना, या हम 8.30 पर िमल?’ ‘हाँ, े नंग हो गई। बस थोड़े ‘इं टनल इशूज’ थे। म ज द ही प च ँ रही ।ँ ’
‘तुम तो कमाल लग रही हो।’ उसने कहा। ‘थक यू, ’ मने कहा। ‘और तु हारी स े भी ब त यारी है।’ ‘और देखो, आज कोई टैग भी नह , ’ मने कहा और पीछे मुड़कर दखाया। हम दोन हँस पड़े। मने एक िमिल ी ीन लेस स े पहनी थी। वह मेरे घुटन से ब त ऊपर ख म हो जा रही थी। ले कन मुझे नह लगता देबू ने अभी तक उसे नो टस कया था, िजसके िलए मने सौ डॉलर खच कए थे। रे तरां म िडम लाइट थी और मेरी टाँग टेबल के नीचे छु पी ई थ । देबू ने हमारे िलए एक सेट िडनर ऑडर कया। हम ताओ म अपर लेवल म बैठे थे। यूयॉक को देखते ए यह एक काफ बड़ा रे तरां था। नीचे हम बु क एक बड़ी-सी मू त
और जेन कोई पॉ ड देख सकते थे। ‘नाइस लेस, ’ मने कहा। ‘तु ह पता है क यहाँ पर ‘से स एंड द िसटी’ क शू टंग ई थी?’ देबू ने पूछा। ‘नह । वैसे तु हारा आज का दन कै सा रहा?’ ‘अ छा। हम अंडर आमर नाम के एक नए पो सिवयर ांड को मोट कर रहे ह। उ मीद है क यह चलेगा। गो डमान म सब ठीक चल रहा है?’ ‘म अब भी े नंग के दौर से ही गुज़र रही ।ँ काम ब त है और आने वाले दन म और बढ़ने वाला है।’ मने उसे नील के ज़टेशन के बारे म बताया। और यह भी क कै से मुझसे उसने भरी लास म सवाल पूछा था। मने कहा : ‘सोच रही ँ क िड े ड डेट के िलए अ लाई नह करना चािहए। वैसे भी यह ब त क ठन है।’ ‘तुम अ लाई य नह कर सकत ? तुम आईआईएमए से हो। तुम आसानी से उसे ै क कर दोगी।’ ‘ले कन मेरी लास म दुिनया के टॉप कॉलेजेस के लोग ह। हावड, टेनफड, एक-एक कर िगनते जाओ।’ ‘तो या आ? तुमने उस सवाल का जवाब दया था ना?’ मने देबू क ओर देखा। उसने मेरी बात को यान से सुना था। उसक गहरी काली आँख कडल लाइट म चमक रही थ । म अपनी कु स पर पीछे िखसक और ॉस लेग कर बैठ गई। ऐसा करना ब त मूद लगा और इसक वजह सोचकर म मु करा दी। ‘तुम मु करा य रही हो?’ उसने पूछा। ‘कु छ नह ।’ ‘सुनो, ’ उसने मेरे हाथ पर अपना हाथ रखते ए कहा, ‘तु ह अ लाई करना ही होगा। ब त सारे इं िडयंस इस शहर म आते ह और इसे देखकर घबरा जाते ह। ले कन तुम ऐसा मत करो। तुम वह कर सकती हो और करोगी।’ ‘थ स। और तु हारा वह अंडर आमर भी कामयाब रहेगा।’ ‘चीयस।’ उसने कहा और हमने अपने पानी के िगलास उठा िलए। वेटर हमारा खाना लेकर आ गया - िचकन नूडल सूप और वेिजटेबल ाइड राइस। सूप का वाद मुझे नह जमा तो म राइस खाने लगी। ‘तु ह िचकन पसंद नह ?’ उसने कहा। ‘म मीट खा लेती ,ँ ले कन म वेजीटे रयन ही ि फ़र करती ,ँ ’ मने कहा। ‘म भी वेजीटे रयन ,ँ ’ उसने कहा। ‘ रयली?’ ‘म बंगाली ।ं हम लोग के िलए फश और िचकन, वेजीटेबल क तरह ही ह।’ हम दोन हँस पड़े। पूरे िडनर के दौरान हम बात करते रहे। उसने मुझे कोलकाता म अपने पैरट् स के बारे म बताया। उसके िपता क एक ं टंग ेस थी, हालाँ क अब उससे यादा कमाई नह होती थी। उसक माँ हाउसवाइफ थी। देबू बचपन से ही एक पटर बनने के सपने देखता था। ले कन बाद म वह एक कम शयल आ ट ट बनने पर राज़ी हो गया। उसके पैरट् स ने इतनी बचत क थी क उसे अमे रका म िडज़ाइन एंड आ स का कोस करने भेज सक। कै पस लेसमट के ज़ रये उसे यह जॉब िमला था। ‘एडवरटाइ ज़ंग क फ ड कू ल लगती है। और वह भी मेिडसन एवे यू पर। दुिनया म यह करने के िलए इससे बेहतर जगह कोई दूसरी नह ।’ मने कहा। ‘ले कन अंदर से सबकु छ इतना कू ल नह है। पोिल ट स चलती रहती है। पैसा ब त नह िमलता। म लक था क मुझे अ छे कै पे स म काम करने का मौका िमला। ले कन जूिनयस को यादा ए टव काम नह िमलता।’ ‘ले कन बात के वल क मत क ही नह होगी। तुम अपने काम म मािहर भी ह गे।’ उसने मेरी ओर देखा और मु करा दया। वह चॉपि ट स क मदद से खा रहा था। मने भी कोिशश क , ले कन नाकाम रही। िमनी-मी ने मुझसे कहा क तु हारे िलए फोक और पून से खाना ही बेहतर रहेगा। ‘थ स फॉर दर कांि लमट, ’ उसने कहा। ‘डेज़ट?’ मने मेनू देखा। उसम वीट रे ड बीन पु डंग और टोफू आइ म िलखा था। ‘रे ड बीन पु डंग? यह या होता है?’ मने कहा। ‘राजमा। कह लो राजमे क खीर।’ ‘छी।’ ‘चाइनीज डेज़ स म वो बात नह होती है।’ ‘बंगाली िमठाइय का कोई जवाब नह ।’ मने कहा। देबू का सीना जैसे गव से फू ल गया। ‘बंगाली मद भी बुरे नह होते।’ उसने कहा। या उसने मेरे साथ लट कया? या इसे ही ल टग कहते ह? या मुझे भी इसका कोई ऐसा ही जवाब देना चािहए? ‘बंगाली िमठाइय िजतने ही वीट?’ मने पूछा। देखा, म भी लट कर सकती ।ँ उसे इसक उ मीद नह थी। उसने थोड़ा ककर कहा : ‘तुम खुद ही य नह पता कर लेत ?’ दैट्स इनफ, रािधका। अब बात खतरे के िनशान से ऊपर जा रही है। स जे ट बदलने क कोिशश करो। तुम अपनी पहली ही डेट पर लट समझी जाना पसंद नह करोगी।म खुद से बात कर रही थी। देिखए, हमारे साथ यही होता है। जब हम कसी मद के साथ होती ह, तो हम लगता है जैसे हम कोई इि तहान दे रही ह । सवाल का सोच-समझकर जवाब देना। इस तरह दखाना मानो हम कु छ समझती ही नह । नैचुरल होने के बजाय हमेशा बनने क
कोिशश करना। ‘मद का पता नह । अलब ा अभी म ज र एक रसगु ला खाना चा ग ँ ी।’ मने कहा। ‘ले कन यहाँ मैनहटन म वो कहाँ िमलेगा।’ ‘कोई बात नह । हम बंगािलय ने हर जगह अपनी छाप छोड़ी है। तो कसी रसगु ला लेस म चल?’ ‘यहाँ पर?’ उसने िसर िहलाया और मु करा दया। िबल आया। उसने खोलकर देखा। ‘हम आधा आधा कर ल।’ मने कहा और बीस डॉलर के दो नोट िनकाल िलए। उसने कु छ पल सोचा और फर कहा : ‘ए चुअली, नो। इस बार मेरी तरफ से यह दावत।’ डे स पर तो ऐसा ही होता है, ले कन फर जडर इ े िलटी का या होगा? मने खुद से कहा। ‘ य ? हम िमलकर कर सकते ह।’ मने कहा। ‘नह , ’ उसने पस से पैसे िनकालते ए कहा। ‘इतने यादा नह ह। तुम चाहो तो रसगु ले अपने पैस से खा लेना।’
देबू और म एक येलो कै ब लेकर 28व ीट और ले संगटन एवे यू पर प च ँ े। यह ए रया मरी िहल कहलाता है। ‘इसको करी िहल भी कहते ह, ’ देबू ने टै सी से िनकलते ही बताया। आसपास का नज़ारा देखकर म समझ गई क य । सड़क के दोन तरफ इं िडयन, बां लादेशी, पा क तानी रे तरां थे। कु छ तो भारत के रोडसाइड ढाब क याद दलाने वाले थे। ‘ या हम यूयॉक म ही ह?’ मने हँसते ए कहा। ‘यह िमडटाउन मैनहटन है, ’ देबू ने कहा। ‘तु ह पसंद आया?’ ‘मुझे ब त अ छा लगा। इन फै ट, अ छा होता य द हम पहले यह आते।’ ‘ओह, तब तो ताओ पर बेकार ही पैसा खच कया। काश क मुझे पता होता क तुम एक चीप डेट हो सकती हो।’ डेट! डसने डेट श द का इ तेमाल कया। या म एक डेट पर ?ँ हम लाहौरी कबाब नाम क एक परांठा शॉप पर थे, इसके बावजूद डेट पर होने क बात मुझे रोमांिचत कर रही थी। ‘ या हम एक परांठा ले सकते है?’ मने कहा। ‘हाँ, ले कन हमने अभी तो खाना खाया है।’ ‘म पंजाबी ।ँ राइस को हम लोग खाना नह समझते।’ देबू ने दो गोभी परांठे ऑडर कए। मने देखा क वहाँ चार इं िडयन लड़के भी मौजूद थे, िज ह ने िनयोन कं शन वकर वाली जैकेट पहन रखी थी। मने देखा क वे मेरी टांग को घूर रहे थे। चलो, आिख़रकार इतना पैसा खच करने के बाद कोई तो देखने वाला िमला, मने खुद से कहा। रे तरां म इं िडयन िमठाइयाँ भी थ । परांठ के बाद हमने दो-दो रसगु ले खाए। बेहतर होगा अगर कल तुम लंच ना ही लो, िमनी मी ने कहा, मोटी टांग को वै स करने से भी कोई फायदा नह होने वाला। ‘मुझे अ छा लग रहा है क तुम एं वॉय कर रही हो, ’ देबू ने कहा। ‘सॉरी, मने कई ह त से इं िडयन फू ड नह खाया था, ’ मने कहा। उसने एक टशू से मेरे ह ठ प छ दए। म मु करा दी। ‘ ुकिलन म जहाँ म रहता ,ँ वहाँ भी कु छ इं िडयन रे तरां ह।’ देबू ने कहा। ‘तुम ुकिलन म रहते हो?’ मने कहा। ‘हाँ। मने कहा था ना क एड क दुिनया के वल कागज़ पर ही लैमरस होती है। वे इतना पैसा नह देते। हम ुकिलन म ही रहने क जगह अफोड कर सकते ह।’ ‘हम यानी?’ ‘म शेयर करता ।ँ मेरे साथ दो और बंदे ह।’ ‘ओह ओके । मुझे भी ज द ही एक अपाटमट लेना है।’ मने कहा। िबल आया। इस बार मने पैसा चुकाया। कु ल जमा आठ डॉलर। हम उठ खड़े ए। ‘तुम अगले ह ते कोई मूवी देखना चाहोगी? शाह ख खान क ‘डॉन 2’आ रही है।’ ‘यहाँ पर इं िडयन मूवीज़ के िथएटर भी है?’ मने उ साह से कहा। ‘हाँ ह कु छ। तो अगले शु वार?’ मने िसर िहलाकर हामी भर दी। डेट नबंर टू , बेबी, मने खुद से कहा और मन-ही-मन खुद को एक हाई-फाइव दया।
7 एक महीने बाद एसोिसएट े नंग के आिख़री दन मुझे अपनी े नंग मैनेजर जेन रोसेनबग का एक मेल िमला। उसने मुझे अपने ऑ फस बुलवाया था। म सोचने लगी कह मुझसे कोई भूल तो नह हो गई। मने देबू से िमलने के िलए कु छ लास ि कप क थ । या उ ह पता चल गया? मने और देबू ने दो फ म देखी थ । एक, ‘या क बेसबॉल गेम’ और दूसरा ‘द लॉयन कं ग’ नाम का एक ॉडवे यूिज़कल। हमने मैनहटन के तमाम रे तरां छान मारे थे और इटैिलयन, इं िडयन, िमिडल -ई टन हर तरह का खाना खा िलया था। मुझे यूयॉक से यार हो गया था। मुझे देबू भी अ छा लगने लगा था, हालाँ क अभी तक हमारे बीच रोमां टक रलेशन नह थी। हमारी अगली डेट कल थी। इसके िलए मने एक शॉट वाइन -कलड स े चुनी थी, मेरी अब तक क सबसे बो ड स े । तभी माक नाम के एक अमे रकन एसोिसएट ने आकर कहा क या जेन ने मुझे भी अपने ऑ फस बुलाया है। ‘हाँ। ले कन तु ह कै से मालूम?’ ‘ य क मेरे ईमेल पर तु हारा नाम भी सीसी म था। तुम, म और एक और एसोिसएट काल व ग को बुलाया गया है।
म 85 ॉड ीट पर सोलहव लोर पर मौजूद जेन के ऑ फस प च ँ ी। जेन, चालीस पार क एक मिहला, अपनी डे क पर बैठी कं यूटर म खोई ई थी। ‘वेलकम, तो आप लोग यू एसोिसएट् स ह, ’ जेन ने कहा। मने माक और काल क ओर देखा। वो मेरी तुलना म यादा रलै स नज़र आ रहे थे। ‘ मने आप लोग को यहाँ इसिलए बुलाया, य क मेरे पास आपके िलए े श ऑफ़स ह। आप तीन का िसले शन िड े ड डेट ुप के िलए कर िलया गया है।’ ‘य स!’माक ने कहा और हवा म मु ा मारा। फर माक और काल ने हाई-फाइव कया। ‘ रयली!’ मने कहा। म तो पूछना चाहती थी क कह कोई भूल तो नह हो रही है। ये सच है क मने ए लाई कया था। म कु छ लोग से िमली भी थी। ले कन मुझे तो कभी नह लगा था क मेरा दूर-दूर तक कोई चांस है। ‘ये एक टफ चैलज है, ले कन एक ेट अपॉ यूिनटी भी है, ’ जेन कह रही थी। ‘ या आप इसे ए से ट करते ह या फर आप कसी दूसरे िडपाटमट म जाना चाहगे?’ ‘यस ऑफ कोस, आई ए से ट, ’ माक ने कहा। ‘आएम गोइं ग टू कल इट!’ ‘टोटली ए से ट, ’ काल ने कहा। मूल प से चीनी होने के बावजूद उसक आवाज़ म अमे रक ए सट था। ‘और तुम रा-डी-का?’ ‘यस, वेल आई एम थं कं ग।’ म या सोच रही थी? या म यह कर पाऊँगी? कह भूल से तो मेरा नाम नह ले िलया गया? कह यह ब त क ठन तो नह होगा? हम लड़ कय के साथ यही द त है। लड़के तो इस ऑफर पर खुशी से कू द रहे थे और म उलझन म डू बी ई थी। िमनी-मी, या तुम कु छ देर को चुप रहोगी? मने एक गहरी साँस ली। ‘यस, आई ए से ट, ’ मने कहा। ऑफर लेटर साइन करते समय मने अपने भीतर रोमांच क एक िसहरन महसूस क । म इसे कसी से शेयर करना चाहती थी। मने तय कया क इं िडया बाद म फोन क ं गी और म पहले देबू को बताऊंगी।’ देबू, मुझे िड े ड डेट िमल गया है!’ मने कहा। ‘ मने तो पहले ही कहा था क तुम यह कर सकती हो और करोगी।’ ‘हाँ, तुमने कहा तो था। देखते ह अब या होता है। तुम या कर रहे हो?’ ‘म ऑ फस म एक ज़टेशन म िबज़ी ।ँ तो हम कल िमल रहे ह, राइट?’ ‘िबलकु ल और इस बार दावत मेरी तरफ से। मेरे खयाल से हम सेिल ेट करना चािहए।’ ‘ योर। आई कांट वेट, ’ देबू ने कहा। मने एक और ज़ री कॉल कया। ‘कं लीटली बेयर? म कल के िलए एक वै संग अ वॉइं टमट बुक कराना चाहती ।ँ ’
‘शै पेन, मैम। जैसा क आपने ऑडर कया था, ’ वेटर ने कहा। उसने दो िगलास तैयार कए और बॉटल को एक आइस बके ट म रख दया। हम सोहो के ए ाि ल म आए थे। इस रे तरां क ख़ािसयत थी सी-फू ड। देबू ने मुझे बताया था क कोलकाता म हर खाने म फश होती थी। हमने सेट िडनर चुना। वेटर सा मन और ए पैरेगस से बना टाटर लेकर आया। ‘वाह, ये तो कमाल है!’ देबू ने कहा। ‘तु ह सी - फू ड पसंद है, इसीिलए मने यह जगह चुनी है, ’ मने कहा। उसने िसर िहलाकर ख से िनपोर द । हर बार उससे
िमलने पर मुझे उसके कल बाल, बड़ी दाढ़ी और मु कराहट और अ छी लगने लगी थी। मेरी स े मेरी जांघ पर ही ख़ म हो जा रही थी। म सोच रही थी क वो इसको नो टस करे गा या नह । ‘जब से हम पहली बार िमले, तब से हर ह ते िमलते रहे ह, है ना?’ उसने कहा। मने उसके ह ठ पर अपनी नज़र जमा द । हाँ, यह सच था। फर हमने अभी तक कस य नह कया? या कसी लड़क के िलए ऐसा सोचना गलत है? या उसे मुझे इसके िलए पूछना चािहए? ‘ या सोच रही हो?’ देबू ने कहा। ‘ ,ँ कु छ नह । शायद अपने नए असाइनमट को लेकर नवस ।ँ ’ आिखर कोई लड़क यह कै से बोल सकती है क वह क संग के बारे म सोच रही थी? ऐसा तो सुपर - लट ही करती ह। ‘ रलै स। तुम कु छ भी कर सकती हो। तुम ब त माट हो। म अपनी ज़ंदगी म इतने माट लोग से कम ही िमला ।ँ ’ मने उसक ओर देखा। एक मद होकर एक लड़क क माटनेस क तारीफ करना! अब तो म उसे और चूमना चाहती थी। देब,ू तुम कु छ करोगे या नह ? या बस - बस ठूँ स - ठूँ सकर खाते ही रहोगे? मने अपनी टाँग समेट ल और उनक मूदनेस को एं वॉय करने लगी। देब,ू अगर तुम सही कदम उठाते हो तो आज क रात तु ह ब त खुिशयाँ िमल सकती ह। ‘िड े ड डेट। यह सुनने म ही डरावना लगता है, ’ देबू ने कहा। आिखर म स जे ट को िड े ड डेट से बदलकर मेरी वै स टाँग तक कै से लेकर आऊँ? ‘हाँ, डरावना तो है। आपको ख ती िबज़नेस ओनस से िनगोिशएट करना होता है। वे कभी-कभी बक को पैसे चुकाने से मना कर देते ह। तब हम उनक ॉपट ज़ ज़ त करके अपनी रकम हािसल करनी होती है।’ ‘वॉव। यह सुनने म तो एक रे गुलर डे क जॉब नह लगता।’ ‘हाँ। इसीिलए टीम म बामुि कल ही कोई लड़क है। यह मद का जॉब है।’ ‘ हाट नॉनसस। एक लड़क यह य नह कर सकती। लड कयाँ बेहतर िनगोिशएटर होती ह।’ मुझे तुम पसंद हो। सचमुच। आगे बढ़ते जाओ, देब।ू देबू बोलता रहा : ‘ये सब मद क फै लाई ई बकवास है, ता क लड कयाँ कोई पोिज़शन न हािसल कर सक। हक कत तो यह है क मद तुम जैसी टैलटेड लड़ कय से डरते ह।’ ‘थ स, देबू।’ ले कन आज रात मेरे सामने िड े ड डेट से भी बड़ा चैलज था। मुझे देबू को बढ़ावा देना था, ता क बात आगे बढ़ सके । ले कन, जैसा क ज़ािहर है, चूँ क म एक लड़क ,ँ इसिलए मुझे यह दखावा भी करना था क म कु छ नह जानती। वेटर ने हम हमारा फाइनल कोस लाकर दया : िमसो सॉस के साथ परोसी गई कॉड फश। ‘वॉव, इससे बेहतरीन फश मने कभी नह खाई। या शायद इससे बेहतर कोई और चीज़ ही मने कभी नह खाई है।’ देबू ने कहा। ‘हाँ। ले कन अभी डेज़ट बाक है। सबसे अ छे को सबसे आिखर के िलए बचाकर रखो।’ मैने कहा। या यह डबल मी नंग था? फ़क, अपने आपको एक लट सािबत मत करो, रािधका! वह हँस पड़ा। या उसे मेरी बात समझ म आई थी? ‘तुम तो जानती ही हो ब गस और िम ी का नाता।’ उसने कहा। नह , वो नह समझा था। ‘काम कै सा चल रहा है?’ मने कहा। ‘ब ढ़या। अंडर आमर वाले मामले म हम लगभग कामयाबी िमल गई है। मेरे बॉस का कहना है क अगर म यह डील कराने म कामयाब हो जाता ँ तो वे मुझे मोट करके सीिनयर ए टव एसोिसएट बनवा दगे।’ ‘यह तो सुनने म िड े ड डेट एसोिसएट से कह कू ल लग रहा है।’ वह हँस दया : ‘तु ह पैसे यादा िमलते ह। तो यादा कू ल वह है।’ म पैस के बारे म बात नह करना चाहती थी, इसिलए फर से स जे ट बदलने क कोिशश करने लगी। ‘अंडर आमर एक कू ल ांड है। कल मने उनका टोर देखा। ेट टफ, ’ मैने कहा। ‘म उनके कै पेन पर काम करने के िलए बेताब ।ँ ’ हमारी आिखरी िडश डाक चॉकलेट माउस के क िवद ऑरज सॉस थी। ‘तुमने कमाल का रे तरां चुना, रािधका, ’ देबू ने कहा। ‘पहले - पहल तो मुझे लगा था क यह ब त फसी है। ले कन खाना ब त मज़ेदार था। वॉव!’ वेटर िबल लाया। उसने उसे देबू को थमाया, ले कन मने उसे उसके हाथ से छीन िलया। मने देबू से कहा था क यह ीट मेरी तरफ से होगी। मने िबल पर एक नजर दौड़ाई। 200 डॉलर का िबल था। मने िबल फो डर म पैसा रखा और उसे वेटर को दे दया। ‘ब त भारी िबल था ना? तुमने इतना खच य कया?’ ‘लुक, म यूयॉक म अपने अके ले दो त के साथ सेिल ेट करना चाहती थी। सो थ यू फॉर बीइं ग िहयर।’ मने अपना शै पेन का िगलास उठाया। उसने भी ऐसा ही कया और एक टो ट दया : ‘मेरी टैलटेड दो त रािधका के नाम, जो िड े ड डेट म जाकर मद को बताएगी क काम कै से कया जाता है!’
हमने तय कया क ए ाि ल से बजािमन होटल तक का सफर हम पैदल चलकर तय करगे। वहाँ से देबू ुकिलन क एक सीधी ेन पकड़ सकता था। मेरे पास अब के वल 30 िमनट बचे थे। मेरे भीतर का एक िह सा चीखकर कहना चाहता था क देब,ू मुझे कस करो!
ले कन ज़ािहर है, एक अ छी इं िडयन लड़क के प म ताउ ेनवॉ शंग कए जाने के कारण म ऐसा नह कर सकती थी। देबू ने कोई पहल नह क । अलब ा पूरे रा ते वह ब त अ छी बात ज़ र करता रहा। ‘यह ब त ज री है क लड कयाँ अ छा काम करके दखाएँ। यह नौजवान लड़ कय के िलए भी एक उदाहरण होगा। वे इससे इं पायर ह गी।’ उसने कहा। ‘ले कन म कसको इं पायर कर रही ?ँ ’ मैने कहा। मेरे दमाग म इस समय कई चीज़ चल रही थ । जैसे, या उसने मेरे ले स पर गौर कया। कह िडनर से मेरा पेट यादा तो नह फू ल गया। मेरे बू स तो अपनी जगह पर ठीक से ह ना? या इस बंदे को धीमे नह चलना चािहए ता क म अपनी ही स म आराम से चल सकूँ । ‘ऑफ कोस, तुम एक इं ि परे शन हो। िमसाल के तौर पर, तु हारे किज़ स के िलए।’ म हँस दी। ‘ या आ?’ उसने कहा। ‘पता नह । मेरी बहन अ दित ने ब त मुि कल से ेजुएशन कया है, फर भी उसे पसंद करने वाल क तादाद ब त है। मेक – अप, कपड़ वगैरह के बारे म वह मुझसे कह यादा जानती है। अब जाकर देबू ने कहा : ‘तु हारी कपड क वॉइस ब त अ छी है।’ ‘ रयली?’ मुझे इस पर यक न करने म द त हो रही थी। ‘हाँ। तु हारी एक सटल अंडर टेटेड टाइल है। जैसे यही रे ड स े , माफ करना, ले कन... ’ ‘ले कन या?’ ‘ले कन तुम इसम ब त हॉट लग रही हो!’ ओह देब!ू भगवान तु हारा भला करे । तु हारी हर इ छा पूरी हो। जीवन म पहली बार मुझे कसी ने हॉट कहा था। दुिनया म आिखर कोई ऐसा था, िजसे म हॉट लगी थी। मेरे भीतर मेरी आ मा ेकडांस कर रही थी। ‘सचमुच?’ मने अपने टोन को िजतना हो सके , उतना कै जुअल रखते ए कहा। ‘हाँ। उ मीद करता ँ तुमने मेरी बात का बुरा नह माना होगा।’ बुरा? अरे , तुम तो यह लगातार बोलते रहो। होटल प च ँ ने म अभी भी दस िमनट थे। लीज़, मेरी तारीफ करते रहो। मेरे कपड़ , लु स और मेरे ले स के बारे म बोलोगे तो और अ छा होगा। मने इन कांि लमट् स को ब त िमस कया है। ‘नह , म य बुरा मानने लगी। जनरली हम काम वगैरह क ही बात करते ह। ले कन इट् स ओके । म तो यह जानने को तैयार रहती ँ क आिखर मद लोग सोचते या ह।’ मने कहा और हँस पड़ी। ‘आई थंक, तु हारे पास एक ब त अ छा फ़गर है।’ उसने कहा। कौन सा िह सा, कौन सा िह सा? म ए साइटमट म चीखना चाहती थी। तु ह मेरी कमर अ छी लगी? या बू स? या िपछवाड़ा? बोलो ना, देब।ू ‘ रयली?’ मने कु छ इस तरह कहा, जैसे क मुझे ऐसी बात कहे जाने क कोई उ मीद ही नह थी। ‘हाँ। तु हारे ले स, आई मीन... यू हैव नाइस ले स।’ ‘ओह, तो तु ह मेरे बारे म बस यही अ छा लगता है?’ टु िपड, रािधका। ये या था? मने खुद से कहा। ‘नह , नह । मुझे तु हारा चेहरा भी पसंद है। तु हारे बाल, आँख। तु हारी पूरी पसनैिलटी, ए चूअली।’ ‘हाँ, अब तो तुम यह कहोगे ही। ले कन पसंद तो तु ह मेरे ले स ही आए ह।’ वैसे भी यह अ छा ही है। य क मने इसके िलए 100 डॉलर चुकाए ह। ‘नो, नो, सॉरी... आई मीन... ’ ‘ रलै स देब,ू म मज़ाक कर रही ।ँ ’ मने कहा और उसका गम हाथ थाम िलया। म नह चाहती थी क उसका मूड उखड़ जाए। ले कन म यह भी नह चाहती थी क इसे मेरी तरफ से एक पहल समझा जाए। ओह, हम लड़ कय को इतने स य फॉलो करने पड़ते ह मने उसका हाथ छोड़ दया। हम बा स एंड नोबेल बुक टोर के करीब से गुज़रे और हम एक ै फक िस ल ॉस करना पड़ा। इस बार उसने मेरा हाथ थाम िलया। हमने हाथ थामे सड़क पार क । ले कन उसने मेरा हाथ उसके बाद भी नह छोड़ा। मने उसे कनिखय से देखा। वह मु करा दया। ‘ए चुअली, मेरी बहन यादा खूबसूरत है।’ मने कहा। ‘ओह, इस पर यक न करना क ठन है, बशत वह कोई िमस यूिनवस वगैरा ना हो।’ म उसके इस इनडायरे ट कांि लमट पर मु करा दी। मेरा मन कर रहा था क उसके घुंघराले बाल म अपनी अंगुिलयां फराने लगू।ँ फर उसने कहा : ‘ए चुअली, अगर वो िमस यूिनवस होगी तो भी म तु ह ही यादा खूबसूरत मानूंगा।’ खूबसूरत झूठ! आह, ज़ंदगी म इनका भी एक मुकाम होता है। मने आह भरते ए सोचा। ‘थ स, देबू।’ हम बजािमन होटल प च ँ ।े हमारा र ता थोड़ा आगे बढ़ चुका था। हमने एक-दूसरे का हाथ थाम िलया था। ले कन बात इसके आगे नह बढ सक थी। ‘तो ये है वो जगह, जहाँ म रहती ।ँ ेन ठीक यहाँ आकर कती है।’ मने सबवे साइन क ओर इशारा करते ए कहा। ‘हमने ब त अ छा व गुज़ारा। ीट के िलए थ स।’ ‘यू आर वेलकम, ’ मने कहा। ‘बाय।’ मेरा दल बैठ - सा गया। म नह चाहती थी क वो चला जाए।
‘हे, एक चीज़।’ उसने कहा। ‘हाँ?’ ‘तु हारे पास म म तु हारी दीदी क फोटो है। म बस देखना चाहता था क या वह वाकई तुमसे भी सुंदर है।’ या यह उसक तरफ से एक पहल है? उसने मेरे म का नाम िलया। या वह मेरे साथ ऊपर आना चाहता है? या वह के वल इतना ही चाहता है क म ऊपर जाकर वह फोटो नीचे ले आऊँ? ले कन अ दित दीदी क त वीर तो मेरे पास फोन म ही है। म मु करा दी। ‘दै स वीट। सो आर यू।’ मने कहा। ‘म भी या? सुंदर?’ ‘नह , हडसम, माट। और ए टव भी।’ ‘थ स, ’ उसने कहा। ‘ओके , मेरे पास लैपटॉप म दीदी के कु छ फोटो ह। तुम ऊपर आना चाहोगे?’ मने कहा।
8 ‘नो वे। वे तुमसे यादा सुंदर तो नह ह।’ देबू ने कहा। ‘ओह, कम ऑन। अ दित दीदी का कोई जवाब नह है।’ ‘िलसन, योर वे सुंदर ह। ले कन तुमसे यादा नह । तु हारे फ चस बेहतर ह।’ ‘ले कन मेरी माँ ने तो कभी ऐसा नह कहा।’ मने कहा। ‘इसके पीछे कोई पंजाबी कहानी होगी। यही क िजतनी गोरी चमड़ी, उतनी ही खूबसूरती। नॉनसस!’ हम बेड के कनारे बैठे थे। मेरा लैपटॉप बीच म रखा था। न पर दो साल पुराना एक फै िमली एलबम खुला आ था। ‘म अपनी पूरी ज़ंदगी एक पढ़ाकू , गंभीर लड़क ही रही ।ँ दीदी को हमेशा मुझसे सुंदर माना गया।’ ‘सॉरी, वो तु हारी बहन ह, ले कन वे हमेशा ऐसे कपड़े पहने नज़र आ रही ह, जैसे उ ह कह पाट म जाना हो। जब क ये तो घर क त वीर है।’ ‘वो ऐसी ही है।’ ‘तु हारा च मा ब त कमाल का आ करता था।’ म हँस पड़ी। ‘एक साल पहले मने कॉ टै ट लस लगाना शु कर दया।’ मने कहा और एक त वीर क ओर इशारा करते ए कहा: ‘ये पापा ह। संपल, खामोश रहने वाले इं सान। वे कभी नह चाहते क समाज म उनके िखलाफ कु छ बुरा कहा जाए। और ये मॉम ह, जो पूरी तरह पापा पर हावी रहती ह।’ देबू त वीर को गौर से देखता रहा। ‘म घर को िमस करती ।ँ ये त वीर देखकर तो और याद आने लगी है। म मॉम के साथ बैठकर टीवी सी रयल देखना चाहती ,ँ और कु छ नह करना चाहती।’ ‘नई हॉटशॉट िड ेस डेट बकर, अब ब त देर हो चुक है।’ मने झूठमूठ का उदास चेहरा बना िलया। मुझे हग करो। ज दी-ज दी आगे बढ़ो, देब।ू या मुझे तु हे एक इं शन मै युअल देना पड़ेगा? ‘ वीट फै िमली, ’ देबू ने कहा। ‘ ।ँ ’ मने कहा। म छोटे, बो रं ग जवाब से बातचीत को रोक देना चाहती थी। कभी-कभी खामोिशयाँ भी असर कर जाती है। ले कन अफ़सोस क कु छ इं टेले चुअल बंगाली मद कु छ समझते ही नह । ‘तुमने नाओमी वु फ क कताब ‘ यूटी िमथ’ पढ़ी है?’ देबू ने कहा। ‘नह , या है उसम?’ ‘उसे एक लैडमाक फ़े िमिन ट बुक माना जाता है। कताब कहती है क लड़ कय को हमेशा उनके गुड लु स के बारे म याद दलाकर उन पर दबदबा कायम रखा जाता है।’ ‘ रयली? वेल, कु छ हद तक यह सच भी है।’ ‘ या लड़के भी अपने लु स क इतनी तुलना अपने भाइय से करते है?’ ‘शायद नह ।’ कसी और जगह पर, कसी और व म, म इस इं टेले चुअल िड कशन म शािमल हो सकती थी, ले कन अभी नह । अभी मेरे दमाग म कु छ और चल रहा था। ‘िबलकु ल, य क इसके ज़ रये मद औरत पर काबू रखना चाहते ह और...’ ‘मेरे पैर दद करने लगे ह, ’ मने उसे बीच म ही टोक दया। अपने जूते िनकाले और पैर ऊपर कर िलए। मेरी पहले ही शॉट स े मेरी जाँघ पर और ऊपर आ गई। देबू भूल गया क वो या कह रहा था। शायद औरत भी कसी-न- कसी तरीके से मद को अपने काबू म रखती ह। ‘सॉरी, तुम या कह रहे थे?’ ‘ ,ँ कु छ नह । म तु ह वह बुक दूग ं ा।’ ‘मुझे इन ही स म इतना पैदल चलने क आदत नह है।’ ‘अगर म तु ह फु ट मसाज दूँ तो कै सा रहेगा?’ और आिख़रकार इस बार रपि लक डे पर बहादुरी का अवाड देबाशीष सेन को ही दया जाना चािहए, मने मन-ही-मन अनाउं स कया! ‘ रयली? तु ह आता है?’ यह उन कु छ बेवकू फाना बात म से थी, जो क लड़ कय को कहनी पड़ती है। हम अपनी मासूिमयत दखाने के िलए ऐसी बात बोलनी पड़ती ह। मुझे अपने पैर पर उसके हाथ का पश अ छा लग रहा था। ‘वॉव, दे स नाइस!’ मने कहा। वह मेरी पंडिलय क मसाज करता रहा। फर उसके हाथ धीरे -धीरे ऊपर क ओर बढ़ने लगे। मने उसे रोका नह । ‘तु हारे पास लोशन है?’ उसने कहा। मने बेडसाइड टेबल क ओर इशारा कया। उसने मोइ राइजर क एक बॉटल िनकाली और मेरे पैर पर लगा दी। वचा पर ठं डा लोशन लगते ही म िसहर गई। उसने मेरे पैर पर अपने गम हाथ रख दए और पंडिलय से घुटन तक मसाज करने लगा।
मने अपनी आँख बंद कर ल । मने महसूस कया क अब उसके हाथ मेरे घुटन से ऊपर भी बढ़ रहे ह। इससे पहले कसी ने मुझे कभी वहाँ पर छु आ नह था, बशत हम वै संग-चे बर लेडी क िगनती ना कर। मेरे शरीर म सुख क िसहरन दौड़ने लगी। पल-दर-पल उसक िह मत बढ़ने लगी। हम दोन चुप थे। उसके हाथ ने अब मेरी स े क सीमा को छू िलया। उसक अंगुिलयाँ मेरी जांघ पर फसल रही थ । या सबकु छ ब त ज दी-ज दी नह हो रहा है? मेरे भीतर क एक आवाज़ ने कहा, ले कन मुझे उसक परवाह नह थी। ‘यह ठीक है?’ देबू ने कहा। मने िसर िहला दया और आँख खोल ल । मने उसे इशारे से अपने पास बुलाया। वह आगे झुका। हमारे ह ठ िमले। मने अपनी ज़ंदगी का पहला कस कया। मने महसूस कर िलया क अब वह भी ए साइट हो गया है। उसके ह ठ मेरे ह ठ को छोड़ने के िलए तैयार ही नह थे। हमारी जीभ ने एक-दूसरे को छु आ। म समय, जगह मौका सब भूल गई थी। मैने फ म म कसेस देखे थे। मने क पना क थी क मेरा पहला कस कै सा होगा। ले कन यह मेरी देखी और क पना क गई हर चीज़ से बेहतर था। ‘तुम ब त खूबसूरत हो’ उसने मेरे कान म फु सफु साते ए कहा। उसने अपने हाथ मेरी स े के ऊपर मेरे े ट पर रख दए। वह उ ह भीतर ले जाना चाहता था, ले कन ऐसा कर नह पा रहा था। म चाहती थी क अपनी पूरी स े उतारकर अपने को उसे स प दू।ँ मने उसे ह का-सा पीछे ध ा दया। ‘सबकु छ ब त ज दी नह हो रहा है?’ मने कहा, जैसे क ऐसे मौक पर कोई भी लड़का इस पर हाँ कहेगा। ‘नह , िबलकु ल नह । इट फ ल राइट, ’ देबू ने कहा। उसका एक हाथ मेरी जाँघ पर था। वह अपना दूसरा हाथ मेरी पीठ पर ले गया और मेरी स े क िज़पर ढू ंढने क कोिशश करने लगा। ‘रोशनी ब त है, ’ मने कहा। उसने मेरे शरीर क तारीफ ज र क थी, ले कन मने इससे पहले कभी कसी मद के सामने अपने कपड़े नह उतारे थे। उसने कमरे क बि याँ बुझा द । िखड़क के परदे खुले रहे। मैनहटन क काइलाइन से आने वाली ह क -सी रोशनी म हम दोन एक-दूसरे को देखभर पा रहे थे। मने लाल लॉ जरी क मै चंग पेयर पहनी थी, शायद इसी उ मीद म क आज कु छ हो। देबू ने मेरी स े उतार दी और मेरी ा को खोल दया। फर उसने अपनी शट उतार ली। ‘तुम या कर रहे हो, देबू?’ मने अपनी ा को थामते ए कहा। मुझे लगा क अभी मुझे ऐसा जताना चािहए, मानो यह सब उसक मज़ से हो रहा है। ‘ज ट गो िवद द लो।’ देबू ने वही कहा, जो लड़के तब कहते है, जब वे वा तव म कहना चाह रहे होते ह क: लीज़, से स म कावट मत डालो! उसने ा उतारकर फक दी और मेरे े स को भ च िलया। ‘इतनी स ती से नह , लीज़, ’ मने कहा। ‘सॉरी, ’ देबू ने कहा। ‘तुम यह पहले कर चुके हो?’ मने कहा। उसने कु छ देर सोचा, फर कहा: ‘य द म क ँ हाँ तो या तुम मुझे कने को कह दोगी?’ म हँस पड़ी। ‘नो, िसली। ले कन ये मेरा फ ट टाइम है, ’ मने कहा। ‘मेरी एक गल ड थी। दो साल पहले।’ ‘ या अभी उसक बात करना ज री है?’ उसने मेरे िनप स को चूमा। फर ऊपर आकर मेरी कॉलरबोन को कस कया। फर मेरी ठोढ़ी को और आिखर म कई िमनट तक मेरे ह ठ को चूमता रहा। अब उसने मेरी अंडरिवयर पर हाथ रखा। मेरा दल ज़ोर से धड़कने लगा। या म एक मद के सामने पूरी नेकेड होने जा रही थी? ले कन तब तक ब त देर हो चुक थी। उसने मेरी पटीज िनकाली। फर अपना ाउजस और अंडरिवयर िनकाला। मने इससे पहले कसी नंगे मद को इतने करीब से नह देखा था। म उसे यान से देखना चाहती थी, ले कन उसने मुझे कसकर पकड़ िलया और मुझे चूमता रहा। उसके हाथ मेरी जांघ पर थे। ‘तु हारे ले स कतने सॉ ट ह।’ उसने कहा। मने मन-ही-मन तय कर िलया क म कं लीटली बेयर क लाइफ मबरिशप ले लूंगी। अब उसने मेरी टाँग के बीच वाली जगह पर छु आ। ीटमट ाज़ीिलयन के कारण वहाँ पर भी सबकु छ मूद था। ‘वॉव, तुम ब त गीली हो रही हो, ’ उसने कहा। म गीली ही नह थी, म जैसे पूरी तरह से भीग चुक थी। वह झुका और अपने चेहरे को मेरी टांग के बीच ले गया। ‘तुम या कर रहे हो?’ मने कहा। ‘गोइं ग डाउन।’ ‘डाउन कहाँ?’ ‘वहाँ।’ ‘ रयली? तु हारा मुँह, वहाँ पर!’ ‘हाँ, ज ट रलै स!’ अगले दस िमनट तक या आ, म िड ाइब नह कर सकती। उसक जीभ मुझे वै संग ि स क तुलना म ब त सॉ ट महसूस हो रही थी। उसक हर हरकत मुझे चरम सुख क ओर लेती जा रही थी। लोग इसे हर समय य नह करते? वॉव, इससे पहले
मुझे कभी कसी ने बताया य नह क से स इतना अ छा होता है। उसने एक अंगुली भीतर डाली। म िससक उठी। ‘के यरफु ल, ’ मैने कहा। ‘कै सा लग रहा है?’ उसने कहा। मने िसर िहला दया। मेरी आँख बंद थ । वह जीभ से अपना काम करता रहा। म अब ब त उ ेिजत हो गई और उस बंद ु पर प च ँ गई थी, जहाँ यह सहन करना क ठन होता जा रहा था। ‘ टॉप, ’ मैने कहा। ‘ या?’ ‘यहाँ आओ।’ वह मेरे पास आया। मने उसे चूमा। कु छ समय पहले उसका मुँह जहाँ पर था, उसको देखते ए तो यह थोड़ा अजीब ही था। वह मेरे ऊपर झुका। ‘ या म कर सकता ?ँ ’ या म अब से स करने जा रही थी? वॉव, या म आिखरकार बड़ी होने वाली थी।, ले कन या मुझे ऐसा करना चािहए? ‘मेरे पास ोटे शन है। मेरे पस म।’ उसने कहा। हाय राम, ये तो पूरी तैयारी से आया था! या म उसके िलए इतना आसान िशकार थी? ले कन म अब और सोचना नह चाहती थी। मने िसर िहलाकर हामी भर दी। वह ब त ऐहितयात से मेरे भीतर दािखल आ। मुझे थोड़ा दद आ। सच क ँ तो उसक जीभ का पश मुझे यादा बेहतर लगा था। ले कन इसी का नाम से स है, िजसे हम करना ही था। रािधका मेहता, तो आिखरकार तुमने से स कर ही िलया, मने मन-ही-मन कहा और खुद को हाई-फाइव दया। ऐसा लग रहा था, जैसे मने कोई बड़ी अचीवमट हािसल क हो, आईआईएमए म दािखल होने और गो डमान सा स म जॉब िमलने जैसी। या फर िड े ड डेट क िज मेदारी िमलने जैसी। या वह जॉब मेरे िलए क ठन सािबत होगा? ओहो, म भी या सोच रही ,ँ अभी जब एक मद मेरे भीतर घुसा आ है! ‘तुम कमाल हो!’ उसने कहा। मुझे अ छा लगा क उसने ऐसा महसूस कया। जहाँ तक मेरा सवाल है, तो म समझ नह पा रही थी क आिखर से स को इतना हौवा य बनाकर रखा गया है। या म उसे फर से वहाँ जाकर वह करने को क ?ँ या या अब उसके िलए देरी हो चुक है? उसके ो स तेज़ होने लगे। उसने मेरे कं धो को कसकर भ च िलया और कराहने लगा। शायद उसे आग म हो चुका था। कु छ देर तक गहरी साँस लेने के बाद उसक पकड़ मुझ पर ढीली हो गई। ‘वॉव, ’ देबू ने कहा। ‘अमे जंग! है ना?’ तो, मुझे अपने पहले से स के बाद अब कै सा फ ल हो रहा था? वेल, वैसा ही, जैसे आप महीन तक सलमान खान या शाह ख खान क कसी फ म का इं तज़ार करो, फर उसे फ ट डे फ ट शो देखने जाओ और पाओ क फ म अ छी तो थी, ले कन इतनी अ छी भी नह ! ‘हाँ, सचमुच अमे जंग!’ मने कहा। मेरे खयाल से िब तर म हम असहमित नह जतानी चािहए। वह मेरे बाजू म लेट गया और छत को देखने लगा। हमने एक-दूसरे के हाथ को थाम िलया। ‘तुम कयामत हो। इसके िलए शु या!’ उसने कहा। शु या!! कस बात के िलए? या शो ख म हो चुका था? वह अचानक िबना चाज कए फोन जैसा बरताव य करने लगा था? ‘वॉज़ इट गुड?’ मने कहा। ‘आई रपीट, अमे ज़ंग। म तो फिनश हो गया ।ँ ’ ‘ फिन ड?’ ‘मेरा मतलब है से टं फाइड।’ ‘देब।ू ’ ‘हाँ।’ ‘ या तुम मुझे भी से ट फाई कर सकते हो, लीज़?’ ‘ ?ँ ’ उसने मेरी ओर अचरज से देखते ए कहा। ‘वह तुमने जो नीचे जाकर कया था, या उसे फर कर सकते हो?’ मने कहा। ‘ योर, बेबी।’ गुड। आिखरकार मने एक अ छी और शम ली हंद ु तानी लड़क जैसा वहार नह कया, भले ही मुझे इसके िलए एक लट माना जाए। वैसे भी म एक ‘ ेटेड इं िडयन गल’ होने बजाय एक ‘से ट फाइड लट ’ बनना यादा पसंद क ँ गी। पाँच िमनट बाद, म भी ज़ोर से कराह रही थी। वॉव। मने उसके िसर को अपनी टाँग के बीच ज़ोर से थाम िलया था। मेरी टाँग काँप रही थ और फर मेरा पूरा शरीर थरथराने लगा। ओके , तो ऐसा होता है ऑग म! ‘कै सी हो तुम?’ मने ए बैरेसमट म अपना चेहरा िछपा िलया। ‘ हाट? मने पूछा तुम कै सी हो?’ उसने हँसते ए कहा। ‘से ट फाइड!’ मने जवाब दया!
9 दो महीने बाद ‘हम इस मेगाबॉउल डी स म अटक-से गए ह, ’ जोनाथन ह क ने कहा। वे वाइस ेिसडट थे और िड े ड डेट ुप म मेरे बॉस भी। मेरा फोन घनघनाया। मने समय देखा। शाम के 7 बज चुके थे। मुझे एक घंटे म देबू से िमलना था, ले कन अब यह नामुम कन जान पड़ता था। हम गो डमान सा स िड े ड डेट ुप के मी टंग म म थे। गो डमान क तरफ से जोनाथन, लाक ि मथ और म मौजूद थे। लाक ि मथ ुप के एक और एसोिसएट थे। मेगाबॉउल को लोन देने वाली सात बड़ी बक के ितिनिध भी वहाँ मौजूद थे। मेगाबॉउल बो टन ि थत िब डर कं पनी थी, जो बॉउ लंग एलीज़ बनाने का काम करती थी। लोग को तो उनक बॉउ लंग एलीज़ म खेलने पर मज़ा आता है, ले कन उनके े िडटस क हालत दूसरी थी। मेगाबॉउल कोई पचास िमिलयन डॉलर के कज़ िडफॉ ट कर चुक थी। ‘कोई एसेट्स नह बचे है। कं पनी के पास ढेर सारी बॉउ लंग िप स और बॉउ लंग बॉ स के िसवा कु छ नह है।’ जोनाथन ने कहा। पचास िमिलयन डॉलर रकवर करने के िलए तो ब त सारे बॉउ लंग बॉ स क दरकार होगी, मने मन-ही-मन सोचा। बकस एक-दूसरे क ओर खामोशी से देख रहे थे और मेगाबॉउल को इतनी बड़ी रकम कज़ म देने क अपनी साझा कमअ ली पर एक-दूसरे से हमदद जता रहे थे। ‘बोिलए क या कया जाए?’ एक बकर ने कहा। ‘हम उनके टु िपड सीईओ से डील नह कर सकते। हम तो बस इस सबसे बाहर िनकलने का रा ता सुझा दीिजए।’ मेरे हाथ ने हडबैग मे जाकर फोन को पकड़ िलया। ‘रािधका, ’ जोनाथन ने मेरा नाम पुकारते ए कहा, ‘ लीज़ अपना लान शेयर करो।’ डैम, मुझे के वल देबू को यह बताना था क आज रात मै नह आ सकूँ गी। ले कन अब मुझे अपना फोन छोड़कर हडबैग से हाथ बाहर िनकालना पड़ा। ‘ योर, जोनाथन।’ मने कहा और इस मी टंग के िलए तैयार क गई अपनी पेशल बुकलेट बाहर िनकाली। बुकलेट का पहला प ा खोलते ए मने कहा, ‘हमारी बेिसक ि माइस यह है क मेगाबॉउल को कै से चालू रख। िल डेशन म यादा वै यू नह है, एक डॉलर पर महज़ छह सट िजतनी। ले कन अगर हम सीईओ को कं ट यू करने देते ह, तो यह पचास सट तक प च ँ जाएगी। ‘फायर िहम!’ डक ि ली, बक ऑफ अमे रका के एक मोटे और गंजे बकर ने कहा। ‘उसी के कारण यह पूरा बखेड़ा आ है।’ ‘हाँ, यह सच है।’ मने कहा। ‘ले कन हम अभी इस बात के िलए उसक ज़ रत है क ऑपरे शंस को उसे ही ि थर करना होगा। हम लोग क छंटनी करनी होगी और सैलेरीज़ म कटौती करनी होगी। यह तमाम डट वक करने के िलए उसका इ तेमाल करना ठीक रहेगा।’ मने उ ह पूरा लान समझाया। इस लान के मुतािबक चलने पर कं पनी अपने खच पर लगाम लगा सकती थी। जब वे लोग बुकलेट म खोए ए थे तो मने सोचा क देबू को एक मैसेज कर दूं ता क उसे नाहक ही रे तरां ना जाना पड़े। ले कन बकस को मेरे बॉय ड क कोई परवाह नह थी। ‘ या गारं टी है क यह लान कामयाब होगा?’ एक कज़दार ने कहा। ‘गारं टी तो कोई नह है, ले कन अब जब हम आिखरकार िबज़नेस क क मत समझने लगे ह, तो प ीस िमिलयन तक रकवरी क जा सकती है। या फर डॉलर पर पचास सट िजतनी।’ मने कहा। ‘हम तीस सट ही दे सकते ह, ’ जोनाथन ने कहा। हम लोग इसी तरह से काम करते ह। तीस सट क बात करगे और उ मीद करगे क पचास सट क रकवरी हो। ‘तीस सट? ये तो कु छ भी नह है।’ डक ने कहा। ‘गो डमान इसको रवाइव करने क पूरी र क ले रहा है’ जोनाथन ने कहा। े िडटस इकट् ठा हो गए। ‘ या हम आप लोग को दस िमनट के िलए छोड़ सकते ह?’ जोनाथन ने कहा और उठ खड़ा आ। यस, ये मेरे िलए कॉल करने का मौका था। जोनाथन, लाक और म म से बाहर चले गए। म दौड़कर अपने यूिबकल पर गई और देबू को फोन लगाया। ‘हे बेबी! कहाँ हो तुम? म बस िनकलने ही वाला था। तुमने मेरा मैसेज देखा?’ देबू ने कहा। ‘नह , म अभी अभी मी टंग से बाहर आई ।ँ ’ ‘ या?’ ‘हम एक डील फायनल करने वाले ह। मेरी पहली डील, ए चुअली।’ ‘ले कन 7:30 बज चुके ह और 8 बजे क बु कं ग है। कॉमेडी सेलर लेट इं ी नह िमलती है।’ ‘आई एम सो सॉरी, या तुम इसे किसल करा सकते हो?’ ‘ले कन हम पहले ही पे कर चुके ह। पं ह-पं ह डॉलस।’ ‘पता है। ले कन आई एम सॉरी।’ ‘ या? रयली?’ उसने कहा। उसक आवाज़ धीमी हो चली थी। ‘एक काम करो ना। इसके बदले म आज रात मेरे घर जाओ।’
‘कब?’ ‘िडनर करो और आ जाओ। म ज द ही वहाँ प च ँ जाऊँगी।’ मने फोन रख दया और अपनी डे क पर इं तज़ार करने लगी। मने ाइबेका म एक वन-बेड म यूिनट रट पर ली थी। ाइबेका वॉल ीट क सबसे पुरानी रे िसडिशयल बसाहट म से थी। देबू के पास एक ए ा चाबी थी, य क वह अकसर मेरे घर आया करता था। म भी ुकिलन वाले उसके म पर कु छ मतबा जा चुक थी। एक टिपकल बैचलर म, िजसे वह दो और लड़क के साथ शेयर करता था। मेरी डे क का फोन घनघनाया। जोनाथन ने मी टंग म से कॉल कया था। ‘ या आप और लाक आ सकते ह?’ उसने कहा। हम दोन तुरंत वहाँ प च ँ गए। ‘ लाक और रािधका, मुझे यह बताते ए खुशी हो रही है क हमने डील कर ली है। लडर ुप ए ी हो गया है।’ ‘ये तो ब त अ छी ख़बर है।’ मने कहा। ‘रािधका, हम ज दी से एक टम शीट चािहए। डॉ यूमटेशन हम बाद म कर लगे।’ मेरा दल बैठ गया। टम शीट बनाने म कोई दो घंटे लग जाएँगे। जोनाथन और लाक लडस को पास ही हैरी एंड कै फे एंड टीक पर ं स के िलए ले गए और म अपनी डे क पर बैठकर काम करने लगी। देर रात जोनाथन आया। उसने अपनी घड़ी देखी और कहा: ‘आधी रात होने वाली है। ओह नो, सॉरी अबाउट दस। अब तु ह घर जाना चािहए, रािधका।’ उसने कहा। ‘मने तु ह फायनल टम शीट मेल कर दी है।’ मने अपना कं यूटर लॉग-आउट करते ए कहा। ‘वेलडन, इस डी स म तु हारा काम फटाि टक था। तुम ुप के िलए एक रयल एसेट हो, ’ जोनाथन ने कहा। गो डमान िब डंग से िनकलते समय मेरे दल म एक मीठी खुशी थी। जोनाथन के श द मेरे दमाग म गूँज रहे थे। म उ ह देबू को बताने के िलए बेचैन थी।
‘आई एम ली पंग, बेबी।’ जैसे ही मने बेड म क सी लंग लाइट चालू क , मुझे देबू क िशकायती आवाज़ सुनाई दी। ‘सॉरी।’ मैने लाइट कर करते ए कहा। और उसके बाद बेडसाइड लप चला दया। ‘ कतना बजा है?’ उसने उन दी आवाज़ म कहा। ‘12. 30।’ ‘ या? तुम अभी तक ऑ फस म थ ?’ ‘हाँ। या करती। ये मेरी पहली िबग डील थी। पता है जोनाथन ने मुझसे या कहा?’ ‘ या?’ ‘उसने कहा, रािधका तुम ुप के िलए एक िबग एसेट हो।’ ‘हाँ, हाँ, य नह । वे लोग तुम पर सारा काम जो लाद दे रहे ह।’ ‘ऐसा नह है। वे लोग भी देर तक के थे। डॉ यूमटेशन म ब त सारी छोटी-छोटी चीज़ो पर यान देना होता है। उसी म देर हो गई।’ ‘िडनर कया?’ ‘नो बेबी।’ ‘ या?’ देबू बेड म उठ बैठा। ‘समय ही नह िमला।’ ‘ये तो हद है! को।’ वह िब तर से उठा, िल वंग म म ओपन कचन तक गया और ज अंड क एक े िनकाल ली। ‘म तु हारे िलए कु छ भुज बना देता ।ँ तुम ेड के साथ खा लेना।’ ‘तुम सो जाओ, म कु छ और ले लूंगी।’ ‘तु ह कु छ हॉट खाना चािहए।’ ‘मेरा हॉट बॉय ड कै सा रहेगा? यहाँ आओ।’ मने उसक टी-शट पकड़कर उसे ख चा और चूम िलया। ‘सॉरी, मुझे आने म देर हो गई। चलो उसक भरपाई कर लेते ह।’ उसने मुझे ध ा दया। ‘पहले, अंड।े ’ फर वह भुज बनाने लगा। उसने अंडे फटे, याज-टमाटर छीले और टोव पर सॉसपैन रख दया। दस िमनट बाद उसने मेरे सामने मेरा िडनर पेश कर दया। ‘ ाय, ’ उसने कहा। मने एक बाइट ली। ‘कै सा है?’ ‘यमी। थक यू।’ ‘वेलकम।’ ‘देबू, सुनो।’ ‘ या?’
‘आई लव यू।’ ‘आई लव यू टू । ले कन तु हारे दशन ही नह हो पाते।’ ‘सॉरी, बेबी।’ ‘लेट्स मूव इन टु गेदर। साथ रहगे तो एक-दूसरे को दखते भी रहगे।’ म चुप हो गई। ‘ड ट वरी। मै अपने िह से का रट चुकाऊंगा।’ ‘अरे , वो बात नह है। ले कन उसका मतलब होगा िलव-इन। यानी क एक सी रयस रलेशनिशप।’ ‘ या अभी ऐसा नह है?’ म मु करा दी। ‘मेरा घर साफ-सुथरा रखना होगा ओके ?’ मने कहा।
10 एक साल बाद ‘मॉम, म शादी के बारे म बाद म सोच लूंगी। मेरा जॉब अभी नया है। पहले मुझे उस पर फोकस करने दो। लीज़।’ मने कहा। म वॉल ीट टेशन लेटफॉम क सबवे टे स पर दौड़ रही थी। शु वार शाम के रश-ऑवर के कारण कु छ भी सुनाई देना मुि कल सािबत हो रहा था। ‘जॉब इतना ज़ री नह है।’ उ ह ने कहा। मने कचन म चाय बनाने क आवाज़ सुनी। यहाँ शाम के 8.30 बजे थे, ले कन इं िडया म सुबह के 6 बज रहे थे। ‘नह , यह ब त ज री है। म एक ब त चैल जंग ुप म ।ँ यहाँ सभी को लगता है क म सबसे अ छा काम करने वाल म से ।ँ ’ मने कहा। ‘और यहाँ जो सब लोग बोल रहे ह क मेहता क दूसरी बेटी क शादी य नह हो रही है, उसका या? लोग कह रहे ह क कह लड़क म कोई खराबी तो नह ।’ ‘ रयली, मॉम? तु ह भी लगता है क मुझम कह कोई खराबी है?’ म नंबर 3 ेन म सवार हो गई। दरवाजे बंद हो गए। ाइबेका, चै बस ीट तक प च ँ ने के िलए मुझे तीन टॉप के बाद उतरना था। कु ल जमा पाँच िमनट का सफर था। ‘तुम एक साल से बाहर हो। तु हारी बहन क शादी ए दो साल होने आए। कम-से-कम हम लड़का तो देखना शु कर द। इसम भी ब त समय लगता है।’ ‘अ दित दीदी खुद शादी करना चाहती थ , म नह चाहती।’ ‘तुम शादी करना नह चाहत ?’ ‘अभी नह । मेरी लाइफ को तो देखो। रात के 8.30 बज रहे ह, अब जाकर म घर जा रही ।ँ ’ ‘इतनी देर। ये कस तरह का जॉब है आिख़र!’ ‘ या आप मेरी लाइफ के हर पहलू को टसाइज़ करना बंद करगी? मुझे अभी शादी-वादी नह करनी है।’ ‘ फर तुम चाहती या हो?’ ‘ब त-सी दूसरी चीज़। म अ छा काम करना चाहती ।ँ इस साल मोट होना और एक अ छा बोनस पाना चाहती ।ँ म ैवल करना चाहती ।ँ यूयॉक के मज़े लूटना चाहती ।ँ ’ ‘ या तु हारे साथ कोई लड़का है?’ मेरा दल ज़ोर से धड़क उठा। माँ क छठी इं ी जाग गई थी। ‘नह , ऐसा तो नह ।’ ‘ फर कै सा है?’ ‘मेरे यहाँ कु छ दो त ह। जैसे देबाशीष। वह भी एसआरसीसी से है।’ ‘देबाशीष कौन?’ उ ह ने उ सुकता से पूछा। ‘देबाशीष सेन। वो कॉलेज म मुझसे सीिनयर था, ले कन तब म उसे नह जानती थी। वो यहाँ मैनहटन म एक एड एजसी म काम करता है।’ ‘बंगाली?’ उ ह ने कु छ-कु छ अिव ास से कहा। ‘हाँ, तो?’ ‘कु छ नह । बंगाली लोग के बदन से बदबू आती है ना? वे लोग ब त म छी खाते ह।’ ‘ हाट नॉनसस!’ ‘ख़ैर, उ मीद है वह के वल तु हारा दो त ही होगा।’ म उ ह बताना चाहती थी क हम लोग स जी-भाजी क तरह कं डोम खरीदते ह! ‘हाँ। वैसे भी मुझे टाइम ही नह िमलता।’ म उ ह कु छ य नह बता रही थी? मुझे बताना चािहए। ले कन पहले मुझे देबू से तो कोई जवाब िमले। ‘वैसे तुम उस तरह क लड़क हो नह । अ दित वैसी थी।’ ‘वैसी मतलब कै सी?’ ‘कु छ नह । तुम िलखने-पढ़ने वाली लड़क हो। तुम कहाँ से बॉय ड वगैरा बनाओगी? हम ही तु हारे िलए कोई ढू ँढना होगा।’ ‘ रयली मॉम? आप मेरे िलए ऐसा करगी? म आपका कज़ कै से चुका पाऊँगी?’ ‘इट् स ओके । पैरट् स को तो यह करना ही होता है।’ वो मेरे ताने को समझी नह । म तो और बोलना चाहती थी, ले कन मौके क नज़ाकत भाँपकर गु सा पी गई। ‘मेरा टेशन आ गया है। डैड कै से ह?’ ‘चाय का इं तजार कर रहे ह। वे अब भी यह समझने क कोिशश कर रहे ह क रटायड लाइफ का या कर। ‘आपको पैसा िमल गया?’ ‘हाँ, ब त पैसा था बेटा।’
‘डैड से कहो क अपनी कार बदल ल। कम-से-कम एक ह डा िसटी ही ले ल। मा ित तो अब यूिज़यम म रखने लायक चीज़ हो गई है।’ ‘म कह दूग ँ ी उ ह। ले कन हम अपनी बेटी से पैसा लेना अ छा नह लगता।’ ‘ य ? अगर म बेटा होती, तब भी आप यही बोलते?’ ‘ले कन तुम तो बेटा नह हो।’ ‘तो या आ? म आपक संतान ।ँ म आपक लाइफ टाइल बेहतर बनाने म मदद य नह कर सकती?’ ‘ फर भी बेटे क बात और होती है।’ ‘मॉम, आप तो जानती ही ह क मुझे इस तरह क बात से गु सा आता है। आज का दन ब त मुि कल भरा था। तेरह घंटे लंबा। या आप मुझसे कोई अ छी बात नह कर सकत ?’ ‘वी िमस यू।’ ‘आई िमस यू गाईज़ टू ।’ ‘हम बुरा लगता है क हमारी बेटी तेरह घंटे काम करके घर पैसा िभजवाती है। तु हारे पापा के रटायरमट के बाद हमारे हाथ िसमट ज र गए ह, ले कन अब भी हालात इतने बदतर नह ए ह।’ ‘ फर वही, मॉम! आप चुप हो जाइए और मुझे अपनी फै िमली के िलए कु छ करने दीिजए।’ ‘िच लाकर बात मत करो। अभी यहाँ सुबह ही ई है।’ ‘तो आप भी मुझे इ रटेट य कर रही ह?’ ‘मने कहाँ कया? अगर अभी से शादी क बात नह चलाऊँगी तो तु हारा घर कै से बसेगा?’ ‘बाय, मॉम। म अब और बहस नह कर सकती। डैड के साथ चाय पीिजए।’ ‘ठीक है। आजकल के ब े तो ब त ही हाई-फाई हो गए ह। कभी भी फोन लगा दगे, कभी भी बात करना बंद कर दगे, कभी भी िच लाने लगगे।’ मने तीन गहरी साँस ली और सॉरी कहा। ‘जाओ, अब घर जाकर आराम कर लो। इतना पैसा कमाना भी अ छी बात नह ।’
म अपाटमट म दािखल ई। देबू िल वंग म म बैठा फु टबॉल देख रहा था। उसने एक लुज़ े टी-शट और लैक शॉ स पहनी ई थी। हाथ म था बीयर का एक कै न। ‘हे, ’ उसने टीवी से नज़र हटाए िबना कहा। ‘हाय, ’ मने बुझी ई आवाज़ म कहा। या उसके िलए सोफे से उठकर मुझे एक हग देना भी मुि कल है? मने अपनी जैकेट िनकाली और उसे डाय नंग टेबल पर रख दया। मने देखा क वहाँ िम टर चाऊ, ाइबेका के एक चाइनीज़ रे तरां के बॉउ स रखे थे। ‘तुमने खाना ऑडर कया था?’ ‘हाँ। मेरा कु छ बनाने का मन नह हो रहा था। फर टीवी गेम भी चल रहा था।’ ‘ले कन यह कतना गंदा है। तुम कु छ हे दी फू ड ऑडर कर सकते थे।’ ‘मेरा चाऊ चीप है। हम इसको दो दन तक खा सकते ह।’ मने डाय नंग चेयर पर अपना हडबैग पटक दया। कभी-कभी मुझे लगता था क देबू कु छ यादा ही पैसे बचाने के फे र म रहता था। ‘मने माँ को फोन लगाया था। म उनसे बात करना चाहती थी, ले कन आिखर म म उन पर िच ला पड़ी।’ ‘ऊ ,ँ ’ उसने टीवी से नज़र हटाए िबना कहा। ‘ये तो अ छी बात नह है।’ ‘देबू! या तुम एक िमनट के िलए अपना टीवी बंद कर सकते हो?’ मने लगभा िच लाते ए कहा। देबू ने कु छ हैरत से मेरी ओर देखा। उसने टीवी तो बंद नह कया, ले कन उसे यूट कर दया। ‘ या आ बेबी?’ ‘म यहाँ एक थका देने वाले दन के बाद घर आई ,ँ तुम कम-से-कम मुझे देखकर खुश होने का दखावा तो कर ही सकते हो।’ ‘ऑफ कोस, म खुश ँ बेबी।’ ‘िगव मी अ हग। जब म घर म आऊँ तो ऐसे दूर से के वल हे मत कहो।’ वह अपनी सीट से उठा, मेरे पास आया और मुझे हग कर िलया। मने उसे दूर धके ला। ‘मेरे कहने पर नह । अपने मन से करो। आज मेरी माँ से ब त बहस ई।’ ‘ कस बारे म?’ ‘गेस करो।’ ‘बेटी क शादी को लेकर ही होगी, और या?’ ‘हाँ देब।ू ’ मने कहा। माँ और मेरे बीच हर ह ते कम-से-कम एक बार शादी को लेकर बहस होती ही थी। देबू इस बारे म जानता था। म उ मीद करती थी क वह इस मामले म कु छ करे गा। ले कन उसके िलए तो एक टु िपड माइनर लीग अमे रकन फु टबॉल गेम यादा ज़ री था। ‘उनक बात पर इतना यान मत दो। वे ओ ड-फै श ड ह।’ उसने एक पेपर लेट िनकाली, उस पर कु छ नूड स िलए और मुझे थमा दी। मेरे अिनि त भिव य के मुआवज़े के तौर पर चीप
चाऊमीन क एक लेट! ‘देब,ू रयली या तु ह यही लगता है क मुझे यह बात परे शान कर रही है?’ ‘और या?’ ये लड़के लोग कभी कसी बात को समझते य नह ? हम लड़ कय के साथ कभी कोई एक चीज़ नह होती है। कई चीज़े हम एक साथ परे शान करती रहती ह, जैसे ऑ फस म काम का ेशर, बॉस क डट लुक, ेन म अपने से दुबली लड़ कय को देखना और इसी म जोड़ लीिजए, बॉय े ड का यूचर ला स म कोई दलच पी नह लेना। ‘जी नह , बात के वल इतनी ही नह है।’ म अपनी आवाज़ को िजतना संभाल सकती थी, उतना संभालते ए मने कहा। ‘ओह!’उसने अचरज जताते ए कहा। ‘देब!ू ये या है?’ ‘ या आ? मैने या कया?’ ‘वही जो तुमने नह कया।’ ‘हग? ओह, उसके िलए सॉरी।’ ‘बात हग क नह , बात हमारी है। या सचमुच तु ह कु छ समझ नह आ रहा, या तुम दखावा कर रहे हो?’ ‘बेबी, साफ-साफ बोलो।’ मने लेट को परे सरका दया। म नह खाना चाहती थी। और ना ही म देबू क बेबी-बेबी क रट सुनना चाहती थी। ‘ आ या है?’ ‘देब!ू हम कहाँ जा रहे ह?’ ‘मतलब?’ मने रमोट उठाया और टीवी बंद कर दया। ‘हम? यानी क हम अपनी रलेशनिशप म कहाँ जा रहे ह? मेरी माँ मेरी शादी कर देना चाहती ह। तुम सुन रहे हो या नह ?’ ‘ले कन तुम तो शादी नह करना चाहत ना? कम-से-कम अभी तो नह , राइट?’ उसने कहा। ‘ले कन हमारा यूचर या है?’ ‘आई लव यू, बेबी। आई मीन, रािधका। और तुम भी मुझे चाहती हो। हम एक-दूसरे से इतना यार करते ह। हम और या चािहए?’ ‘ये सब तो ठीक है। हाँ, म तु ह यार करती ,ँ ले कन कभी-कभी मुझे लगता है क शायद म तुमम कु छ यादा ही इनवॉ व हो रही |ँ म कसी और के बारे म सोच भी नह पाती ।ँ ’ ‘ये तो अ छी बात ही है ना?’ ‘ले कन हमारा कोई यूचर है या नह , या हम के वल रट और से स ही शेयर करते रहगे?’ ‘ऐसा मत बोलो।’ म सोफे पर आकर बैठ गई और टीवी चला दया। वह आया और उसने टीवी बंद कर दया। ‘तुमने टीवी य चालू कया?’ उसने कहा। ‘जब तु ह बात करने म कोई दलच पी नह है, तो और या क ँ । यही दखावा करते ह क जैसे कोई ॉ लम ही नह है।’ ‘ठीक है, म बात क ँ गा।’ ‘ योर। म सुन रही ।ँ ’ ‘मेरे जॉब क ॉ लम है। मुझे मोशन का इं तज़ार है।’ ‘वह अगले महीने िमल सकता है।’ ‘हाँ, ले कन कौन जाने नह भी िमले। मेरे दो कली स ने बॉस को बोल दया है क म मोशन के लायक नह ।ँ एड क दुिनया म गलाकाट ितयोिगता होती है। म ब त टशन म ।ँ ’ ‘वेल, यह तो ब त बुरा है। ले कन इसका हमसे या सरोकार है?’ ‘म एक सीिनयर ए टव डायरे टर बनना चाहता ।ँ मुझे मोशन और पैसा चािहए। शादी करने से पहले म खुद को और मजबूत बना लेना चाहता ।ँ मुझे अपने कै रयर पर फ़ोकस करना है।’ ‘म तुमसे ये नह कह रही ँ क अगले ह ते मुझसे शादी कर लो।’ ‘अ छा सुनो, मुझे यह मोशन िमल जाए, एक-दो नए अकाउं ट् स िमल जाएँ, उसके बाद म अगला कदम उठाने को तैयार र ग ँ ा।’ ‘म माँ को या बोलू?ँ ’ ‘उ ह मेरे बारे मे बता दो। कह दो क मेरा एक बॉय ड है।’ ‘वे यह सुनकर पागल हो जाएँगी। म सही समय पर ही उ ह बताऊंगी।’ ‘जैसी तु हारी मज़ । यहाँ आओ।’ म अपनी सीट से िहली नह । वह खुद चलकर मेरे पास आया। ‘आई लव यू।’ उसने कहा। ‘मी टू । सॉरी मने तु ह तंग कया।’
हम िब तर पर लेटे थे। वह अपनी अंगुिलयाँ मेरी बाँह पर दौड़ा रहा था। ‘आज रात नह , देबू। मेरा मूड नह है।’ ‘तु ह अ छा लगेगा।’ ‘नह ।’ उसने मेरी े ट पर हाथ रख दया। मने उसे दूर कर दया। ‘अपने कै रयर पर फ़ोकस करो, देबू। यहाँ-वहाँ यान मत भटकाओ। गुडनाइट।’ Downloaded from Ebookz.in
11 ‘पहले कं पनी ॉपट ज़ पर फोर लोज़। उ ह इतना डरा दो क वे हमारे िहसाब से खेलने लग।’ मने जोनाथन से कहा। हम ऑ फस पै ी म कॉफ मशीन के पास खड़े मेड ोन नाम क एक सेमी-कं ड टर कं पनी के बारे म बात कर रहे थे। ‘ माट सजेशन।’ जोनाथन ने कहा। मने दो ए ेसो बनाई और एक कप उसक ओर बढ़ा दया। मेरा फोन बजा। देबू का नाम देखकर मने उसे एक तरफ रख दया। ‘गो अहेड, उठा लो।’ ‘पसनल कॉल है। म बाद म लगा लूँगी।’ ‘नह , नह , बात कर लो। म बाद म तुमसे तु हारी डे क पर आकर िमलता ।ँ ’ जोनाथन के जाते ही मने फोन उठाया। ‘हाय, िमिडल-ऑफ-द-डे कॉल। नाइस!’ ‘वेल, अभी तुम बीबीडीओ के एक सीिनयर ए टव डायरे टर से बात कर रही हो।’ ‘ओह माय गॉड, तो तुमने यह कर दखाया! कां ेट्स, देबू। यह तो आज क सबसे बड़ी ख़बर है।’ ‘थक यू। सबसे पहले तु ह ही बताया है।’ ‘ज़ािहर है। और अब हम इसे सेिल ेट करगे।’ ‘इट् स ओके । उ ह ने दो और को मोट कया।’ ‘यह ब त बड़ी बात है। खैर, मुझे जाना होगा। तुम घर कब तक प च ँ जाओगे?’ ‘7.30 बजे तक। य ?’ ‘कु छ नह । शायद मुझे आज ज़रा देर हो जाए। ओके , िम टर सीिनयर ए टव डायरे टर, बाय!’ मने तुरंत एक लान बनाया और अिवनाश, आशीष और िनिध को मैसेज कया। ‘एक बड़ी खबर है। देबू मोट हो गया है। आज 7 बजे हमारे घर पर सर ाइज़ सेिल ेशन ं स होगी। ठीक समय पर प च ँ जाना। 55-बी, 50 फकिलन ीट, ाइबेका।’ चंद ही िमनट म सभी ने कं फ़म कर दया। मने कु छ और को मैसेज कया। कु छ अपने दो त को भी साथ लाना चाहते थे। आधे घंटे म मने एक िमनी-पाट अरज कर ली थी, िजसम कोई एक दजन मेहमान ने िशरकत करने क इजाज़त दे दी थी। सबसे आिखर म, मने देबू को एक मैसेज कया। ‘िबज़ी डे। देर हो सकती है। िडनर करके सो जाना।’
‘सर ाइज़!’ सभी एक वर म िच लाए। देबू पल भर को समझ ही नह पाया। उसके शॉ ड ए स ेशंस देखकर सभी हँस पडे। मने रे ज़ के यहाँ से िप ज़ा ऑडर कया था। होल फू स के यहाँ से सैलेड, नट् स और बार ै स आए थे। जर म शै पेन थी। यह पहली बार था, जब म और देबू हमारे छोटे-से अपाटमट म इतने सारे लोग से िमल रहे थे। िल वंग म म हँसी-ठट् ठा गूँज रहा था। इसे देखकर मुझे लगा, जैसे मेरी दुिनया पूरी हो गई है। मने बि याँ म म कर द और यूिजक चला दया। ‘ या शानदार पाट है!’ िनिध ने कहा। ‘ले कन तुम मेरे साथ कभी ऐसा कोई सर ाइज़ मत करना’, आशीष ने कहा, जो क अब िनिध का पित था। ‘हम मै रड ह और वे लवस ह, दोन म फ़क है।’ ‘जो भी हो।’ उसने कहा। िनिध हँस दी। मने अपने कं धो पर कसी का हाथ महसूस कया। मुड़कर देखा तो देबू था। वह मेरी आँख म गहरे झाँक रहा था। ‘आई लव यू।’ उसने कहा। ‘आई लव यू टू ।’ मने कहा। देबू ने मुझे ह ठ पर चूम िलया। आशीष ने सीटी बजाई। सभी हमारी तरफ देख रहे थे। मने अपना चेहरा छु पा िलया। म अपनी ज़ंदगी म इससे खुश पहले कभी नह थी। ‘मने तो तु ह दोपहर को ही बताया था। तुमने यह सब कै से कर िलया?’ देबू ने कहा। ‘मने आधे दन क छु ट् टी ले ली।’ ‘मुझे इतना पेशल फ ल कराने के िलए शु या, सुपरवुमन।’ ‘यू आर वेलकम। ले कन पाट के बाद घर क सफाई करनी म तु ह भी मदद करनी होगी।’ मने कहा।
तीन महीने बाद ‘सुपब जॉब ऑन मेगाबाउल। हम प ीस नह तीस िमिलयन रकवर कर सकगे। वेल डन, रािधका।’ म अपने लैपटॉप पर जोनाथन का एक पुराना मेल पढ़ रही थी। ‘बेबी, अपना लैपटॉप बंद करो और यहाँ आओ।’ देबू ने उन दी आवाज़ म कहा। म बेड पर उसके पास बैठी थी। कमरे क बि याँ
बंद थ । ले कन लैपटॉप क क न उसे तंग कर रही थी। ‘ क न ब त ाइट है। अभी या समय हो रहा है?’ देबू ने कहा। ‘11.30, ’ मने कहा। ‘बस कु छ और िमनट।’ ‘तुम या काम कर रही हो?’ उसने मेरी कमर पर हाथ रखते ए कहा। ‘मेरी परफॉमस र ू। कल मुझे इसे सबिमट करना है।’ ‘तुम कमाल हो, ’ उसने कहा। ‘अनफॉ यूनेटली, यहाँ पर ऐसा कोई ऑ शन नह है। मुझे उन सभी डी स के िडटे स िलखना है, िजन पर मने िपछले साल काम कया है।’ ‘वे लोग जानते ह, तुम कतनी अ छी हो। अब सो जाओ। म तु ह छू ना चाहता ।ँ ’ देबू ने मुझे अपने करीब ख चते ए कहा। ‘तुम सो जाओ। म जानती ँ क लैपटॉप से तु ह द त हो रही है। तो म िल वंग म म जाकर बैठ जाऊंगी।’ ‘ले कन वहाँ तो ब त सद है।’ ‘म हॉल का हीटर चला लूंगी।’ मने कहा, देबू का िसर चूमा और िल वंग म म चली गई। वहाँ मने अपना लैपटॉप फर से खोला और परफॉमस र ू फॉम पढ़ा। उन अवसर का वणन करो, जब आपने कसी डीस मे अपनी तरफ से कोई अहम योगदान दया हो। मने िपछले एक साल म तीन डी स पर काम कया था। इनम से मेगाबॉउल पर मेरा योगदान सबसे यादा था। मने िडटे स दज कए। िपछले साल जब मने फम वॉइन क थी, तब हमारे पास एक फ ड बोनस था। मेरी परफॉमस र ू ही यह तय करने वाली थी क इस साल मुझे कतना बोनस िमलेगा। म आिखरी सवाल पर प च ँ ी: आप अपनी परफॉमस को पाँच म से कतने अंक देना चाहगी: 1. उ मीद से कह नीचे। 2. उ मीद से नीचे। 3. अपे ानु प। 4. अपे ा से बेहतर। 5. अपे ा से कह बेहतर। म कु छ देर सोचती रही। पाँचव िवक प को चुनना तो ब त यादा हो जाता, इसिलए मने तीसरे िवक प को चुना और सबिमट कर दया। ‘हो गया?’ बेड म से देबू क आवाज़ आई। ‘हाँ, अभी आई।’ मने कहा।
म पाटनर जॉन ू ज के कमरे म धीमे-धीमे टहल रही थी। उसक से े टरी ने मुझे इं तज़ार करने को कहा था। गो डमान म बोनस डे के दन पूरे ऑ फस क हवा ही बदल जाती थी। लोग ब त उ सािहत होते थे, ले कन बाहर से ऐसा दखाते थे, मानो सबकु छ ब त कू ल हो। बकस बोनस के िलए ही काम करते है और आंकड़ पर ब त कु छ िन भर रहता है। ज़ीरो बोनस या ब त कम नंबर का यह भी मतलब हो सकता था क अब आप फम को छोड़कर जा सकते ह। जॉन ू ज यूयाक िड े टीम म सभी को बोनस क घोषणा करने वाले थे। मेरी बेस सैलेरी 120000 डॉलर सालाना थी। ‘हाऊ यू डु इंग?’ जॉन ने अपनी क न से नज़र हटाए िबना कहा। वह कोई भी आंकड़ा सावजिनक करने से पहले रलै स रहने क िहदायत देता था। उसके पास मैिजक नशीट थे, िजसम सभी बोनस डाटा का उ लेख था। ‘म ठीक ।ँ आप कै से ह?’ मने कहा। ‘कु छ-कु छ सांता लॉज़ जैसा महसूस कर रहा ।ँ ’ म मु करा दी, ले कन थोड़ा-सा ही। पाटनर के ऑ फस म हम सलीके -से बरताव करना ही होता है। ‘ये तु हारा पहला रयल बोनस होगा, है ना?’ मने िसर िहला दया। ‘तुमने यह कै से कया?’ उसने पूछा। ‘म ज द ही पता लगाने क कोिशश क ं गी।’ वह हँस दया। ‘वेल, तमाम र ू म से खुद को सबसे बुरी रे टंग आप ही ने दी है। आपने खुद को के वल तीन नंबर दए, जब क लगभग सभी ने आपको पाँच दए ह।’ म कु छ ना कह सक । मेरे भीतर खुशी मचलने लगी थी। िपछले बारह महीन म मैने जो मेहनत क थी, उसक अहिमयत को लोग समझ रहे थे। ‘तो इस साल के िलए आपका बोनस है डेढ़ लाख डॉलस!’ ‘ या!’ मेरे मुँह से िनकल ही गया। ‘ या का, या मतलब है? तु ह अ छा लगा ना?’ जॉन ने कहा। ‘सॉरी, ले कन आपने कतना बताया?’ ‘एक लाख पचास हज़ार डॉलस! तो आपका टोटल कं पेनसेशन होगा, एक लाख बीस हज़ार बेस लस एक लाख पचास हज़ार
बोनस। यानी इस साल आपने दो लाख 70 हज़ार डॉलस कमा िलए ह।’ मेरा िसर चकराने लगा। मने पैर ज़मीन पर टका दए, ता क कह म चकराकर िगर ना पडू ।ँ दो लाख 70 हज़ार डॉलस! मने मन-ही-मन यह आँकड़ा दोहराया। यानी एक करोड़ पचास लाख पए! ‘आपको बेस इं मट भी िमली है। िजससे अब यह बढ़कर एक लाख 40 हज़ार डॉलस हो गई है। क प इट अप।’ ‘वेल, हाँ। थ स, जॉन। म हमेशा अपना बे ट देने क कोिशश क ँ गी। ये मेरे िलए ब त बड़ी रकम है।’ ‘ले कन तुम इसे िडजव करती हो। बाय द वे, एसोिसएट लेवल पर यह सबसे बड़े बोनस म से है। और हाँ, ये तमाम नंबस काि फडिशयल है। इ ह कभी कसी से शेयर मत करना।’ ‘म समझती ।ँ ’ ‘गुड। बैक टु वक नाऊ।’ अपनी सीट पर लौटते समय ऐसा लग रहा था, जैसे म हवा म तैर रही ।ँ मेरे पास वाले यूिबकल म बैठे ै ग से म हाई-फाइव करना चाहती थी, ले कन कर नह सक । म के वल मु करा दी। मने अपने कं यूटर पर एक फाइनिशयल मॉडल ेडशीट खोली। ले कन मेरा दमाग फ़ोकस नह कर पा रहा था। मुझे यह ख़बर कसी ना कसी से शेयर करनी ही थी। इं िडया म अभी सब लोग सो रहे थे। मने देबू को कॉल कया। उसने फोन नह उठाया। मने सोचा क शायद वह कसी मी टंग म होगा। आधे घंटे बाद मने फर कोिशश क । उसने फर फोन नह उठाया। म सोचने लगी क अभी वह कहाँ होगा। आिखरकार एक घंटे बाद उसने कॉल बैक कया। ‘ या बात है?’ ‘लंच पर िमलना चाहोगे?’ ‘कब, अभी?’ ‘हाँ।’ ‘म काम पर ।ँ बाहर कदम भी नह रख सकता। एक अकाउं ट पर ब त पोिल ट स हो रही है।’ ‘मुझे बोनस िमला है।’ मने फु सफु साते ए कहा। ‘कू ल। कतना िमला है?’ ‘म आमने-सामने बैठकर बताना चा ग ँ ी।’ ‘तो आज रात घर पर बता देना।’ ‘आज कह बाहर चलते ह।’ ‘ रयली?’ ‘हाँ। म तु हारे ऑ फस के पास कोई जगह चुन लूंगी। काम से सीधे वह आना। 6.30 बजे?’
12 मने नेराई बुक कया, एक हाईली-रे टेड ीक रे तरां, जो बीबीडीओ ऑ फस से के वल दस िमनट क पैदल दूरी पर था। बु कं ग के बाद मने देबू को मैसेज भेजा। ‘नेराई, 55 ई ट 54व ीट (मैिडसन एंड पाक के बीच), 6.30 बजे।’ 5.30 बजे म ऑ फस से िनकल गई। मुझे साउथ फे री टेशन तक पैदल जाना था और रे तरां तक प च ँ ने के िलए ‘1’ ेन पकड़नी थी। ले कन मने टै सी ली। आज म 20 डॉलर क कै ब राइड अफोड कर सकती थी। यूयॉक क येलो टै सी ने एफडीआर ाइव ली, जो मैनहटन के ई ट को ट से सटा एक हाईवे है। वह िबना कसी ै फक िसगनल के मुझे 49व ीट तक ले गई। वहाँ से टै सी वे ट क ओर मुड़ी और मुझे नेराई क ओर ले गई। चूँ क म ज दी प च ँ गई थी, इसिलए मने आराम से रे तरां का जायज़ा िलया। ट क सफे द दीवार पर ीक प टं स टंगी थ । मने वाइन िल ट देखी और ीक रे ड वाइन ऑडर कर दी। देबू का मैसेज आया: ‘सॉरी, टक एट वक। दस िमनट लेट हो जाऊँगा।’ ‘कोई बात नह ।’ मने जवाब दया। ‘तब तक तुम कु छ ऑडर कर दो। मुझे भूख लग रही है।’ मने वाटरमेलन-चीज़ सैलेड और िड स ऑडर क । खाना आ गया, ले कन देबू नह । आिखरकार वह 7 बजे प च ँ ा। ‘आई एम सो सो सॉरी।’ ‘इट् स फाइन।’ मने कहा और उठकर उसे हग कया। उसने अपना लंबा काला ओवरकोट िनकाला और उसे कु स पर टांग दया। ‘ब त काम है?’ ‘पोिल ट स यादा है। यह क कै पेन का े िडट कसको िमलेगा। जब से मेरा मोशन आ है, मने ए टव काम करने से यादा समय पोिल ट स को मैनेज करने म िबताया है।’ ‘आिखर तुम सीिनयर हो। मैनेजस को यही तो करना होता है।’ ‘हाँ शायद। ओह, खाना आ गया है। कै सा है? म तो भूख से मरा जा रहा ।ँ ’ ‘अभी तक चखा नह । तु हारा वेट कर रही थी।’ देबू ने ेड उठाई और िडप के साथ ली। मने सलाद िलया। कु छ बाइ स के बाद जैसे उसक जान-म-जान आई तो बोला: ‘एनीवे, तु हारा या रहा? िबग डे?’ म मु करा दी। ‘तो फोन पर बताने को तुम तैयार नह थ । वीकडे पर बाहर िडनर पर बुला िलया। तु ह स पस म रखने म मज़ा आता है।’ ‘ऐसा कु छ नह है। ले कन मै आमने-सामने बैठकर ही बताना चाहती थी।’ ‘तो कतना िमला है?’ ‘जॉन ने मुझे आज अपने म म बुलाया और कहा क मुझे दूसरे लोग ने ब त अ छे र ूज़ दए ह।’ ‘देखा, मने तो पहले ही कह दया था क तुम टार हो।’ ‘वेल, जब आपके पाटनर आपक तारीफ करते ह, तो अ छा लगता है।’ ‘ हा स द नंबर, बेबी?’ ‘बता दूग ँ ी।’ ‘म और इं तजार नह कर सकता।’ ‘ले कन कसी को बताना मत।’ ‘म भला कसको बताऊंगा?’ ‘एक सौ पचास।’ ‘एक सौ पचास या?’ उसने कं यूज़ होते ए कहा। ‘एक सौ पचास सौ डॉलस!’ ‘एक लाख पचास हज़ार डॉलस!!’ ‘जी हाँ।’ ‘यू मीन टोटल कं पेनसेशन? तु ह ऑलरे डी 120 िमलते ह, तो 30 बोनस?’ ‘जी नह । 150 बोनस, टोटल 270।’ देबू का मुँह खुला-का-खुला रह गया: ‘यानी तुमने िपछले साल दो लाख स र हज़ार डॉलस कमाए?’ ‘जी हाँ।’ ‘ओह, होली फ़क! ये बके भी!’ ‘वेल, सभी को इतना नह िमला है। ले कन मुझे फाइव रे टंग िमली थी, इसिलए इतना यादा िमला।’ ‘नाइस।’ उसने दबी ई आवाज़ म कहा। वेटर ऑडर लेने आया। उसने मेनू खोला और पाँच िमनट तक उसका मुआयना करने के बाद कहा: ‘वन लड के बाब एंड वन फालाफे ल, लीज़।’ वेटर चला गया। ‘यू ओके िवद ऑडर, बेबी? तुम कु छ और लोगी?’ देबू ने कहा।
‘नह । अलब ा ऐसा लग रहा है क तु ह मेरी बात से यादा दलच पी मेनू म है।’ ‘नह , नह । एनीवे, तुम कु छ कह रही थ ?’ म मु करा दी: ‘म कह रही थी क एसोिसएट् स म से मुझे सबसे यादा बोनस िमला है।’ ‘दैट्स नाइस, बेबी। आई मीन, म तो इतने सारे पैस को इमेिजन भी नह कर सकता। यू नो, मोशन के बावजूद मेरा टोटल कं पेनसेशन 80 हज़ार तक ही प च ँ पाया है।’ उसे अपनी सैलेरी बताने क ज़ रत या है, मुझे पहले ही पता है: मने सोचा। ‘तुम भी ब त अ छा कर रहे हो।’ मने कह तो दया, ले कन अगले ही पल लगा क गलत बात कह दी। ऐसा लगा जैसे म रे स म दूसरे नंबर पर आए कसी ब े को िह मत बंधा रही ँ क तुम भी अ छा दौड़े। बहरहाल, शायद उसने इसे नो टस नह कया। ‘ले कन मेरी कं पनी के लोग टु िपड ह। तुम यक न नह करोगी इसी कै पेन म या आ।’ मुझे समझ नह आ रहा है क यहाँ पर देबू के बारे म बात य हो रही है, जब क यह िबग मोमट तो मेरा है ना: मने मन-ही-मन सोचा। वेटर रे ड वाइन क एक बोतल लेकर आया। देबू ने उसक ओर अचरज से देखा। ‘मने सेिल ेट करने के िलए ीक वाइन ऑडर क थी। एक पूरी बोतल!’ मने वेटर को इशारा कया क वह हमारे िलए दो िगलास तैयार कर दे। ‘कू ल।’ उसने कहा। ‘नाइस।’ कू ल और नाइस, यह इं सान या कभी इन दोन श द से आगे नह बढ़ेगा या? खाना आया। उसका चेहरा चमक उठा। ‘इस लब क महक कतनी शानदार है। बेबी, तुम ब त अ छे रे तरां चुनती हो। अब जैसे यही रे तरां ले लो। ऑ फस के इतना करीब, ले कन मुझे पता ही नह था। कसी दन म अपनी टीम के साथ यहाँ आऊंगा।’ िम टर देबाशीष सेन, म रे तरां चुनने के अलावा और भी दूसरे काम करती ।ं जैसे क ब त सारे पैसे कमाना। र ूज़ म टॉप रे टंग हािसल करना। या तुम इसके िलए मेरी ज़रा भी तारीफ नह कर सकते? ‘ दस इज़ यमी? तुम भी ाय करो। यह तो बस कमाल है।’ देबू ने कहा। मेरे बोनस क ख़बर पर उसने िजतना उ साह दखाया था, उससे दस गुना यादा वह खाने पर दखा रहा था। मने अपना खाना खुद सव कया। यह देखकर मुझे अचरज आ क अब म भी अपने बोनस को लेकर इतनी खुश नह अनुभव कर रही थी। अरे यार, म तारीफे सुनने के िलए इतनी बेचैन य रहती ?ँ गो डमान सा स के सबसे सीिनयर पाटनर म से एक जॉन ने मेरे काम क तारीफ क है, और या चािहए? हम लड़ कय म यह खराबी कसिलए होती है क जब तक हमारा आदमी हमारी तारीफ ना कर दे, हम उसको पूरी नह मानते। ‘कै सा लगा? लब तो ब त ही सॉ ट है ना?’ ‘हाँ, अ छा है।’ मने कहा। मेरा मन कर रहा था क क :ँ जह ुम म जाओ! आिखर वह मेरी तारीफ य नह कर सकता? जब उसको मोशन िमला था तो मने ज़मीन-आसमान एक कर उसके िलए एक सर ाइज पाट रखी थी। ले कन अभी उसको लब चट करने से ही फ़ु रसत नह थी। देबू मुझे कोई डेढ़ साल से जानता था। वह समझ गया क म अपसेट य ।ँ ‘मुझे तुम पर नाज़ है, बेबी। सो ाउड ऑफ यू। तुमने यह सब अचीव करने के िलए ब त मेहनत क है, म जानता ।ँ ’ ‘ओह, थ स।’ मने कहा और उसका हाथ थाम िलया। ‘आई एम सॉरी, ले कन म अभी तक उस नंबर पर यक न नह कर पा रहा ।ँ तु हारे पास तो अभी पूरे दो साल का ए सपी रयंस भी नह है।’ ‘िड े ड म पैसा अ छा िमलता है। जो डील मने करवाई थी, उससे भी कं पनी को ब त पैसा िमला। ले कन हाँ, जब मने सुना तो म भी सकते म आ गई थी।’ ‘तुम मुझसे तीन गुना यादा पैसा कमाती हो। माइं ड लोइं ग!’ उसने ऐसी बात य कही? कं पेयर करने क ज़ रत ही या है? म उसे यह भी बताना चाहती थी क मुझे बेस इं मट भी िमला है, ले कन मने उसे ना ही बताना ठीक समझा। ‘वेल, दो लोग के बीच म कोई-ना-कोई तो यादा ही कमाएगा। कु छ इं ड ीज अ छा पे भी करती ह।’ ‘ह म।’ ‘चलो कह छु ट् टयाँ िबताने चलते ह। कह भी। यूरोप? हवाई?’ वह हँस दया: ‘फ लंग रच?’ ‘आई एम रच। वी आर रच। चलो इस वीकड शॉिपग करते ह। आओगे?’ ‘शायद। तुमने अपने पैरट् स को बताया?’ ‘बता दूग ँ ी। जब मॉम उठगी, तब उ ह बताऊंगी।’ ‘वे लोग यह सुनकर कतने खुश ह गे।’ ‘आई होप सो। म चाहती थी क वे एक ह डा िसटी कार खरीद। ले कन अब शायद म उनसे इससे भी बेहतर कार खरीदने को क ग ँ ी।’ ‘उ ह तुम पर कतना नाज़ होगा।’ ‘थ स, देबू। ले कन या तु ह भी मुझ पर नाज़ है? सच मे?’ ‘हाँ, िबलकु ल है।’ हमने एक-दूसरे क आँख म देखा। हमने इस शहर म अपने िलए एक मुकाम बनाया था। हमने ना के वल सवाइव कया, बि क
हम यहाँ पर फले-फू ले भी। हम एक-दूसरे का साथ पसंद था। मने उसका हाथ थाम िलया। उसने कु छ कहने के िलए अपना गला साफ कया। या वह कोई रोमां टक बात कहने जा रहा था? ‘सॉरी, ले कन यह लब का आिखरी पीस तुम खाओगी या म खा जाऊँ?’ उसने कहा।
‘पूरे डेढ़ लाख डॉलस!’ मने फोन पर माँ को बताया। ‘ पए म बताओ।’ ‘अभी एक डॉलर पतालीस पए के बराबर है, तो मान लो 70 लाख पया।’ ‘ये तु हारा बोनस है?’ ‘म थोड़ा पैसा आपके अकाउं ट म िभजवा रही ।ँ लीज़ शॉ पंग कर लेना।’ ‘तु ह 70 लाख पए बोनस म िमले?’ ‘हाँ।’ ‘सैलेरी अलग?’ ‘ ।ँ ’ ‘वैसे तुम या काम करती हो?’ ‘मतलब?’ ‘मतलब इतना पैसा कभी कसी जॉब म िमलता है?’ ‘मने आपको बताया था ना क म िड े ड डेट म ।ँ हम उन कं पिनय के साथ काम करते ह, जो मुि कल दौर से गुज़र रही ह।’ ‘य द कं पिनयाँ मुि कल म होती ह, तो तुम इतना पैसा कै से बना लेती हो?’ म हँस दी: ‘हो जाता है। डैड पास म ह?’ ‘हाँ।’ उ ह ने कहा, फर ज़ोर से आवाज़ देकर उ ह पुकारा: ‘अजी सुनते हो, तु हारी बेटी ने 70 लाख पए कमाए ह।’ उनक आवाज़ पूरी कॉलोनी म सुनी जा सकती थी। गो डमान के कॉि फडिशयिलटी लॉजेज क ऐसी कम तैसी! मने डैड को भी बोनस क पूरी रामायण सुनाई। एक िमनट क चु पी के बाद उ ह ने भावुक आवाज़ म कहा: ‘इतना तो एसबीआई चेयरमैन को भी नह िमलता। तुम अभी चौबीस साल क ही हो। मेरी गुिड़या इतनी बड़ी कब हो गई?’ म अपने आँसु को रोक नह पाई। ‘म अब भी आपक गुिड़या ही ,ँ डैड। वही जो आपक अंगुली पकड़कर कू ल जाती थी।’ मने उनके सुबकने क आवाज़ सुनी। मेरे पापा घर क सभी औरत से यादा रोते थे। ‘आई एम सो ाउड ऑफ यू।’ ‘आई लव यू। आई िमस यू।’ ‘घर ज दी आना।’ ‘आऊँगी। समस के आसपास म छु ट् टयाँ लूंगी। आपको या चािहए? या म आपके िलए कु छ ला सकती ?ँ ’ ‘बस मेरी िल टल गल को मेरे पास ज दी-से-ज दी ले आना।’ मने फोन रख दया। म एक लंबे समय के बाद इतना रोई थी। कसको मालूम था क दो लाख स र हज़ार डॉलस आपको इतना इमोशनल बना सकते ह?
13 ‘चीयस!’ जोनाथन ने टो ट उठाते ए कहा। ‘मेरे अमे जंग एसोिसएट् स ै ग और रािधका के िलए।’ हमने अपने-अपने िगलास उठा दए। िड े ड डेट क परं परा के मुतािबक पूरे ुप ने बोनस अनाउं समट वीक के शु वार को ं स का मज़ा िलया। हम हैरीज कै फे एंड टीक पर आए थे, जो क गो डमान िब डंग से महज़ पांच िमनट के फ़ासले पर था। यह वॉल ीट का एक इं ि टट् यूशन था, जहाँ सीिनयर बकस और सीईओ लंच करते थे और दुिनया क कु छ सबसे बड़ी डी स को अंजाम देते थे। हम कोई बीस लोग बार ए रया मे बैठे थे। जॉन ू ज के वल चंद िमनट के िलए आए, सीिनयर एमडी और वाइस ेिसडट् स से बितयाए और अपने है पटंस बीच हाउस म वीकड मनाने चले गए। लोग यहाँ पर अपनी बीिवय , पितय , गल ड् स-बॉय ड् स के साथ आए थे। मने भी देबू को बुलाया था। आिखरकार मने यह िह मत जुटाई थी क उसे अपनी टीम के सामने ला सकूँ । ‘है पी िवद योर नंबर?’ ै ग ने मुझसे पूछा। भले ही गोपनीयता कायम रखना कतना ही ज री य ना हो, बोनस गॉिसप से बढ़कर कोई और चीज़ बितयाने के िलए नह हो सकती थी। ‘मेरा पहला बोनस है, खुशी तो होगी ही।’ ‘उ मीद है उन लोग ने तु ह अ छा पे कया होगा।’ ‘हे! ये तो जोनाथन क वाइफ है ना?’ मने स जे ट बदलते ए कहा। मने जोनाथन क डे क पर उनक त वीर देखी थ । ‘हाँ, वही लारा ह।’ ‘तु हारा साथ देने के िलए कोई आ रहा है?’ मने पूछा। ‘अमांडा कु छ ही िमनट म प च ँ रही है।’ ै ग ने अपनी गल ड के बारे म कहा। ‘और तु हारा साथ?’ ‘मेरा भी एक दो त आ रहा है!’ ‘दो त?’ म हँस दी। ‘ओके , बॉय े ड। सॉरी, मने अभी तक यहाँ उसके बारे म कसी को बताया ही नह ।’ ‘मुझे नह मालूम था तु हारा एक बॉय ड है।’ ‘मने कभी उसके बारे म बात ही नह क ।’ ‘वेल, आज हम उसे देख लगे। हमारी सुपर टार एसोिसएट का बॉय ड।’ ‘म अभी सीख ही रही ।ँ ’ ‘यू आर गुड। मुझे यह वीकार करते अ छा तो नह लग रहा, फर भी सच यही है क तुम मुझसे बेहतर हो। वे लोग तु ह अगले छह महीने म वाइस ेिसडट बना दगे। देखती जाओ।’ ‘पता नह ।’ ‘अमांडा इज़ िहयर!’ ै ग ने ज़ोर से कहा। सुनहरे बाल वाली एक बेहद खूबसूरत लड़क भीतर आई। सभी लोग ठहरकर उसे देखने लगे। उसके बाल घुंघराले थे और उसका मेकअप लाजवाब था: ऑ स लड िलपि टक और मोक आईज़। वो आई और ै ग को हग कया। पलभर म वह एसोिसएट होने के बावजूद एक सुपर टार बन गया। मने अपना फोन चेक कया। ‘अभी भी काम म ही उलझा ।ँ सॉरी।’: ( देबू का मैसेज था)। ‘ज दी आओ। यहाँ सब आ गए ह।’ मने जवाब दया। ै ग ने अमांडा से मेरा प रचय कराया। ‘मने तु हारे बारे म ब त सुन रखा है।’ अमांडा ने कहा। ‘सच?’ ‘ ै ग हमेशा आपक बात करते रहते ह क आप कतनी अ छी िनगोिशएटर है और अपने काम म कतनी अ छी है।’ ‘ऐसा नह है। बस कभी-कभी क मत मेरा साथ देती है।’ मने हँसते ए कहा। म काि लम स पर इसी तरह रए ट करती थी। म ‘थक यू’ कहकर उसे वीकार नह करती थी, उ टे तारीफ को ही नकार देती थी। ‘तो आप ए ेस ह?’ मने कहा। ‘हाँ। अभी एक िथएटर म छोटा-सा पाट कर रही ।ँ टीवी और मूवीज़ के िलए भी ऑिडशन दे रही ।ँ ले कन यह ब त मुि कल है, इसिलए साथ ही म एक पाट-टाइम िपयानो टीचर के प म भी काम करती ।ँ ’ ‘आप इतनी खूबसूरत ह। आपको ज र अपनी मंिजल िमल जाएगी।’ ‘ यूयॉक म खूबसूरत लड़ कय क कोई कमी नह है।’ अमांडा ने कहा। ‘ले कन तुमसे खूबसूरत कोई नह ।’ ै ग ने कहा और उसे िसर पर कस कया। वह िखलिखलाकर हँस पड़ी। पाट म सभी क नज़र अमांडा पर ही जमी ई थ । म अमांडा जैसा बनना चाहती थी। पता नह य । मने ऐसा सोचने के िलए मन-ही-मन खुद को लताड़ लगाई, य क अमांडा के पास कोई ढंग का जॉब नह था। वह फाइनिशयल डी स नह कर सकती थी। वह साल के दो लाख स र हज़ार डॉलर नह कमाती थी। ले कन इसके बावजूद अमांडा इतनी हॉट थी और मद उसके आसपास िततिलय क तरह मंडरा रहे थे। ले कन मेरी ज़ंदगी म आने वाला इकलौता मद अभी तक गायब था।
‘देबू, कहाँ हो तुम?’ मने उसे फर एक मैसेज भेजा। उसने एक घंटे तक कोई जवाब नह दया। तब तक म अपने ुप के सभी लोग क बीिवय से िमल चुक थी और तीन िगलास शै पेन पी चुक थी। मेरा िसर कु छ-कु छ चकराने लगा था। देबू ने 9.30 पर फोन लगाया। ‘देबू, कहाँ हो तुम? सबलोग जाने वाले ह। तु ह मेरा मैसेज िमला क नह ?’ ‘हाँ, ले कन ये मुसीबत भी आज ही होनी थी। म तु ह बताऊंगा।’ उसके आसपास से लोग क आवाज़ आ रही थ । ‘अभी तुम कहाँ हो?’ ‘म अपनी टीम के साथ नीचे ड़ंक लेने आया ।ँ ’ ‘देबू? ले कन तु ह तो ं स के िलए आज मेरे ऑ फस आना था। मुझे तु ह सबसे िमलाना था।’ ‘ टु िपड पोिल ट स हो रही है। मुझे लोग से बात करनी पड़ेगी। ले कन म आऊंगा।’ ‘कब तक?’ ‘एक घंटे म!’ ‘तब तक सब ख म हो जाएगा। रयली देब?ू तु ह भी आज ही काम लेकर बैठना था।’ ‘म उलझा आ ।ँ म तु ह बता नह सकता, यहाँ पर कै से पीठ पर वार कए जाते ह।’ ‘देबू, तु हारे ऑ फस म या होता है, उससे मुझे कोई सरोकार नह । तुमने कहा था क तुम आओगे।’ ‘मुझे लगा था क म आ जाऊंगा। वैसे भी, वहाँ पर बकर लोग ही ह ना। मुझे उनम कोई दलच पी नह ।’ ‘ रयली? ले कन म भी एक बकर ।ँ ’ ‘तु हारी बात अलग है। ले कन बकर लोग हमेशा पैस और डी स क ही बात करते रहते ह।’ ‘देबू, वे लोग भी इं सान ह। आज यहाँ सब लोग अपने-अपने पाटनस के साथ आए ह। मने ै ग को बता भी दया था क तुम आ रहे हो। अब म उसे या क ?ँ ’ ‘यही क मेरा बॉय ड कसी काम म त हो गया।’ ‘ठीक है। बाय!’ ‘तो म एक घंटे म वहाँ आऊँ या नह ?’ ‘रहने दो। पीठ पर वार करने वाले अपने कली स के साथ ही रहो। इट् स ओके । बाय।’ मने फोन रख दया। फर मने शै पेन का एक िगलास उठाया और साँस म पूरा पी गई। जोनाथन ने मुझे देख िलया। ‘शायद कसी को च बब स का मज़ा लेते ए आिह ता-आिह ता पीना पसंद नह है।’ उसने कहा। ‘हे जोनाथन।’ ‘ ै ग ने मुझे बताया क तु हारा बॉय ड आ रहा है।’ ‘वह कसी काम म फँ स गया है।’ ‘ओह, ये तो बुरा आ। वह या करता है?’ मुझे खुद ही नह पता क वह करता या है, म कहना चाहती थी। ले कन मने गहरी साँस ली, खुद को काबू म कया और कहा: ‘वह मैिडसन एवे यू पर काम करता है। एडवरटाइ ज़ंग म।’ ‘ओह, नाइस। दर ए टव टाइ स।’ ‘हां, शायद।’ ‘बकर और ए टव, अ छा कॉि बनेशन है।’ पतालीस िमनट बाद सभी लोग छोटे-छोटे ु स बनाकर हैरीज़ क और चले गए। उनके अपने-अपने िडनर ला स थे। मेरा कोई लान नह था। म बाहर चली आई और एक कै ब ढू ँढने लगी। ले कन शु वार होने के कारण मुझे कोई कै ब नह िमली। म सबवे म गई और अपने फोन को देखा। देबू ने कोई कॉल या मैसेज नह कया था। मुझे सहसा याद आया क मने कु छ नह खाया था। म बाहर चली आई और पैदल ही घर क ओर जाने लगी। रा ते म मने अपने िलए एक िप ा लाइस ली। इस हालत म भी मने सोचा क उस इिडयट देबू ने खाना खाया होगा या नह और यह सोचकर एक िप ा उसके िलए पैक करवा िलया। म घर प च ँ ी तो देखती या ँ क देबू महाराज कु स पर बैठे टीवी देख रहे ह! ‘तुम यहाँ?’ मने कहा। वह उठा और मेरे हाथ से िप ा बॉ स और हडबैग ले िलया। मने अपना वंटर कोट िनकाला और हगर पर टांग दया। ‘म दस िमनट पहले ही आया ।ँ ’ उसने कहा। ‘तुमने खाना खाया?’ ‘नो, नॉट रयली। बस कु छ बार ै स।’ ‘म िप ा लाई ,ँ खा लो।’ ‘थ स बेबी।’ ‘ड ट बेबी मी। ज ट ईट।’ ‘तुम अपसेट हो? कु छ आ या?’ भला यह कै सा सवाल आ? या देबू दमाग से पैदल है? मने कोई जवाब नह दया। हम िल वंग म म अपनी छोटी डाइ नंग टेबल पर आमने-आमने बैठ गए। मने बा स से िप ा लाइस िनकल और उ ह लेट्स म रख दया। ‘लु स यमी।’ उसने कहा। मने िप ा लाइस क ओर देखा और मुझे अमांडा क याद आई। म दावे से कह सकती ँ क वो इस तरह क चीज़ नह खाती
होगी। यही तो उसक खूबसूरती का राज़ है। जब मुझे यह खयाल आया क म यह कै लोरी बम िडनर खा रही ,ँ तो मुझे गु सा आ गया। मैने लेट सरका दी। ‘ या आ, बेबी?’ देबू ने कहा। उसके मुँह म खाना भरा था। ‘मुझे भूख नह है।’ ‘ य ?’ ‘म यह नह खा सकती।’ ‘ले कन तुम ही तो इसे खरीदकर लाई हो।’ ‘हाँ, य क म टु िपड ,ँ ओके । अब मुझे बेबी कहना बंद करो।’ देबू ने अपनी िप ा लाइस भी नीचे रख दी। ‘सुनो, म जानता ँ क तुम अपसेट हो, य क म तु हारी पाट म नह आया। ले कन आज का दन मेरे िलए ब त मुि कल रहा है। उन लोग ने मुझे और मेरे दो और जूिनयस को अंडर आमर अकाउं ट से बाहर कर दया।’ ‘ या? कै से? वो तो तु हारा अकाउं ट था ना?’ ‘मने तु ह बताया था ना। पोिल ट स। वे इसको री-शफल कहते ह। ले कन हक कत यह थी क उ ह ने मुझसे मेरा अकाउं ट ले िलया।’ ‘यह सब आज आ?’ ‘यह मुझे आज बताया गया। ले कन वे महीन से इसक तैयारी कर रहे थे। सब ला ड था।’ ‘सॉरी टु िहयर दैट। तु हारे पास और भी अ छे अकाउं ट ह गे ना?’ ‘मेरी ऐसी-तैसी हो गई है।’ मुझे समझ नह आ रहा था क या क ।ँ वह मुझे कई दन से बता रहा था क उसके ुप म पोिल ट स हो रही है। एडवरटाइ ज़ंग म काम करने का उसका उ साह दन-ब- दन ख म होता जा रहा था। उसक टीम के कई सद य उसे लाइं ट मी टं स से भी बाहर रखते थे। ‘उस समय तुम ऑ फस से बाहर या कर रहे थे?’ ‘म अपने दो त के साथ था और सोच रहा था क या कया जाए।’ ‘तो कु छ सोचा?’ ‘उ ह ने मेरी बारह बजा दी, इसम सोचना या है?’ ‘तो तुम अपने दो त के साथ समय िबताने के बजाय मेरे ऑ फस क पाट म आ सकते थे।’ ‘रािधका, या तु ह के वल अपने ऑ फस क पाट क ही परवाह है?’ ‘नह । ले कन अगर तुम मेरी के यर करते हो तो।’ ‘ हाट डु यू मीन? अगर म एक टु िपड बकर पाट म नह आया तो कोई बड़ी बात हो गई या?’ म उठ खड़ी ई और टेबल पर जोर से मु ा मारा। ‘वह कोई टु िपड बकर थंग नह थी। वह मेरी पाट थी। मुझे इस ह ते एक ब त बड़ा बोनस िमला है और वहाँ पर उसी बात का सेिल ेशन हो रहा था। म चाहती थी क तुम मेरी टीम से िमलो और मेरी टीम तुमसे िमले। िडड यू गेट इट?’ ‘बैठ जाओ। या हम िडनर कर सकते ह?’ ‘मुझे कु छ नह खाना है, ’ मने चीखते ए कहा। ‘शोर मत मचाओ। तुम नशे म हो?’ ‘नह ।’ ‘अ िबट हाई?’ ‘इससे फ़क नह पड़ता। म अब भी तुमसे यादा साफ तरीके से सोच सकती ।ँ ’ ‘ या?’ ‘यही क तु ह अपना जॉब बदलने क ज़ रत है। या तुम वहाँ खुश हो?’ ‘नॉट ए ज़ै टली। ले कन बीबीडीओ ब त बड़ा नाम है। म उसे कै से छोड़ सकता ?ँ ’ ‘बड़े नाम का या अचार डालना है। य द यह तु हारे िलए ठीक नह है, तो छोड़ो। िडिजटल एडवरटाइ ज़ंग म इतना कु छ हो रहा है। वहाँ जॉब ढू ँढने क कोिशश करो।’ ‘यह इतना आसान नह है। फर वे लोग टाट-अ स ह और उनका कु छ तय नह ।’ ‘ठीक है, तो फर जहाँ हो वह बने रहो। ले कन तब हर बात क िशकायत मत करो।’ ‘ या म तुमसे कु छ शेयर भी नह कर सकता?’ ‘कर सकते हो, ले कन इसका कोई इलाज भी तु ह खोज ना होगा ना। ले कन तुम तो इस बारे म कु छ करते ही नह हो।’ ‘ हाट डू यू मीन क म इस बारे म कु छ नह करता?’ ‘मेरी माँ मुझे हर ह ते फोन लगाती ह। वे चाहती ह क म अपने िलए कोई लड़का पसंद क ं । म तु ह हर बार यह बताती ।ँ या तु ह कभी इससे कोई हंट िमली?’ वह चुप रहा। मने सभी टची टॉिप स एक बार म ही खोल दए थे | ‘तुम तो देख ही रही हो, मेरा कै रयर अभी कस हालत म है। य द यह ठीक होता तो म उस बारे म सोचता भी।’ ‘तो उसको ठीक करने के िलए कु छ करो।’ म कमरे से बाहर िनकल गई। शॉवर िलया और सोने चली गई। मने सभी बि याँ बुझा द । देबू ने भी चज कया और मेरे पास आकर लेट गया। उसने अपनी बाँह मुझ पर रखी, मने उसे दूर हटा दया।
‘कम िहयर, बेबी।’ ‘सो जाओ।’ मने कहा।
14 ‘हमने दस िमिलयन डॉलर का इं वे टमट कया था। ले कन हम अब 36 िमिलयन डॉलस रकवर करगे।’ मने कहा। हमने िसटी ॉपट ज़ म इं वे ट कया था। यह मैनहटन क एक फम थी, िजसक हालत ख ता हो गई थी। ले कन हमारे ारा इं वे टमट करने के बाद ही ॉपट माकट म सुधार आ गया और हमारा पैसा बढ़कर ितगुना हो गया। ‘फ़टाि टक। अब हम इसे बेच देना चािहए।’ जॉन ने कहा। ‘ हाट अ डील! वेलडन रािधका!’ ‘इसम जोनाथन और ै ग ने मुझे अ छी तरह से गाइड कया था।’ मने कहा। म अपनी सीट पर आ गई और देबू को फोन लगाया। म उसे इसके बारे म बताना चाहती थी। ‘हे, ’ उसने कहा। ‘ या चल रहा है?’ ‘एक काम म लगा ,ँ ले कन लगता नह क बात बनेगी। तुम सुनाओ।’ ‘ऑ फस म ।ँ एक और डील लोज़ कर दी है।’ ‘तुमने कसी काम से फोन लगाया था?’ ‘हाँ।’ मने कहा। ले कन शायद अब म उसे अपनी कामयाबी के बारे नह बताना चाहती थी। फर म खुद ही सोचने लगी क ऐसा य हो रहा है। ‘कु छ नह , बस ऑ फस म आज का दन अ छा रहा।’ मने कहा। ‘अ छा मतलब? तुम और पैसा कमाने म कामयाब रह ?’ वह हँस दया, ले कन मुझे यह बात अ छी नह लगी। ‘नह , ऐसा नह है। मै बस अ छा महसूस कर रही थी। यहाँ हमारे पास वह सबकु छ है, जो कसी का भी सपना हो सकता है। हम ेटफु ल होना चािहए।’ ‘हाँ बेबी।’ देबू ने कु छ इस अंदाज म कहा, मानो वह ज हाई लेने वाला हो। ‘दै स वीट। एनीवे। मुझे अब फर से अपने काम म लगना चािहए।’ ‘ योर। सॉरी क मने तु हे िड टब कया।’ ‘बाय, बेबी।’ उसने कहा और फोन रख दया और अपनी न क ओर लौट गई।
‘हाय, दस इज़ रािधका मेहता ॉम यूयॉक ऑ फस।’ मने कहा। मने हमारे हांगकांग ऑ फस म एक कां स कॉल लगाया था। समय के अंतर का यान रखते ए मने यह कॉल अपने घर से रात दस बजे लगाया था। म िल वंग म के सोफे पर बैठी थी। देबू बेड म म बैठा एक बुक पढ़ रहा था। ‘हाय रािधका, दस इज़ पीटर वू ॉम हांगकांग ऑ फस।’ एक ि ने कहा। ‘जोश एंग ॉम हांगकांग।’ एक दूसरी आवाज़ ने कहा। ‘जोनाथन ॉम यूयॉक।’ जोनाथन ने कहा। मने फोन को पीकर मोड म रख दया, ता क मेरे हाथ रह सक। मने अपने िलए एक मंट टी बनाई थी और हाथ म उसका कप थाम रखा था। जोनाथन ने डील के बारे म बताया। ‘हम ल सिवज़न नाम क एक कं पनी के साथ डील कर रहे ह। यह च म और सन लासेस क मै युफे चरर है। रािधका पहले ही इं फो मेमो भेज चुक ह। फलहाल यह कं पनी मुि कल म है और उसके पास कोई कै श नह रह गया है। उसके पास एसेट्स के नाम पर चीन म कु छ कं पिनयाँ ही ह।’ गो डमान सा स के ऑ फस का आपसी तालमेल ब त अ छा था। डील यूयॉक म आई थी, ले कन हम अपने हांगकांग ऑ फस से इस बारे म बात कर रहे थे। जोश और पीटर को चीन म बताए गए कं पनी के लां स को जाकर देखना था क वे वा तव म वहाँ पर ह भी या नह । ‘ लाइं ट का कहना है क फै टरी शे जेन म है, जो हांगकांग से यादा दूर नह है।’ मने कहा। ‘तब तो हम एक दन क प म इसका पता लगा लगे।’ ‘यह ब त अ छा होगा। वे लोग कह रहे ह क फै टरी क बे के बीचोबीच है और अगर उसे बंद कर दया जाए तो वहाँ पर रे िसडिशयल लैट्स बनाकर भी बेचे जा सकते ह।’ मने कहा। जैसे ही मने अपना वा य पूरा कया, देबू िल वंग म म चला आया। मने उसे अंगुिलय के इशारे से चुप रहने को कहा। उसने िसर िहला दया। फर वह ज क ओर गया और ॉबेरी योगट का एक कप िनकाल िलया। उसने मुझे ऑफर कया, ले कन म अपनी चाय के साथ खुश थी। मने उसे एक लाइं ग कस दया। वह मु करा दया। फर म कॉल क ओर मुड़ी। ‘शे जेन तेज़ी से बढ रहा है। ऐसे म लोके शन और लोकल अथॉ रटी क सहमित पर ब त कु छ िनभर करे गा। ले कन कामकाजी मज़दूर के बारे म या?’ जोश ने कहा। वह हांगकांग िड े ड डेट ुप म वीपी था। देबू डाय नंग टेबल पर बैठ गया और अपना ैक खाने लगा। पीकर पर ऑनलाइन कॉल जारी रहा। ‘हम दो सौ कामगार क ज़ रत होगी। ले कन वे तभी तक के रहगे, जब तक क हम कं शन जारी रख।’ मने कहा।
‘ले कन अगर हम िबज़नेस चालू रखगे तो इसम अभी के वल 40 िमिलयन डॉलर का खचा होगा। ले कन अगर हम अपाटमट के िलए ज़मीन बेच द तो हम 71 िमिलयन िमलगे।’ जोनाथन ने कहा। ‘वॉव, ये तो कमाल है!’ पीटर ने कहा। ‘िबलकु ल। और इसीिलए हम चाहते ह क लड सेल के ऑ शंस टटोल ल।’ मने कहा। ‘ठीक है। हम कु छ दन का व दीिजए। हम िविजट करके आते ह।’ जॉन ने कहा। ‘उ मीद है हम अ छी खबर सुनने को िमलेगी।’ मने कहा। कॉल पूरा आ। मने फोन रखा और लैपटॉप बंद कर दया। देखा क देबू वह बैठा था। ‘अरे , तुम यह हो।’ ‘ ,ँ तु हारी बात सुन रहा था।’ ‘बो रं ग बकर टाफ, राइट?’ ‘कु छ-कु छ। ले कन शायद म समझ पा रहा था क यह कस बारे म था।’ ‘यह एक नई डील है। कं पनी दवािलया हो चुक है, ले कन चीन म उसक कु छ फै ट रयाँ ह।’ ‘हाँ, और तुम लोग उस पर ताला लगवाकर उसक ज़मीन अपाटमट् स के िलए बेचना चाहते हो।’ ‘िबलकु ल। फै टरी पुरानी है, ले कन उसक लोके शन ब त कमाल क है। चीन तेज़ी से बढ़ रहा है और यह शहर के बीचोबीच म है। चलो, देर हो गई है, अब सो जाते है।’ ‘नो, वेट। फै टरी म काम करने वाले वकस का या होगा?’ ‘उ ह जाना होगा। हम उ ह कु छ मुआवज़ा दगे।’ ‘और उनके प रवार? तुम लोग उ ह नए जॉब य नह दे सकते?’ ‘देबू, ये वो लोग खुद देख लगे। हम उ ह मुआवज़े के तौर पर कु छ महीन क सेलेरी दगे।’ ‘इतना आसान नह है। ये कस तरह का घ टया पूंजीवाद है!’ ‘ या? सी रयसली? घ टया पूंजीवाद!’ ‘तुम यादा-से- यादा पैसा कमा लेना चाहती हो।’ ‘वेल, ये मेरा जॉब है। हम पैसा इं वे ट करते ह ता क हम उस पर अ छा रटन िमल सके ।’ ‘ले कन इसके िलए तु ह लोग के पेट पर लात मारने क या ज़ रत है?’ ‘ये कोई बंगाली क युिन म वाली ॉ लम तो नह ? बंगािलय को क युिन म से कु छ यादा ही यार होता है।’ ‘मुझे नह मालूम, ले कन यह गलत है।’ ‘म कु छ गलत नह कर रही ।ँ हम वही कर रहे ह िजससे कानूनी तरीके से यादा-से- यादा मुनाफा कमाया जा सके ।’ ‘ता क पहले ही अमीर गो डमान सा स के पाटनस और अमीर बन जाएँ? ले कन फै टरी म काम करने वाले मजदूर का या होगा?’ ‘देबू! ये मुसीबत गो डमान सा स ने नह पैदा क है। यह कं पनी मैनेजमट क गलती है। उसने ब त सारा कज़ा ले िलया, िबना सोचे-समझे िबज़नेस कया और कं पनी दवािलया हो गई। इसीिलए आज उसके मजदूर को नुकसान झेलना पड़ रहा है। हम तो के वल इस फै ले ए रायते को साफ करना चाहते है।’ ‘जैसे िग लाश पर मंडराने लगते ह। िग भी यही कह सकते ह क वे सफाई करने आते ह, जब क वे के वल अपना पेट भरने आ रहे होते ह।’ ‘ये कोई ब त अ छी तुलना तो नह है, ले कन तुम चाहो तो ऐसा मान सकते हो।’ ‘तु ह इस काम का पैसा िमलता है?’ ‘तो? हम बड़ी र क भी तो लेते ह। नह तो इस तरह क कं पिनय को कोई छू ना भी नह चाहता।’ ‘तु ह अपना जॉब पसंद है?’ ‘हाँ देब।ू आई लव इट! म अपना काम ब त अ छे से करती ।ँ और यह ब त ए साइ टंग भी है। म ब त कु छ सीख रही ।ँ गो डमान सा स एक बड़ी कं पनी है। मुझे पैसा भी खूब िमल रहा है। काम का दबाव ज र है, ले कन मुझे यह पसंद है।’ ‘पता नह । ले कन मुझे यह अ छा नह लग रहा है। आई होप, यह नौकरी करते-करते तुम प थर ना बन जाओ।’ ‘प थर? या मतलब?’ ‘जब म तुमसे िमला था, तब तुम एक वीट, इनोसट लड़क थी। तु हारे भीतर सॉ टनेस थी।’ ‘म अब भी वही ।ँ और ये के वल एक जॉब है। अ छा तुमने िडिजटल एड एजसीज़ के िलए अ लाई कया?’ ‘कर दूग ँ ा।’ ‘मुझे तो लगा था क तुम कहोगे म कर रहा ।ँ ’ ‘म कर दूग ँ ा, रािधका। मुझ पर ज़ोर मत डालो। सो, यही म कहना चाह रहा था। तुम स त होती जा रही हो।’ ‘म के वल तु हारी फ़ कर रही ।ँ म चाहती ँ क तुम अपने जॉब म खुश रहो, तुम अ छे से सेटल हो जाओ, फर हम आगे क टेप उठाएँ।’ ‘कौन-सी टेप?’ अब पानी िसर के ऊपर िनकल चुका था। देबू अ छी तरह जानता था क म या कह रही ,ँ फर भी वह अनजान बनने का नाटक कर रहा था। फर भी मने खुद को संभालते ए कहा: ‘हमारी शादी के बारे म। कतनी बार मुझे यह मामला तु हारे सामने उठाना होगा? ऐसा लग रहा है, जैसे म तुमसे भीख माँग रही ।ँ ’ ‘तु ह कोई भीख-वीख माँगने क ज़ रत नह है।’ ‘तो म अपनी माँ के सामने कब तक बात बनाती र ।ँ ’
‘म तु ह कह चुका ँ क म अभी इसके िलए तैयार नह ।ँ ’ ‘हम कल शादी नह करने जा रहे है, देब।ू ले कन हम कु छ ला स तो बनाने ह गे ना। मुझे अपने पैरट् स को बताना होगा क मेरी ज़ंदगी म कोई है, ता क वे मेरे िलए लड़का ढू ँढने के िलए द ली म मारे -मारे ना फर।’ ‘तुम मुझसे या चाहती हो?’ ‘मुझे बताओ क हमारे बारे म तु हारे या ला स ह। तुम एक साल बाद शादी करना चाहते हो, दो साल बाद, या तीन साल बाद? कु छ तो बताओ।’ ‘इस बारे म कोई भी बात करना ब त ज दबाज़ी होगी।’ ‘हम िपछले दो साल से िलव-इन म ह। अब िबलकु ल समय आ गया है क हम इस बारे म सोच।’ ‘मुझे नह लगता क समय आया है।’ ‘और मुझे लगता है क समय आ गया है।’ हमारी आँख टकरा । ‘तब तो तु ह ठीक ह गी। आ टर ऑल, तु ह यादा बोनस िमलता है। राइट?’ ‘ हाट द फ़क! या कहा तुमने?’ मने उसे अंगुली दखाते ए कहा। ‘कु छ नह ।’ ‘तुमने हमारे मै रज िड कशन के बीच म मेरे बोनस को लाने क कोिशश क ?’ ‘नह ।’ ‘हाँ, तुमने ऐसा कया। मेरे बोनस क बात तु हारे दमाग म य बैठी ई है?’ ‘नो, आई ड ट के यर।’ ‘यू योर? जब म तुमसे िमल , तब अगर म एक वीट और इनोसट लड़क थी, तो तुम भी एक वीट बॉय थे, जो मैनहटन म टहलते समय फे िमिन म क बात कया करता था। याद है या नह ?’ ‘तु ह कतना बोनस िमला है, इसक मुझे परवाह नह , ओके ? कु ल जमा यही बात है।’ ‘ फर या बात है? बताओ मुझे। अगर हम दो साल से साथ रह रहे ह, तो हमारे िलए अपने यूचर क बात करना गलत य है?’ ‘आई एम नॉट योर।’ ‘ कस बारे म?’ ‘मुझे नह मालूम। मान िलया, हमने शादी कर ली। फर हमारा एक प रवार होगा, ब े ह गे, राइट?’ ‘हाँ िबलकु ल।’ ‘तो मने हमेशा सोचा है क मेरे ब क माँ कै सी होगी।’ ‘ब क माँ?’ कभी-कभी देबू ऐसी पागल जैसी बात करता था क लगता था ये लोग अपनी एड एजसी म बैठकर जाने कौनसी चरस लेते ह गे। ‘हाँ, यह ब त ज री है क मेरे ब क माँ कै सी होगी?’ देबू ने कहा। ‘ योर, म भी अपने ब के िलए एक अ छा पापा चा ग ँ ी। या अब तुम पॉइं ट पर आओगे?’ ‘तो या तुम इसी तरह काम करती रहोगी या ब े होने के बाद काम छोड़ दोगी?’ ‘आई ड ट नो। मने इस बारे म सोचा नह । ले कन म काम करना जारी रखना चा ग ँ ी।’ ‘तु ह लगता है तुम ऐसा कर पाओगी’ ‘देखते ह। य द म इतना ही पैसा कमाती रही तो म फु ल टाइम हे प लेना अफोड कर पाऊँगी। म ऑ फस के पास एक घर ले लूंगी और अपने पैरट् स को यहाँ बुला लूंगी...’ ‘सी, इसी को लेकर म योर नह ।ँ ’ ‘ या?’ ‘यही क अगर तुम यही स त जॉब करती रही, यह लोग के पेट पर लात मारने का काम, तो या तुम अपने ब को यार कर पाओगी?’ ‘ हाट द फ़क, देब?ू ’ अब मने िच लाकर कहा। ‘देखो, तुम आपा खो रही हो, जब क तुम ही िड कस भी करना चाहती हो।’ ‘यह िड कशन नह है। तुम बुलिशट बात कर रहे हो। वी पंग जजमट् स!’ ‘ऐसा नह है। ओके , आई लाइक यू, आई लव यू, ले कन म चाहता ँ क मेरे ब क माँ घर पर उनक देखभाल करे ।’ ‘शायद म ऐसा ही क ँ गी, अगर ज़ रत ई तो।’ ‘देखो, तुम खुद ही योर नह हो। य क तु हारे पास यह हाई-फाई मेगा-जॉब है।’ ‘मेरे जॉब से मेरे एक अ छी माँ होने का कोई संबंध नह है, ओके ?’ हम तीस सेकड तक चुपचाप एक-दूसरे को घूरते रहे। आिखरकार, वह बोला। ‘मुझे नह लगता क हम यह कर सकते है। रयली, आई कांट।’ पलभर को मेरा दल ही थम गया। या उसने ेकअप क बात कही थी? ओह माय गॉड! या मुझे यार करने वाला इकलौता आदमी भी मुझे छोड़कर जाने क धमक दे रहा था? मने खुद को संभालते ए सॉ ट आवाज़ म कहा: ‘देबू, या बात है? तुम ऐसा य कर रहे हो?’ उसने कं धे उचका दए। ‘काम का तनाव?’ ‘नह ।’
‘मेरे जॉब क वजह से? देखो, यह िड े ड डेट िबज़नेस है। इसम इतना परे शान मत होओ।’ ‘के वल यही बात नह है।’ आधी रात हो चली थी। मुझे सुबह 6.30 पर उठकर एक अल मॉ नग मी टंग क तैयारी करनी थी। ‘देब,ू शांत हो जाओ। सॉरी, मने तुमसे ऊँची आवाज़ म बात क । म तु ह समझने क कोिशश क ँ गी। ओके ?’ म आगे बढ़ी और उसे बाह म भर िलया। ‘यह मेरी गलती है। यह इस तरह क बात के िलए सही समय नह है।’ मने कहा। ‘इट् स फाइन, ’ उसने अपने को मेरी बाँह से छु ड़ाते ए कहा। ‘अब सो जाएँ?’ मैने कहा। उसने िसर िहला दया। हम साथ-साथ लेट गए। मने अपना नाइटसूट उतारा और उसे अपने करीब ख च िलया। ‘म थक गया ।ँ गुडनाइट, बेबी।’ उसने कहा और दूसरी तरफ मुँह करके सो गया। म पूरी रात सो ना सक और यही सोचती रही क अगर देबू मुझे छोड़कर जाने के बारे म सोचने लगा तो म या क ँ गी?
म पाँच बजे ही उठ गई। अगला एक घंटा मने ेकफा ट बनाने म लगाया। मने पैनके स बनाए, जो देबू को ब त पसंद थे। मने एक ू ट े भी बनाई, अंडे उबाले और टो ट बनाया। म सोच रही थी क म यह सब य कर रही ।ँ या म देबू को खुश करना चाहती थी? या म उसे यह बताना चाहती थी क म घर का काम भी अ छे से संभाल सकती ँ और एक अ छी माँ बन सकती ?ँ या शायद म उसी तरह से वीट और इनोसट हो जाना चाहती थी, िजसे क द बू और आ ाकारी कहा जाता है? ले कन म इतना ज़ र चाहती थी क देबू उठे और यह देखकर ब त खुश हो जाए। म यह उस चाइना डील या बोनस से भी यादा चाहती थी। सच यही था क उसके इन श द ने मुझे अंदर से िहला दया था क म शायद एक अ छी माँ नह बन सकती। वह 6.45 बजे िल वंग म म आया। म तब तक लेट्स सजा चुक थी और ऑरज यूस से भरा एक जार भी टेबल पर रख चुक थी। ‘वॉव।’ उसने आँख मलते ए कहा। ‘गुड मॉ नग, ’ मने बेहद खुशगवार आवाज़ म कहा। ‘ये तुम या कर रही हो?’ ‘पैनके स बना रही ।ँ तु ह ब त पसंद ह ना। तुम इसे मैपल सीरप या हनी के साथ खाते हो।’ ‘मैपल सीरप। यह वीकड है?’ उसने उलझन के साथ कहा। ‘नह , बुधवार है। ले कन मने सोचा क आज कु छ पेशल बनाना चािहए।’ मने लूबेरी, रै पबेरी और लैकबेरी से सजी लेट उसके सामने सरका दी। ‘फसी!’ ‘बेरी तु हारे िलए अ छी ह। जब तक पैनके स नह बन जाते, इनसे शु आत करो।’ ‘तु ह काम पर नह जाना है?’ ‘जाना तो है।’ ‘आज तु हारी एक इं पोटट मी टंग थी ना?’ ‘हाँ, तु हारे साथ ेकफा ट करने के बाद म उसके िलए तैयारी करने लगूँगी।’ पैनके स क महक से घर भर गया। मने दो के क लेट म िनकाले और उन पर मैपल सीरप डाल दया। फर मने एक के ले क पतली लाइसेस काट और उ ह पैनके स के आसपास सजा दया। मने लेट देबू क ओर बढ़ा दी। ‘और तुम?’ देबू ने पूछा। ‘म और बना रही ।ँ ’ या अब वह मुझे कम स त मानेगा? मने मन-ही-मन सोचा। वह चुपचाप खाता रहा, शायद यह सोचता आ क कह यह कोई सपना तो नह । मने अपने पैनके स तैयार कए और उ ह लेकर उसके सामने बैठ गई। ‘ब त यमी बने ह।’ उसने कहा। ‘थक यू।’ ‘थक यू तो मुझे कहना चािहए। तुमने इतनी मेहनत क । तुम कतनी बजे उठ गई थ ?’ ‘पाँच बजे। के वल एक घंटा ज दी।’ मने झूठ कहा, य क म पूरी रात सोई ही नह थी। ‘तुम थक -सी लग रही हो।’ ‘इट् स ओके ।’ मने पैनके क का एक टु कड़ा काटा। ‘रािधका, म कु छ कहना चाहता ।ँ ’ म जनती ँ क तुम सॉरी कहोगे। इट् स ओके । मने मन-ही-मन कहा। ‘ या?’ ‘ दस इज़ रयली वीट।’ ‘थ स। ये मेरे वीट बॉय े ड के िलए एक वीट जे चर है।’ ‘रािधका, दस इज़ रयली वीट, बट...’ ‘बट या?’ ‘आज तुम यह सब कर रही हो, यह कमाल है। ले कन म खुश नह ।ँ ’
‘ कस बात को लेकर, बेबी?’ ‘हम लेकर।’ ‘ य ? रात वाली बात पर? तब हम दोन गु से म थे।’ मने कहा। ‘बात के वल कल रात या गु सा आने क नह है। म इस बारे म कई दन से या शायद कई ह त से सोच रहा ।ँ ’ ‘ रयली? और तुमने इस बारे म मुझसे कभी बात भी नह क ।’ मने कहा। मुझे महसूस आ क म टु िपड थी, जो सुबह से उसके िलए यह सब पका रही थी। ‘बात करने को कु छ था ही नह ! ले कन म जानता ँ क म खुश नह ।ँ ’ ‘तुम मुझसे बोर हो गए हो?’ ‘ड ट बी टु िपड।’ ‘ फर?’ ‘मेरे मन म मेरी प ी क एक क पना है। मेरे ब क माँ क एक क पना। म तु ह जज नह कर रहा ,ँ ले कन मुझे लगता है मुझे एक हाउसवाइफ चािहए।’ ‘ या?’ मेरे हाथ से मेरा फोक लगभग नीचे िगर गया। ‘म यही देखकर बड़ा आ ।ँ म काम पर जाऊँ, पैसे कमाऊँ, मेरी बीवी घर संभाले, छोटी-छोटी ज़ रत का खयाल रखे। है पी फै िमली।’ ‘तुम या कह रहे हो? या तु ह ने यह नह कहा था क आज के ज़माने म औरत कु छ भी अचीव कर सकती ह? या तुमने मुझे िड े ड डेट के िलए अ लाई करने के िलए इनकरे ज नह कया था?’ ‘ कया था। और म अब भी तु ह एडमायर करता ।ँ मै ऐसी औरत क इ ज़त करता ,ँ जो कु छ बड़ा अचीव करती ह।’ ‘ले कन तुम ऐसी कसी औरत के साथ रह नह सकते?’ ‘पता नह । शायद हाँ, शायद नह । ले कन जब म अपनी शादी के बारे म सोचता ,ँ तो म यही सोचता ँ क मेरा एक घर होगा, जहाँ पर मेरी बीवी और मेरे ब े मेरा इं तज़ार कर रहे ह गे।’ ‘और म ऐसी नह हो सकती?’ ‘ या तुम अपना जॉब छोड़ोगी’ ‘ य देब?ू मुझे अपना जॉब य छोड़ना चािहए? मुझे यह पसंद है और यह मुझे ब त कु छ देता है।’ ‘और घर का या होगा?’ ‘घर? तुम भी तो काम पर जाओगे ना? तो म य नह जा सकती?’ ‘ओह, तो तुम चाहती हो क तुम काम करो और म घर पर र ?ँ ’ ‘मने ऐसा नह कहा। ले कन म घर और नौकरी म से कसी एक को चुनूँ ही य ?’ ‘समझ गया।’ ‘ या समझे?’ ‘तुम और पैसा कमाओ। नौकरी म छोडू ।ँ तुम अपना हाई-फाई जॉब नह छोडोगी।’ ‘िवल यू टॉप इट? जब तुम अ छा करते हो, तो म तु हारे िलए खुश होती ,ँ है ना? तो तुम मेरी कामयाबी से खुश य नह हो सकते? कसी को भी तब तक नौकरी छोड़ने क ज़ रत नह होती, जब तक क उ ह ऐसा करने को मजबूर ना होना पड़े। इसके बाद भी हमारी एक है पी फै िमली हो सकती है।’ देबू चुप रहा। ज़ािहर है, मेरी बात का उस पर कोई असर नह आ था। ‘कु छ कहो।’ मने अपनी लेट नीचे रखते ए कहा। वह चुपचाप बैठा रहा। मेरी आँख से आँसू बहने लगे। मने एक टशू पेपर से अपनी आँख प छी। उसने अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दया। ‘ड ट ाय।’ ‘तो पहले ऐसा कु छ करो मत क मुझे रोना आ जाए।’ ‘रहने दो यह सब। तुम अपने को ेस म डाल रही हो।’ ‘म ठीक ।ँ ’ ‘तुम एक िस पल इं िडयन गल हो। तु ह यार करने और यार कए जाने दोन क ज़ रत महसूस होती है।’ ‘हाँ, म ऐसी ही ।ँ ’ ‘म हम सबका खयाल रखूँगा। या तुम के वल मेरा और मेरे ब का यान नह रखना चाहोगी?’ ‘7.20 हो गए ह और मुझे जाना है।’ म बाथ म क ओर चली गई। पीछे से देबू क आवाज़ आई। ‘देखो, तुम यही करती हो। म तुमसे कु छ बात कर रहा ँ और तुम।’ ‘मेरी मॉ नग मी टंग है, िजसम मुझे डील ज़ट करनी है। मने तु ह पहले ही बता दया था।’ ‘ले कन म एक ज़ री बात कर रहा ।ँ आज क मी टंग रहने दो।’ ‘नह कर सकती। मुझे चाइना डील ज़ट करनी है।’ म बाथ म म गई, ज दी से शॉवर िलया और नाइट लॉथ के बजाय हाइट शट और लैक ाउजस पहन िलए। जब म बाहर आई, तब भी देबू डाय नंग टेबल पर बैठा आ था। ‘मुझे इसी बात का डर है। माँ बनने के बाद भी तुम ऐसा ही करोगी। तब या होगा?’ मने कोई जवाब नह दया। म पाँच सेकड तक उसे घूरकर देखती रही। इससे वह थोड़ा नवस हो गया। मने दरवाज़ा खोला और
बाहर िनकल गई। दरवाज़ा बंद करते समय मने उसे एक बार फर घूरकर देखा और ज़ोर से दरवाज़ा बंद कर दया।
15 ‘वॉव, िबग पाट नाइट ये टरडे?’ जोनाथन ने कहा। हम मी टंग म म बैठे दूसर के आने का इं तज़ार कर रहे थे। ‘नह , म घर पर ही थी। हमने चाइना डील कॉल पर बात भी तो क थी।’ ‘ले कन तु हारी आँख लाल ह।’ ‘ए चुअली, म ठीक से सो नह पाई।’ ‘डील ेस?’ ‘लाइफ ेस।’ जोनाथन मु करा दया। ‘म समझ सकता ।ँ ’ अगले कु छ िमनट म ै ग, जॉन और िड े ड डेट ुप के कु छ और वीपी और एसोिसएट् स भी आ गए। मने ल सिवजन डील जट क । ‘म इसम ज द ही कसी लोकल चाइनीज ॉपट डेवलपर को इनवॉ व क ँ गा।’ जॉन ने कहा। वह सही था। चीन म ब त सारे िनयम-कायदे थे। िस टम म से बचकर िनकलने के िलए एक ताकतवर लोकल पाटनर क दरकार थी। ‘ योर।’ मने कहा। ‘हांगकांग ऑ फस फै टरी िविज़ट कर रहा है। म उनसे क ग ँ ी क वे कु छ डेवलपस से बात करके रख।’ मने अपना ज़टेशन पूरा कया और बैठ गई। एक और टीम ने अपनी डील ज़ट क । मेरा िसर दद कर रहा था। म पीकर के ज़टेशन पर पूरा यान देने क कोिशश कर रही थी क मेरा फोन बजा। पहले तो मने उसे इ ोर कया, ले कन वह लगातार घनघनाता रहा। मी टंग म म अंधेरा था और पीकर एक लाइड ज़टेशन दे रहा था। मने फोन िनकाला और उसे टेबल के नीचे करके पढ़ने लगी। उसम देबू के कई मैसेजेस थे। ‘रािधका, अब म यह नह कर सकता।’ ‘तुम मेरे बारे म चाहे जो सोचो, ले कन म यह नह चाहता।’ ‘मेरा यक न करो, तु हारे साथ रहना आसान नह है।’ ‘म एक िस पल लाइफ जीना चाहता ।ँ एक िस पल इं िडयन गल चाहता ।ँ ’ ‘म ेकअप करना चाहता ।ँ मुझे मूव आउट करना है।’ ‘इस महीने का रट म ज पर रख जाऊँगा। बाय।’ ये मैसेजेस पढ़ते समय मेरा चेहरा सफे द हो गया। म वहाँ रए ट नह कर सकती थी, इसिलए मने अपने दाँत को भ च िलया, ता क आँख से आँसू ना बह िनकल। ‘ए स यूज़ मी, ’ मने जोनाथन के कान म फु सफु साते ए कहा और उठ खड़ी ई। ‘मुझे बाहर जाना है।’ यह कहकर म दबे पाँव मी टंग म से बाहर िनकल आई। म लेडीज़ म म गई और तमाम मैसेजेस को फर से पढ़ा। फर मने देबू को फोन लगाया। उसने मेरा फोन काट दया। मने फर लगाया। फर मने उसे एक मैसेज भेजा: ‘कै न यू कॉल मी?’ उसने दस िमनट तक कोई जवाब नह दया। म अपने यूिबकल म आकर बैठ गई और हाथ से अपना चेहरा ढाँक िलया। ाइिसया, हमारे ुप म कोई साठ साल क एक अमे रक मिहला सिचव, ने मुझे देखा तो पूछा: ‘यू ओके ’ मने िसर िहला दया। ‘बस थोड़ी थक ई ।ँ ’ ‘ या तुम मुझे फोन करोगे?’ मने एक और मैसेज भेजा। ‘बात करने को कु छ है ही नह ।’ उसका जवाब आया। मने उसे कॉल कया। उसने फर मेरा फोन काट दया। ‘म िबज़ी ।ँ ’ उसका मैसेज आया। ‘इससे यादा ज री या हो सकता है?’ ‘कै न यू लीव मी अलोन, लीज़?’ मेरी आँख से आँसू फू ट पड़े। म ऑ फस म रोना नह चाहती थी, िलहाज़ा मने आँसू का घूँट िनगल िलया। ‘हम दो साल से साथ रह रहे ह। या इसे ख म कर देना इतना आसान है?’ ‘मुझे यह पहले ही कर लेना चािहए था।’ मने उसे फर कॉल कया। इस बार उसने फोन उठा िलया। ‘मने कहा था म बात नह कर सकता। मुझे बार-बार कॉल मत करो, लीज़।’ ‘ या हम बाद म बात कर सकते ह’ ‘मुझे जाना होगा, बाय।’ बस इतना ही। मेरा चेहरा लाल पड़ गया। मुझे मालूम था क इससे पहले क म सबके सामने टू ट जाऊँ, मुझे ऑ फस से चल देना होगा। ‘मेरी तबीयत कु छ ठीक नह लग रही। म बाहर वॉक करने जा रही ।ँ ’ मने ाइिसया से कहा। ‘अगर मेरी ज़ रत हो तो जोनाथन को मुझे कॉल करने को कह देना।’ म 85 ॉड ीट से बाहर िनकल आई। वह एक खूबसूरत और चमक ला दन था, ले कन मुझे ऐसा लग रहा था क वह यूयॉक
म मेरा सबसे बुरा दन है। म लगातार अपना फोन देखती रही, इस उ मीद म क वह कॉल करे गा। ले कन ऐसा नह आ। म वॉल ीट पर दजन च र लगा चुक थी। इस शहर म देबू िजतना करीबी मेरा कोई और दो त नह था। म इस शहर क क पना भी उसके िबना नह कर सकती थी। शायद, वह के वल अपसेट भर है, मैने खुद से कहा। ले कन मुझसे बात करते समय वह कतना ठं डा, कतना ठोस जान पड़ रहा था। एक घंटे बाद म काम पर लौट आई। जैस-े तैसे दन पूरा कया। मने लंच तक नह कया। पाँच बजे म ऑ फस से िनकल गई और सबवे के माफत घर प च ँ ी। मने िल वंग म क बि याँ जला । फर बाथ म म गई, जहाँ देखा क काउं टर पर देबू के पर यूम या मर नह थे। क म कोई कपड़े नह थे। बेड म म लोसेट खाली पड़ा था। मुझे ऐसा लगा जैसे कसी ने मुझे ज़ोर से लात मारी हो! नह , यह के वल एक बुरा सपना है। कल रात म ठीक से सो नह पाई थी, इसिलए म यह सब इमेिजन कर रही ,ँ मने सोचा। म बेड पर बैठ गई और खाली लोसेट को देखने लगी। फर म रो पड़ी। म रोती रही। तब तक, जब तक क मेरी आँख देबू के कबड िजतनी खाली नह हो ग ।
‘ लीज़ देबू, तु हारे िबना घर खाली लग रहा है।’ मने कहा। म सबवे कं पाटमट म एक पोल पकड़े खड़ी थी। देबू को घर छोड़े पाँच दन हो गए थे। मने हर दन उसे फोन लगाकर वापस घर आने को कहा था। ‘वह तु हारा घर है। तुम मेरे िबना वहाँ पहले भी रहती थ , राइट?’ ‘हाँ, ले कन उसके बाद वह हमारा घर बन गया था।’ ‘ऐसा नह है। वह कराये का मकान है। और सच कहो तो उसका कराया ब त यादा है। इट् स ओके , तु ह आदत हो जाएगी।’ ‘ लीज़ देबू। या तु ह मेरी याद नह आती?’ मेरे भीतर एक िह सा ऐसा था, जो इस तरह से उसके सामने िगड़िगड़ाने से ब त बुरा महसूस कर रहा था। म सबवे म सबके सामने उससे बात करते ए आँसू बहा रही थी। ‘म बस तु हारी एक आदत था। यक न मानो।’ ‘मेरा टॉप आ गया है। म तु ह घर से फर फोन लगाऊँगी।’ तुम कतनी डे परे ट हो गई हो? मेरे भीतर क िमनी-मी ने कहा। हाँ, म डे परे ट ,ँ ले कन के वल यार के िलए। यार के िलए ऐसा करने म कोई बुराई नह है। घर प च ँ कर मने उसे फर फोन लगाया। उसने फोन उठाया। पीछे कु छ आवाज़ सुनाई दे रही थ । ‘म ऑ फस के लोग के साथ बाहर आया ।ँ बाद म बात कर?’ ‘के वल दो िमनट के िलए मुझसे बात कर लो, लीज़, ’ मने कहा। म अके लेपन से िघर गई थी और जैसे भी हो, उससे बात करना चाहती थी। ‘चैट पर आओ। ले कन के वल दो िमनट के िलए।’ उसने कहा। और म एक आ ाकारी सेिवका क तरह ऐसा करने के िलए भी तैयार हो गई। ‘वाट् सअप, ’ उसने मैसेज कया। ‘तु हारा दन कै सा रहा?’ ‘फाइन। या तु ह यही कहना था?’ ‘म सो नह पा रही ।ँ ’ ‘तु ह आराम से सोना चािहए।’ ‘आई बेग यू, लौट आओ।’ ‘ फर से वो नह , रािधका। लीज़। म तु ह अपने फै सले के बारे म बता चुका ।ँ ’ ‘मेरी गलती या है? मुझे बता दो, म अपने म चज कर लूंगी।’ ‘सब ठीक है।’ ‘तुम चाहते हो क मै जॉब छोड़ दू,ँ है ना?’ ‘यह तु हारी लाइफ है। जो मज़ हो करो।’ ‘देबू, लीज़!’ ‘िलसन, ऑ फस वाले साथ ह, मुझे जाना होगा। बाय।’ उसके बाद उसने कोई जवाब नह दया। मने ज खोला, हाइट वाइन क एक बॉटल खोली और अपने िलए एक बड़ा िगलास तैयार कया। उसके बाद एक और। फर एक और। नशे क हालत म ही मने उसे एक मैसेज भेजा। ‘आई लव यू, देबू।’ उसने मैसेज देख िलया, ले कन कोई जवाब नह दया। ‘म तु हारे िलए कु छ भी कर सकती ,ँ मेरे िलए कोई और चीज़ मायने नह रखती।’ मने दूसरा मैसेज भेजा। ‘लव यू, देबू। मोर देन एनीवन ए स।’ म एक के बाद एक मैसेजेस भेजती रही। फर मने देखा क वह कु छ िलख रहा है। वह कु छ जवाब देने जा रहा था। मुझे खुशी ने घेर िलया। ‘मुझे परे शान मत करो, इस बात को अ छी तरह से कहने का और कोई तरीका है या?’ देबू का र लाई आया।
मने अपने िलए चौथा िगलास तैयार कर िलया। मुझे अब उसे और परे शान नह करने के िलए खुद को तैयार करना था। Downloaded from Ebookz.in
16 देबू के मेरी ज़ंदगी से चले जाने के एक महीने के बाद हमने ल सिवजन डील कर ली। चाइना फै टरी साइट पर रीयल-ए टेट ोजे ट क ब त संभावनाएँ थ । अगर हम सही लोकल पाटनस िमल जाएँ तो हम दो साल म इस पर अ छा मुनाफ़ा कमाने क उ मीद कर सकते थे। हमने एक ब त मुि कल डील को लोज़ कया था और जोनाथन पाट मनाने के मूड म था। ‘म ं स खरीदने जा रहा ।ँ सात बजे हैरीज पर िमलते ह।’ उसने ै ग और मुझसे दोपहर म कहा। ै ग ने अपने यूिबकल से थं स अप करके अपनी सहमित दी। ‘रािधका, यू ऑन?’ जोनाथन ने पूछा। मने उसे खाली नज़र से देखा। िपछले एक महीने म मने ऑटोपायलट मोड म काम कया था। म सुबह ऑ फस प च ँ ती, अपनी सीट पर बैठती, कं यूटर पर काम करती और 8 बजे घर के िलए िनकल जाती। म कोिशश करती थी क घर जाने म िजतनी देर हो, उतना अ छा। म खुद को घर प च ँ ने से पहले थका देना चाहती थी। जब मुझम िह मत होती, म देबू को मैसेज या कॉल करती, ले कन उसने मुझे कसी भी तरह का र पॉ स देना बंद कर दया था। मने लोग से घुलना-िमलना बंद कर दया था। खाना ना के बराबर खाती। माँ से भी कम-से-कम बात करने क कोिशश करती। म रात म दो या तीन घंटे ही सो पाती थी। पूरे समय छत को ताकती रहती या टीवी पर फट या खुश रहने क जुगत बताने वाले शो देखती रहती। यही कारण था क जोनाथन के एक सीधे-से सवाल को भी म समझ नह पाई थी। ‘आज शाम को तु हारे कोई ला स तो नह ह?’ उसने फर पूछा। मने िसर िहलाकर मना कर दया। भला, मेरे ला स अब कहाँ से होते। ‘ फर हैरीज पर आ जाओ। हम ल सिवजन डील- लो जंग को सेिल ेट करगे। ‘ योर।’ मने कहा। टू टा दल, शराब का नशा और उस पर मेरे जैसी लड़क : यह एक खतरनाक कॉि बनेशन था। सभी दल खोलकर सेिल ेट कर रहे थे और म अपना दद भुलाने के िलए शराब िपए चली जा रही थी। मुझे यक न नह हो रहा था क म उस इं सान से इतना यार करती थी। म उससे नफ़रत करने के कारण तलाशने लगी। कै से वह बैठकर टीवी देखता रहता था और कु छ नह करता था। कै से वह वीकड पर शाम तक नहाता नह था। कै से वह मेनू म से सबसे स ती चीज़ ही ऑडर करता था। हाँ रािधका, वो इस लायक नह था। ले कन अजीब बात थी क िजन चीज़ो के कारण पहले मुझे उस पर गु सा आता था, अब उ ह के कारण म उसे याद कर रही थी। म बार म एक कोने म जाकर बैठ गई और दूर से अपने सािथय को देखती रही। गाना बज रहा था: पैसजर का ‘लेट हर गो।’ म सोचने लगी क पैसजर को कै से पता क अभी म या सोच रही ?ँ You need the light when it is burning low Only miss the sun when it starts to snow. ‘वाट् सअप, रािधका?’ जोनाथन मेरे पास आया। ‘कम, वॉइन अस।’ ‘अभी आती ।ँ वैसे भी म यहां आराम से बैठी ँ और यह गाना मुझे पसंद है।’ Starting at the ceiling in the dark Same old empty feeling in your heart Cause love comes slow and it goes so fast. जोनाथन ने अपना िगलास उठाया और मने अपना। हमने चीयस कया। ‘िड े ड ुप म तु ह अ छा तो लग रहा है ना?’ जोनाथन ने कहा। मने कं धे उचका दए। ‘ या?’ ‘पता नह । आई का ट रयली से।’ और इसके बावजूद क जोनाथन मेरा कलीग और बॉस था, म उसके सामने फू ट-फू टकर रोने लगी। फ़क, आजकल म इतना रोने य लगी ?ँ या अब म अपने को अपने कली स के सामने बेवकू फ सािबत करना चाहती ?ँ मने मन म कहा। ‘ या हम तु हारी कु छ मदद कर सकते ह?’ जोनाथन ने हैरत से कहा। मने नजर झुकाए रख और िसर िहलाकर इनकार कर दया। अमे रका के लोग कसी के पसनल पेस म दखल देना पसंद नह करते। इसिलए जोनाथन ने कहा: ‘म जा रहा ।ँ तु ह जब ठीक लगे, हमारे साथ शािमल हो जाना, ओके ?’ मने हामी भर दी। मने अपना जॉब छोड़ने का फै सला कर िलया था। कोई भी डील या कं पनी या जॉब इसके लायक नह था। इन सबका मोल तभी तक था, जब देबू मेरे साथ था। मुझे यार क दरकार थी। ले कन गो डमान हम बोनस म यार नह दे सकता था। म एक, दो, तीन, चार, पाँच िगलास शराब पी गई। फर मने देबू को यह बताने के िलए फोन लगाया क म यह जॉब छोड़ रही ।ँ उसने फोन नह उठाया। म उसे यह आमने-सामने बैठकर बताना चाहती थी। मने जोनाथन को जाने का इशारा कया और बाहर चली आई। शराब के कारण म अपने को ह का महसूस कर रही थी। एक लो र ट से मने कोई एक दजन लाल गुलाब खरीदे और एक येलो कै ब म सवार हो
गई। ‘ टफनी ऑन फ थ एवे यू, लीज़़।’ मने कहा। म ऐन व पर टफनी टोर प च ँ ी, जब क वह बंद होने ही वाला था। ‘ रं स, फॉर मेन।’ मने कहा। से सपसन ने मुझे सोने और ले टनम क कई रं ग दखा । मने ले टनम क एक लािसक रं ग चुनी। ‘ए सीलट वॉइस! इसके िलए 2000 डॉलस।’ मने अपना े िडट काड िनकाला। ‘थ यू। या आप िग ट-रै पंग कराना चाहगी?’ ‘यस लीज़।’ टोर से िनकलकर मने एक और टै सी पकड़ी। ‘ ुकिलन हाइट् स, लीज़।’ टै सी एफडीआर पर चल पड़ी, ुकिलन पुल पार कया और ुकिलन प च ँ गई। देबू क िब डंग तक प च ँ ने म मुझे 40 िमनट लगे। वह फर से अपने पुराने ममेट्स के साथ रहने चला गया था। उसक िब डंग क िल ट खराब थी तो म सी ढ़य के रा ते पाँच मंिज़ल ऊपर चढ़कर गई। बेल बजाने से पहले म क गई। म उसको सर ाइज़ देना चाहती थी। म उसके पास एक रं ग, गुलाब का एक बुके और जॉब छोड़ने का अपना फै सला लेकर आई थी। म वैसी ही लड़क बन जाना चाहती थी, जैसी क वह चाहता था। मने उसके घर के बाहर रखा लांट पॉट उठाया। चािबयाँ उसी के नीचे थ । मने दरवाज खोला। िल वंग म म अंधेरा था। मने बि याँ जला द । दो बेड म के दरवाज़े बंद थे। ये देबू के ममेट्स के बेड म थे। म तीसरे बेड म क ओर बढ़ी। मुझे यूिज़क क आवाज़ सुनाई दी। हाँ, देबू भीतर था। मने दो बार नॉक कया, ले कन शायद उसने सुना नह । या वह यूिजक सुनते–सुनते सो गया था? मने चाबी से दरवाज़ा खोला और आिह ता से भीतर दािखल ई। म सीधे उसक बाँह म समा जाना चाहती थी। एक छोटा-सा बेडसाइट लै प जल रहा था। जो मने देखा, उसे समझने म कु छ सेकड लगे। देबू और एक गोरी लड़क एक-दूसरे से गु थमगु था थे और उनके शरीर पर कोई कपड़े नह थे। म साँस नह ले पा रही थी। मुझे दरवाज़ा बंद कर बाहर िनकल जाना था, ले कन इसके बजाय म वह खड़ी रही। ‘ हाट द फ़क!’ देबू ने मुझे देखते ही कहा। ‘आई, आई, सॉरी...सॉरी...’ ‘ओह फ़क, ’ अमे रकन लड़क ने कहा। उसके बाएँ े ट पर एक बड़ा-सा टैटू बना आ था। उसका ऊपरी ह ठ भी िछदा आ था। पता नह य म वहाँ खड़ी ये तमाम योरे नो टस करती रही और वहाँ से भाग य नह गई। ‘रािधका’ देबू ने कहा। म काँपने लगी थी। ‘यू नो हर?’ लड़क ने कहा। ‘ ।ँ ’ देबू ने कहा। ‘जानता ,ँ नह जानता था। तुम यहाँ या कर रही हो?’ ‘कु छ नह ।’ मने कहा। मारे शम के मेरा चेहरा लाल हो गया था। वाकई, म यहाँ या कर रही थी: एक हाथ म बुके और दूसरे म टफनी बॉ स िलए ए? और फर, पलभर म म वहाँ से बाहर िनकल गई। मने उसके घर से बाहर दौड़ लगा दी। मुझे मालूम नह , वह मेरे पीछे आया या नह । मुझे नह लगता वह आया होगा। ना ही मने पीछे पलटकर देखा। म के वल दौड़ती रही। म कह खो जाना चाहती थी। म दुआ कर रही थी क कोई कै ब िमल जाए, ले कन नह िमली। ‘रोना नह , रोना नह , रोना नह , रािधका।’ मने खुद से कहा। म ज दी-से-ज दी अपने घर प च ँ ना चाहती थी, ले कन मेरे हाथ और घुटने जवाब देने लगे थे। म वह बीच सड़क पर घुटन के बल बैठ गई और रोने लगी। सुबक-सुबककर नह , बि क दहाड़ मारकर रोना। कु छ लोग ने अपने अपाटमट क िखड़ कयाँ खोलकर मुझे देखा। मुझे परवाह नह थी। ले कन आिखर मुझसे भूल कहाँ ई थी? टैटू वाली लड़क के साथ देबू क इमेज मेरे ज़ेहन से जा नह पा रही थी। एक पुिलस कार आकर मेरे पास क । ‘यू ऑल राइट, लेडी?’ एक कॉप ने कहा। मने उसक ओर देखा और िसर िहला दया। ‘तुम यहाँ रहती हो?’ ‘नह , ायबेका।’ ‘घर जाना है?’ मने फर िसर िहला दया। ‘आओ, हम तु ह सबवे टेशन तक ॉप कर देते ह।’ म अपने जीवन म पहली बार पुिलस क गाड़ी म बैठी। पाँच िमनट म उ ह ने मुझे लाक ीट सबवे टॉप पर उतार दया। मने अपना मे ोकाड वाइप कया और 2 नंबर ेन पकड़ी। एक लाश क तरह म घर प च ँ ी। अंदर घुसने के बाद म सोफे पर बैठ गई। बुके और रं ग अब भी मेरे हाथ म थे। मने उ ह फश पर फक दया और घर फोन लगाया। ‘आई िमस यू, मॉम।’ मने कहा। माँ ने मेरी आवाज़ सुनकर भाँप िलया क म भीतर से टू टी ई ।ँ ‘ या आ, बेटा?’ ‘कु छ नह ।’
‘बताओ या आ?’ ‘कु छ नह , बस घर क याद आ रही है।’ ‘हम भी तु ह ब त िमस करते ह।’ ‘आई लव यू, मॉम।’ ‘लव यू टू , बेटा। ब त रात हो गई है, अब सो जाओ।’ ‘गुड नाइट, मॉम।’ म सोफे पर ही पसरकर सो गई।
‘हे, वा सअप, डीलमेकर! अंदर आ जाओ, ’ जॉन ने कहा। मने उसके ऑ फस के दरवाज़े पर द तक दी थी। ‘तो, जोनाथन ने बताया मुझ।े पसनल रीज़ स’ मने िसर िहलाकर हामी भरी। म अपना इ तीफा मेल कर चुक थी। मने ब त कोिशश क थी क सबकु छ पहले जैसा हो जाए, ले कन यूयॉक शहर मुझे ऐसा करने नह दे रहा था। हर गली-कू चा मुझे उसक याद दलाता था। चूँ क देबू एडवरटाइ ज़ंग फ ड म काम करता था, इसिलए हर एडवरटाइ ज़ंग हो डग को देखकर मेरा दल बैठ जाता। हर रे तरां मेनू मुझे पुरानी याद म ले जाता। घर क हर चीज़ जैसे काटने को दौड़ती। मेरा कोई यूचर लान नह था, ले कन म ज दी-से-ज दी यह शहर ज र छोड़ना चाहती थी। मेरा गला ँ ध गया। ‘ या मुझे थोड़ा पानी िमल सकता है?’ मने कहा। ‘ योर।’ जॉन ने कहा। मने एक िगलास पानी िलया, एक घूँट िपया, ले कन आँसू क एक बूंद फर भी मेरे गाल पर लुढ़क ही आई। मने अपना चेहरा छु पाने के िलए िगलास उठा िलया, ले कन कोई फायदा नह । म रोने लगी। पानी क कु छ बूँद छलककर टेबल पर िगर पड़ । ‘आई एम सॉरी।’ मने कहा। ‘इ स ओके ।’ जॉन ने कहा। उसने टशू का एक बॉ स मेरे आगे बढ़ा दया। अगर कोई इं िडयन बॉस होता तो अभी तक पाँच बार पूछ चुका होता क या आ है? ले कन अमे रका म वे तब तक आपके जीवन म दखल नह देते ह, जब तक क आप खुद ही ऐसा ना चाह। ‘सुनो, म तु ह यह तो नह क ग ँ ा क तु ह या करना चािहए। ले कन या तु ह पता है, हम तु हारी कतनी क करते ह?’ ‘हाँ।’ मने नज़र चुराते ए कहा। ‘तो तु ह यहाँ रोकने के िलए हम या कर सकते ह? य द तु ह लंबी छु ट् टी वगैरह चािहए तो बताओ।’ मने िसर िहला दया। ‘ हाट ने ट?’ ‘नो आइिडया। म बस यूयॉक छोड़ना चाहती ।ँ शायद म घर चली जाऊँगी।’ ‘ या तुम मुझे बताना चाहोगी क आिखर ॉ लम या है?’ म चुप रही। ‘ठीक है। तुम कह और जाना चाहोगी?’ ‘ यूयॉक को छोड़कर कह भी।’ जॉन ने िसर िहला दया और अपनी चेयर पर पीछे झुक गया। ‘एक रलेशनिशप ख म हो गई। मुझे नह मालूम था क म इसम इतनी अटै ड हो गई ।ँ और अब हर चीज़ मुझे हट कर रही है।’ ‘ह म।’ शायद जॉन सोच रहा था क उनक सबसे ाइट एसोिसएट इतनी बेवकू फ कै से हो सकती है क एक लड़के के च र म इस तरह का जॉब छोड़ने को तैयार हो जाएगी। ‘शायद आप सोच रहे ह गे क मेरा दमाग ठकाने पर नह है। एक रलेशन को लेकर ऐसे जॉब को छोड़ना। एक ऐसे लड़के के िलए, जो अब मेरे साथ नह है।’ ‘म लोग को जज नह कहता ।ँ हाँ, म इतना ज र जानता ँ क तु हारा दमाग अपने ठकाने पर ही है। ‘थ स जॉन। एनीवे, म तु ह थ स करना चाहती ।ँ यह एक यादगार सफर रहा...’ ‘वेट। कै सा हो अगर तु ह जॉब नह छोड़ना पड़े और हम तु हारा तबादला कर द?’ ‘तबादला?’ ‘हाँ, ुप म ही कसी दूसरे ऑ फस म।’ ‘कहाँ?’ ‘तु हारी आिखरी डील वो चाइना वाली थी ना?’ ‘हाँ, ल सिवजन वाली।’ ‘हम एक ऐसे इं सान क ज़ रत थी, जो उस डील को मॉिनटर कर सके । तुम हांगकांग से ऐसा कर सकती हो। फर तुम वहाँ जाकर नई डी स भी कर सकती हो। एिशया दन-ब- दन आगे बढ़ रहा है।’ ‘हांगकांग?’ ‘ यूयॉक से इससे यादा दूर कोई और जगह नह हो सकती।’ उसने कहा और मु करा दया। ‘आपका मतलब है क हांगकांग के िड े ड डेट ुप म मेरा ांसफर कया जा सकता है?’
‘म कु छ कॉ स करता ।ँ देखते ह क तु हारे िलए कोई गुंजाइश बन पाती है या नह ।’ जॉन ने िवन ता से कहा। वह जानता था क उसने अगर कह दया तो यह होना ही है। ‘ले कन म हांगकांग के बारे म कु छ नह जानती। फर म पहले ही अपना इ तीफा मेल कर चुक ।ँ ’ ‘और म पहले ही उसे िडलीट कर चुका ।ँ ’ हम दोन मु करा दए। ‘थक यू, जॉन। थक यू सो मच।’ ‘म नील को फोन लगाऊँगा। वो वहाँ पर हमारा पाटनर है। तुम तो उसे जानती हो।’ ‘ यादा नह ।’ ‘ माट बंदा है। म उससे बात करता ,ँ देखते ह, या कया जा सकता है। तुम कतनी ज दी वहाँ प च ँ सकती हो?’ ‘अगली लाइट कब है?’
17 ‘जेएफके , लीज़।’ मने कै ब ाइवर से कहा। म एक येलो कै ब म बैठकर एयरपोट प च ँ ी। शाम के पाँच बजे रहे थे। म अपने म क चािबयाँ ायबेका अपाटमट को स प चुक थी। मेरा नया जॉब ऑफर नील के साथ एक ीफ कॉल के बाद ही आ गया था। यही मेरा इं टर ू भी था। चूँ क रकमडेशन जॉन क थी, इसिलए नील ने कहा क इं टर ू एक फॉमिलटी है, इसे ‘वेलकम टू हांगकांग’ कॉल ही समझा जाए। यूमन रसोसस ने मुझे नया ऑफर भेज दया। हांगकांग के हाई रट् स को देखते ए उ ह ने मेरी बेस सैलेरी म 60000 डॉलस के हाउ संग अलाउं स का भी इज़ाफा कर दया। म तो जॉब छोड़कर जीरो सैलेरी के साथ द ली जाने का फै सला कर चुक थी। शायद म माँ का कहना मानकर शादी के िलए तैयार हो जाती। तब म अपने होने वाले पितदेव के िलए त तरी म चाय और िमठाई सव कर रही होती। ले कन इसके बजाय मेरे हाथ म गो डमान सा स एिशया पैिस फक रीलोके शन ुप का वेलकम ोशर था। मेरी ज़ंदगी म यार भले ही नह था, ले कन अंकल गो डमान ज र मेरा याल रखने के िलए मेरे साथ थे। ोशर कह रहा था क जब तक मुझे नया अपाटमट नह िमल जाता, म हांगकांग के शांगरीला होटल म ठह ँ गी। कै ब ट् वीड कोटहाउस के पास से होकर गुज़री। यही जगह मैनहटन को ुकिलन ि ज से जोड़ती है। दूर से मुझे फाइनिशयल िडि ट के काई ै पस नज़र आ रहे थे। हालाँ क म ज दी-से-ज दी इस शहर से दूर चली जाना चाहती थी, इसके बावजूद मेरा दल उदास था। मुझे इस शहर से लगाव भी तो था। मेरे पहले जॉब, पहले बॉय ड, पहले इं िडपडट घर और पहले ेकअप का शहर। ‘ या आप यहाँ कगे, लीज़?’ ि ज आते ही मने कै ब ाइवर से कहा। ाइवर ने कै ब क गित धीमी कर दी। ‘म इस पुल को पैदल पार करना चाहती ।ँ तुम मुझे दूसरे छोर पर िमलो।’ ‘पूरा पुल? ले कन उसम तो आधा घंटा लग जाएगा।’ ‘मेरे पास समय है। या मुझे आपका नंबर िमल सकता है?’ उसने मुझे अपना िबज़नेस काड दया। ‘म अपना मीटर ऑन रखूंगा।’ उसने युइगंगम चबाते ए कहा। ‘ योर। म तु ह दूसरी तरफ प च ँ कर फोन लगाती ।ँ ’ म टै सी से िनकली और ि ज के पैडिे यन वॉकवे क सी ढ़याँ चढ़ने लगी। ुकिलन ि ज यूयॉक का सबसे पुराना के बलस पशन पुल है। 1883 म यह बनकर तैयार आ। ई ट रवर पर तना यह पुल मैनहटन और ुकिलन को जोड़ता है। कोई एक मील लंबे इस ि ज पर बीच म पैदल चलने वाल के िलए वॉक-वे है, ऑटोमोबाइल ले स से ऊपर। य द आपने यूयॉक म फ माई गई फ म देखी ह, तो आपने ुकिलन ि ज को भी देखा होगा। म पैदल चलने लगी। शाम का नारं गी आसमान और दूसरी तरफ मैनहटन क काईलाइन इस शहर क अ छी आिखरी याद सािबत होने जा रही थी। और तभी, दद ने मेरे दल को घेर िलया। मने खुद से कहा था क मुझे देबू के बारे म नह सोचना है। ले कन यार क यही द त है। यह आपको अपने पर काबू नह करने देता। एक याद से कई याद के िसरे खुल जाते ह। म इस शहर म अपनी आिखरी चहलकदमी शांित से पूरी कर लेना चाहती थी। ले कन ऐसी तकदीर कहाँ। सामने ुकिलन नज़र आ रहा था। या वह घर प च ँ चुका होगा? या टैटू वाली लड़क भी घर पर होगी? उसके एक ममेट ने अिवनाश को बताया था क वह एक मैि सकन फा टफू ड चेन िचपोटले म वे ेस थी। म पुल के बीचोबीच प च ँ चुक थी। मने यूयॉक क एक आिखरी त वीर लेने के िलए अपना फोन िनकाला। त वीर लेने के बाद मने अपना वा सअप खोला और ना जाने य , उसम देबू क ोफाइल चेक क । वह ऑनलाइन था। मने गहरी साँस ली और एक ‘हाय’ मैसेज िलखकर भेज दया। उसने मैसेज देख िलया, ले कन जवाब नह दया। मने अगला मैसेज िलखा: ‘म यूयॉक छोड़कर जा रही ।ँ ’ पता है, दुिनया म सबसे यादा खीझ पैदा करने वाली चीज़ या होती है? जब हम चैट म ‘टाइ पंग’ देखते ह यानी कोई जवाब िलख रहा है और फर कु छ देर बाद वह ‘टाइ पंग’ गायब हो जाता है। ‘गुड।’ आिखरकार उसका जवाब आया। यह उस लड़क के िलए उसका जवाब था, िजसके साथ वह दो साल तक साथ रहा था! ‘ऑन वे टु द एयरपोट।’ मने एक और मैसेज िलखा। इस बार जवाब म थंब-अप माइली आई! ये टु िपड माइलीज़ भगवान जाने कसने बनाई ह! ‘म हांगकांग जा रही ।ँ ’ ‘ ेट! वहाँ तुम और पैसा कमा पाओगी!’ रयली! या उसे यह बात कहने क ज़ रत थी? ले कन मने इसे भी इ ोर कर दया। ‘म हमेशा के िलए यूयॉक से जा रही ।ँ ’ म चाहती थी क जाने के पहले कम-से-कम एक अ छी बात तो वह मुझसे कहे। उसने एक िमनट तक जवाब नह दया। समय हाथ से िनकल रहा था। इसिलए मने एक और मैसेज भेजा: ‘ज ट वांटेड टु लेट यू नो क अब इसके बाद म कभी तु ह तंग नह क ँ गी।’ ‘थक यू। यह हम दोन के िलए अ छा होगा। तुम अपना मकसद हािसल कर लोगी और म भी अपने िलए कोई ऐसी लड़क ढू ँढ पाऊँगा, जो मेरी के यर कर सके ।’ उसक इस बात ने मुझे हट कया। मने फोन को कसकर जकड़ िलया, ता क और कोई मैसेज ना िलखूँ। म अपने को िजतना
ज़लील कर सकती थी, कर चुक थी। अब और नह । मने गहरी साँस ली और अपने फोन को ई ट रवर म फक दया। मेरे आसपास चल रहे टू र ट लोग देखते ही रह गए क कोई एक अ छे-खासे आई-फोन को नदी म कै से फक सकता है। म चाहती थी तो उसका अकाउं ट भी िडलीट कर सकती थी। ले कन उसके बावजूद हर दूसरे िमनट अपना फोन चेक करने क मेरी आदत कायम ही रहती। नह , मुझे अपमािनत करने वाली उस मशीन के िलए यही सही था क उसे नदी म फक दया जाए। िजन लोग के पास इमोशनल से फ-कं ोल नह होता, उ ह ऐसे ही कदम उठाने चािहए। ले कन तभी मेरे दमाग म एक सवाल क धा: फोन के िबना अब म अपने कै ब ाइवर को कै से ढू ँढूंगी?
ले कन मने एक टू र ट के फोन क मदद से टै सी को ढू ँढ ही िलया। हम बीस िमनट म ही जेएफके एयरपोट प च ँ चुके थे। ‘ट मनल 7 लीज़, कै थे पैिस फक, ’ मने ाइवर से कहा। मने चेक-इन कया और बो डग के िलए कै थे पैिस फक लाउं ज म बैठ गई। म खुश थी क मने अपना फोन फक दया, नह तो म इस व देबू से बात करने क कोिशश कर रही होती। म सोचने लगी क उसने मुझे कस तरह के जवाब दए। वह कह सकता था: ‘ऑल द बे ट, बेबी। मुझे अफसोस है क यह इस तरह से ख म हो रहा है।’ या फर वह कह सकता था: ‘लेट्स बी इन टच। म आज भी तु हारी के यर करता ।ँ ’ ले कन या म इतनी बुरी थी? इतनी क मुझसे पीछा छु ड़ाकर वह खुशी महसूस कर रहा था? इ ह खयाल म डू बी म कै थे पैिस फक लेन म सवार हो गई। बक क कृ पा से मुझे एक लस िबज़नेस- लास सीट िमली थी। ऐसा लग रहा था क दुिनया म के वल मेरी बक ही ऐसी थी, जो मेरी के यर करती थी। एक यारी-सी चाइनीज एयरहो टेस मेरे पास आई और मुझे एक िगलास शै पेन ऑफर क । मने लेने से इनकार कर दया। आिखर यह कोई ज मनाने का मौका नह था। म िखड़क से बाहर देखने लगी। सोलह घंट क लंबी लाइट के िलए लेन तैयारी कर रहा था। मेरी आख म आँसू आ गए। इस शहर म रहना भी उदास कर देने वाला था और उसे छोड़कर जाना भी। लेन ने टेक-ऑफ कया। म रोती रही और लेन क िखड़क से नीचे दख रहा यूयॉक लगातार छोटा होता गया। लाइट अटडट ने मेरे आँसु को देख िलया। वह मेरे पास गम टॉवेल और टशू लेकर आई। मने टॉवेल से अपना चेहरा प छ िलया। उसक गमाहट से मुझे अ छा महसूस आ। ‘थक यू।’ मने कहा। ‘ या आप कु छ खाना चाहगी, मैम?’ उसने कहा। मने िसर िहलाकर मना कर दया। ‘ज ट द टाटर? हमारे पास ज़ायके दार कै रट- जंजर सूप भी है।’ मने हामी भर दी। उसने मेरी े टेबल बाहर िनकाली और उस पर एक सफे द कपड़ा िबछा दया। फर उसने एक और लॉथ नैप कन िनकाला और उसे मेरी गोद म रख दया। वह मेरे िलए फू ड े ले आई, िजसम ताज़ा सलाद, सूप और ाउन ेड थे। मने ज दी से वह सब ख म कर दया। इसके बाद उसने डेजट म रै पबेरी पु डंग ऑफर क । जब मने वह भी खा िलया तो वह मेरे िलए गम िपपर मंट चाय ले आई। मुझे अपनी यह खाितरदारी अ छी लग रही थी। ‘ या मद को इसी तरह क बीिवयाँ चािहए?’ ‘आप सोना चाहगी?’ मने हामी भर दी। उसने मेरी सीट को एडज ट कया और उसे एक लैट बेड म बदल दया। फर उसने उस पर सफे द शीट िबछाई और उस पर त कया रख दया। जैसे ही म लेटी, उसने मुझ पर एक चादर डाल दी। के वल देबू को ही एक खाितरदारी करने वाली क ज़ रत नह थी, मुझे भी ऐसे ही कसी इं सान क ज़ रत महसूस हो रही थी। आिखर औरत को बीिवयाँ य नह िमल सकत ?
18 मने आँख के कोने म ठहरे आँसू को प छ दया। मेरी अंगुली पर थोड़ा-सा काजल लग गया। म लेग-रे ज़ मशीन पर बैठ गई। देबू मेरी तरफ देखता रहा, मानो माफ माँग रहा हो। ‘म कु छ भी भूली नह ,ँ देब।ू ले कन इसके बावजूद म नह चाहती क मुझे वह सब फर से याद दलाया जाए।’ ‘आई एम सॉरी, बेबी।’ उसने कहा और मेरी कोहनी को छू िलया। मने उसके हाथ को परे हटा दया और जाने के िलए उठ खड़ी ई। ‘मुझे जाना होगा। और मुझे बेबी कहना बंद कर दो।’ उसने आगे बढ़कर मेरा रा ता रोक िलया। ‘ या?’ ‘ लीज़, मेरी बात तो सुनो।’ ‘तुम चाहते या हो? वहाँ सैकड़ लोग मेरा इं तज़ार कर रहे है।’ मेरा फोन घनघनाया। ‘देखो, मेरी बहन का फोन है।’ ‘उसे कह दो क तुम दस िमनट म आ रही हो।’ ‘ कसिलए?’ मने कहा और फोन उठा िलया: ‘हाँ दीदी, म वॉश म म आई थी। बस पाँच िमनट म प च ँ रही ।ँ कसी को भेजने क ज़ रत नह , म खुद ही आ जाऊँगी।’ मने फोन रख दया। देबू मुझे ताक रहा था। ‘ या?’ ‘मने अपनी ज़ंदगी क सबसे बड़ी भूल कर दी।’ ‘अब इससे कोई फ़क नह पड़ता।’ मने कह तो दया, ले कन अंदर-ही-अंदर मुझे अ छा लग रहा था। आिखरकार उसे पछतावा तो आ। ‘तुम मेरी ज़ंदगी म आई सबसे खूबसूरत इं सान थ । सी रयसली।’ देबू ने कहा। ‘ य ? उस गोरी िचक से बात नह बनी?’ ‘कौन?’ ‘वही, जो उस रात तु हारे साथ थी, जब म...’ ‘नह , हमने कोिशश क , ले कन हमारे बीच कोई इं टेले चुअल मैच नह था।’ ‘ओह, तो अब तुम लड़ कय के इं टेले ट क भी परवाह करने लगे हो।’ ‘िबलकु ल। मने हमेशा क है। इसीिलए मने तु ह पसंद भी कया था।’ ‘और इसीिलए तुमने मुझे डंप भी कर दया था!’ ‘म कह रहा ँ ना क मने एक ब त बड़ी भूल कर दी है।’ ‘तुमने कहा था क मेरा जॉब मुझे स त बना देगा। और तुमने या- या कहा था क तुमने अपने मन म अपने ब क माँ क एक क पना कर रखी है। और तुम यह भी चाहते थे क म अपना जॉब छोड़ दू।ँ ’ ‘आई एम सॉरी। म थोड़ा इनिस योर हो गया था।’ ‘ओह, रयली? अब जाकर तु ह समझ आ रहा है। वैसे, तुम थोड़े नह , ब त यादा इनिस योर हो गए थे।’ मेरी तेज़ आवाज़ सुनकर एक बॉडी िब डरनुमा गोरे ने हमारी ओर देखा। ‘तु ह अंदाज़ा भी है, म तु ह कतना चाहती थी?’ मने कहा। वह िसर झुकाए सुनता रहा। ‘म अपना जॉब तक छोड़ने के िलए तैयार हो गई थी, ता क तुम खुश रहो। म ुकिलन म तु ह यह बताने के िलए आई थी क म रज़ाइन करने जा रही ।ँ म तु ह उस रात पोज़ करना चाहती थी। मने तो एक रं ग भी खरीद ली थी।’ ‘ या सच?’ ‘ले कन अब इन बात का कोई तुक नह है। मेरी फै िमली ऊपर है। म जा रही ।ँ और तु हारे िलए बेहतर होगा क गोवा से िजतनी ज दी जा सकते हो, चले जाओ।’ उसने मेरा हाथ थाम िलया, िजसे मने तुरंत छु ड़ा िलया। ‘ या कर रहे हो! मेरे वुड-बी, इन-लॉज़ इसी होटल म ह।’ ‘जानता ।ँ म के वल...’ और फर, कु छ ऐसा आ, जो इससे पहले कभी नह आ था। वह रोने लगा। ‘सीन एट मत करो।’ मने कहा, ले कन उसे इस तरह रोता देखकर मेरा भी गला भर आया। वह मेरे सामने घुटन के बल बैठ गया। ‘ लीज़, बेबी। आई बेग यू। म यूयॉक से यहाँ तक आया ।ँ ’ मने आसपास देखा क कह कोई देख तो नह रहा है। फर मने उसे कं धो से पकड़कर उठाते ए कहा: ‘गेट अप, लीज़।’ मने उसे एक हड टॉवेल दया। उसने उससे अपना चेहरा प छ िलया। ‘िवि टम बनने क कोिशश मत करो। तुमने मेरे साथ जो कया, उसे याद करो। तुम तो मेरे फोन तक नह उठाते थे। मेरे मैसेजस पर खे जवाब दया करते थे।’
उसने िसर िहलाकर हामी भरी। ‘तुम एक, तुम एक...’ म सही श द क तलाश करने लगी। ‘एक ऐसहोल थे!’ उसने वा य पूरा कर दया। ‘गुड। तो अब तुम यह सब कर रहे हो, ले कन तुमने तब जो कया था, उसका या। और आिखरी दन भी, जब म यूयॉक से जा रही थी, तुमने मुझे एक थं स-अप भेज दया था।’ ‘ले कन मने दस िमनट बाद ‘आई िवल िमस यू’ मैसेज भी तो भेजा था। तुमने जवाब ही नह दया।’ ‘तुमने ऐसा मैसेज कया था?’ ‘हाँ, ले कन तुमने जवाब ही नह दया।’ ‘मने फोन नदी म फक दया था।’ ‘ या?’ ‘जो भी हो, अब गड़े मुद उखाड़ने से या फायदा।’ ‘ य नह ? तु हारे बाद मने कई लोग से र ता जोड़ने क कोिशश क । कई लड़ कय को डेट कया। ले कन कसी के साथ भी वैसा जुड़ाव महसूस नह कर पाया, जैसा तु हारे साथ था। कोई भी तु हारी तरह कं लीट नह था। तुम माट, के य रं ग और ह बल थ । तु हारे साथ रहना ब त अ छा लगता था। तुम हमारे छोटे-से अपाटमट को कतनी अ छी तरह से सँवारकर रखती थ । मुझे आज भी वह सर ाइज़ पाट याद है, जो तुमने मुझे दी थी। कौन लड़क ऐसा करती है?’ मुझे इतना गु सा आया क मन आ, अभी उसे एक तमाचा जड़ दू।ँ मेरे हाथ तन गए। ‘ या? तुम मुझे तमाचा जड़ना चाहती हो? डू इट।’ मने आस-पास देखा और उसे एक ज़ोरदार थ पड़ रसीद कर दया। ‘आऊ! तुमने सचमुच मुझे मार दया!’ तमाचा इतना ज़ोरदार था क मेरी अंगुिलयाँ झनझना ग । ‘तुम ये सारी बात अब मुझे बोल रहे हो? पहले तुम यह नह बोल सकते थे? मने तु हारी तर पर तु ह सर ाइज पाट दी थी, ले कन मुझे बोनस िमलने पर तुमने कै से रए ट कया था?’ ‘लाइक अ िडक!’ ‘ए जै टली! तब तु हारा फे िमिन कहाँ चला गया था?’ ‘मने कहा ना म इनिस योर हो गया था। तुम मुझसे तीन गुना यादा कमाने लगी थ ।’ ‘तो या आ? म बक म काम कर रही थी, जहाँ पैसा यादा िमलता है। ले कन तुमने अपना पैशन चुना था: एडवरटाइ ज़ंग। दोन म कं पेयर करने क या ज़ रत है?’ मेरा फोन फर बजा। इस बार माँ का फोन था। ‘बाय, देबू।’ ‘बस दो िमनट, लीज़।’ मने फोन काट दया। ‘ या है?’ ‘मने तु हारी क मत नह समझी, उसके िलए सॉरी। तु ह खोने के बाद ही म समझ पाया क तुम या थ ? जैसे क पैसजर का वह गाना: ‘लेट हर गो।’ म उसे बताना चाहती थी क म यह गाना सुनकर कतना रोई थी, ले कन नह बताया। मने गहरी साँस ली। िडनर पर मुझे शांत नज़र आना था, जैसी क एक अ छी भारतीय ब भजन सुनने के बाद दखती है। ‘वेल, टू बैड। और कु छ? नह तो वापसी का टकट कटा लो।’ मने कहा। ‘मेरे पास एक लान है।’ ‘ लान!’ ‘हाँ, दू हा बदल लो।’ ‘ या!!’ ‘म समझ सकता ँ क तु हारी पूरी फै िमली यहाँ पर है और शादी को रोका नह जा सकता। ले कन म तैयार ।ँ म तुमसे यह गोवा म शादी करना चाहता ।ँ म कोलकाता से अपने पैरट् स को बुला लूँगा, शायद कु छ करीबी र तेदार को भी...’ मने उसे बीच म ही रोक दया। ‘ को- को। या कहा तुमने? हमारी शादी? यह पर?’ ‘खुद से पूछो, रािधका। म तु हारा पहला यार ।ँ हाँ ये सच है क मुझसे भूल ई। ले कन म उस गलती को सुधारना चाहता ।ँ म तु ह इस दुिनया म सबसे यादा चाहता ।ँ म तुमसे शादी करना चाहता ।ँ तु हारे पैरट् स यह सुनकर घबरा जाएँग,े ले कन उ ह यह सुनकर राहत िमलेगी क शादी कसल नह हो रही है। जहाँ तक लड़के वाल का सवाल है तो वो लोग अपसेट ज़ र ह गे, ले कन म संभाल लूँगा।’ ‘तुमने वाकई यह सब सोच रखा था?’ ‘इतनी लंबी लाइट म म बैठा-बैठा सोच ही रहा था। म तु ह कसी भी क मत पर खोना नह चाहता था।’ ‘ले कन तुमसे ये कसने कह दया क म तुमसे शादी करना चाहती ?ँ ’ ‘ य क म जानता ँ क दल क गहराइय से तुम आज भी मुझे चाहती हो। म तु ह ब त खुश रखूँगा, रािधका। तुम जो चाहो, सो करो। ले कन बस मेरे साथ रहो।’ म फर से बैठ गई और चेहरे को हथेिलय से ढाँक िलया। मेरे साथ यह नह हो सकता! यह ज़ र कोई बुरा सपना है। ले कन
वह सपना नह था और देबू सा ात मेरे सामने मौजूद था। ‘तुम बस हाँ बोलो और बाक सब म संभाल लूँगा।’ ‘ये कोई मज़ाक नह है। मेरी पूरी फै िमली, जेश क पूरी फै िमली यहाँ पर मौजूद है।’ ‘तुम िजससे शादी कर रही हो, उसका नाम जेश है?’ ‘हाँ।’ ‘ले कन म यहाँ के वल तु हारे िलए आया ।ँ हम फर से पुराने दन म लौट सकते ह। याद है हमारा वो छोटा-सा अपाटमट?’ ‘िबलकु ल याद है।’ मने कहा। मेरी आवाज़ कोमल पड़ती जा रही थी। मेरा फोन फर बजा। ‘अब तो ये लोग मेरे िलए सच पाट भेज दगे।’ ‘म तु हारा इं तजार क ँ गा। तुम इस बारे म सोचकर मुझे जवाब दोगी’ ‘पता नह । मेरा दमाग काम नह कर रहा है। अभी म जा रही ।ँ ’ ‘म सड़क के दूसरी तरफ वाले रसोट मे ।ँ यहाँ पर कोई म खाली नह था।’ ‘पता है।’ मने कहा और मन-ही-मन इसके िलए शु मनाया।
चौथा दन ‘तु ह यहाँ कै सा लग रहा है?’ जेश ने मेरी तरफ मु कराते ए पूछा। हम सुबह-सुबह सड बीच पर टहलने आए थे। िपछली रात उसने जब मेरे साथ मॉ नग वॉक पर चलने को कहा था तो उसका कहना था क वह रले ट ज के उठने से पहले घूमने िनकल जाना चाहता था। ‘ लीपी।’ मने कहा और ज हाई ली। सुबह के 6.30 बज रहे थे। ‘आई एम सॉरी। मुझे तु ह इतनी ज दी नह बुलाना चािहए था।’ ‘नह , इट् स फाइन। लोग के जागने के बाद तो अफ़रातफ़री ही मच जाती है।’ मने पंक लै गंग और हाइट टॉप पहना था। उसने े ैकसूट पहना था। हम दोन नंगे पैर थे और लहर हमारे पैर से टकरा रही थ। ‘तु हारी न द पूरी नह ई?’ ‘चार घंटे, ठीक है।’ मने कहा, अलब ा न द क कमी के कारण चीज़ पर तुरंत ित या देने म मुझे द त आ रही थी। देबू पूरी रात मुझे मैसेज भेजता रहा था। ‘भजन ब त अ छे ए थे। यह वाकई एक ज़बद त आइिडया था।’ उसने कहा। ‘ए चुअली, यह मेरी मॉम का आइिडया था।’ ‘हाँ, ले कन उसके कारण यह पूरा इवट और योर लगने लगा है।’ ज़ािहर है, इसिलए भी, य क इस शादी म ही दु हन िजम म जाकर अपने ए स-बॉय ड से िमलकर भागने क ला नंग बना रही थी! ‘आज मेहद ं ी है ना?’ जेश ने कहा। ‘हाँ, ले कन इसम आपके करने के िलए यादा कु छ नह है।’ ‘नह , उ ह ने मेरे बारे म भी लान कर रखा है। मुझे ह दी लगाई जाएगी।’ ‘बिल पर चढ़ाए जाने से पहले क सजावट?’ हम दोन हँस पड़े। उसने मेरा हाथ थाम िलया। मने िवरोध नह कया। करती भी तो कै से? हमारी शादी जो हो रही थी। मने भी उसका हाथ थाम िलया। शायद मुझे सपोट क ज़ रत थी, ता क अपने बारे म फै सला ले सकूँ । ‘तुम खुश हो ना?’ मने उसक तरफ देखा। उसक मु कराहट ब जैसी थी। मेरा हाथ थामकर वह ब त रोमांिचत हो गया था। ‘हाँ, म खुश ,ँ जेश।’ हम लड़ कयाँ इसी तरह अपनी फ लं स को लेकर झूठ बोलती रहती ह। कतनी आसानी से हम यह सब सीख जाती ह! ‘तो मने तु ह मेनलो पाक के बारे म बताया था, राइट? म सोच रहा था क हम वहाँ पर या गो डमान ऑ फस के नज़दीक कह रहने क कोई जगह तलाश सकते ह। तब, कम-से-कम, हम म से कोई ज़ रत होने पर ज दी घर प च ँ सके गा।’ ‘अ छा आइिडया है।’ मने अनमनेपन से कहा। ‘हालाँ क अगर मेरी टाट-अप वाली बात बन गई तो फर मुझे मेनलो म होने क कोई ज़ रत ही नह होगी।’ ‘मुझे यक न है बात बन जाएगी।’ उसने कं धे उचका दए। सुबह क रोशनी हमारे चेहर पर पड़ रही थी। म शादी से पहले रे गुलर डाइट और ए सरसाइज़ क मदद से शेप म बने रहने क कोिशश कर रही थी। म सोच रही थी क वकआउट के टाइट कपड़ म कह मोटी ना लग रही होऊँ। ‘यू आर यूटीफु ल, ’ जेश ने जैसे मेरा मन पढ़ते ए कहा। जाने य म हँस पड़ी। वैसे भी म कॉि लमट् स को लेकर सहज नह हो पाती। ‘ या मने कु छ गलत कह दया?’
‘अरे नह । थक यू।’ ‘मने इससे पहले यह कसी लड़क से नह कहा।’ मने उसक ओर देखा। वह कसी मासूम कू ली ब े जैसा लग रहा था। फर भले ही वह दुिनया के सबसे ज टल कं यूटर पर काम य ना करता हो। हम चुपचाप चलते रहे। कु छ िमनट बाद मने अपना फोन चेक कया। देबू का मैसेज था: ‘गुड मॉ नग, यूटीफु ल।’ ‘ इज़ इट?’ ‘ ,ँ कोई नह । दीदी जाग गई ह और मुझे खोज रही ह।’ ‘ रयली?’ ‘हाँ, लेट्स गो बैक।’ ‘म सोच रहा था हम बाहर ेकफा ट कर पाते। कसी बीच शैक पर, जहाँ िसफ हम दोन ह ।’ मेरा फोन फर घनघनाया। देबू का एक और मैसेज था: ‘आई लव यू।’ मने जेश का हाथ छोड़ दया। म एक हाथ म अपने होने वाले पितदेव का हाथ थामकर दूसरे वाले से अपने ए स बॉय ड के लव मैसेजेस नह चेक कर सकती थी। ‘नह , हम लौट जाना चािहए।’ ‘कु छ आ या?’ मने िसर िहलाकर मना कर दया। उसके बाद जेश ने भी कु छ नह कहा। हम होटल क ओर चलने लगे। म उससे थोड़ी दूरी बनाकर चल रही थी और फोन पर आने वाले कसी भी मैसेज को इ ोर कर रही थी। हम होटल प च ँ े। एलीवेटर म सवार होने से पहले म जेश क ओर मुड़ी और उससे कहा: ‘सॉरी, जेश। म जानती ँ क तुम पूरी कोिशश कर रहे हो क हम दोन एक दूसरे को अ छी तरह जान ल, और म भी इसम तु हारे साथ ।ँ ले कन अभी यह मुम कन होता लग नह रहा। मेरे दमाग म ब त सारी चीज़े चल रही ह। वह मु करा दया। ‘शादी के बाद हमारे पास इसके िलए ब त समय होगा।’ ‘तुम ब त वीट हो।’ वह शरमा गया। ओह, अगर म इस आदमी क पीठ म छु रा घ पकर कसी और के साथ भाग जाऊँ तो यह ब त ही बुरा होगा। जेश एक बुरा आदमी य नह है, जैसा क फ म म दखाया जाता है? मने उसे गुडबाय कया। ‘मेहद ं ी म िमलते है।’ ‘वहाँ लड़क का आना अलॉउ नह है, िम टर।’ वह मु करा दया। मने उसे बदले म एक संजीदा-सी फ़े क माइल दी। थकफु ली इतने म एलीवेटर का दरवाज बंद हो गया। मने राहत क साँस ली। ‘हे ई र, मेरी र ा करो।’ मने मन-ही-मन खुद से कहा।
19 ‘अपना फोन परे रखो, रािधका दीदी। नह तो मेहद ं ी कै से लग पाएगी?’ मेरी आठ साल क किज़न वीटी ने कहा। फं शन म म चार मेहद ं ीवाल ने टॉल लगा रखे थे। सूरज ने एक बगल टॉल का भी बंदोब त करवाया था। मेहद ं ी लगवाती और चूिड़याँ पहनती औरत के कारण वह म गॉिसप का टॉक ए सचज बन गया था। वेटस िमनी समोसा और जलेिबय के साथ गम मसाला टी परोस रहे थे। पूरन संह नाम का एक मेहद ं ीवाला मुझे मेहद ं ी लगा रहा था। उसका कहना था क वह एक आ ट ट है और दु हन को मेहद ं ी लगाने म उसे महारत हािसल है। ‘आपने इससे पहले इतनी अ छी मेहद ं ी वाली कोई और दु हन नह देखी होगी’ पूरन ने कहा। ‘म एक हाथ से भी फोन चला सकती ,ँ देखो।’ मने वीटी से कहा। ‘ले कन आप कसे मैसेज कर रही है जेश भैया?’ मेरी दूसरी किज़न योित ने पूछा। सभी हँस पड़े। ‘आप अपनी फ ट नाइट को लेकर ए साइटेड हो ना?’ वीटी ने कहा। ‘मेरी िस टर इनोसट है, लीज़ उसे मत िबगाड़ो। ‘अ दित दीदी ने कहा। उ ह लगता था क म मद के बारे म कु छ भी नह जानती ।ँ गलती मेरी ही थी, मने ही उ ह अपने बारे म कु छ बताया नह था। वैसे भी वे उसे समझ नह पात । मेरी माँ और अ दित दीदी के िलए रलेशनिशप का एक ही मतलब था: ज दी-से-ज दी शादी कर लेना। अ दित दीदी क बे ट ड सलोनी ने कहा: ‘तु ह पता है फ ट नाइट पर या होगा? तु ह कोई ए सपी रयंस है?’ वेल, एक आदमी के साथ दो साल तक रे गुलर से स का ए सपी रयंस है मुझ।े मने मन-ही-मन सोचा, ले कन ऊपर से िसर िहलाकर मना कर दया। ‘चलो, म तु ह बताती ।ँ ’ सलोनी दीदी ने कहा और अपना मुँह मेरे करीब ले आ । ‘ज ट ाइव िहम े ज़ी। उसके कपड़े उतारकर फक देना और उसे मदहोश बना देना।’ उ ह ने फु सफु साकर कहा। शायद वे सोच रही ह गी क वो कोई ब त ही िह मत वाली बात कह रही ह। यहाँ पर मुझसे ए बैरेस होने क उ मीद क जा रही थी। तो म झूठमूठ म शरमा गई। मने अपना चेहरा सलोनी दीदी के कं धो म छु पा िलया। पता नह मने वैसा य कया? वहाँ मौजूद लोग का मन बहलाने के िलए? या उ ह यह यक न दलाने के िलए क म वाकई इनोसट ?ँ जैसे ही मुझे अके लापन िमला, मने अपना फोन चेक कया। ‘बेबी, म वेट कर रहा ।ँ ’ देबू का मैसेज था। ‘जानती ।ँ ’ ‘इतना भी मुि कल नह है। बस उन लोग को बता दो क तु हारी ज़ंदगी म कोई और है।’ ‘ कसको बताऊँ।’ ‘अपनी माँ को, बहन को, कसी को भी।’ ‘ या यह एक अ छा आइिडया है, देब?ू म कं यूं ड ।ँ ’ ‘इट् स लव, बेबी। यार कं यूंिज़ग ही होता है। पहले म भी कं यूज़ था, ले कन अब योर हो गया ँ क तु ह िमसेज रािधका सेन बनना है।’ ‘मैडम इतना िहिलए मत, ’ मेहद ं ी वाले ने कहा, य क म तेज़ी से मैसेज िलखती जा रही थी। ‘मुझे नह लगता म अपना सरनेम चज क ँ गी।’ ‘तो मत करना।’ मने कोई जवाब नह दया। उसने एक िमनट बार फर मैसेज भेजा। ‘तो या इसे म तु हारी हाँ मानू?ँ ’ ‘पता नह । म अभी मेहद ं ी लगवा रही ।ँ ’ ‘बेबी, बस एक बार हाँ बोल दो।’ मने फोन एक तरफ रख दया। ‘म िपछले बीस साल से मेहद ं ी लगा रहा ँ ले कन आपके जैसे खूबसूरत हाथ कसी के नह देखे।’ पूरन ने कहा। ‘तुम यह बात हर दु हन को कहते हो ना?’ उसने मेरी तरफ देखा और पान के दाग लगे अपने दाँत दखाते ए मु करा दया। ‘हाँ ये तो है।’ मने भी माइल कर दी। फोन फर घनघनाया। ‘आपका बायाँ हाथ हो गया है। अब दूसरे हाथ क बारी।’ मने हामी भर दी ले कन इस बार देबू का मैसेज नह था। यह कसी अननोन इं टरनेशनल नंबर से आया था, जो ‘+852’ से शु हो रहा था। यह तो हांगकांग का कोड था। ‘हाय, इट् स नील।’ मैसेज कह रहा था। ‘मैडम, अपना दूसरा हाथ दीिजए। और इस वाले हाथ को यादा िहलाइए मत, मेहद ं ी आभी ताज़ा है।’ ‘एक िमनट को।’ ‘हाय नील।’ मने जवाब िलख भेजा। ‘मने सुना तु हारी शादी हो रही है, गोवा म?’ ‘हाँ।’
‘कू ल। ऑ फस के लोग ने मुझे बताया।’ ‘ या चल रहा है?’ ‘ ीलंका म ,ँ एक डील के िसलिसले म।’ ‘ओके ।’ ‘ या म तु ह कॉल कर सकता ?ँ ’ ‘रािधका, अपनी मेहद ं ी पर फ़ोकस करो नह तो म फर से तु हारा फोन कडनैप कर लूँगी।’ अ दित दीदी ने कहा। ‘बस दस सेकड।’ मने कहा। ‘अभी म ब त िबज़ी ।ँ ’ मने िलखा और मैसेज भेज दया। फर मने फोन एक तरफ एक कु शन पर रख दया। पूरन ने मेरा दायाँ हाथ थाम िलया और मेहद ं ी लगाने लगा। उसने मेरे बाएँ हाथ पर एक बारीक लोरल पैटन बनाने म दो घंटे िलए थे, इतना ही समय वह दूसरे हाथ पर भी लेने वाला था। मेरे फोन क न चमक । एक और मैसेज आया था। ‘इट् स अजट।’ नील ने कहा। म जवाब नह दे सकती थी। मेरे हाथ खाली नह थे। उसने कॉल लगाया, मने अपनी पंक फगंर से फोन काट दया। ‘िलसन, लीज़ मुझसे दो िमनट बात कर लो।’ उसका एक और मैसेज आया। ले कन म उसको कै से बताती क म यह नह कर सकती थी। उसके मैसेजेस एक के बाद एक आते रहे। ‘रािधका जी, िहिलए नह ।’ पूरन ने कहा। नील के मैसेज जारी रहे: ‘मेरे पास तु ह बताने के िलए ब त कु छ है।’ ‘म ज दी ही तु हारे पास प च ँ ना चाहता ।ँ ’ ‘ या तुम एक बार र लाई नह कर सकत ?’ म र लाई नह कर सकती, म मन-ही-मन ज़ोर से िच लाई! मैसेजेस आते रहे। ‘तु ह पता है, यह चैट पर नह कहा जा सकता।’ ‘यहाँ तक क फोन पर भी नह ।’ ‘कु छ चीज़े के वल आमने-सामने ही कही जा सकती ह।’ ‘तो शायद मुझे वही करना चािहए।’ ‘हाँ।’ ‘ओके देन, तुम मेरे मैसेज देख तो रही हो, ले कन र लाई नह कर रही हो।’ ‘ठीक है, अब आमने-सामने ही बात क जाएगी।’ म असहाय-सी बैठी यह सब देख रही थी। ‘भैया, या आप ज दी नह कर सकते?’ मने पूरन से कहा। ‘ये शादी क मेहद ं ी है। इसम ज दी कै से क जा सकती है? दूसरे हाथ म जैसी मेहद ं ी लगी है, वैसी ही इस पर भी लगानी होगी।’ ‘डैम! इससे पहले क वह कु छ करे , मुझे उसे जवाब देना था। म पहले ही मुसीबत म फँ सी ई थी। ‘लीिजए, हो गया!’ पूरन ने दो घंटे बाद कहा। ‘ब त-ब त शु या, आपका। या अब म जा सकती ?ँ ’ ‘ले कन मेरा पेशल िग ट?’ मने अपनी बहन क ओर इशारा कया। उ ह ने उसे 2000 पए क टप दी। वह मु कराया और हाथ जोड़कर ध यवाद दया। ‘चार घंटे तक हाथ मत धोइएगा। इस मेहद ं ी का रं ग हनीमून के बाद तक कायम रहेगा।’ ‘चार घंटे!!’ मने कहा।
मने अपनी किज़ स से कहा क मुझे आराम करना है और अपने म क ओर दौड़ गई। अ दित दीदी मेरे पीछे-पीछे चली आ । ‘चलो, म तु हारी मदद करती ।ँ ’ अ दित दीदी ने कहा और मेरी सलवार क डोरी खोल दी। ‘म तु हारे साथ बाथ म चल रही ।ँ ’ उ ह ने कहा। ‘फ़क इट! म अपने हाथ धो रही ।ँ ’ ‘अरे को!’ म दौड़कर बाथ म म गई और वॉशबेिसन म र नंग वॉटर के नीचे अपने हाथ रख दए। मेहद ं ी का रं ग अभी गहरा नारं गी ही आ था, गहरा क थई नह । ले कन मुझे अपने हाथ क ज़ रत थी। मुझे नील को जवाब देना ही था, नह तो मेरी ज़ंदगी म एक नया भूचाल आ जाता। ‘हे सॉरी, म पहले जवाब नह दे पाई।’ मने ज दी-ज दी िलखा। ‘इट् स ओके , ’ नील ने तुरंत जवाब दया। ‘ या बात है?’ उसने फोन लगाया। मने बाथ म म ही फोन उठा िलया। ‘हाय।’ मने कहा।
‘ कतने दन बाद मने तु हारी आवाज़ सुनी है।’ ‘ या बात है, नील?’ ‘तुम कै सी हो?’ ‘ या तुम ज दी बताओगे, लीज़? या बात है?’ ‘मुझे तुमसे एक ज़ री बात कहना है।’ ‘ या?’ ‘मने कहा ना, आमने-सामने ही बता सकता ।ँ ’ ‘ले कन यह पॉिसबल नह है। मुझे अभी बताओ।’ ‘तुम गोवा म हो, राइट? कौन-से रसोट म?’ ‘नील, यहाँ पर कोई दो सौ लोग ह। या तुम बाद म नह बता सकते?’ ‘कौन-सा रसोट? या म तु हारे ऑ फस फोन लगाकर पता लगाऊँ?’ ‘तु ह जो भी बोलना हो, अभी बोल दो। मेरी शादी हो रही है और तुम भी एक डील के सीलिसले म आए हो।’ ‘हाँ, दी णी ीलंका के कसी सुदरू कोने म। यहाँ से तो लाइट भी नह िमलत । या को, मुझे अपने कं यूटर पर चेक कर लेने दो।’ अ दित दीदी ने बाथ म के दरवाजे पर नॉक कया। ‘सी रयसली, नील मुझे जाना होगा। बाय।’ ‘ओके , बाय। कां े यूलेशंस।’ ‘ओह वेल। वॉटेवर। बाय नाऊ।’ म बाथ म से बाहर आई। ‘ या! तुमने अपनी मेहद ं ी धो ली?’ ‘ले कन मेहद ं ी पहले ही रं ग दखा चुक थी।’ ‘ये तु हारी वे डंग मेहद ं ी थी। या तुम कु छ घंटे क नह सकती थ ?’ ‘सॉरी दीदी, म आपके जैसी नाइस गल नह ँ ना।’ ‘अरे , तुम मुझ पर य िनशाना साध रही हो? और ये तुम अपने वकआउट के कपड़े य पहन रही हो?’ ‘सॉरी फॉर बीइं ग ड, दीदी। ले कन मुझे ताज़ी हवा क दरकार है। म बीच पर वॉक करने जा रही ।ँ ’ ‘ कसके साथ?’ ‘अके ले।’ ‘ य ? म भी तु हारे साथ आ रही ।ँ ’ ‘नह दीदी। म कु छ देर अके ली रहना चाहती ।ँ या मुझे एक घंटे क मोहलत िमलेगी?’ अ दित दीदी आई और मेरे गाल पर हाथ रखते ए पूछा: ‘ या बात है?’ ‘कु छ नह । म बस शादी क तैया रय से ब त थक गई ।ँ मुझे एक घंटे का आराम चािहए।’ उ ह ने मुझे हग कया। ‘ठीक है, जाओ। यहाँ पर म संभाल लूँगी।’
म समु ी रे त पर टहल रही थी। मै रयट होटल मेरी नज़र से ओझल हो चुका था। मने देखा क फोन म जेश का मैसेज था, ले कन मने उसे नह खोलना ही बेहतर समझा। मेरे दमाग म चंद सवाल घुमड़ रहे थे। नील को इस बारे म कै से पता चला? वह ीलंका म या कर रहा है? शायद और पैसे कमाने क जुगत। ले कन उसने मुझे फोन य लगाया? उसने मुझे बताया य नह क वह या चाहता है? इतना स पस कस बात का है? ‘रािधका।’ पीछे से एक आवाज़ आई, िजसने मुझे च का दया। ‘देब!ू या तुम मेरा पीछा कर रहे हो?’ ‘नह । म उस जगह ठहरा ।ँ ’ उसने हाँफते ए दूर नज़र आ रही एक होटल िब डंग क ओर इशारा कया। ‘मेरा पीछा मत करो!’ ‘म नह कर रहा ।ँ ’ ‘ओह रयली?’ ‘म बस तु हारे जवाब का इं तज़ार कर रहा ।ँ म पूरा दन बीच पर घूमता रहता ।ँ अभी तु ह अके ला देखा तो तु हारे पास चला आया।’ मने आसपास देखा। ‘म नह चाहती क कोई हम यहाँ देख ले।’ ‘उस तरफ एक शैक है, जहाँ हम कोई नह खोज सकता। वहाँ चलकर बात कर?’ ‘नो देब।ू ’ ‘ लीज़।’ मने समय देखा और कहा: ‘के वल दस िमनट।’
हम मीरामार बीच पर कं स शैक पर गए और सी-फे िसगं चेयस पर बैठ गए। उसने बीयर बुलवाई। मने एक िगलास पानी िपया। ‘तो तु हारा दन कै सा रहा?’ मने उसे अपने हाथ मे लगी मेहद ं ी दखाई। ‘दैट्स ि टी!’ ‘थ स। और तुमने या कया?’ उसने अपनी टी-शट क बा बाँह उठाकर दो इचं का एक टैटू दखाया। इसम िलखा था: ‘रािधका।’ ‘ हाट द हेल, देब’ू ‘मेरे पास करने को कोई काम नह था, तो यह करवा िलया। वैसे यह मुझे ब त पहले कर लेना चािहए था। ‘यहाँ म कसी से शादी कर रही ँ और उधर तुम मेरे नाम का टैटू गुदवा रहे हो। तुम पागल तो नह हो गए हो?’ ‘आई लव यू, रािधका। इसे चाहो तो पागलपन कह लो, या कु छ और।’ बात के वल इतनी भर नह थी क देबू ने वैसा कहा। बात यह थी क िजस तरह से उसने कहा, वह कसी प थर दल लड़क को भी िपघलने को मजबूर कर सकता था। उसने अपना एक हाथ अपने सीने पर रखा था और मेरी ओर कातर नज़र से देख रहा था। उसने मेरा हाथ थामने के िलए अपना हाथ आगे बढ़ाया। मने इनकार कया तो फर उसे पीछे ख च िलया। ‘ लीज़ बेबी, वन मोर चांस।’ ‘मुझे जाना है।’ मने कहा और वेटर से कहा क िबल ले आए। ‘मने एक लान बनाया है। तुम अपनी शादी से ठीक एक दन पहले अपनी फै िमली को यूज़ ेक करोगी। और म अपने सभी र तेदार को यहाँ बुला लूँगा। मेरे पैरट् स तु हारे पैरट् स से बात करगे। ड ट वरी। तुम के वल लड़के वाल को हडल करना। ‘म?’ ‘हाँ, उ ह रए ट करने का यादा टाइम ही मत देना। बस इतना भर कहना क तुम यह नह कर सकत और वे चले जाएँग।े शादी होने तक तु ह उनको मेरे बारे म बताने क ज़ रत नह है। मेरा दल ज़ोर से धड़कने लगा। ‘बेबी, ये सुनने म े ज़ी ज़ र लगता है, ले कन इसके अलावा कोई और रा ता ही नह है। तु हारे र तेदार ज र कु छ बात कहगे, ले कन कम से कम वे यह तो नह कहगे क शादी कसल हो गई। जहाँ तक लड़के वाल का सवाल है तो उनक कसे परवाह? पलक झपकते ही हम यूयॉक प च ँ चुके ह गे। ‘ या?’ ‘तुम या यूयॉक मे अपना ांसफर नह करवाओगी? और य द तुम लंदन म ही रहना चाहती हो तो म वहाँ आकर रहने को भी तैयार ।ँ तुम जो बोलोगी म वह क ं गा।’ ‘देब,ू तु ह पता भी है तुम या बोल रहे हो? ओके , अभी म जा रही ।ँ ’ म उठ खड़ी ई और बाहर जाने लगी। वह मेरे पीछे आया और मेरे कान म फु सफु साकर कहा: ‘मुझ पर भरोसा रखो, बेबी।’ मेरा फोन बजा। जेश का फोन था। म उससे बात करने के िलए थोड़ा अलग हो गई। ‘हे, ’ मने कहा। ‘मने तु ह एक मैसेज भेज था।’ ‘सॉरी, म देख नह पाई।’ ‘तुम अभी कहाँ हो?’ ‘म... म बस यह आसपास ही ।ँ ’ ‘एक और सनसेट वॉक? कल क तरह?’ देबू िबल पे करने चला गया और दूर से मुझे देखकर मु कराता रहा। ‘नह , ’ मेरा वॉक करने का मन नह है। ले कन मुझे क ं क ज़ र दरकार है।’ ‘मै रयट के ओपन एयर लाउं ज म...’ ‘नह , मै रयट से दूर कह ।’ ‘ या म कार बुलवाऊँ?’ ‘मुझे ताजी हवा चािहए। ले कन म ाईवर के साथ नह जाना चाहती। या तुम कह से बाइक अरज कर सकते हो?’ ‘यू मीन, रट पर कोई एि टवा?’ ‘हाँ। तु ह चलानी आती है?’ ‘वेल, मने कॉलेज के दन म चलाई थी।’ ‘गुड। तो पं ह िमनट के भीतर मुझे मै रयट के बाहर िमलो।’ मने फोन रख दया। ‘सब ठीक तो है, बेबी?’ देबू ने कहा। ‘म जेश के साथ घूमने जा रही ।ँ ’ ‘ओह।’ ‘म यह तु ह हट करने के िलए नह कर रही।’ ‘तुम मुझे हट कर सकती हो। मने भी तु ह चोट प च ँ ाई थी। ले कन यह हमारे यूचर का सवाल है। तुम एक ऐसे इं सान के साथ नह जी सकती, ’ िजसे तुम यार नह करत ।’ ‘देब,ू इन बात से मेरा िसर चकरा रहा है। म खुली हवा म कु छ देर साँस लेना चाहती ।ँ ’
‘ योर बेबी। टेक योर टाइम।’ ‘थ स। और अब मेरे करीब मत आना। म जा रही ,ँ तुम यहाँ से पाँच िमनट बाद िनकलना।’ उसने हामी भरी। अपनी बाँह फै ला द और एक हग माँगने लगा। मने आसपास देखा और उसे हग कर िलया। ले कन वह मुझे छोड़ने को ही तैयार नह हो रहा था। ‘तु ह बाँह म लेकर कतना अ छा लग रहा है, बेबी।’ उसने कहा। ‘इट् स इनफ। अब मुझे जाने दो, लीज़। ‘मने सॉ ट आवाज़ म कहा।
20 ‘संभलकर, ’ मने कहा। एि टवा सड़क पर दचके खा रही थी। हम मै रयट ाइव-वे से बाहर आ चुके थे। ‘ मने पाँच साल से ऐसी कोई गाड़ी नह चलाई है।’ जेश ने कहा। म सोच रही थी क मुझे उसक कमर म हाथ डालना चािहए या नह । तीन दन बाद म उसक वाइफ बनने जा रही थी, इसिलए ऐसा कया तो जा सकता था। ले कन म नह चाहती थी क वह यह मान ले क मेरा दल जीतना ब त आसान है। हम चावल के खेत के बीच एक संकरी सड़क से जा रहे थे। वह तेज़ गाड़ी चला रहा था। हवा के कारण मेरे बाल मेरे चेहरे पर िबखर गए थे। ‘मुझे अ छा लग रहा है।’ मने कहा। ‘ ेट आइिडया, रािधका। रले ट ज़ को डंप करो और अपने िलए कु छ पल चुरा लो।’ ‘ले कन हम जा कहाँ रहे ह?’ मने कहा। ‘अंजुना। जब हम कॉलेज प पर यहाँ आए थे, तो वह गए थे।’ तीस िमनट बाद हम चट् टान से भरे अंजुना बीच पर प च ँ चुके थे। गाड़ी पाक करने के बाद हम पाँच िमनट पैदल चले और कल ज़ नाम के एक शैक म प च ँ ।े हम आरामकु सय पर आमने- सामने बैठ गए। अरब सागर हम घेरे ए था। मने अपनी ीकर िनकाल द और रे तीले फश पर पैर टका दए। ‘बीयर?’ जेश ने कहा। ‘ योर।’ मने कहा। उसने एक वेटर से दो कं ग फशर लाने को कहा। दो टेबल दूर एक और कपल बैठा था। शायद उनक हाल ही म शादी ई थी और वे यहाँ हनीमून मनाने आए थे। उ ह ने एक-दूसरे के हाथ थाम रखे थे, फर भी वे कु छ अजीब लग रहे थे। अर ड मै रज, शायद। मने जेश क ओर देखा। इस वीकड तक हम भी मै रड कपल हो जाएँगे। ‘तुमने अपने घर के लोग को या बताया?’ जेश ने पूछा। ‘यही क म तु हारे साथ वॉक पर जा रही ।ँ ’ ‘वे नह जानते क तुम अंजुना म हो?’ ‘नह । माँ को पता चल जाएगा तो आफत आ जाएगी।’ म अपनी बीयर क चु क लेती रही। सूरज डू ब रहा था। एक नौजवान िगटार बजाते ए गाना गा रहा था। उसके यूिज़क के कारण गोवा का यह सनसेट और खूबसूरत हो गया था। संगर जि टन बीबर का गाना ‘सॉरी’ गा रहा था : ‘इट इज़ टू लेट नाक टू से सॉरी? येह, आई नो दैट आई लेट यू डाउन, इज़ इट टू लेट तो से आएम सॉरी नाऊ?’ इस गीत ने मुझे देबू क याद दला दी। वह यूयॉक से यहाँ तक आया था। हाँ, उसने ब त बड़ी भूल क थी, ले कन गलितयाँ कससे नह होत ? तीन गुना पैसा कमाने वाली गल ड के साथ अिधकतर मद ऐसे ही रए ट करते है ले कन अब वह मेरे साथ ज़ंदगी िबताना चाहता है। या उसे एक और मौका नह िमलना चािहए? ‘तुम खोई-खोई-सी लग रही हो। या म इतना बो रं ग ?ँ ’ जेश ने कहा। मने िसर िहलाकर इनकार कर दया। फर मने खुद को मन-ही-मन कोसा क यहाँ पर म देबू के बारे म सोच रही थी। आिखर म उसके प म दलील य दे रही थी? िमनी-मी ने मुझ पर िच लाते ए कहा : ‘जो इं सान अभी तु हारे साथ है, उस पर फ़ोकस करो!’ ‘नह , तुम बो रं ग नह हो। ले कन यह ब त खूबसूरत जगह है। थ स, जेश।’ मुझे उसका नाम िबलकु ल पसंद नह था। यह कतना अनफै शनेबल नाम था? िमिलए मेरे हसबड देबाशीष सेन के बजाय यह कहना क िमिलए मेरे हसबड जेश गुलाटी से! ‘हम यहाँ पर मैकेिनकल इं जीिनय रं ग कॉलेज प पर आए थे।’ ‘इं जीिनय रं ग फ ड प के िलए गोवा म?’ ‘वेल, हमने कॉलेज अथॉ रटीज़ को कं वंस कर दया था क गोवा म काफ इं ड ीज़ है।’ ‘जैसे क बीयर उगलने वाली मशीन।’ वह हँस दया। मने बीयर क चु क ली। ‘तो या एनआईटी म यही होता है? इं ड ी िविज़ट के नाम पर गोवा क सैर?’ ‘हमारे कु छ लासमेट्स िभलाई टील लांट गए थे। वे आज तक हमसे नफरत करते ह।’ इस बार हम दोन सा थ हँस।े वह ब त दलच प इं सान भले ना हो, ले कन इं जीिनय रं ग कॉलेज क कहािनयाँ उसे यादा दलच प बना देती थ । ‘लगता है कॉलेज के दन म तुमने खूब म ती क है।’ ‘म इतना बो रं ग नह , िजतना तुम समझती हो।’ ‘ मने तो तु ह कभी बो रं ग नह कहा।’ ‘ए चुअली, म बो रं ग ही ।ँ खासतौर पर तब, जब लड़ कय से बात करने का सवाल हो। ऐसे म अपने दो त के साथ खूब मौज-म ती करता ।ँ ’ ‘ओहो, तो तु ह लड़के यादा पसंद ह!’ मने आँख मारते ए कहा। ‘नह ...नह ... मेरा मतलब था क...’ वह शरमा गया। म हँस दी। ‘म तु ह छेड़ रही ।ँ ’ ‘जानता ।ँ ’
‘तु ह लगता है क औरत अलग होती है?’ उसने कं धे उचका दए। ‘औरत मदा जैसी तो नह ही होती ह ना।’ ‘वेल, कु छ मायन म नह । फर भी ब त सारे मायन म।’ म कोिशश कर रही थी क उससे यादा नज़र ना िमलाऊँ। म सोच रही थी क जडर इ िलटी के बारे म वह या सोचता होगा। ‘ जेश, तुम जानते हो फे िमिन ट या होती है?’ ‘कु छ-कु छ। ले कन ए ज़ै टली वह या होती है? ‘तुमने कभी इससे पहले यह श द नह सुना?’ ‘िबलकु ल सुना है। म इसके बारे म जानता भी ।ँ इ ल राइट् स फॉर वीमन, राइट? यही है ना इसक प रभाषा?’ ‘फ़े िमिन म एक मूवमट है, जो मिहला के िलए समान राजनीितक, आ थक, सां कृ ितक, िनजी और सामािजक आिधकार के बारे म बात करता है, उन आिधकार को तय करता है और उ ह हािसल करने क कोिशश करता है। और एक फे िमिन ट वह है, जो इस आदोलन म यक न रखता है।’ ‘वॉव।’ ‘ हाट वॉव?’ ‘िजस तरह से तुमने यह प रभाषा समझाई। इट् स कू ल।’ ‘थ स, ले कन या तुम फ़े िमिन ट हो?’ ‘इस बारे म कभी सोचा नह । कभी ऐसी कोई ि थित ही नह बनी। फर भी, आई गेस, म एक फ़े िमिन ट ।ँ ’ ‘तुम हो?’ ‘मेरा मानना है क सभी मनु य को समान आिधकार होने चािहए। यह आदमी बनाम औरत क बात नह है, यह इं सान बनाम इं सान क बात है। फ़े िमिन ट एक गलत श द है। इसे यूमिन ट होना चािहए। ऐसे म सही सवाल यह होना चािहए क या तुम हयूमिन ट हो? और इसका जवाब यह होना चािहए क सभी को यूमिन ट होना चािहए।’ ‘सही है।’ ‘ या तुम एक फ़े िमिन ट हो, रािधका?’ ‘ या मतलब? म एक औरत ।ँ ’ ‘ले कन हर औरत फ़े िमिन ट नह होती।’ ‘ रयली?’ ‘जो माँएँ अपने बेट को बे टय से य़ादा मह व देती ह, या वे फ़े िमिन ट होती ह?’ ‘नह ।’ ‘जो औरत दूसरी कामकाजी औरत को एक अ छी माँ नह मानत , या वे फ़े िमिन ट होती है?’ ‘नह । म तु हारा वॉइं ट समझ रही ।ँ हाँ, म खुद को एक फ़े िमिन ट मानती ।ँ ’ ‘ या म कु छ कह सकता ?ँ ’ ‘ योर।’ ‘मुझे नह लगता कसी को भी खुद को फ़े िमिन ट कहने क ज़ रत है। य द आप एक ईमानदार इं सान ह और सभी के िलए समान अवसर चाहते ह, तो यह एक शु आत है।’ मने उसक ओर देखा और मु करा दी। वेटर हमारे िलए एक और राउं ड बीयर ले आया। सूय डू ब चुका था और अंधेरा छा गया था। ‘तुमने गोवा क अपनी फ ड प म और या कया था?’ ‘ऐसी चीज़, जो तुम नह जानना चाहोगी।’ ‘ओह रयली? जैसे?’ ‘कु छ नह ।’ ‘बताओ ना।’ ‘ओके , बीच पर गोरी लड़ कय को िनहारना।’ ‘यू मीन, लड़ कय को वैसी नज़र से देखना?’ ‘िबलकु ल नह । म इसे एक टडीड ऑ जवशन कहना बेहतर समझूँगा।’ म हँस दी। ‘इं जीिनयर लोग िसक होते ह।’ मने कहा। ‘सच है। फर वे लोग मोक भी करते ह।’ ‘ या? िचलम?’ उसने िसर िहला दया। ‘तुमने गोवा म गांजा िपया था?’ ‘हाँ। वो तु ह यह अंजुना म िमल जाएगा। शैक के पीछे कु छ शॉ स थ । मुझे मालूम नह , अभी वे ह या नह ह।’ ‘िम टर जेश गुलाटी, यू हैव अ पा ट!’ वह हँस दया। हम लास म टॉप करने और फर अमे रका जाने क ही फ़राक म रहते थे, ले कन थोड़ी - ब त म ती भी कर िलया करते थे। ‘हम ाय कर?’
‘तुम गांजा पीना चाहती हो? अभी?’ उसने हैरत से कहा। ‘हाँ। या एक अ छी हंद ु तानी दु हन को अपनी शादी से तीन दन पहले मोक नह करना चािहए?’ ‘नह , नह , ऐसा िबलकु ल नह है।’ ‘ या यह ब त य़ादा फ़े िमिन नह हो जाएगा?’ ‘नह रािधका, वो बात नह है। ले कन यहाँ हमारे र तेदार है।’ ‘अंजुना म तो कोई नह है ना? देखते ह तुम मेरे िलए कु छ गांजा ला पाते हो या नह ।’ ‘ठीक है, मुझे पं ह िमनट का व दो।’
‘यहाँ चट् टान के पीछे चले आओ। यहाँ हम कोई नह देखेगा।’ जेश ने कहा, जब क म िचलम म सु ा मार रही थी। हम कल ज़ को छोड़कर अंजुना बीच के एक सुदरू कोने पर चले आए थे। जेश ने तीन िचलम तैयार कर रखी थ । हमने पहली शु क । ‘तुमने पहले यह कया है?’ ‘नह , ले कन म हमेशा से ाय करना चाहती थी।’ ‘आिह ता आिह ता।’ हर सुट्टे के बाद मेरा दमाग और रलै स होता जा रहा था और मेरे ससेस सु पड़ते जा रहे थे। अब जेश भी अजनबी नह लग रहा था।’ ‘वॉव, यह मुझे मेरे कॉलेज के दन क याद दला रहा है।’ ‘ले कन तु हारे पैरट् स ने कभी नह सोचा होगा क उ ह इस तरह क ब िमल रही है।’ वह हँस दया : ‘वैसे कस तरह क ब ?’ ‘अरे वही, जो अपनी शादी से पहले बीच पर िचलम फूँ कती है।’ ‘य द उनका बेटा ऐसा कर सकता है, तो ब य नह कर सकती?’ ‘यही तो है फ़े िमिन , ’ मने कहा और उससे हाई-फाईव कया। ‘हर चीज़ पर ऐसा हाई-फाई लेबल लगाना ज री नह होता। फर यह तो सीधा लॉिजक है। अगर म कर सकता ,ँ तो तुम भी कर सकती हो।’ ‘यू आर वीट।’ ‘जब कोई लड़क कसी लड़के के ित आक षत हो जाती है, ले कन वह उसे सीधे नह कहना चाहती, तब वह उसे वीट ही कहती है ना?’ ‘िम टर फ़े सबुक, तुम माट हो।’ ‘वेल, कम - से - कम इस मामले म शायद म अ छा ।ँ मने अपनी पूरी ज़ंदगी िम टर वीट बनकर ही गुज़ारी है।’ ‘ वीट इज़ गुड।’ मने आिखरी सुट्टा मारते ए कहा। वह मु करा दया : ‘अब चल? हम देर हो रही है।’ ‘हाँ। और वे िचलम बचाकर रखना। हम मै रयट म उनक ज़ रत होगी।’ हम एि टवा पर सवार होकर फर लौट चले। इस बार मने उसक कमर पर हाथ रख दया। शायद यह बीयर और िचलम का असर था, ले कन मुझे अजीब नह लगा। हम उ ह रा त से होकर लौट रहे थे, ले कन अभी वे अंधेरे म डू बे ए थे। एक चौराहे पर हमने रा ता कं फम करने के िलए गाड़ी रोक । ‘यहाँ से हम दाएँ जाना चािहए, है ना?’ मैने उसके कं धे पर अपनी ठोढ़ी टकाते ए कहा। ‘हाँ।’ हम मुड़ रहे थे क चे वॉइं ट पर हम दो पुिलस वाले दखाई दए। उ ह ने हम रोक िलया। ‘लाइसस?’ उनम से एक ने कहा। जेश नीचे उतरा और अपना पस टटोलने लगा। ले कन उसे कु छ िमला नह । ‘ओह, शायद वह होटल म रह गया है।’ उसने कहा। ‘ या?’ पुिलस वाले ने कहा। ‘मेरे पास कै िलफो नया का लाइसस है। म अमे रका से ।ँ लाइसस होटल म रह गया है। सॉरी।’ पुिलस वाल ने एक दूसरे क ओर देखा। ‘तु ह जुमाना भरना होगा।’ एक पुिलस वाले ने चालान बुक िनकालते ए कहा। दूसरा मुझसे बोला : ‘मैडम, यह गलत है। आपको लाइसस के िबना ाइव नह करना चािहए।’ ‘हम लोग टू र ट ह। सॉरी।’ हम चार सौ पए का चालान कटवाना पड़ा। जेश ने हज़ार पए का नोट दया। पुिलस वाल ने चज लौटाए। जब जेश पस फर से अपनी जेब म रख रहा था तो एक छोटी - सी चीज नीचे िगरी। ‘आपका कु छ िगर गया है।’ एक पुिलस वाले ने कहा। फर उसे उठाकर सूंघा। फर अपने साथी को दे दया। ‘ या आप दोन साइड म ह गे और एि टवा क चाबी हम दगे?’ ‘ या बात है?’ मने कहा। ‘यह गांजा है और यह यहाँ पर गैरकानूनी है। आप दोन को पुिलस थाने चलना होगा।’
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21 ‘अंजुना पुिलस टेशन, मॉम। बगीचे के सामने। ाइवर पता बता देगा। लीज़, डैड के साथ यहाँ आ जाइए। कसी और को कु छ मत बताइए।’ ‘तुम पुिलस थाने म या कर रही हो?’ माँ ने बदहवास होते ए कहा। ‘िच लाओ मत माँ। म यहाँ जेश के साथ ।ँ ’ ‘ जेश? तुम दोन पुिलस थाने म कै से प च ँ गए?’ ‘आप यहाँ आएँ तो म आपको बताऊँ। और डैड को भी साथ म लाइएगा।’ ‘और जेश के पैरट् स?’ ‘उसने उ ह अलग से कॉल कया है। वे भी आ रहे ह।’ ‘हे भगवान, ये हो या रहा है? तुम ठीक तो हो ना?’ ‘येस मॉम, जेश के पास लाइसस नह था।’ ‘लाइसस? य ?’ ‘हम एि टवा पर घूमने गए थे।’ ‘एि टवा? ले कन हमने इतनी सारी कार हायर क ह।’ ‘मॉम, आप बस यहाँ आ जाइए।’ मने फोन रख दया। जेश मेरे सामने बैठा था। सब-इं पे टर सै युअल िडसूजा हमारे सामने थे। ‘ये गांजा आपको कहाँ िमला?’ ‘यह अंजुना क गली-गली म िबकता है। मुझे पूरा यक न है क आपको यह मालूम है।’ जेश ने कहा। ‘तुम ये कहना चाह रहे हो क हम सबकु छ जानते ए भी कु छ नह करते?’ ‘नो सर, सॉरी।’ मने कहा। मने जेश को कोहनी मारकर कहा क वह चुप रहे। ‘आपक शादी कब है?’ ‘शु वार को।’ ‘दो दन बाद। और इसी तरह से आप अपनी मै रड लाइफ क शु आत करना चाहते ह? स लेकर?’ ‘ये स नह है, सर। यह माइ ड हबल चीज़ है। और कै िलफो नया म तो यह कानूनी भी है।’ जेश ने कहा। सब-इं पे टर ने हम घूरकर देखा। ‘ या ये कै िलफो नया है?’ उसने कहा। ‘नह सर,’ जेश ने िसर झुकाए जवाब दया। ‘ये कौन सी जगह है?’ ‘गोवा, सर।’ ‘लोग यहाँ पर या करने आते ह?’ सब इं पे टर ने कहा। ‘पाट करने, सर।’ जेश ने सॉ ट आवाज़ म कहा। ‘नह ।’ सब-इं पे टर ने िच लाकर जवाब दया। ‘लोग यहाँ पर अ छी, साफ और शांितपूण छु ट् टयाँ िबताने आते ह। यह सब नॉनसस करने नह ।’ ‘यस, सर।’ जेश ने जैसे माफ माँगते ए कहा। मने अपने मुँह को ज़ोर से भ च िलया ता क म हँस ना दू,ँ फर भी एक ह क -सी िखलिखलाहट िनकल ही गई। इं पे टर ने मेरी ओर देखा। ‘आपको यह सब मज़ाक लग रहा है?’ ‘नो, सर।’ मने सपाट तरीके से जवाब दया। इतने म जेश और मेरे पैरट् स थाने म आए। उ ह ने हम सब -इं पे टर के सामने बैठे देखा। ‘ या आ इं पे टर?’ मेरे िपता ने कहा। ‘ या आप ही इनके माता-िपता ह? देिखए, आपके ब े या गुल िखला रहे थे!’ सब इं पे टर ने कहा।
‘यू आर टू मच, रािधका,’ मेरी माँ ने कहा। म अपने पैरट् स के साथ कार म बैठी थी। जेश अपने पैरट् स के साथ एक दूसरी कार म था। हमारे माता-िपता को शायद यही बेहतर लगा होगा क इन शरारती ब को अलग- अलग कर दया जाए। ‘आई एम सॉरी, मॉम।’ मने सातव बार कहा, ‘एंड थक यू डैड।’ पूरा मामला डैड ने ही सुलझाया था। उ ह ने गोवा म टेट बक ऑफ इं िडया का अपना कोई कॉ टै ट ढू ँढ िनकाला, जो रा य के पुिलस किम र को जानता था। कु छ फोन लगे, कु छ मा फयाँ माँगी ग और पूरे पुिलस टेशन को शादी का योता दया गया, तब जाकर हम ब शा गया। ‘तुम दोन एक नई ज़ंदगी शु करने जा रहे हो। तु हारे ब े ह गे। या इसी तरह से मै योर लोग बताव करते ह?’ सबइं पे टर ने जाते-जाते हम नसीहत दे डाली थी। मेरे िपता कार क ं ट सीट म चुपचाप बैठे थे और माँ ही बोले जा रही थी।
‘मने कभी नह सुना क कोई लड़क अपनी शादी से पहले ं कगं और मो कं ग करती हो।’ म चुपचाप सुनती रही, वे बोलती रह । ‘य द हमारे र तेदार को पता चल गया तो वे या सोचगे? यही क लड़क आउट ऑफ कं ोल है।’ म रए ट करना चाहती थी, ले कन मौके को देखकर कु छ नह बोल । ले कन माँ बोलती रह । ‘और गुलाटीज़ या सोचगे? उ ह आज अपने फै सले पर अफसोस हो रहा होगा।’ ‘ओके मॉम, ब त आ।’ ‘ या ब त आ? बीयर पीना, चरस-गांजा लेना, ये या लड़ कय के काम ह?’ ‘उनके बेटे ने भी यही कया।’ ‘तो?’ ‘वोट डू यू मीन, तो? आप ये य नह कह रही है क वे अपने बेटे के कए को लेकर भी श मदा ह गे?’ ‘वो लड़का है। उसे करने दो। तुम य वैसा करोगी? या यही तु हारी सो-कॉ ड इ ै िलटी है?’ ‘मॉम, आप चुप होने का या लगी?’ उ ह ने मेरे हाथ जोड़ िलए। ‘म चुप हो जाऊँगी। ले कन तु ह भी तौर-तरीके सीखने ह गे। या तुम अपनी शादी तक खुद को कं ोल नह कर सकत ?’ ‘और उसके बाद? फर म आपका िसरदद नह रह जाऊंगी?’ उ ह ने मुझे घूरकर देखा। मने नज़र फे र ल । होटल आ गया। हम सभी कार से बाहर िनकले। ‘सॉरी डैड।’ मने कहा। ‘म तुम पर भरोसा करता ँ क तुम सही कदम उठाओगी। हम श मदा मत करो, बेटा।’
आधी रात हो चुक थी और म अपने िब तर पर बैठी थी। मेरे पास अ दित दीदी लेटी ई थ । ‘चरस? गांजा? तुमने जेश के साथ बैठकर िचलम फूँ क ?’ ‘हमने एक ही िचलम का बारी बारी से इ तेमाल कया था, फर भी मुसीबत म फँ स गए।’ ‘ले कन तु ह वह सब िमला कै से?’ ‘उसका बंदोब त जेश ने कया था।’ उसने मेरी ओर हैरत भरी नज़र से देखा। ‘म तो समझती थी क तुम दोन अ छे ब े हो।’ ‘इतने भी अ छे नह ह, दीदी।’ ‘मुझे तुम पर नाज़ है, छोटी बहना।’ दरवाज़े पर दो द तक सुनाई द । हम दोन ने एक - दूसरे क ओर आ य से देखा। ‘ को।’ दीदी ने कहा और दरवाज़े के क - होल से बाहर झाँककर देखा। ‘कौन है?’ उ ह ने ज़ोर से कहा। ‘ओह सॉरी, ए स यूज मी, रॉ ग म।’ मने एक ह क -सी आवाज़ सुनी। दीदी लौट आई। ‘कौन था?’ ‘पता नह । कोई आदमी था सूट पहने ए। खैर, और बताओ पुिलस थाने म या - या आ। यह ब त मज़ेदार है।’
‘वन - टू - ी - फोर। कम ऑन, टाट।’ को रयो ाफर िम ने यूिज़क चालू करते ही िच लाकर कहा। ‘लंडन ठु मकदा’ गाना गूँजने लगा। मेरी पाँच आं टयाँ जोर - शोर से ैि टस कर रही थ । ‘मेरे मू ज़ को फॉलो करो।’ उसने कहा। िम का शरीर छरहरा था। लैक टी -शट और टाइट् स पहने वह मेरी मोटी -ताजी पंजाबी आं टय के सामने एक क ड़े जैसा लग रहा था। आं टय ने मूव करना शु कया तो उनके वजन से कामचलाऊ टेज थरथराने लगा। ‘इतनी जोर से पैर मत पटको। ेसफु ली करो।’ िम ने कहा। म फं शन म के एक और कोने म अपनी किज़ स के साथ ैि टस कर रही थी। िम का अिस टट िव म हम मू ज़ िसखा रहा था। ‘फा टर, फा टर, गाने क बीट के साथ मैच करो।’ िम टेज पर तािलयाँ बजाते ए कह रहा था। वह इधर िव म ने मेरे ुप से कहा : ‘लेडीज़, म आपको एक बात बताऊँगा, फर आपको फॉलो करना होगा।’ िव म ने ‘डीजे वाले बाबू ‘गाना बजाया। इस रै प स ग क धुन पर थरकने के िलए ब त लटके - झटके खाने क ज़ रत थी। धड़ाम! टेज से ज़ोर क आवाज़ आई। सभी उस तरफ दौड़े। रचा मामी िगर पड़ी थ और सभी लोग उ ह घेरे ए थे। एक सौ दस कलो का पंजाबी बदन फश पर पड़ा था, सलवार कमीज म िलपटा आ। ‘इस इिडयट को रयो ाफर को कसने रख िलया? इतनी क ठन टे स िसखा रहा है।’ उ ह ने कराहते ए कहा। ‘सॉरी मैडम, सॉरी।’ िम ने कहा। ‘ हाँट सॉरी?’ कमला बुआ ने कहा। ‘तु ह यह तो देखना चािहए ना क कौन इं सान कौन - सी टेप कर सकता है।’
‘यस, मैडम।’ होटल टाफ फ ट - एड कट ले आया और उनके पैर पर पेन - रलीवर का े कर दया। दो वेटर ने उठने म उनक मदद क । ‘एक ेक ले ल?’ कमला बुआ ने कहा। ‘ले कन मैडम आज रात संगीत है।’ िम ने कहा। ‘हमने अभी ना ता भी नह कया। ऐसे भूखे पेट नाचगे तो कमज़ोरी नह आ जाएगी?’ रचा मामी ने कहा। वे सही थ । पंजािबय को कै लोरीज़ क दरकार होती है, हर घंटे!
मेरी किज स और म ेकफा ट बुफे ए रया म िखड़क के पास वाली टेबल पर बैठे थे। उनम से कु छ तो यहाँ भी अपनी टे स क रहसल कर रही थ । म ेकफा ट काउं टर पर गई और एक लेट उठा ली। ‘ या मुझे एक होल - हीट टो ट िमलेगा, लीज?’ मने एक वेटर से कहा। ‘ या तुम होल - क ट टो ट को पीनट बटर और हनी के साथ लेना चाहोगी?’ मेरे पीछे से एक आवाज़ आई। मने मुड़कर देखा और जो मुझे नज़र आया, उससे मेरी आँख लगभग बाहर िनकलकर िगर पड़ी थ ! ‘नील?’ मने जोर से कहा। ‘हाय।’ वह वैसा-का-वैसा ही लग रहा था। हमेशा क तरह काितलाना और हडसम। उसने अपने बाल को जेल कर रखा था और थोडी िखचड़ी दाढ़ी उगा रखी थी। काला सूट और सफे द कमीज़। दोन ही कलफदार। ‘नील?’ मने इस बार फु सफु साकर कहा। ‘तुम यहाँ या कर रहे हो?’ ‘मने कहा था ना, मुझे तुमसे आमने सामने बात करनी है। कल रात को म तु हारे म पर भी आया था। ले कन कसी लेडी ने जवाब दया तो चला गया।’ ‘वो मेरी दीदी थ । और अपनी आवाज़ धीमी रखो। तुम यहाँ इतनी ज दी प च ँ े कै से? तुम तो ीलंका म कसी कॉपर माइन पर थे ना?’ ‘एक चाटड लाइट ली और बस आ गया। खैर। या हम बात कर सकते ह?’ ‘तुम यहाँ पर एक चाटड लेन से आए?’ मने कहा। वेटर हीट-टो ट ले आया। ‘मुझे जाना होगा।’ मने कहा। ‘जानता ।ँ ’ ‘तुम यहाँ नह आ सकते। ये हमारा ाइवेट फै िमली डाइ नंग ए रया है।’ ‘यह भी जानता ।ँ ’ ‘नील, मेरी तरफ देखो।’ आिखरकार उसने मेरी तरफ देखा। म उन आँख को कै से भूल सकती थी। वे आँख, और उनके अलावा और भी ब त कु छ।
हांगकांग 2 साल पहले
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22 ‘ये है तु हारी डे क।’ िड े ड डेट ुप म से े टरी िबया सा ने कहा। ‘बाहर देखो, यहाँ से तुम हांगकांग हाबर का ू भी देख सकती हो।’ मुझे खुद को नए माहौल म एडज ट करने म थोड़ा समय लगा। हांगकांग म गो डमान सा स का ऑ फस स ल म यांग कॉ ग सटर काय ै पर म था। 60 से 68व लोर तक। हमारी टीम 67व लोर पर थी। यहाँ से हांगकांग क काईलाइन के साथ ही उ र दशा म हाबर भी देखा जा सकता था। दि ण म पीक देखी जा सकती थी : हांगकांग ीप क ीन िहल क चोटी। हांगकांग पहले अं ेज़ का उपिनवेश था। अब वह चीन के िनयं ण म है। 1997 म अं ेज़ यहाँ से रवाना हो गए, ले कन अपने पीछे दुिनया के सबसे आ धुिनक और िवकिसत शहर म से एक छोड़ गए। हांगकांग ीप, कोउलून ाय ीप और यू टेरीटरीज़ को िमलाकर बने इस महानगर म 70 लाख से यादा लोग रहते ह और यह दुिनया के सबसे त लोबल फाइनिशयल सटर म से एक है। कभी नह सोने वाला यह चमचमाता शहर कसी भी भारतीय को पहली नज़र म हैरान कर सकता है। ‘हाउस-हं टंग म मदद के िलए कं पनी का एक ोकर आपको कॉल करे गा, ’ िबया सा ने कहा। ‘और ये रहे कु छ ज़ री काटै स। नील आपसे नौ बजे अपने ऑ फस म िमलगे।’ मने अपने कं यूटर म लॉग-इन कया। अपनी डे क पर टेशनरी जमाई। अपने यूिबकल क दीवार पर कु छ फै िमली िप चस लगा । नौ बजे म नील के ऑ फस क ओर चल दी। ‘आह रािधका, कम राइट इन।’ नील ने कहा। उसने एक सफे द कमीज़, िस वर कफ लं स और नीली टाई पहन रखी थी। मने उसे दो साल पहले ई उस एसोिसएट े नंग के बाद से नह देखा था। उसका म सूय क रोशनी से जगमगा रहा था, िजससे उसक वचा दमक रही थी। उसने मुझे एक फम हडशेक दया। ‘मुझे अपने ुप का एक िह सा बनाने के िलए शु या।’ ‘यह तो हमारे िलए खुशी क बात है। नॉमली हम यूयॉक से हाई परफॉमस िमलते नह ह। आपका यहाँ सब बंदोब त ठीक रहा है?’ ‘म ठीक ।ँ म वीकड पर ही यहाँ प च ँ ी ।ँ ’ ‘तुम कहाँ ठहरी हो?’ ‘शांगरीला।’ ‘नाइस। हे, तुमने ना ता कया? एक कॉफ के िलए ेकआउट ए रया म चलना चाहोगी?’ ‘ योर।’ हम एलीवेटर से नीचे 61व लोर पर गए। गो डमान का ेकआउट ए रया कसी कै फे से कम नह था। टाफ के लोग यहाँ अकसर कु छ व का ेक लेकर कु छ खाने-पीने आया करते थे। नील और म काउं टर पसन के पास गए। नील ने मुझसे पूछा : ‘तुम या लेना चाहोगी?’ ‘होल- हीट टो ट, िवद पीनट बटर एंड हनी।’ मने कहा। ‘टो ट? और या?’ काउं टर पसन ने कहा। ‘पीनट बटर एंड हनी, ’ मने कहा। ‘ ?ँ ’ उसने कहा। ‘फा सांग जोएंग मात गोई, ’ नील ने कहा। वह मु करा दी और िसर िहला दया। ‘थ स, ’ मने कहा। ‘नो इ यूज। वैसे म कटनीज बोलता नह ,ँ ले कन इसके कु छ श द सीख लेने म कु छ बुराई नह है।’ नील ने कहा। उसने अपने िलए लैक कॉफ और बैगल बुलवाए। हमने एक वंडो-फे संग टेबल पर बैठकर ना ता कया। उसने मुझे सं ेप म ुप के बारे म बताया। ‘यहाँ पर हम ोफे शन स है। हमारा ुप यूयॉक िजतना बड़ा नह है। फर भी हम कसी भी दूसरे गो डमान ऑ फस क तुलना म यादा तेज़़ी से तर कर रहे ह।’ म यान से सुनती रही। ‘तुम जोश एंग और पीटर वू के साथ काम करोगी। वे चीन और को रया का काम देखते ह। समय-समय पर कु छ पेशल डी स म भी तु हारी मदद ली जा सकती है।’ ‘लु कं ग फॉरवड टू इट।’ मने कहा। ‘गुड। हर सुबह 8 बजे हमारी एक मॉ नग टीम मी टंग होती है। वह पर सब लोग अपनी डी स के बारे म बात करते ह।’ ‘ओके ।’ ‘म चाहता ँ क तुम खुलकर अपनी बात कहो। म सवाल पूछने वाल लोग को इनकरे ज करता ।ँ ‘ऑफ कोस।’ ‘जब चाहो मेरे ऑ फस म आ जाया करो। जोश तु हारा इिमिजएट बॉस है, ले कन हम यहाँ पर फॉमल रो स म भरोसा नह करते। तु हारे ह ठ पर कु छ पीनट बटर लगा है।’ ‘ओह रयली?’ मने कहा और एक टशू से अपने ह ठ को प छ िलया। ‘आई एम सॉरी।’ ‘इधर नह , दूसरी तरफ।’ मेरा चेहरा लाल हो गया। नील मु करा दया। मु कराने पर वह और हडसम लगता था।
‘वेलकम टू हांगकांग।’ उसने कहा।
‘एक बक ऑफ ई ट एिशया िड े ड डेट ऑ शन होने जा रही है। वहाँ पचास लो स ह, िज ह पोटफोिलयो के प म बेचा जा रहा है। िबड् स दो ह ते म ह गी।’ जोश ने मॉ नग मी टंग म कहा। ‘दो ह ते? यह तो ब त टाइट है।’ पीटर ने कहा। सभी बक एक समय के बाद बैड लो स का िहसाब लगाती ह। कभी-कभी बक को लगता है क कज़़दार का पीछा करने से बेहतर है क िड काउं ट पर उन लो स को बेच दया जाए। इसम तेज़़ी लाने के िलए वे ऐसे लो स को एक पोटफोिलयो के प म या एक ब च म बेचते ह। दूसरे श द म इससे उनक पूरी गंदगी एक बार म साफ हो जाती है। ले कन हमारे जैसे िबडस के िलए इसका मतलब होता है ब त सारा काम, ता क हम यह आकलन कर सक क हम या परोसा जा रहा है। ‘हम इसे रहने देते ह। लोग दूसरी डी स म िबज़़ी ह, राइट?’ नील ने कहा। ‘ए चूअली, म यह काम देख सकती ।ँ ’ मने कहा। सभी क आँख मेरी तरफ घूम ग । ‘वहाँ पर पचास कं पिनयाँ है। तु ह उन सभी क फाइल देखनी ह गी। यू योर?’ जोश ने अपने अमे रक चीनी घालमेल वाले ए सट म कहा। ‘हमारे पास दो ह त का समय है। म वीकड् स म भी काम कर सकती ।ँ ’ ‘म भी दो दन क मदद कर सकता ।ँ ’ पीटर ने कहा। ‘म भी।’ साइमन ने कहा। ुप म शािमल एक ताईवानी एनालािय ट। नील कां स म टेबल को अंगुिलय से बजाता रहा। ‘लेट्स डू इट।’ आिखरकार उसने कहा और उठ खड़ा आ। अगले दो ह त तक मेरा यूिबकल ही मेरा ठकाना बना रहा। ब से भर-भरकर द तावेज़़ को मुझे र ू करना था। म अपने होटल म के वल सोने, शॉवर लेने और चज करने जाती थी। एक शु वार क रात को तो मने वह भी नह कया। म पूरी रात काम करती रही और शिनवार क सुबह का सूरज उगते ऑ फस क िखड़क से देखा। ‘रािधका, तुम यहाँ या कर रही हो?’ नील क आवाज़़ ने मुझको च का दया। मने मुड़कर देखा। वकआउट के कपड़ म वह अलग नज़़र आ रहा था। उसने एक लैक अंडर आमर टी-शट पहनी थी और इस ांड ने मुझे देबू क याद दला दी। ‘गुड मॉ नग, नील।’ मने कहा। ‘म िबड को फाइनल ही कर रही ।ँ मंडे मॉ नग तक हो जाएगा।’ ‘तु हारी आँख के नीचे डाक सक स बन गए ह। तुम रात को घर गई भी थ या नह ?’ म मु करा दी और िसर िहलाकर मना कर दया। ‘ दस इज़़ टू मच, रािधका। तु ह बैलस मटेन करना होगा।’ उसने मेरे यूिबकल के दरवाज़े पर अपना हाथ रखा आ था। म उसके बाईसे स देख सकती थी। ‘गोइं ग टु दर िजम?’ मने पूछा। ‘नह , म माउं टेन हाइक पर जा रहा ।ँ म अपना वकआउट आउटडोर म करना ि फर करता ।ँ ’ ‘यह तो ब त मज़़ेदार जान पड़ता है।’ ‘यस, आधे से भी यादा हांगकांग िजतने कं ी पा स ह, जहाँ ब त खूबसूरत हाइ स ह।’ ‘मने सुना है।’ ‘आई होप क तुम थोड़ा हांगकांग भी घूमोगी और के वल ऑ फस म काम ही नह करती रहोगी।’ ‘घूम लूँगी। पहले यह वाला काम िनपट जाए।’ मने कहा। मुझे जोर क ज हाई आई तो मने मुँह बंद कर िलया। ‘रािधका, तु ह घर जाना चािहए।’ ‘ज द ही जाऊँगी। ले कन तुम इतनी ज दी ऑ फस कै से?’ ‘म अपना मोबाइल फोन यहाँ भूल गया था। तो उसे लेने आया ।ँ ’ वह अपने ऑ फस म गया और कु छ िमनट बाद लौटा। ‘तुम अभी तक यह हो?’ म मु करा दी। ‘बस बीस िमनट और।’ ‘ठीक है। म जा रहा ।ँ गुड वक, रािधका।’ ‘थ स। बाय। नील, हैव अ नाइस हाइक।’ ‘रािधका, म तुमसे कु छ कहना चाहता ।ँ ’ ‘हाँ।’ ‘एक कॉि फडिशयल डील है।। कु छ िड े ड कं पिनयाँ नह चाहत क दुिनया को पता चले क वे इस हालत म है। ऐसी ही एक कं पनी फलीप स म है। के वल गो डमान सा स एिशया के हेड और म इस बारे म जानते है। म इसके बारे म मॉ नग मी टंग म भी बात नह करना चाहता। म इस डील के िलए एक एसोिसएट चाहता ।ँ तुम यह करोगी?’ ‘ योर। टाइ मंग या है?’ ‘तुम पहले यह काम ख म करो, फर म तु ह ीफ करता ।ँ हम कं पनी के लोग से भी िमलना होगा।’ ‘ योर। कस से टर क कं पनी है?’
‘म ज द ही बताऊँगा। अभी बाय। और ज दी-से-ज दी घर प च ँ कर आराम करो।’ उसने कहा।
हाट ए हेल! देबू ने मुझे फ़े सबुक पर अन ड कर दया था। हांगकांग म पहली बार मने अपना काम ज दी ख म कर िलया था और शाम 5 बजे होटल लौट आई थी। टीम को पोटफोिलयो पर मेरा फाइनल ज़टेशन अ छा लगा था। हमने लो स के िलए ित डॉलर चौदह सट क िबड सबिमट क थी। म थककर चूर थी और लंबी न द लेना चाहती थी। ले कन मने यह भूल कर दी थी क अपना लैपटॉप खोलकर फ़े सबुक म लॉग इन कर िलया। इसके बाद बेवकू फ क तरह म देबू क ोफाइल खोजने लगी, ले कन मुझे वह अपनी िल ट म कह नज़़र नह आया। उसने मुझे अन ड कर दया था, ले कन इसक वजह मुझे समझ नह आई। हाँ, हमारा ेक अप आ था, ले कन यह मतलब तो नह क लोग एक-दूसरे क ज़़ंदगी से गायब ही हो जाएँ। मेरे पास उसका फोन नंबर भी नह था। मने उसके िपछले तमाम ईमे स भी हटा दए थे। मने सोचा क अिवनाश को फोन लगाकर उससे देबू का नंबर लूँ, फर रहने दया। मने टीवी चला दया। अिधकतर चैन स चाइनीज़़ थ । एक चैनल पर एक सोप ओपेरा आ रहा था, िजसम एक लड़क रो रही थी। पता नह य , ले कन म भी उसके साथ रोने लगी। मने अपना त कया कसकर पकड़ िलया और रोती रही। म हांगकांग आने के बाद से ही खुद को रोके ए थी और मने खुद को काम म खपा दया था। ले कन काम का बोझ ख म होते ही म जैसे फर से वह लौट आई थी, जहाँ से म चली थी। मने िमनी-बार खोला और उसम ि ह क और वोदका क छोटी-छोटी बोतल पा । म चार बोतल पी गई और िब तर पर जाकर लेट गई। ज द ही म गहरी न द म डू बी ई थी, जो क ह त से मुझ पर बकाया था। फोन क घंटी से मेरी न द खुली। मेरा िसर जोर से दद कर रहा था। मने एक आँख खोली और कॉलर का नाम देखा। नील का फोन था। डैम, डैम, डैम! मने लाइट जलाई, दौड़कर बाथ म म गई, चेहरे पर पानी िछड़का और इसके बाद ही कॉल अटड कया। ‘हैलो।’ मने कहा। ‘सॉरी, तुम सो रही थ ?’ मने घड़ी देखी। अभी शाम के साढ़े आठ ही बजे थे। ‘नह -नह , बस एक झपक ले रही थी। सॉरी, आज मै ऑ फस से घर ज दी आ गई थी।’ ‘यू िडज ड दर रे ट। सॉरी क तु ह जगा दया।’ ‘हाँ, मुझे इसक ज़़ रत थी।’ म बोल गई। फर मन-ही-मन कहा क रािधका, फ़ोकस करके बोले। अभी लाइन पर गो डमान सा स का एक पाटनर है। ‘मने बस यह कहने के िलए फोन लगाया क या तुम कल सुबह साढ़े सात बजे ऑ फस आ सकती हो।’ ‘हाँ-हाँ योर।’ ‘म तु ह फलीप स डील के बारे म ीफ कर सकता ।ँ बेहतर यही होगा क हम सबके आने से पहले इस बारे म बात कर ल।’ ‘ऑफ कोस, ’ मने कहा।
‘एल कासा सी लेन एंड रसो स।’ मने उस ोशर के कवर पर पढ़ा, जो नील ने मुझको दया था। उसने अपनी लैक कॉफ का एक घूँट िलया और कप को एक तरफ रख दया। ‘तुम फलीप स के बारे म यादा जानती हो?’ ‘यह साउथ ई ट एिशयन देश का िह सा है, राइट?’ ‘हाँ, सात हज़़ार से भी यादा ीप वाला देश। मनीला इसक राजधानी है।’ ‘ओके , ’ मैने अपनी नोटबुक म दज करते ए कहा। ‘कं पनी का नाम तुमने पढ़ िलया। इ ह ने ज़़ रत से यादा कज़ ले िलया था। एक साइ लोन आया, िजससे उनका िबज़़नेस ठप हो गया। यही कारण है क आज उनक फाइल हमारी डे क पर है।’ म नोट् स लेती रही। ‘पलावन फलीप स के दि ण म है। अकसर, दुिनया के सबसे खूबसूरत आइलड् स म इसक िगनती क जाती है। पलावन के पास छोटे-छोटे, सुपर-ए स यूिसव और ाइवेटली ओ ड आइलड् स ह। एल कासा दस रसोट संचािलत करता है और वे सभी इन ाइवेट िमनी आइलड् स पर ह।’ मने ोशर के प े पलटकर देखा। उसम बूटीक ॉिपकल आइलड रसो स क बेहद खूबसूरत हवाई त वीर थ । ोशर बता रहा था क कसी भी एल कासा रसोट म दस से यादा कमरे नह थे। इन स का कराया था एक हज़़ार डॉलस पर नाइट! नील ने मु कराते ए कहा : ‘यहाँ पर ए ा रच फॉरे न टू र स ही आते ह। यहां म लेना लोक स के बूते क बात नह है।’ ‘और वहाँ प च ँ ा कै से जा सकता है?’ ‘मनीला से पलावन तक लाइट। उसके बाद कं पनी के सी- लेन क मदद से रसो स तक।’ ‘यानी इन रसो स को चलाना ब त महंगा सौदा है।’ ‘हाँ और इसीिलए ज़ब उनका िबज़़नेस डाउन होता है, तो उनके िलए हालात बेहद मुि कल हो जाते ह।’ नील ने मुझे बताया क टायफू न हैयान ने गए साल फलीप स म तबाही मचाई थी। इसम हज़़ार लोग मारे गए थे। फलीप स अभी तक उससे उबरा नह था। टू र स भी वहाँ जाने से कतराने लगे थे। इस सबका असर एल कासा पर पड़ा है। ‘इसके ओनर का नाम माक स सेरेनो है। पचास साल उ । फ ट जनरे शन, िलकर बैरॉन! ब त स तजान िबज़़नेसमैन, क युिनटी म उनक ब त इज़़्ज़़त है। एल कासा उनके िलए पैशन ोज़े ट है, इसिलए वे नह चाहते क दुिनया को उसक बदहाली के
बारे म पता चले। ‘तु हारे पास उनके फाइनिशयल ह?’ नील ने पाँच इं च मोटा एक डॉ यूमट मुझे थमा दया। ‘इसम सब िलखा है। सभी बक प ला छु ड़ाना चाहती ह, जब क माक स उनका सहयोग करना चाहते ह, तब तक, जब तक क उनक साख कायम रहती है।’ ‘समझ गई।’ मने कहा। ‘म एक बार यान से यह पूरा मामला समझ लूंगी।’ ‘गुड। और अगले ह तो पलावन जाकर माक स से िमलकर आते ह।’
23 ‘ऑरज यूस या शै पेन?’ कै थे पैिस फक क एक लाइट अटडट ने पूछा। उसने एक े म नील को ं स ऑफर क थ । ‘ऑरज यूस, लीज़। अभी शै पेन का समय नह आ।’ नील ने कहा। मने भी यूस ही िलया। हम मनीला क मॉ नग लाइट के िबज़नेस- लास कै िबन म एक-दूसरे के पास बैठे थे। यह मेरी पहली िबज़नेस प थी, िजसम म एक दूसरे देश क या ा कर रही थी। ‘तो तुमने एल कासा के बारे म या सोचा?’ नील ने कहा। ‘ओह वेट, ’ मने कहा और अपना लैपटॉप बैग खोल िलया। फर मने अपने फाइनिशयल मॉडल के ंटआउट िनकाल िलए। ‘इसे अभी अपने पास रखो। तुम तो मुझे यह बताओ क तु हारी गट फ लंग या है?’ ‘मेरी गट फ लंग?’ म इस सवाल से च क । म के वल एक एसोिसएट ही तो थी। एक पाटनर को मेरे जैसी एक एसोिसएट क गट फ लंग से सरोकार य होना चािहए? मेरा काम तो के वल फाइनिशयल मॉडल बनाना भर था। मने कु छ समय सोचने का समय िलया, फर कहा : ‘कु छ मायन म एल कासा एक रे यर एसेट है, इसिलए वह ब त वै यूबल भी है। दूसरे मायन म वह एक मुसीबत भी है, य क उसके खरीदार इने-िगने ही ह। साथ ही मुझको नह लगता क फलीप स के कानून ब त इं वे टर- डली ह गे।’ ‘गुड! तुम िजस तरह से अनेक डाइमशन म सोच पाती हो, मुझे वह पसंद है।’ ‘थ स।’ मने इससे कु छ-कु छ ए बैरेस होते ए कहा और अपनी शीट् स जमाने लगी। ‘तो हम इस मामले म या करना चािहए?’ ‘हम इसके िलए एक खरीदार तलाशना चािहए।’ ‘मतलब?’ ‘मतलब यह क हम बड़ी होटल चे स से बात कर। इसे एक हाई-एंड लोबल ांड क दरकार है। नह तो लोग वहाँ नह जाएँगे।’ ‘ह म।’ नील ने कहा। ‘म अमन रसो स, फोर सीज़ स के बारे म सोच रही ।ँ उस कै टेगरी म कु छ।’ मने कहा। ‘तुम माट हो।’ ‘नह तो, ’ मने एक बेवकू फ मूख क तरह कहा। ‘ या नह तो?’ ‘मेरा मतलब है, या म आपको फाइनिशयल मॉडल दखा सकती ?ँ ’ ‘ योर।’ अगले एक घंटे तक म उसे आँकड़ो का खेल समझाती रही। कं पनी ने पचास िमिलयन डॉलर का कज़ा ले िलया था और आधा ही चुका पाई थी। ‘दैट्स गुड। मुझे लगता है क हम अ छी तरह जान चुके ह क वहाँ क या कहानी है।’ उसने कहा। लाइट अटडट ने ना ता सव कया। ‘म एक और िसनै रयो बना सकती थी...’ मने कहा तो नील ने मुझे टोक दया। ‘इनफ। या तुम हमेशा काम के बारे म ही सोचती रहती हो?’ ‘नह , म तो...’ ‘ना ते का मज़ा लो।’ ‘ योर।’ मने फोक से एक ॉबेरी खाते ए कहा। ‘तु ह हांगकांग कै सा लगा?’ ‘ए फिशयंट।’ ‘और तु ह कोई अपाटमट िमला?’ ‘हाँ, ओ ड पीक रोड पर। म अगले ह ते वहाँ रहने जा रही ।ँ ’ ‘वह एक अ छा ए रया है।’ ओ ड पीक ए रया म वन-एंड-अ-हाफ बेड म अपाटमट का कराया 6 हज़ार डॉलस ितमाह था। ‘और तुम कहाँ रहते हो?’ मने पूछा। ‘ रप स बे पर। साउथ साइड म। तु ह कभी मेरे घर आना चािहए। म कभी-कभी टीम िडनस अपने घर पर ही करवाता ।ँ ’ ‘ योर।’ ‘कु सुम तुमसे िमलकर ब त खुश होगी।’ ‘कु सुम?’ ‘मेरी वाइफ। मेरे दो ब े भी ह, िसया और आयन। सात और तीन साल के ।’ ऑफ कोस, इतने शानदार मद को भी शादीशुदा होना था! ‘ओह, हाऊ नाइस।’ मने ऊपर से कहा। ‘और तुम?’ ‘वेल, म तो मै रड नह ।ँ ’ मने कहा और मु करा दी।
‘ज़ािहर है। ले कन तु हारी फै िमली कहा है?’ ‘ द ली म। मॉम, डैड और एक बड़ी बहन।’ ‘ ेट। तुम अपने पैरट् स के लोज़ हो?’ म जवाब देने से पहले कु छ देर सोचती रही। ‘कु छ मायन म। डैड अकसर चुप रहना पसंद करते ह। म मॉम के लोज़ ज र ,ँ ले कन हम लड़ाई भी ब त करते ह।’ नील हँस दया। ‘ रयली? कस बात पर लड़ाई?’ ‘छोटी-मोटी बात पर। अकसर तो इसी बात पर क मॉम मेरी शादी को लेकर चंितत ह।’ ‘ओह, अभी तो तुम यंग हो। इतनी ज दी शादी य ?’ ‘यही तो। ले कन वे भी तो यह बात समझ।’ ‘ टिपकल इं िडयन पैरट् स, राइट?’ मने िसर िहलाकर हामी भर दी। ‘तुम कब से इं िडया से बाहर रह रहे हो?’ मने पूछा। ‘बारह साल क उ से। उसके बाद मेरी परव रश लंदन म ई। अंडर ैड ऑ सफोड म। एमबीए हावड से। म कु सुम से वह पर िमला था।’ ‘ओह, कॉलेज वीटहा स।’ ‘हाँ, तुम ऐसा कह सकती हो।’ उसने कहा और हँस दया। कै टन लाइट ल डंग के इं शंस देने लगा। हमारा लेन मनीला के ऊपर मंडरा रहा था। ‘तुमने यूयॉक य छोड़ा था?’ ‘पसनल रीज़ स।’ ‘ओह, आई एम सॉरी।’ ‘मेरा ेक-अप आ था। एक बैड ेक-अप।’ ‘ रयली।’ ‘हाँ। य ?’ ‘तुमने के वल एक लड़के से ए झगड़े के बाद यूयॉक छोड़ दया?’ ‘इससे भी बुरा। एक ऐसे लड़के के िलए, जो मुझे नह चाहता था।’ नील अपनी सीटबे ट खोलने लगा। वह कोई उपयु जवाब तलाश रहा था। ‘वेल, एनीवे। वेलकम टु फलीप स।’ उसने कहा। हमारी लाइट लड कर चुक थी।
‘मने एल कासा को बनाने म साल लगा दए। पता नह मने ऐसा य कया। शायद म दुिनया को दखाना चाहता था क मेरा देश कतना खूबसूरत है।’ माक स ने कहा। हम पलावन म एल कासा ऑ फस म बैठे थे। एल कासा के ओनर और सीईओ माक स सेरेनो हवाइयन शट पहने हमारे सामने बैठे थे। हमने मनीला से पलावन तक एक शॉट लाइट ली थी और एयरपोट से सीधे मी टंग म चले आए थे। रा ते म मने एक उन दे समु तटीय शहर को पाम के पेड़ से भरा देखा। ‘आपका देश ट नंग है। एयरपोट से यहाँ तक क जन म ही मने यह जान िलया।’ नील ने माक स से कहा। ‘यह तो कु छ नह है। रसोट देखने के बाद तुम बोलना। वैसे भी आज रात आप मेरे एक रसोट म ही ठहरगे।’ ‘ले कन हम तो पहले ही मनीला म एक होटल बुक करा चुके ह। कल हमारी हांगकांग क लाइट है।’ माक स ने इनकार कर दया। ‘मनीला म या रखा है। भीड़भाड़ और पो यूशन। आप मेरे रसोट पर ही कगे।’ ‘ले कन...’ नील ने कहा, ले कन माक स ने बीच म ही टोक दया। ‘आई इनिस ट। मेरे सी- ले स आपको वहाँ ले जाएँग।े ’ ‘ योर।’ नील ने कहा। वैसे भी हम रसो स क ािलटी एक बार देख लेना चाहते थे। माक स ने अपनी से े टरी को एल कासा पगालूिशयन आइलड पर दो म का बंदोब त करने को कहा। ‘चलो, अब काम क बात कर ली जाएँ।’ माक स ने कहा। ‘मेरी कलीग रािधका ने कु छ नंबस पर काम कया है।’ नील ने कहा। मने फाइनिशयल मॉडल क कॉपीज़ आगे बढ़ा द । ‘मने हर रसोट क क मत समझने क कोिशश क है।’ मने कहा। अगले दस िमनट तक म उसे अपने अनुमान और ोजे शंस से प रिचत कराती रही। ‘अब या?’ माक स ने कहा। मने नील क ओर देखा। ‘हम एक नया खरीददार चािहए। ले कन कोई भी एक ऐसी कं पनी खरीदने को राज़ी नह होगा िजस पर 50 िमिलयन डॉलर
का कज़ा हो। हम पहले ब स को एक िड काउं ट पर सेटल करना होगा।’ ‘दे िवल सेटल।’ माक स ने कहा। ‘ले कन हम चाहते ह क वे लो- ाइज़ पर सेटल ह । हम ब स के सामने एक बदहाल त वीर पेश करनी होगी। हम कहना होगा क िबज़नेस क हालत ख ता है और उसका कु छ नह हो सकता। तु ह भी इसम मदद करती होगी।’ मैने कहा। ‘ रयली?’ ‘यस। तभी तो वे हम स ती दर पर लो स बेचगे। फर हम नए खरीददार को ढू ँढगे। हमारे ॉ फट म से हम तु ह बीस ितशत का िह सा दगे।’ मने कहा। माक स क आँख चौड़ी हो गई। उसने नील क ओर देखा। ‘शी इज़ गुड।’ उसने कहा। ‘ओनली माय बे ट पीपुल फॉर यू। कोई और इ यूज़, माक स?’ नील ने कहा। माक स मेरी तरफ मुड़ा। ‘ या नए बायस वकस को नौकरी से िनकाल दगे?’ ‘यह तो उ ह पर िडपड करता है।’ मने कहा। ‘ले कन म ऐसा नह चाहता, वे मेरे लोग ह।’ मने नील क ओर देखा। यह एक पच था। अगर हम नए खरीददार के सामने नो-लेऑ स पस क शत रख देते तो कं पनी क वै यू िगर जाती। ‘पाँच साल तक कसी को नौकरी से नह िनकाला जाएगा। ओके ?’ नील ने कहा। ‘फाइन। हम ऐसा कर सकते ह। ले कन अगर ऐसा है, तो या हम यह मान ल क यह डील फाइनल है?’ मने कहा। ‘यह लड़क ब त तेज़ है।’ माक स ने नील से कहा और िखलिखलाकर हँस दया। ‘हमारे ुप वाले ज द-से-ज द डील तय करने म यक न रखते है।’ नील ने कहा। माक स ने अपना हाथ आगे बढ़ाया। ‘लेट्स डु इट।’ माक स ने कहा। हमने हाथ िमलाया। हमारे बीच एक इन- ंिसपल डील हो चुक थी। ‘म आपको कल टम शीट भेज दूग ँ ी।’ ‘ या यह हमेशा ही काम को लेकर इतनी ऑ से ड रहती है?’ माक स ने कहा।’ कोई अजसी नह है। कु छ दन म इ मीनान से भेज देना। यह फलीप स है। यहाँ पर काम से यादा ज़ंदगी का मोल है।’ ले कन मेरी ज़ंदगी म तो काम के िसवा कु छ और नह है, मने मन-ही-मन सोचा। ‘मेरी बीयर ाय करके देिखए। फलीप स म उससे उ दा बीयर कोई दूसरी नह है।’ माक स ने अपनी डे क के पीछे रखा ज खोलते ए कहा।
‘ओके , ये थोड़ा डरावना है।’ मने सीट बे ट बाँधते ए कहा। नील और म एक फोर-सीटर एल कासा सी- लेन म बैठे थे। सीट छोटी थ । हमारे िसर लेन क छत से लगभग टकरा रहे थे। पायलट ने थंब-अप साइन दया, यानी क अब वह टेक-ऑफ करने जा रहा था। टब ॉप क आवाज़ के कारण कु छ भी कहना-सुनना मुि कल सािबत हो रहा था। ‘तुम ठीक हो ना?’ नील ने िच लाते ए पूछा। मने िसर िहलाकर पलक झपका द । वह हँस दया। ‘गहरी साँस लो।’ उसने कहा। मने ऐसा ही कया। लेन ने टेक-ऑफ कया। म िखड़क से बाहर देख रही थी। नीला समु , सफे द बीचेज़ और हरे दर त के फै लाव को देखकर म अपना सारा डर भूल गई। ‘वॉव।’ मने इससे खूबसूरत नज़ारे पहले कभी नह देखे थे। ‘यह वाकई ब त शानदार है।’ नील ने कहा। पं ह िमनट बाद लेन पगालूिशयन आइलड पर मंडरा रहा था। आधे से भी कम कलोमीटर लंबा और के वल दो सौ मीटर चौड़ा चावल के दाने के आकार वाला यह आइलड ऊपर से ब त ही छोटा नज़र आ रहा था। उसके दि णी छोर पर कु छ ह स नज़र आ । ‘वो रहा रसोट।’ पायलट ने कहा। ‘बाक पूरा आइलड जैसे अनछु आ है। ऑल नेचुरल।’ लेन क ल डंग के समय मने अपनी दोन आँख बंद कर ल । जब मने उ ह खोला तो पाया क नील और पायलट दोन मेरी तरफ देखकर हँस रहे ह। ‘आई एम सॉरी। यह िजतना खूबसूरत है, उतना ही डरावना भी है।’ हम लेन से बाहर िनकल आए और रे त पर चलने लगे। दो पोटर ने हमारे बै स ले िलए। रसोट मैनेजर ने हमारा वागत कया। ‘वेलकम टु एल खासा पगालूिशयन। आई एम काल स, द रसोट मैनेजर।’ उसने हम हमारे कमरे दखाए। हर कमरा नीले पानी के लगून पर बने एक छोटे कॉटेज क तरह था। ‘अगर आप बालकनी म बैठ तो आपको नीचे पानी म तैरती मछिलयाँ नज़र आएँगी।’ काल स ने कहा। मने अपना सामान ल ज रयस म म रख दया, िजसम वुडन लोर और खपरै ल वाली छत थी। रसे शन ए रया म नील काल स से बात कर रहा था। ‘यह जगह तो कमाल क है।’ नील ने कहा।
‘थक यू, सर।’ काल स ने कहा। म भी बातचीत म शािमल हो गई। ‘काल स, या म आपसे बाद म बात कर सकती ?ँ रसोट के बारे म कु छ िबज़नेस- रलेटेड े शचंस।’ ‘ योर। िम टर सेरेनो ने मुझे बताया था।’ नील मु करा दया। काल स हम लॉबी ए रया म छोड़कर चला गया। ‘यह मेरी अब तक क बे ट डील है। देखो ना कतनी खूबसूरत जगह है।’ मने कहा। ‘हाँ, मुझे खुशी है क हम यहाँ आए। मुझे भी अंदाज़ा नह था क यह इतनी कमाल क जगह होगी।’ ‘हम इसके िलए खरीददार िमल जाएँगे ना?’ ‘हे भगवान, आसपास का नज़ारा देखो। खरीददार क चंता बादर म कर लेना।’ नील ने कहा। ‘सॉरी।’ मने कहा। हम लॉबी से बाहर िनकल आए। हमारे सामने समु था। समु के बीचे म उभरी ई चट् टान के कारण नज़ारा और अ भुत हो गया था। ‘शाम के िलए तु हारा लान या है?’ नील ने पूछा। ‘मुझे टम शीट बनानी है।’ ‘ओह, कम ऑन। उसे ऑ फस म बना लेना। िडनर से पहले आइलड का एक च र लगाएँ?’ ‘ योर।’ मने कहा।
नील और म आइलड को घेरे रखने वाले दो कलोमीटर लंबे ैल पर चल रहे थे। यहाँ के च पे-च पे से खूबसूरती झलक रही थी। य द भगवान ने वग को िडज़ाइन करने के िलए कसी आ कटे ट क मदद ली होती तो वह ऐसा ही कु छ बनाता। नील ने वकआउट लॉ स पहन रखे थे और वह इनम और हडसम लग रहा था। मने एक सफे द टी-शट और े ैकप स पहने थे। ‘उस दन हाइक। आज वॉक। तुम वाकई फटनेस को लेकर कॉि शयस रहते हो।’ ‘कोिशश करता ।ँ मेरी उ म प च ँ कर फट रहना आसान नह होता।’ ‘ले कन तुम सचमुच ब त फट लगते हो।’ ‘थक यू। ले कन अब म बूढ़ा गया ।ँ पतालीस साल!’ ‘यह कोई इतनी भी उ नह है।’ वह हँस दया। ‘ रयली? और तु हारी उ या है? सॉरी, मुझे पूछना तो नह चािहए।’ ‘म प ीस क ।ँ वेल, एक महीने बाद छ बीस क हो जाऊँगी।’ ‘तुम तो ब त ही यंग हो। और इसके बावजूद तुम कतनी िबग डी स काम कर रही हो।’ ‘म लक ।ँ ’ ‘ऐसा मत बोलो। तुम इसके लायक हो। तुम मेहनती हो। मेहनत से ही लक बनता है।’ म उसक ओर देखकर मु करा दी। ‘ले कन तुम मुझसे बीस साल छोटी हो, यह सोचकर म खुद को और ओ ड महसूस करने लगा ।ँ ’ ‘तुम पतालीस क उ म गो डमान सा स म पाटनर बन गए हो। इसके िलए ब त यंग एज है। फर तुम दखते भी हडसम हो।’ रािधका, तु ह यह कहने क या ज़ रत थी? तुम अभी िड े ड डेट ुप के एिशया हेड के साथ हो। अपने पर कं ोल करो। ‘थक यू। आजकल मुझे यह यादा सुनने को िमलता नह ।’ हम पूरे आइलड का च र काटकर रसोट पर लौट आए थे। ‘एक घंटे बाद िडनर? म एक शॉवर लेने जा रहा ।ँ रे तरां म िमलते ह।’ ‘ योर।’
24 ‘शै पेन, सर। कटसी, िम टर माक स सेरेनो।’ काल स ने हमारे सामने डोम पेरी योन क एक बॉटल रखते ए कहा। हम रसोट म एक ओपन-एयर रे तरां म बैठे थे। अंधेरा हो चुका था और समु के साफ पानी म तारे झलक रहे थे। रे तरां म के वल छह टेबल थ और सभी पर अनेक कड स जल रही थ । के वल हमारी टेबल ही ऑ यूपाइड थी। ‘ या तुम कु छ शै पेन लेना चाहोगी?’ ‘यस, लीज़।’ नील कसी जटलमैन क तरह उठा और मेरे िगलास म शै पेन उड़ेल दी। ‘शु या।’ ‘यू आर वेलकम।’ हमने अपने-अपने िगलास टो ट के िलए उठाए। ‘टु मेनी मोर डी स।’ उसने कहा। ‘खासतौर पर वे, िजनम ाइवेट आइलड एसेट्स शािमल ह ।’ मने कहा। हम दोन हँस पड़े। वेटस हमारे िलए कई तरह के सी-फू ड लाया। खाना ब त ताज़ा और लज़ीज़ था। एक वेटर हमारे िलए हाट शे ड रे ड वेलवेट के क ले आया। ‘फॉर द लवली कपल, ’ उसने फिलिपनो ए सट म कहा। ‘ओह, ए चुअली, हम...’ मने कहा। नील ने मुझे बीच म टोक दया। ‘थक यू फॉर ए के क। ले कन उसका हाट-शे ड होना ज री नह था, य क हम कपल नह ह।’ वेटर ने हम दोन को हैरत से देखा। ‘हम यहाँ पर िबज़नेस प पर आए ह।’ मैने कहा। वेटर और कं यूज़ हो गया। आिखर पगालूिशयन आइलड पर कौन काम करने आता है? नील मु करा दया। ‘थ स फॉर द के क।’ उसने फर कहा। वेटर चला गया। हम दोन हँस दए। ‘ओके , यह थोड़ा अजीब था।’ मने कहा। ‘िबलकु ल। मने यह ए सपे ट नह कया था। हालाँ क, मुझे सुनकर अ छा लगा था।’ नील ने कहा। ‘ रयली? य ?’ मने जान-बूझकर नादान बनने क कोिशश करते ए कहा। ‘वेल, मेरी एज के बावजूद उसने सोचा क तुम मेरे साथ हो सकती हो। दे स अ कॉि लमट!’ ‘वेल, यह तो सच है। तुम जो र नंग वगैरह करते हो, उसका असर है।’ हमने िगलास टकराए। अब म नील के साथ ब त कं फटबल हो गई थी। ‘तु ह यहाँ अपनी वाइफ के साथ आना चािहए।’ ‘ ?ँ हाँ, कु सुम को यहाँ अ छा लगेगा।’ ‘तो तुम दोन कॉलेज म िमले थे। तो या लव एट फ ट साइट वाला मामला था?’ ‘हाँ, ऐसा कह सकते ह। हम दोन एक ही लास म थे। वह अमे रका म ही ज मी और पली-बढ़ी थी। म यूके म रहा था। हम दोन देसी होने के बावजूद वे टनाइज़ थे। तो इसिलए हमारी पटरी बैठ गई।’ ‘हाऊ वंडरफु ल।’ ‘हाँ।’ उसने कहा और फर खामोश हो गया। उसने एक बड़ा िसप िलया और फर बोलने लगा। ‘हाऊ अबाउट यू? इतना यार कया क अमे रका ही छोड़ना पड़ा।’ ‘अब फर नह । यह यार- ार मेरे िलए है ही नह ।’ मने चाकू से हाट-शे ड के क को काटते ए कहा। ‘यह िस बोिलक है। तु हारे खून से लथपथ दल म एक चाकू ।’ म हँस दी। ‘हाँ, कु छ-कु छ ऐसा ही आ था। यू ड टशू क तरह इ तेमाल के बाद फक देना। टीवी चैनल क तरह ि वच कर देना।’ मने कहा। ‘ओह, आई एम सॉरी। हालाँ क म थोड़ा सर ाइ ड ।ँ ’ ‘सर ाइ ड?’ ‘तु ह कौन डेट कर रहा था? ैड िपट?’ म हँस दी। ‘नॉट रयली? ज ट अ रे गुलर गाय। मैिडसन एवे यू मे जॉब करने वाला। य ?’ ‘आिखर कोई लड़का तु ह छोड़ कै से सकता है?’ उसके श द मुझे अपने घाव पर मरहम क तरह लगे। म रो देती, ले कन अपने बॉस के सामने रोने वाली लड़ कय लूज़र कहलाती ह। ‘मुझम ऐसा या खास है?’ ‘तुम मज़ाक कर रही हो? तुम माट हो, स सेसफु ल हो, यंग हो, हाड व कग हो, फनी हो, और खैर तु हारा सीिनयर होने के
नाते मुझे यह नह कहना चािहए, मगर...’ ‘मगर या?’ ‘वेल, तुम खूबसूरत हो। इन फै ट, ब त खूबसूरत।’ वॉव, या अभी-अभी नील गु ा ने मेरी खूबसूरती क तारीफ क थी? या या वह वाकई सच बोल रहा था? मुझे लगा जैसे कसी ने मेरी नस म ब त सारा से फ-ए टीम इं जे ट कर दया हो। ‘तुम यह सब के वल मुझे अ छा महसूस कराने के िलए कह रहे हो ना, ’ मने कहा, जब क म कहना चाहती थी क लीज़, मेरी और तारीफ करो ना। ‘नह , म ऐसा य क ँ गा? आई मीन इट। तुम ोफ़े शनली और पसनली मुझे आज तक िमले सबसे अमे ज़ंग इं सान म से हो।’ नील ने मेरी आँख म झाँककर देखा। एक ल हे क खामोशी हमारे बीच पसरी रही, िजसम लहर के टू टने क आवाज़ सुनाई देती रही। नील जैसे कू ल इं सान ने मुझे अ ैि टव पाया था। यह मेरे िलए ब त था। ले कन इसके बावजूद मने या जवाब दया? ‘अगर म माक स को कल शाम तक टम शीट भेज दूँ तो चलेगा?’ मने कहा।
एक महीने बाद ‘होल- हीट टो ट। फा सांग जोएंग मात।’ मने कहा। आिखरकार मने गो डमान कै फे पर ेकफा ट बुलवाना सीख िलया था। सुबह के साढ़े सात बज रहे थे और नील और म सबसे पहले आने वाल म थे। नील ने अपनी लैक कॉफ और ओ स बॉउल िलया। फलीप स िविज़ट के एक महीने बाद हम टम शीट पर साइन करवा चुके थे। हम ब स के साथ समझौते पर भी प च ँ चुके थे। ‘म तु ह िडटे स तो नह बता सकता, ले कन मेरे पास एक गुड यूज़ है।’ नील ने कहा। ‘हम खरीददार िमल गया है?’ मने उ साह से पूछा। ‘ श!’ नील ने कहा और अपने ह ठ पर अंगुली रख दी। ‘यस। हम ज द ही माक स से िमलने जाएँगे और डील फिनश कर लगे।’ ‘कू ल। एक हाथ से लो स टेक ओवर करना और दूसरे हाथ से कं पनी बेच देना।’ ‘इसे ही कहते ह बे ट डील एवर।’ नील ने कहा। हमने एक दूसरे को थंब-अप दया। उसने डील- लो ज़ंग डॉ यूमट् स पढ़े। ‘लु स गुड। फं गस ॉ ड। ज द ही खरीददार भी हमारे साथ ह गे।’ मने डॉ यूमट् स लैपटॉप बैग म रख िलए। हमारी डेली कै फे मी टंग के ये आिखरी के चंद िमनट् स मेरे िलए दन का सबसे अ छा िह सा बन गए थे। इसी दौरान नील और म काम के अलावा दूसरी चीज़ के बारे म बात करते थे। ‘तु हारा नया अपाटमट कै सा है?’ नील ने कहा। ‘ब त ही अ छा। 30व लोर पर होने से आसपास का ू ब त अ छा है। म अभी घर को सजा ही रही ।ँ ’ ‘चेक आउट आईके ईए, उनके पास घर के िलए ब त अ छा सामान रहता है। अ छी िडज़ाइ स, अ छा ाइस।’ नील ने कहा। ‘ योर। म देखूँगी उसे। मुझे एक िजम भी वॉइन करना है।’ ‘तुमने कभी योगा ाय कया है?’ मने िसर िहला दया। ‘शायद कू ल म, जब योगा करना क प सरी था।’ नील हँस दया। ‘चेक आउट योर योगा। उनका टू िडयो ब त ज़बद त है। म कभी-कभी जाता ँ वहाँ।’ ‘ओके । मेरा बथडे अगले ह ते आ रहा है। शायद म उसक मबरिशप लेकर अपने को ीट क ँ ।’ ‘ओह ेट। है पी बथडे इन एडवांस।’ ‘थ स। तो तुम योगा भी करते हो? इतना सब कै से कर लेते हो?’ ‘जब हम खुद से यार करते ह, तो खुद का खयाल भी अ छी तरह से रखते ह, राइट?’
कु ल छ बीस पंक रोज़ेस थे मेरी डे क पर रखे उस बुके म, जो लाल फ ते से िलपटा आ था। बुके अरमानी फयोरी से आया था। इस ांड के बुके दो सौ डॉलर से कम के नह होते। बुके म एक छोटा सा सफे द िलफ़ाफ़ा था, िजसम एक काड रखा था। इस पर िलखा था : ‘है पी बथडे : ॉम द टीम।’ म हैरान थी। मेरे ुप को खड़ूस क म का माना जाता था और वह इस तरह क बात के िलए नह जाना जाता था। िबया सा मेरे यूिबकल के पास से होकर गुज़री तो उसने भी मुझे बथडे िवश कया। मने उसे िवशेज और बुके के िलए थ यू कहा। इससे खूबसूरत बुके मने कभी नह देखा था। िबया सा ने कहा : ‘यू आर वेलकम। जनरली हम ऐसा नह करते। शायद तुम नई थ इसिलए। या शायद नील यही चाहते थे।’ ‘नील?’ ‘हाँ, यह पूरा आइिडया नील का ही है।’ टीम मी टंग म मने सबको थ स कहा। ‘ये फू ल ए से शंस ह।’ जोश ने कहा। ‘जनरली हम एक-दूसरे को िग ट म बैड लोन डॉ यूमट् स ही देते ह।’ साइमन ने कहा। सभी हँस पड़े। मने नील क ओर देखा। वह मुझे देखकर मु करा दया।
‘मे ोपोिलटन बक ऑफ टो यो क ओर से एक टीम आई है। वे पोटिशयल को-इं वे टमट् स के िलए िमलना चाहते ह।’ उसने कहा। वह यह साफ कर देना चाहता था क अब बथडे और बुके पर और बात नह क जाएगी।
‘ये ह तनाका-सान, ये ह िशन-सान और म ँ सुिगमुरा।’ अराई सुिगमुरा ने अपनी टीम का प रचय देते ए कहा। वे मे ोपोिलटन बक ऑफ टो यो के िड े ड ुप के मुख थे। जापान म सान श द स मानसूचक होता है, जैसे क हंदी म ी। ‘ला-िध-का-सान, ’ अराई ने कहा। ‘ या मने आपका नाम ठीक से पुकारा है?’ ‘इट् स फाइन।’ मने कहा और मु करा दी। जापानी बकस ने बैठने से पहले झुककर हमारा अिभवादन कया। िबया सा ने हमसे पूछा क हम कु छ चािहए तो नह । सभी चायनीज़ टी पर राज़ी हो गए। ‘यह हमारे िलए स मान क बात है क आप लोग यहाँ आए।’ नील ने कहा। ‘हम साथ-साथ िबज़नेस कै से कर सकते ह?’ ‘गु ा-सान, यह हमारे िलए भी खुशी का मौका है। गो डमान सा स एक ब त स माननीय बक है और माकट म आपके ुप क ब त अ छी रे पुटेशन है।’ ‘थ यू। यह सब मेरी टीम के कारण है।’ नील ने कहा। ‘तो आप कस तरह क डी स के बारे म सोच रहे ह? कोई पो ट-फोिलयो?’ जापानी लोग र का उ ारण ठीक से नह कर पाते ह और अकसर र को ल बोलते ह। ‘रािधका ने हाल ही म एक डील क है, वे इस बारे म अ छे से बता पाएँगी।’ ‘ला-िधका-सान?’ अराई ने कहा। ‘जी हाँ, म आपको बक ऑफ ई ट एिशया ऑ शन के बारे म बता सकती .ँ .’ मने बोलना शु कया, ले कन अराई क हँसी ने मुझे रोक दया। ‘ए स यूज़ मी?’ मने कहा। म सोचने लगी क मने कह कु छ गलत तो नह कह दया। ‘सॉली। मुझे तो लगा था क ला-िधका-सान आपक से लेटली ह।’ अराई हँसता रहा। उसके साथी अपने बॉस का साथ देने के िलए खीस िनपोरने लगे। ‘ये यंग लेडी हमारी सबसे अ छी िड े ड डेट एनालािय ट म से है, ’ नील ने कहा। ‘येस येस, ऑफ को स। बाय द वे, मुझे तो वो जोक याद आ रहा है, िजसम कहा जाता है क अगर कोई लेडी ना कहे तो उसका मतलब हां है शायद। और अगर वो हाँ कहे तो उसका मतलब है क वह एक लेडी ही नह है।’ उसके कली स को यह जोक ब त पसंद आया और वे ज़ोर से ठहाके लगाने लगे। पीटर, जोश, नील और म एक-दूसरे क ओर देखने लगे। ‘अराई-सान, शायद यह जोक आपको मज़ेदार लगा हो, ले कन सच क ँ तो यह मुझे अनकं फटबल बना रहा है।’ नील ने कहा। ‘सॉली। आप कं ट यू क िजए।’ मने गहरी साँस ली और अपनी बात जारी रखी : ‘तो म कह रही थी।’ नील उठ खड़ा आ। ‘ए चुअली, नो।’ नील ने कहा। ‘ दस वो ट वक आउट।’ ‘ या?’ अराई ने कहा। ‘सॉरी अराई-सान। हम आपके साथ िबज़नेस नह कर पाएँगे।’ ‘हमारे पास इनवे ट करने के िलए िबिलयन डॉलस ह। इसका बड़ा िह सा गो डमान सा स को फ स के प म िमलेगा।’ अराई ने हैरत के साथ कहा। ‘म समझता ,ँ ले कन...’ ‘ए चुअली, इट् स ओके , नील।’ मने कहा। ‘अराई-सान, म आपको पोटफोिलयो के बारे म बता रही थी...’ नील ने िसर िहलाकर इनकार कर दया। ‘अराई-सान, तनाका-सान, िशन-सान, यहाँ आने के िलए शु या। मुझे यक न है आपको अ छे पाटनर िमल जाएँगे। वैसे भी हमारे पास पहले ही ब त काम है।’ नील ने कहा। जोश और पीटर उठ खड़े ए। वे हैरान थे। जापानी बकस एक-दूसरे क ओर देख रहे थे। ‘जोश आपको बाहर का रा ता दखा दगे।’ नील ने कहा और म से बाहर चला गया।
‘हे, रािधका। अंदर आ जाओ।’ नील ने कहा। म उसके ऑ फस गई थी। उसने पंक शट और लाल हम ज टाई पहन रखी थी। शट के कारण उसका चेहरा भी कु छ-कु छ गुलाबी लग रहा था। ‘बाय द वे, है पी बथडे।’ उसने कहा। ‘थक यू फॉर द लॉवस।’ ‘वे टीम क तरफ से थे।’ ‘िबया सा ने मुझे बताया क यह आइिडया तु हारा था।’ ‘ओह, उसने ऐसा कहा। तब तो वह कॉि फडिशयिलटी का मतलब नह समझती।’ नील ने कहा। वह अपने क स से खेलता रहा। वह ऐसा तब करता था, जब या तो वह ब त नवस हो या ब त ए साइटेड। ‘नील, तुमने वह जापािनय वाली डील कसल कर दी?’
‘वेल, हम ऐसे लोग के साथ काम नह कर सकते। उ ह ने तु ह कतना अनकं फटबल बना दया था।’ ‘हाँ मुझे थोड़ा बुरा ज़ र लगा था, ले कन एकाध कमट से यादा फक नह पड़ता है।’ ‘इट् स नॉट ओके , रािधका।’ नील ने इतनी जोर से कहा क िबया सा ने भी सुन िलया। ‘ले कन हम उनके साथ िबज़नेस कर सकते थे।’ ‘तो?’ मने उसक ओर देखा। हमारी नज़र िमल । एक पाटनर और एक एसोिसएट को िजतनी देर तक एक-दूसरे को देखना चािहए, उससे पलभर यादा को हमारी नज़र िमली रह । ‘िलसन रािधका, म कसी को भी तु ह इस तरह से ीट करने क इजाज़त नह दे सकता। मेरा मतलब है म अपनी टीम के कसी भी मबर के साथ ऐसा बताव बदा त नह कर सकता।’ ‘ऑल राइट। ले कन आई वाज़ फाइन।’ ‘नो, ड ट बी फाइन। कोई भी िबज़नेस इस लायक नह है।’ मने उसक ओर देखा। ‘थ स।’ मने दबी ई आवाज़ म कहा। ‘यू आर वेलकम। तो तु हारा बथडे ला स या ह?’ ‘आज रात मुझे हमारे ो पेि टव एल कासा बायस से िमलना है।’ ‘हे भगवान, तु हारा या कया जाए?’ ‘इट् स नॉट दैट बैड। साइमन ने ं स ऑगनाइज़ क है। गो डमान के कु छ एसोिसएट् स भी आ रहे ह।’ ‘नाइस। हैव फन।’ उसने कहा। म सोचने लगी क मुझे उसे इनवाइट करना चािहए या नह । उसने मेरा मन पढ़ िलया। इसिलए बोला : ‘म भी आता, ले कन मेरे आने पर बाक लोग कं फटबल नह हो पाएँगे।’ ‘आई अंडर टड। नो इ यूज़।’ ‘है पी बथडे अगेन, रािधका।’ उसने कहा। म अपनी डे क पर लौट आई। मने उस छ बीस गुलाब म से एक क पंखुिड़याँ छु । मेरा फोन बजा। इं िडया से कॉल था। मैने फोन उठाया। ‘हे िस टर, ’ अ दित दीदी ने कहा, ‘है पी बथडे। आज म घर आई ँ और हम तु ह िमस कर रहे ह।’
25 एक महीने बाद ‘िहयर यू गो, होल- हीट टो ट, िवद पीनट बटर एंड हनी।’ नील ने कहा और मेरा ेकफा ट मेरी ओर बढ़ा दया। मने थंब-अप के इशारे से उसे शु या कहा। म एक कॉ स कॉल पर थी। म अब वाइस- ेिसडट बन गई थी। दो ह ते पहले मुझे मेरा मोशन िमल गया था। सुबह के सात बज रहे थे और हम गो डमान कै फे म बैठे थे। एल कासा के िलए ीनवुड हॉि पटैिलटी नाम से एक संभािवत खरीददार हम िमला था। यह एक अमे रक कं पनी थी, िजसके दुिनयाभर म पचास बुटीक होट स थे। कॉल पर यूयॉक के मजस िडपाटमट के एमडी मैडॉ स डीन, ीनवुड के मािलक फिल पे ीनवुड, नील और म थे। ‘ फिल पे, डॉ यूमट् स पु ता ह। मेरे खयाल से हम ज द ही डील लोज़ कर लेनी चािहए।’ नील ने कहा। ‘आई ड ट माइं ड, ले कन 50 िमिलयन क क मत ब त यादा है। 40 के बारे म या खयाल है?’ नील ने मेरी ओर देखा। मने िसर िहलाकर मना कर दया। ‘ब त कम है।’ नील ने कहा। ‘ठीक है, फर 45 पर फाइनल कर दो।’ ीनवुड ने कहा। नील ने फर मेरी ओर देखा। मने हाँ कर दया। ‘डन!’ नील ने कहा। ‘ दस इज़ फटाि टक! वी हैव अ डील।’ मैडॉ स ने कहा। ‘सुपर। हम अगले ह ते फलीप स जाएँगे और एल कासा के साथ इसे लोज़ कर दगे।’ नील ने कहा। कॉल ख म हो गया। ‘कॉ ै यूलेशंस।’ मैने कहा। ‘फाइनल ॉ फट कतना होगा?’ ‘20 िमिलयन, नेट, हमारे िलए।’ नील और मने हाई-फाइव कया।
‘तुम लोग ने यह कया कै से?’ माक स ने डॉ यूमट् स के प े पलटते ए कहा। उसक मु कराहट छु पाए नह छु प रही थी। उसका दवािलया िपट चुका था, कं पनी बंद होने वाली थी और मास ले-ऑ स क हालत बन गई थी। ले कन अब उसे सेटलमट फ स के प म 5 िमिलयन डॉलस िमल रहे थे। साथ ही एक लोबल खरीददार भी उसके रसो स को जीिवत रखने को तैयार हो गया था। ‘माक स, हम यही करते ह। हम डी स लोज़ कर देते ह।’ नील ने कहा। ‘वंडरफु ल। आपको इस बार यहाँ ब त दन के िलए कना होगा। आप चाह तो हर रात एक नए आइलड पर िबता सकते ह।’ ‘काश। ले कन हांगकांग म ब त काम है। हम कल िनकलना होगा।’ ‘तो आप इस बार भी उसी जगह जाना चाहगे? पगालूिशयन?’ ‘हाँ।’ नील ने कहा। ‘आपने मेरे लोग क नौकरी बचाई। इसके िलए ब त शु या।’ मने माक स के द तख़त वाले सभी डॉ यूमट् स कले ट कर िलए। नील ने माक स से हाथ िमलाया। ‘आपके साथ िबज़नेस करना ब त सुखद अनुभव रहा है।’ नील ने कहा।
म पगालूिशयन आइलड रसोट के आईने के सामने खड़ी थी और खुद को हर एंगल से देख रही थी। म सोच रही थी क कह मेरे लैक शॉ स और मेरी पंक पो स ा के ऊपर हाइट गंजी कह यादा दख तो नह रहे थे। नील ने कहा था क डील- लो ज़ंग सेिल ेशन िडनर से पहले थोड़ी दौड़ लगाई जाए। ‘नई कै लोरी लेने से पहले थोड़ी कै लोरी जला ली जाए।’ उसने कहा था। ‘इट् स फाइन, बी कू ल अबाउट इट।’ मने आईने म खुद को आिखरी बार देखते ए कहा। मेरे शॉ स कु छ यादा ही छोटे थे। और गंजी भी ब त छोटी थी। म नील से रसे शन ए रया म िमली। उसने नीली वकआउट टी-शट और लैक साइ क लंग शॉ स पहन रखे थे। उसने लू िमररटटेड रे बै स भी पहन रखे थे। ‘वॉव, तुम तो पूरी ही बदल गई हो।’ उसने कहा। चूँ क उसने सन लासेस पहन रखे थे, इसिलए पता नह चल पा रहा था क वह मुझे िनहार रहा था या नह । ले कन शायद म चाहती थी क वह मुझे देख।े ‘मने एक अरसे से दौड़ नह लगाई है।’ ‘हम के वल जॉ गंग करगे। आइलड के तीन राउं ड लगाएँ?’ ‘दो, लीज़।’ वह हँस दया।
‘ओके , लेट्स गो।’ उसने कहा। हम उस छोटे-से आइलड का च र काटते रहे। अपनी िपछली प पर हम इस ट पर चल चुके थे। ले कन इस बार सब कु छ और भी खूबसूरत लग रहा था। सूरज क चमक ली रोशनी के बावजूद ठं डी हवा चल रही थी, िजससे तापमान िनयंि त था। हम पानी से दूर बीच पर जॉग कर रहे थे। नील जानबूझकर धीरे दौड़ रहा था, ता क मुझसे ब त आगे ना िनकल जाए। वह मेरे आगे-आगे दौड़ रहा था। मैने उसक मज़बूत टांग को देखा। वह ब त ेसफु ल तरीके से दौड़ रहा था, जब क म हाँफने लगी थी। म तो पहले राउं ड के बाद ही बैठ जाना चाहती थी, ले कन नील ने मुझे ऐसा नह करने दया। ‘इनफ।’ मैने अपना पेट थामते ए कहा। ‘कम ऑन, तुम ब त अ छा कर रही थ ।’ दूसरे राउं ड म वह मेरे पीछे रहा। म अपनी आँख के कोने से उसे बार-बार पीछे देखती रही। पता नह , उसने मेरी टांग को नो टस कया या नह । ले कन यह संभव नह था क उन पर यान ना जाए। खासतौर पर इसिलए भी, य क दौड़ने के कारण शॉ स और ऊपर चढ़ जा रहे थे। ‘म और नह दौड़ सकती।’ मने हाँफते ए कहा। ‘य द म थोड़ा और दौड़ लूँ तो चलेगा ना?’ ‘ योर।’ ‘दो एक घंटे बाद िडनर के िलए िमलते ह।’ उसने कहा और ज द ही दौड़ते ए मेरी आँख से ओझल हो गया। म अपने म म आई और शॉवर िलया। अपना सूटके स खोला और उसम से लोरल ंट वाली हाइट लोइं ग स े िनकाली। कसी आइलड रसोट िडनर के िलए वह परफे ट लग रही थी। उसम डीप नेकलाइन थी। उसे कवर करने के िलए मने एक नेकलेस पहना। मेकअप कया और आँख पर मोक इफे ट दया। पर यूम और िलप लॉस लगाया। मुझे महसूस आ क यूयॉक के बाद म पहली बार सज-सँवर रही थी। उसके बाद मने अपने को आईने म देखा। या उसे म अ छी लगूँगी? मेरे दमाग म यह सवाल तैर गया। मेरे भीतर क िमनी-मी ने मुझे डपटते ए कहा : वह भले ही तुमसे दो ताना वहार कर रहा हो, ले कन वह एक पाटनर है और मै रड भी। समझ ?
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26 म नील से पहले रे तरां प च ँ गई। सनसेट देखते ए मने शै पेन पी। वह बीस िमनट बाद आया। ‘सॉरी, मुझे देर हो गई। म थोड़ा यादा दौड़ िलया।’ उसने हाइट टी-शट और शॉ स पहने थे। ‘इट् स ओके ।’ मने कहा। उसने कु स ख ची और मेरे सामने बैठ गया। ‘वॉव।’ उसने मुझे देखते ए कहा। ‘ या?’ ‘तुम कु छ अलग लग रही हो।’ ‘अ छी अलग या बुरी अलग?’ ‘यू लुक ट नंग, ए चुअली। तुम पर यह स े ब त अ छी लग रही है।’ ‘थक यू, नील। दैट्स वीट ऑफ यू।’ अब म कॉि लम स को रसीव करना सीख गई थी। उसने अपनी सड स िनकाल द ता क उसके पैर रे त को छू सक। मने भी अपनी ही स िनकाल द । ‘मेरी क ं कहाँ है?’ नील ने वेटर को इशारा करते ए कहा। वेटर ने उसके िलए शै पेन उड़ेल दी। ‘तो, दौड़ने के बाद तुम कै सा महसूस कर रही हो?’ ‘गुड। ले कन मुझे अपना टैिमना बढ़ाने क ज़ रत है। मुझसे यादा उ के लोग मुझसे यादा दौड़ रहे ह।’ नील िखलिखलाकर हँस दया। वेटर मेनू वॉइसेस ले आया। मने वेजीटे रयन ऑ शन चुना। नील ने सी-फू ड और सा मन चुना। ‘टु एल कासा, एिशया म तु हारी पहली िबग डील।’ नील ने अपना लास उठाते ए कहा। ‘टु ीनवुड, एल कासा के नए मािलक।’ मने उसके लास से अपना लास छु आते ए कहा। ‘ या रसोट है, है ना?’ नील ने आसपास के खूबसूरत नज़ारे के िलए इशारा करते ए कहा। ‘म अपनी ज़ंदगी म इससे खूबसूरत जगह पर कभी नह आई।’ ‘म भी। और वह भी इतने यूटीफु ल माइं ड के साथ।’ ‘हाँ, मेरे पास के वल यूटीफु ल माइं ड ही तो है।’ ‘िबलकु ल नह । ले कन यह ठीक नह होगा क म बाक चीज़ पर कमट क ँ । ोटोकॉल।’ ‘हम एक बात साफ कर लेनी चािहए।’ ‘ या?’ ‘हम दो त ह या कलीग ह या तुम मेरे सुपर-सीिनयर बॉस हो?’ ‘यह तो ब त मुि कल सवाल है।’ ‘सचमुच?’ ‘फै ट तो यही है क म ुप का हेड ँ और तुम एसोिसएट हो और अब ऑलमो ट वीपी बन चुक हो। चीयस।’ ‘तो हम या ए। कली स?’ ‘वेल नह । मुझे लगता है क इतनी ेकफा ट मी टं स के बाद हम एक-दूसरे को जानने लगे है। इन फै ट।’ वह कहते-कहते क गया। ‘इन फै ट या?’ ‘इन फै ट, यह डील पूरी होने के बाद म हमारी ेकफा ट चैट्स को ब त िमस क ँ गा। हमारी ओटमील और पीनट-बटर-टो ट बातचीते।’ ‘तुम हनी को भूल रहे हो।’ वह हँस दया। ‘म भी िमस क ँ गी।’ ‘वेल, लाइफ गोज़ ऑन। नया दन, नई डील।’ ‘वेट। तो या हम स नह ह?’ ‘ या हम हो सकते ह?’ ‘ य नह ?’ ‘ब त वजह ह। म तु हारा सीिनयर ।ँ तुमसे बीस साल बड़ा ।ँ मै रड ।ँ मेरे दो ब े ह। जब क तुम यंग और संगल हो। माट और अ ैि टव हो।’ ’अ ैि टव?’ मने कहा और मु करा दी। ‘येस, ऑफ कोस। तुम सचमुच अ ैि टव हो, रािधका। म के वल फै चुअल बात कर रहा ।ँ ’ ‘थक यू। तुम भी ब त कू ल हो।’ ‘ये या है? बकस क आपसी तारीफ के पुल वाली सोसायटी?’ हम दोन हँस दए। वेटर ने हमारे शै पेन लासेस भर दए। ‘हम ड् स ह। म अब तु ह जूिनयर क तरह नह देखता।’ ‘ले कन याद रखना म अपने ड् स के साथ ब त कै ज़अल हो जाती ।ँ य द म लाइन ॉस क ँ तो मुझे बता देना। आिखर तुम मेरे सीिनयर हो।’
‘ले कन म टिपकल सीिनयर नह ।ँ तुम मेरे सामने खुलकर बात कर सकती हो।’ ‘सचमुच?’ ‘हाँ।’ ‘ओके तो ये बताओ क तुम मेरे बारे म या सोचते हो। एज अ पसन। बी क।’ वह मु करा दया। ‘तुम माट हो, ऑफ कोस। ले कन तुम िस पल भी हो और कु छ-कु छ खोई-खोई-सी लगती हो। म अपनी ज़ंदगी म तु हारी िजतनी अ ैि टव लड़ कय से कम ही िमला ।ँ शायद तु हारे साथ से फ-ए टीम वाली ॉ लम भी है। तुम ससे टव हो, ले कन तुमने अपने को बंद कर िलया है। शायद यूयॉक म जो कु छ आ, उसके बाद।’ ‘वॉव।’ ‘कु छ यादा क तो नह हो गया?’ ‘शायद हाँ, बट नॉट बैड। ऐसा लगता है क तुम मेरे बनाए फाइनिशयल मॉड स के बजाय मुझे यादा ऑ ज़व करते रहे हो।’ ‘ओह, ले कन तु हारा काम अ वल दज का है। तुम एक दन पाटनर बनोगी। रािधका मेहता, पाटनर, गो डमान सा स।’ बैक ाउं ड म एक च गीत बजने लगा। उसके बोल तो म समझ नह पा रही थी, ले कन वह अ छा लग रहा था। ‘पाटनर रािधका। ले कन अके ली, िवदआउट लव। ब त सारी डी स को तमग क तरह पहने ए।’ ‘ हाट नॉनसस! रािधका, िवद अ लॉट ऑफ लव।’ ‘जो भी हो। लगता तो नह । यह कौन-सा गीत है?’ ‘ला वी एन रोज। ब त मश र च गाना है। बट सी रयसली, तुम यही सोचती हो क तु ह यार नह िमलेगा?’ ‘हाँ, शायद यह मेरा सबसे बड़ा डर है।’ ‘तुम यूयॉक के बारे म बताना चाहोगी?’ वेटर शै पेन क एक और बोतल ले आया। िडनर के दौरान मने उसे अपनी पूरी कहानी सुनाई। वह पूरे यान से सुनता रहा। ‘और बस, इतना ही। मने ई ट नदी म अपना फ़ोन फक दया और हांगकांग आ गई।’ ‘ले कन तुम चाहत तो के वल िसम काड फक सकती थ और फ़ोन को फर से फै टरी से टं स पर कर सकती थ ।’ मने नील क ओर देखा और पता नह य हम दोन ज़ोर से हँस पड़े। ‘इट् स ओके । लाइफ म ये सब होता रहता है। अकसर यह अ छे के िलए ही होता है।’ ‘मोर शै पेन, सर?’ वेटर ने पूछा। ‘ए चुअली नो। म...’ नील कह रहा था, ले कन मने बीच म ही टोक दया। ‘ए चुअली येस। हम एक और बॉटल लगे।’ ‘ रयली?’ वेटर के जाने के बाद नील ने पूछा। ‘वेल, मने तु ह अपने बारे म ब त कु छ बता दया। ले कन अभी तु हारी कहानी बाक है। उसी के िलए एक क ं क ज़ रत होगी।’ ‘ठीक है, तो हो जाए। ले कन तुम मेरे बारे म या सोचती हो, ऐज़ अ पसन?’ ‘वेल, तुम एक पहेली क तरह हो।’ ‘पहेली?’ ‘हाँ, िम टी रयस। तुम माट हो। ओवरअचीवर हो। फट, गुड लु कं ग, चा मग। ले कन...’ ‘ले कन या?’ ‘मुझे नह लगता क तुम खुश हो। तु हारे पास सबकु छ है, जो कोई भी चाह सकता है, फर भी तुम खुश नह लगते।’ ‘म खुश ।ँ देखो मुझ।े म एक आइलड क सैर करने आया ँ और इसके िलए मुझे मोटी तन वाह दी जाती है।’ ‘हाँ, ऐसा है और तु ह ब त अ छी तन वाह भी िमलती है, ले कन खुश होने के िलए इतना ही तो काफ नह है।’ उसने कोई जवाब नह दया। मेरी तरफ कु छ खोजती ई आख से देखा। ‘तु ह ऐसा य लगता है क म खुश नह ?ँ ’ ‘मुझे लगता है तुम एक मा क पहनते हो। एक परफे ट मा क। एक हाड-व कग फै िमली मैन, जो अपनी डाइट कं ोल करता है, रे गुलर ए सरसाइज़ करता है। यह सब ब त परफे ट है, तु हारी परफे टली इ तरी क गई कमीज़ क तरह, िजसम एक सलवट तक नह ।’ उसने मेरी ओर हैरत से देखा। ‘ या मने अपनी लाइन ॉस कर दी?’ उसने िसर िहलाकर इनकार कर दया। ‘नह , नह । इट् स ओके । ले कन तु ह ऐसा य लगता है?’ ‘तुम कभी अपनी फै िमली के बारे म बात नह करते।’ ‘करता तो ।ँ मने तु हारा बताया, कु सुम मेरी वाइफ है, दो ब े ह।’ ‘फै चुअल बात।’ ‘मतलब?’ ‘यह डाटा क तरह है, िजसम कोई फ लंग नह ।’ ‘ओके । वॉव। तो तुम मेरे बारे म यह सोचती हो?’ ‘आई एम सॉरी, अगर मने कु छ गलत कह दया हो तो।’ ‘नो, इट् स कू ल।’ उसने कहा और मु करा दया।
वेटर ने हमारी िडनर लेट हटा द । फर वह हमारे िलए डेजट ले आया : मैगो िवद ि टक राइस। ‘तु हारी वाइफ तु हारी इन तमाम कामयािबय से खुश है?’ ‘हाँ, ’ नील ने जैसे ब त कोिशश करते ए कहा। ‘वह खुश है। हम बीस साल से साथ ह। उसने मेरी पूरी जन देखी है।’ ‘बीस साल? वॉव, यानी जब तुम लोग िमले, तब म के वल पाँच साल क थी।’ ‘ओह, अब तुम मुझे ओ ड महसूस करा रही हो।’ ‘इतने समय से मै रड होना कै सा लगता है?’ ‘इट् स नाइस। हम एक ज़ंदगी साथ िमलकर बनाते ह। उसम ब त सारी याद होती ह। आप इस दुिनया म कु छ नए ािणय को लेकर आते है।’ ‘ ,ँ ये तो खूबसूरत है।’ ‘और इसके बावजूद, जब आप कसी इं सान के साथ इतने लंबे समय तक रहते है, तो चीज़ वैसी ही नह रह जात । द त सामने आती ह। ब त सारी द त। ब त-ब त सारी द त।’ ‘ओके , वेल अगर तु हारा मन हो तो ही इस बारे म बात करो।’ ‘म तु ह बोर नह क ँ गा। मेरे पास ऐसी कोई ए साइ टंग टोरी नह है, िजसम ुकिलन ि ज से आईफोन नीचे पानी म फक दए जाते ह। मेरे पास बस टु िपड घरे लू कहािनयाँ ह।’ ‘हे, वो ब त पुराना फ़ोन था। म वैसे भी एक नया फोन लेने वाली थी।’ हम दोन हँस दए। ‘यू आर फनी।’ ‘मने आज ब त खा िलया।’ ‘मने भी। चलो, एक वॉक कर आते ह।’ ‘एक और वॉक? यू आर िम टर हाइपरएि टव, ऐसा लगता है।’ वह हँस दया। उसने एक लैशलाइट उठाई, जो हर टेबल पर रखी थी। मने दो लास और शै पेन क आधी भरी बोतल उठा ली। ‘ या?’ ‘हम इसे भी साथ ले सकते ह।’ हम उसी रा ते पर एक बार फर चल पड़े, जहाँ हम चंद घटे पहले चल रहे थे, ले कन इस बार नंगे पैर। अंधेरे म आइलड जैसे पूरा ही बदल गया था। हम समु के कनारे - कनारे चलते रहे। पानी हमारे पैर को छू जा रहा था। हम लैशलाइट क मदद से आगे बढ़ते चले जा रहे थे। के वल लहर के टू टने क आवाज़ आ रही थी। कु छ देर बाद मने ही खामोशी तोड़ी। ‘तुम थक गए होगे। पाँच राउं ड दौड़े थे।’ ‘थोड़ा-ब त।’ हम आइलड के उ री छोर पर प च ँ गए थे। लहर यहाँ म म हो गई थ और शोर नह कर रही थ । दूर फ शंग बोट् स नज़र आ रही थ । आसपास के आइलड् स के मछु आरे रात को मछिलयाँ पकड़ने िनकले थे। ‘हम थोड़ी देर बैठ सकते ह?’ मने कहा। ‘ योर।’ हम ठं डी रे त पर चुपचाप बैठ गए। उसने लैशलाइट बंद कर दी। चाँदनी म हम के वल एक-दूसरे क श ल देख पा रहे थे। मने हमारे िलए एक-एक लास शै पेन बनाई। उसने एक घूँट िपया। मने आकाश क ओर िसर उठाकर देखा। आकाश तार से भरा था। ‘वॉव, जरा ऊपर तार क बारात तो देखो।’ मने कहा। उसने भी िसर उठाकर देखा। ‘हांगकांग से उलट यहाँ कोई पॉ यूशन नह है। और ना ही शहरी रोशिनयाँ।’ ‘हाँ, मुझे कभी हांगकांग म तारे नज़र नह आए।’ ‘तुम तार को पहचान सकती हो?’ मने िसर िहला दया। उसने आकाश म सात तार के एक समूह क ओर इशारा करते ए कहा : ‘देखो, वह उसा मेजर है। इसे ेट िबयर भी कहते ह।’ म उसक अंगुली को देखते रही। वह बोलता रहा। ‘और वो रहा नॉथ टार।’ ‘तु ह यह कै से पता?’ ‘मेरे पास एक टेली कोप आ करता था ज़रा सोचो, स दय पहले जब नािवक समु ी या ा पर िनकलते थे तो इन तार का ही सहारा लेते थे। उनके पास कोई जीपीएस नह था।’ ‘अनिबलीवेबल।’ मने कहा। मेरी गदन दद करने लगी थी, इसिलए म रे त पर पीठ के बल लेट गई। अब म सीधे आकाश के तार को देख पा रही थी। नील भी पास लेट गया। ‘तु हारी रािश या है?’ ‘मेरा बथडे अभी कु छ दन पहले ही गया है।’ ‘तब तो वह जैिमनी ई। वे रहे जैिमनी ट् व स।’ ‘और तु हारी रािश?’
‘टॉरस। देखो, वहाँ पर।’ ‘वॉव।’ फर हम चुप हो गए। मुझे इस खामोशी और तनहाई म अ छा रहा था। शायद इसम शै पेन क भी कोई भूिमका रही हो। मुझे नील क साँस सुनाई दे रही थ । मने अपने पैर फै लाए। मेरी पंडिलयाँ नील के पैर से टकरा ग । उसने मेरी तरफ देखा। ‘आई एम सॉरी।’ ‘इट् स फाइन।’ उसने फु सफु साते ए कहा। हमने एक-दूसरे क ओर देखा और मु करा दए। इसे ग स इं ट्यूशन कह ल या कु छ और, ले कन मुझे लगा क कु छ होने वाला है। म चाहती तो मुँह फे र सकती थी, ले कन मने ऐसा नह कया। शायद म भी चाहती थी क कु छ हो। वह आगे बढ़ा और अपने ह ठ मेरे ह ठ पर रख दए। मने अपनी आँख बंद कर ल । मेरे हाथ उसे रोकने के िलए आगे बढ़े, ले कन बीच म ही क गए, य क वह एक ब त खूबसूरत कस था। वह मुझे देर तक चूमता रहा और लहर मेरे पैर पर आकर टकराती रह । उसने मुझे और करीब करने के िलए अपनी बाँह उठाई। नील गु ा, पाटनर, उ म मुझसे बीस साल बड़ा मद और मेरे बॉस का भी बॉस, मुझे कसकर पकड़े आ था और चूम रहा था। मने कोई िवरोध नह कया। शायद मुझे करना चािहए था, ले कन जब कु छ इतना अ छा लग रहा हो, तब उसका िवरोध करना ब त मुि कल हो जाता है। मने उसके चेहरे पर अपना हाथ रख दया। वही चेहरा, िजसे म िपछले कई महीन से रोज़ देख रही थी, ले कन कभी छु आ नह था। म उससे जुड़ाव महसूस कर रही थी। मुझे लगा क यह आइलड शायद इसीिलए बना था क हम यहाँ आकर यार कर सक। एक तेज़ लहर आई और हम कमर तक िभगो गई। वह मुझे चूमता रहा। हर गुज़रते ल हे के साथ उसक इं टिसटी बढ़ती गई। उसक अंगुिलयाँ मेरी गदन से नीचे उतरने लग । मेरे र गटे खड़े हो गए। अगर उसका कस ऐसा था तो...? उसका दूसरा हाथ मेरी जांघ पर गया और मेरा दल ज़ोरो से धड़कने लगा। या मुझे उसको रोकना चािहए? मने अपना हाथ उसक कमर पर रख दया, ले कन कोई िवरोध नह कया। एक और ज़ोरदार लहर आई और इस बार उसने मेरे पूरे कपड़ को गीला कर दया। या म सच म यह करने जा रही थी? मेरे दमाग ने ब त दबी ई आवाज़ म मुझसे आिखरी बार पूछा, जब क म तो कराहने लगी थी। इस रात दमाग क सुनने क कसको परवाह थी? मेरा हाथ उसक कमीज़ के भीतर चला गया। मने उसक स त छाती को छु आ और अपनी अंगुली से उसके ले ट िन पल को सहलाने लगी। उसने ए साइटमट म मेरे िनचले ह ठ को लगभग चबा डाला। हम बैठ गए। उसने अपनी कमीज़ उतार दी। फर उसने मेरी स े िनकाल दी। हम फर लेट गए। उसने मेरी नािभ को चूमा। मने उसके िसर को अपने हाथ म थाम िलया। ‘नील।’ मने फु सफु साते ए कहा, ले कन उसने कु छ नह सुना। उसका मुँह और अंगुिलयाँ मुझे टटोलते रहे। उसके हाथ मेरे ा पर गए। इ मीनान से उसने मुझे उठाया और एक झटके म मेरी ा को खोल दया। मेरी े स ने ठं डी हवा को महसूस कया। उसने पलभर ककर मेरे े स िनहारे , चांदनी रात म िजतना भी वह देख सकता था। उसने अपनी अंगुली के पोर से मेरे एक िन पल को छु आ। दूसरे हाथ म मेरे े ट को थाम िलया। म जैसे िपघलती चली जा रही थी। जब मेरे हाथ ने उसके शॉ स को छु आ तो मुझे पता चला गया क वह कतना ए साइटेड हो गया था। उसका मुँह मेरे े स पर था। मने अपने िहप को थोड़ा-सा उठाया और उसने मेरी अंडरिवयर िनकाल दी। अब हम दोन उस रे तीले कनारे पर पूरी तरह से िबना कपड़ो के थे। वह मुझ पर झुका और मेरी इनर-थाईज को चूमने लगा। फर उसक जीभ उस जगह पर गई और उसने मुझे ब त यार से वहाँ चूमा। म ए साइटमट म जैसे उछल ही पड़ी। उसके हर कस क तरह यह भी ब त ह का और लो था। ले कन अब म थरथराने लगी थी। धीरे -धीरे उसक जीभ ने र तार पकड़ी। अब मेरे िलए बदा त करना क ठन होता जा रहा था। मेरी पीठ धनुष क तरह तन गई। देबू ने भी नीचे जाकर वहाँ मुझे यार कया था, ले कन इस बार अलग ही बात थी। य द देबू च ाइज़ था तो यह िस स-कोस मील था। य द देबू बीयर था तो यह शै पेन थी। य द देबू नाव था तो यह ल ज़री ू ज था। नील अपनी जीभ से जादू कर रहा था। मैने अपनी अंगुिलयाँ उसके िसर म गड़ा द । मुझे अपने भीतर ऑग म उमड़ता आ महसूस आ और उसे भी। मने उसके चेहरे को अपनी जाँघ के बीच म थाम िलया। मुझे ब त इं टस ऑग म आ। वह उठा और अपने चेहरे को मेरे करीब ले आया। उसने मेरी टांग को आिह ता से अलग कया और मेरे भीतर दािखल हो गया। वह धीरे -धीरे मूव कर रहा था। उसके ो स गहरे ले कन कोमलता से भरे थे। मुझे फर अपने भीतर सनसनी महसूस ई और मुझे दोबारा ऑग म आ। इस बार पहले से भी ज़ोर से। मेरा पूरा शरीर काँप रहा था। मने अपनी औख बंद कर ल और ऐसा लगा जैसे तीस सेकड के िलए सबकु छ लैकआउट हो गया है। यह एक ऑग म दस के बराबर था। वह मुझसे बाहर िनकल आया। वह अपना चेहरा मेरे चेहरे के करीब लाया और यार से मेरे गाल पर काटा। ‘तुम ठीक हो?’ उसने कोमल वर म पूछा। ‘यह... यह कु छ ख़ास था। तुमने यह सब कै से कया?’ वह मु करा दया। मैने हाथ से अपना चेहरा छु पा िलया। उसने आिह ता से मेरे हाथ को हटाया और मेरी आख म देखने लगा। वह फर मुझम दािखल आ। इस बार म अपने भीतर उसे और बड़ा महसूस कर रही थी। मने उसके कं ध को थाम िलया और हम यार करते रहे। लहर समय-समय पर हमसे आकर टकराती रह । हम तब तक चूमते रहे, जब तक क वह मुझ पर ढेर नह हो गया। आिखरकार उसने मेरी आँख म देखा और मु करा दया। वह मेरी पलक से खेलने लगा और मुझे अपनी बाँह म ले िलया। हम एक-दूसरे क ओर मुँह कए लेटे थे। ‘यह वाकई ब त ख़ास था।’ ‘म जानती ।ँ ’ िसतारे हमारे ऊपर टम टमाते रहे। थकान मुझ पर हावी होने लगी थी। मने अपनी आँख बंद कर ल ।
27 दन क रोशनी म हम सबकु छ साफ-साफ दखने लगता है, हमारी गलितयाँ भी। सुबह होने पर मने औख खोल । म यह समझने क कोिशश कर रही थी क अभी म कहाँ ।ँ मेरा मुँह सूख रहा था और िसर म दद था। नील मेरे पास सोया आ था। ‘नो वे, ’ मने मन-ही-मन बुड़बुडाते ए कहा। ‘नो वे, रािधका। नो वे। मेरे कपड़े पास ही म पडे ए थे। मने उ ह िजतनी ज दी हो सकता था, पहन िलया। फर मै उठ खड़ी ई और सोचने लगी क या मुझे नील को जगाना चािहए। फर मने सोचा क ऐसा नह करना चािहए। मने लासेस और खाली बोतल उठाई, िजनक वजह से िपछली रात का वह हादसा आ था, और पैदल चलने लगी। सूरज चढ़ता जा रहा था। म नील को फ़े स नह करना चाहती थी। इन फै ट, म आज के बाद कभी उसे फ़े स नह करना चाहती थी। अपने म म आकर म बेड पर लेट गई और छत को ताकने लगी। ‘फ़क’ मने ज़ोर से िच लाकर कहा। ‘ये तुमने या कर डाला, रािधका?’ म िबना िहले डु ले वहाँ लेटी रही। मेरे दमाग म ब त सारी बात घूम रही थ । ये मने या कर दया। म गो डमान सा स के पाटनर के साथ सोई। म एक ऐसे मद के साथ सोई, जो मुझसे बीस साल बड़ा था! मुझे याद आया क नील मेरे पापा से दस साल ही छोटा था। रािधका, तुम यह कै से कर सकती हो? िमनी-मी अपनी गुफा म से उछलकर बाहर आ चुक थी और उसने मुझ पर पूरी तरह से काबू कर िलया था। तु हारे साथ कु छ गड़बड़ है। तुम एक लड़ी यूज़लेस िल टल इिडयट हो। मेरा है पी मूड जाने कहाँ गायब हो गया था। कल तक म कतनी खुश थी। मने एक िबग डील फाइनल क थी। मेरा मोशन होने वाला था। म देबू को भी लगभग पूरी तरह भूल चुक थी। म अपने बारे म अ छा महसूस कर रही थी। अब वह सब कचरा हो गया! म िब तर म िसमटी-सी रोने लगी। िमनी-मी मुझ पर हावी होती चली गई। ही इज़ फ़ कगं मै रड। उसके दो ब े ह। बीवी है। वे सभी हांगकांग म उसका इं तज़ार कर रहे ह गे, जहाँ तुम रहती हो। यह सच है। और म यह सब जानती थी। तो फर कल रात वह सब करते ए म या सोच रही थी? और अगर नह सोच रही थी, तो य नह सोच रही थी? लाइफ फलीप स का कोई ाइवेट आइलड नह है, िमनी-मी ने मुझ पर िच लाते ए कहा। मुझे पता है, पता है मुझे, मने िमनी-मी का सामना करने क कोिशश क । इसी कारण देबू ने तु ह छोड़ दया था। तुम एक लटी िबच हो। सम थंग इज़ सी रयसली रॉ ग िवद यू! म सुबक-सुबककर रो रही थी। पता नह य , ले कन म रोए चली जा रही थी। मने अपनी सीमा लांघ दी थी। लांघना तो या, मने उस सीमा के ऊपर से कू दकर मील लंबी छलांग लगा दी थी! तु हारी ज़ंदगी म एक ही चीज़ अ छी हो रही थी, तु हारा कै रयर। अब तुमने उसके भी बारह बजा दए है, िमनी - मी कहती रही। इसी म खासा समय बीत गया। फर मुझे महसूस आ क मुझे एक घंटे म तैयार होकर सी- लेन पकड़ना है। मुझे समझ नह आ रहा था क म उसको कै से फ़े स क ँ गी। म इसके िलए तैयार नह हो पा रही थी। या यह मुम कन है क हम अलग-अलग लाइट से जाएँ? या फर या यह हो सकता है क म जाकर समु म डू ब म ँ ? फर म सोचने लगी क नील कहाँ है। या होगा अगर वह अभी तक उठा नह हो तो? या मुझे उसे कॉल करना चािहए? तभी मुझे दरवाज़े पर एक द तक सुनाई दी। म िसहर गई। मने दरवाज़ा खोला, ले कन वहाँ पर होटल टाफ का एक बंदा खड़ा था। ‘मैडम, आपक जूितयाँ। आप कल रात इ ह रे तरां म भूल आई थ ।’ ‘ओह, योर। थ स।’ मने कहा। ‘मने सर के जूते भी लौटा दए ह।’ ‘ब त अ छा कया। या वे अपने म म थे?’ ‘हाँ। और उ ह ने मुझसे कहा क आपसे क ँ क आधे घंटे बाद उनसे सी- लेन रसे शन ए रया मे िमल।’ ‘ योर।’ मैने राहत क साँस लेते ए कहा। मुझे अभी तो उसे फ़े स नह करना पड़ेगा। मने शॉवर िलया और एक चारकोल- े सूट पहन िलया। वह ब त फॉमल था। िजस जगह पर म थी, उसके िहसाब से ब त िमस फट था, ले कन मेरी मनोदशा के िहसाब से वह िबलकु ल दु त था। जैसे क वह मुझे इस फॉमल सूट म देखेगा तो चीज़ फर से पहले जैसी हो जाएँगी। ‘हे, गुड मॉ नग।’ उसने मु कराते ए कहा। मेरी तरह उसने भी सन लासेस पहन रखे थे। कम-से-कम इस तरह हम आई कॉ टै ट को तो अवॉइड कर ही सकते थे। ‘हाय।’ मने कहा। ‘ऑल सेट? पगालूिशयन को गुडबाय करने का टाइम आ गया है।’ उसने कै जुअल अंदाज़ म कहा। उसे देखकर लग रहा था मानो कु छ आ ही ना हो, जब क मेरे भीतर उथलपुथल मची ई थी। हम लेन म बैठे। टेक ऑफ आ। इस बार मने नीचे दखाई दे रहे खूबसूरत नज़ारे से आँख चुरा ली। मेरे दमाग म कु छ और ही चल रहा था। म सोच रही थी क वह इतना शांत और कै जुअल य है। या उसके िलए यह सब कोई मायने नह रखता? मने उससे िवपरीत दशा म िखड़क से बाहर देखा, ले कन मेरे दमाग पर वही छाया आ था। या यह उसके िलए एक रे गुलर चीज़ है? या वह दूसरी लड़ कय के साथ भी ऐसा करता रहा है? ओह, तो या म उसके िलए
के वल जीतने क एक चीज़ थी? सी- लेन ने लड कया। हम बाहर िनकले और पलावन एयरपोट तक जाने के िलए एक कार क । उसने मेरी ओर देखा। म दूसरी तरफ देखती रही। एयरपोट आया। हमने हांगकांग क अपनी लाइट पकड़ी। पूरे रा ते हमने लगभग कोई बात नह क । मने अपना लैपटॉप खोला और यह दखावा करने लगी मानो म कोई काम कर रही ।ँ उसने भी ऐसा ही कया। म खुद को मन-ही-मन कोसती रही। कतनी बड़ी बेवकू फ ँ म। वह घर जाएगा, एक और बॉ स पर टक करे गा, एक और िशकार क िगनती करे गा और हँसने लगेगा। वह मेरे बारे मे या सोचेगा? वह इं िडयन एसोिसएट िचक? चेक। बीन देयर, डन डैट, देसी बेब! डैम इट, रािधका। टु िपड, टु िपड, टु िपड! हमने हांगकांग म लड कया। वहाँ से एयरपोट कार िपक-अप वॉइं ट प च ँ े। िबया सा ने हमारे िलए दो कार बुक करा रखी थ । म अपनी कार म बैठने के िलए आगे बड़ी। ‘रािधका।’ नील ने कहा। ‘हाँ।’ ‘म जानता ँ क अभी शायद तु हारे दमाग म ढेर बात ह गी। मेरे साथ भी ऐसा ही है।’ ‘कौन-सी बात? ए स यूज़ मी?’ ‘कल रात के बारे म।’ मने अपने कं धे उचका दए : ‘उस बारे म यादा सोचने का समय नह िमला।‘ ‘वेल, जब क म दनभर उसी बारे म सोचता रहा।’ गुड, िम टर। तो कम-से-कम तु हारे िलए उसके कु छ मायने थे। गो ऑन। मने उसक तरफ देखते ए मन-ही-मन सोचा। ‘हालाँ क म अभी चीज़ को समझने क कोिशश ही कर रहा ,ँ ले कन म तुमसे यह ज र कहना चाहता ँ क कल क रात मेरे िलए ब त खास थी। मने वैसा इससे पहले कभी महसूस नह कया।’ ‘ओह।’ मने कहा। मने इसक उ मीद नह क थी। ‘ओह, ओके , वेल।’ म उसक तरफ भावहीन चेहरे से देखती रही। ‘हाँ, वह अमे जंग, वंडरफु ल, ट चंग था, और भी ब त कु छ।’ ‘दै स इं े टंग।’ ‘इं े टंग?’ ‘अब मुझे चलना चािहए। सी यू लेटर।’ मने कहा। ाइवर ने मेरी कार का दरवाज़ा खोला। ‘ योर।’ उसने कहा और मुझे वेव कया। उसे मेरी बे खी देखकर मायूसी हो रही थी। कार एयरपोट ट मनल से बाहर क ओर चल दी। वह देर तक मेरी कार क तरफ ही देखता रहा। अगर म यह दखावा क ँ क वो सब कभी आ ही नह था, तो शायद उसका यह मतलब हो क वैसा सच म नह आ था।
28 दो ह ते बाद ‘ओके , इनफ़। जो कु छ आ था, हम उस पर िड कस करना होगा।’ नील ने कहा। ‘ य ?’ मने कहा। नील ने मुझे अपने ऑ फस म बुलाया था। हम एक-दूसरे के सामने बैठे थे। ‘ य क यह ठीक नह है। तुम फलीप स से लौटने के बाद से ही मुझे अवॉइड कर रही हो।’ मने नीचे देखते ए कहा : ‘इसम बात करने जैसा या है? जो आ, वह गलत था।’ ‘वेल। बताओ क गलत या होता है?’ ‘वह गलत था, नील। और तुम यह जानते हो।’ मने ऊपर देखते ए कहा। ‘ओके , हो सकता है वह थोड़ा गलत हो। ले कन मुझे वह सही लगा था।’ ‘ रयली?’ ‘िबलकु ल। या तु ह ऐसा नह लगा?’ ‘इससे कोई फ़क नह पड़ता है। म तु हारे िलए काम करती ।ँ तुम मै रड हो। दो ब के िपता हो।’ ‘ये तमाम बात मुझे भी मालूम ह।’ ‘तो फर यह सब य ? उसे एक बार क गलती मानकर भूल जाते ह और आगे बढ़ जाते ह।’ वह बेचैनी के साथ उठ खड़ा आ और हाबर क तरफ खुलने वाली िखड़क क ओर चला गया। ‘ले कन म उसे एक गलती नह मानता। आिखर कोई अपनी ज़ंदगी के सबसे पेशल ए सपी रयंस को गलती कै से बोल सकता है?’ यह आदमी बात बनाना जानता है, इससे होिशयार रहना। मैने मन-ही-मन कहा। ‘तुम इसे जो चाहे कह तो। ले कन वॉइं ट यही है क वह सही नह था। और वह सब अब फर नह होगा। कभी नह ।’ नील अपनी सीट पर लौट आया और मेरे सामने बैठ गया। ‘ओके ओके , काम डाउन। म समझ गया।’ ‘हम काम पर फ़ोकस करना चािहए।’ ‘फाइन। वी कू ल देन?’ ‘यस।’ ‘तो अगर मुझे कसी और डील म तु हारी मदद लेना पड़ी तो?’ ‘ऑफ कोस। यू आर द बॉस।’ ‘और अगर तु ह कह मेरे साथ जाना पड़ा तो?’ ‘म ही य ?’ ‘ ीनवुड को रया मे कु छ और िड े ड होट स खरीदना चाहता है। वे चाहते ह क हम कु छ ऑ शंस पर सोच। उ ह तु हारा काम पसंद आया है। तो...’ ‘जो तुम कहो।’ ‘य द तुम यह नह करना चाहो, तो म उ ह कह दूग ँ ा क तुम अवेलेबल नह हो।’ ‘तो या म अपने लाइं स को खो दू?ँ ’ ‘िबलकु ल नह । सो, यू आर ऑन। टारगेट कं पनी िसओल म है। हम ज द ही वहाँ जाएँग।े ’
‘मुझे एक सोफा चािहए। एक टू –सीटर, लीज़।’ मने कहा। ‘आपको एक संपल सोफा चािहए या सोफा बेड?’ से सपसन ने कहा। म वीकड पर एक वीिडश फन चर टोर म आई थी। 20 हज़ार े यर फ ट का यह आईके ईए टोर कॉजवे बे पर मौजूद है। ‘सोफा बेड।’ मने कहा। से सपसन मुझे संबंिधत ए रया म ले गई। ‘ या आपक कोई कलर ि फरस है?’ ‘नॉट रयली। वो जो चारकोल े कलर वाला है, उसके बारे म या?’ ‘ओह, वह तो हमारा बे टसेलर है। कं फटबल और िमिनमिल ट।’ मने सोफे पर बैठकर देखा। ‘गुड। मुझे यह पसंद है।’ ‘हाय!’ कसी ने दूर से मुझे कहा। मने उस तरफ देखा। ‘नील!’ वह सोफा से शन के दूसरे कॉनर पर खड़ा था। ‘हाय।’ उसने एक बार फर कहा। म चलकर उसके पास जा चुक थी। ‘तु ह यहाँ देखकर अ छा लगा। हम यहाँ कु छ ईज़ी चेयस लेने आए ह। िहयर, मीट कु सुम। कु सुम, मीट रािधका, मेरे ऑ फस से।’ कोई चालीस साल क एक इं िडयन मिहला उसके पास खड़ी थी। तीन साल का एक लड़का उसक अंगुली थामे ए था। सात
साल क एक लड़क एक सोफे पर बैठी अपने आईफोन से खेल रही थी। और एक छ बीस साल क लड़क यानी म ठीक उसी समय सोच रही थी क काश धरती फट जाए और म उसम समा जाऊँ। ‘रािधका, सो नाइस टु मीट यू।’ कु सुम ने अमे रकन ए सट म कहा और अपना हाथ बड़ा दया। ‘ओह, ओके ।’ मने हाथ िमलाते ए कहा। ‘आई मीन, हाय कु सुम।’ ‘ दस इज़ आयन। आयन, रािधका दीदी को हाय बोलो।’ नील ने कहा। आयन ने अपना छोटा-सा हाथ मेरी ओर बढ़ा दया। मने उससे हाथ िमलाया। मेरा दल ज़ोर से धड़कने लगा। ‘और ये ह िसया। िसया, से हाय टु दीदी।’ नील ने कहा। िसया ने न से नज़र उठाए िबना मेरा अिभवादन कर दया। ‘नॉट डन, िसया।’ कु सुम ने स त आवाज़ म कहा। ‘ या इसी तरह से लोग को िवश करते ह?’ िसया ने फोन एक तरफ रखा और धीरे -धीरे चलते ए मेरे पास आई। ‘हैलो दीदी, हाऊ आर यू।’ उसने रटे-रटाए तरीके से बोल दया। ‘आई एम फाइन। थक यू।’ ‘दैट्स बेटर, िसया। मुझे बैड िबहेिवयर पसंद नह है।’ कु सुम ने कहा। मुझे लगा सबसे यादा बैड िबहेिवयर तो म ही कर रही थी। म कु सुम से ऑई कॉ टै ट टालती रही। ले कन मने कनिखय से देखा क वह दुबली-पतली ले कन सीधे तनकर खड़ी होने वाली मिहला थी। ‘सॉरी, रािधका। म उसे िशि त त कर रही ।ँ ले कन वह तो जैसे अपने फोन क एिड ट हो चुक है।’ ‘इट् स ओके ।’ ‘नील ने तु हारे बारे म बताया था। तुम हांगकांग म अभी-अभी आई हो ना?’ ‘हाँ, छह महीने पहले।’ मने कहा। म सोचने लगी क नील ने मेरे बारे म और या या बताया होगा। ‘हम ब त दन से सोच रहे थे क टीम को घर पर बुलाएँ। ले कन अभी तक तारीख ही तय नह कर पाए।’ कु सुम ने कहा। ‘कोई बात नह ।’ म कम-से-कम बोलने क कोिशश कर रही थी, ता क बातचीत ज द-से-ज द ख़ म हो जाए। ‘तुम कहाँ रहती हो?’ ‘ओ ड पीक रोड।’ ‘हम रप स बे म रहते ह। कभी घर आना। तु ह घर के इं िडयन खाने क याद तो आती होगी ना?’ ओह लीज़, लीज़, ड ट बी नाइस टु मी, म कहना चाहती थी। ‘ या तुम यहाँ अके ली आई हो?’ हाँ, म अके ली ही ।ँ इसीिलए तो एक रात के िलए आपके पितदेव को उधार ले िलया था। ‘हाँ। संडे था, तो सोचा क घर के िलए कु छ खरीददारी कर ली जाए।’ ‘बाय द वे, तु हारी स े ब त अ छी है।’ वह एक भली मिहला जान पड़ती थी। उसने मेरी संपल-सी स े क तारीफ क , जब क वह खुद एक िडजाइनर स े पहने ए थी। उसक अ छाई के कारण म और बुरा महसूस करने लगी थी। ‘यह तो बस यूँ ही है।’ मने कहा। ‘और तु हारा फगर भी इसके िलए फट है।’ उसने कहा। वह भी फट ही लग रही थी। मने उसके चेहरे क तरफ देखा। वह खूबसूरत थी। गोरा रं ग। कु छ उभरी ई चीकबो स। चालीस क उ म ऐसी दखने के िलए म कु छ भी कर सकती थी। ले कन मने देखा क उसक छाितयाँ उभरी ई नह थ । मेरे बू स इससे बेहतर ह, मने मन-ही-मन सोचा। ‘थ स।’ मने कहा। ‘तु हारा कोई लंच लान है? हम बाहर एक फडू कोट म जा रहे थे। फ ल टु वॉइन अस।’ मने नील क तरफ देखा और मन-ही-मन सोचा क या गो डमान सा स का यह महान पाटनर मुझे इस मुसीबत से बचा सकता है। ‘यस, वॉइन अस। अगर तुम आओगी तो हम अ छा लगेगा। ले कन अगर तु हारा मन ना हो तो रहने दो।’ मने घूरकर उसक ओर देखा। ‘और कु छ नह तो सैलेड ही ले लेना।’ कु सुम ने कहा। ‘ओह, ओके ।’ मने हार मानते ए कहा। अब ये या है? हम दोन ये मेल-िमलाप य कर रही थ ? वाइफ और िम ेस? फ़क, या मने अभी-अभी अपने आपको एक िम ेस कहकर पुकारा? नह , म िम ेस नह ।ँ म वाइस ेिसडट ।ँ
‘मॉम, मुझे नूड स के साथ च ाईज़ चािहए।’ िसया ने कहा। ‘नह , इसके बजाय तु ह कु छ वेजी लेना चािहए।’ कु सुम ने कहा। िसया ने मुँह बनाया। कु सुम ने उसे घूरकर देखा। िसया चुपचाप खाने लगी। आयन घर से लाया खाना खा रहा था। नील ने िचकन रै प बुलवाया, कु सुम ने नोआ सलाद। मने ाईड राइस चुने, हालाँ क म ब त धीरे -धीरे खा रही थी। ‘तु ह हांगकांग पसंद आया?’ कु सुम ने कहा। ‘हाँ। कॉ पै ट। कं िविनयंट। गुड।’ ‘यहाँ तुमने कु छ दो त बनाए?’ ‘वेल, ऑ फस म ही यादातर।’
‘ये गो डमान वाले सच म इतना काम कराते ह क बाहर क लाइफ के िलए समय ही नह बचता।’ ‘ये सही नह है।’ नील ने कहा। ‘म तो समय पर घर लौट जाता ।ँ ’ ‘तुम पाटनर हो। इन बेचारे एसोिसएट् स और वीपी को तो ब त सारा काम करना होता है।’ नील ने कं धे उचका दए। ‘म भी जेपी मोगन म आठ साल काम कर चुक ।ँ मुझे स ाई मालूम है।’ ‘ओह, आप भी बै कं ग म थ ?’ मने कहा। नील ने मुझे यह नह बताया था। वा तव म नील ने मुझे कु सुम के बारे म कु छ भी नह बताया था। ‘हाँ, म इ टी से स म थी। ले कन म थक गई थी। हालाँ क इन दोन ब क देखभाल म म आज पहले से भी यादा िबज़ी रहती ।ँ तब कभी-कभी खयाल आता है क काश म ऑ फस म कु छ व िबताने जा पाती।’ ‘हम ऑ फस म व िबताने नह काम करने जाते ह।’ नील ने कहा।’ ‘हाँ, जो भी हो। तु ह कम-से-कम वीकड् स तो िमल जाते है। एक माँ को वे भी नह िमलते। काम कभी ख म ही नह होता। ओह, याद आया, मुझे एक कॉल लगाना था..’ कु सुम ने अपना लुई िवटन हडबैग खोला।’ ‘िसया, मेरा फोन कहाँ है?’ ‘मॉमी, आपके मना करने के बाद मने उसे वह रख दया था।’ ‘ओह नो, म उसे आईके ईए म भूल आई ,ँ सोफे पर। म दो िमनट म आई।’ ‘म भी साथ चलूँ?’ नील ने कहा। ‘कै से? ब े यहाँ ह, वे खाना खा रहे ह। तुम यह रहो। म दस िमनट म आई।’ कु सुम चली गई। पीछे रह गए हम, म नील और उनके ब े। वह मेरी ज़ंदगी का सबसे असहज कर देने वाला खाना था। म नील से बात तक नह कर पा रही थी। आिखरकार िसया समझ सकती थी। ‘वेिजटेब स भी खाओ, िसया।’ नील ने कहा। ले कन िसया ने उसक बात नह मानी। तब नील खुद उसक तरफ गया और उसे च मच से िखलाने लगा। म चुपचाप अपना राइस खाती रही। आयन पा ता खा रहा था और उसने अपने पूरे चेहरे पर रे ड सॉस लगा िलया था। नील िसया को िखला रहा था और चाहकर भी उसे साफ नह कर सकता था। ‘डू यू माइं ड?’ नील ने कहा। म उसका इशारा समझ गई और एक टशू से उसका चेहरा प छ दया। ‘धीरे -धीरे खाओ, आयन। ओके ?’ मने कहा। ‘आप मुझे िखलाएँगी?’ उसने कहा। ‘ या?’ ‘आप मुझे खाना िखलाएँगी?’ नील मु करा दया। इसम मु कराने वाली कौन-सी बात है, मने सोचा। आयन मेरी गोदर म कू द गया और मुझे अपना फोक थमा दया। म एक हाथ से उसे िखलाती रही और दूसरे से उसका मुँह प छती रही। ‘मुझे उ मीद नह थी क तुम लोग िमल जाओगे।’ ‘वेल, मुझे भी कहाँ खयाल था।’ िसया ने हम दोन क तरफ देखा। हम समझ गए क अब आगे बात नह करनी है। ‘आप भी डैडी के ऑ फस जाती हो?’ िसया ने पूछा। ‘हाँ। और तुम कौन-सी लास म हो?’ ‘ ेड ी।’ ‘तु हारा फे वरे ट स जे ट या है?’ ‘मैथ।’ ‘रािधका दीदी मै स म ब त अ छी ह।’ नील ने मेरी तरफ देख मु कराते ए कहा। ‘ या आप ब त माट ह?’ ‘कु छ-कु छ।’ आयन को लगा क अब उस पर कम यान दया जा रहा है, तो वह उठने लगा। ‘नह , तुम अपना लंच फिनश करो, आयन।’ मने कहा। जाने कै से आज मने अपने आपको नील के ब को खाना िखलाते ए पाया था। यह थोड़ा अजीब ज र था, फर भी नील को उसके ब क के यर करते ए देखकर वह मुझे और रीयल लगने लगा। पता नह , नील मुझे आयन को खाना िखलाते देखकर या सोच रहा होगा। ‘िमल गया।’ कु सुम ने भीतर आते ए कहा। उसने मुझे आयन के साथ देखा। ‘ओह माय गॉड! आई एम सो सॉरी। आयन, तुम अपने आप से भी खाना खा सकते थे।’ कु सुम ने फोक के िलए हाथ बढ़ाया। मने उसे दे दया। वह अपना हक मुझसे वापस ले रही थी। वह अपनी फै िमली मुझसे वापस ले रही थी। आयन अपनी माँ के पास चला गया। मेरी गोद खाली हो गई। तब मुझे लगा क मुझे भी यह सब चािहए। अपना प रवार और अपने ब े। ‘दीदी को थक यू बोलो।’ कु सुम ने कहा। ले कन आयन ने आगे बढ़कर मुझे गाल पर चूम िलया। म भी उसे बदले म यार करना चाहती थी, ले कन कया नह । आिख़र ऐसा कै से मुम कन था? वह कसी और क फै िमली थी। ‘अब मुझे चलना चािहए।’ मने कहा। ‘ओह, ले कन तुमने तो ठीक से लंच भी नह कया।’ कु सुम ने कहा।
‘नह , मने काफ खा िलया। आपका ब त शु या।’ ‘ रयली? ले कन हमने तो ठीक से बात भी नह क ?’ ‘आई एम योर क हम ज द ही िमलगे।’ ‘ऑफ कोस।’ नील ने बीच म दखल देते ए कहा। ‘बाय, िसया। बाय, आयन।’ मने कहा और फू ड कोट से बाहर िनकल गई।
29 ‘आज नह , मॉम, लीज़। ये शादी का राग कसी और दन छेड़ना।’ मने कहा। ‘ य ? आज संडे है। एक यही तो दन होता है, जब तुम रलै स होती हो और ठीक से बात कर पाती हो।’ ‘ले कन आज म रलै स नह ।ँ ’ मने लैपटॉप खोला और फ़े सबुक म लॉग इन कर िलया। ‘तुम काम कर रही हो?’ ‘नह ।’ ‘तो? घर पर ही हो ना? तुमने वो सोफा बेड ले िलया?’ ‘नह । म गई थी आज दोपहर उसे लेने के िलए। एक पसंद भी कर िलया था। ले कन खरीदने का मौका ही नह िमला।’ ‘ य ?’ ‘रहने दो, मॉम। मने कहा ना, आज का दन ठीक नह है।’ ‘ले कन अगर तु हारे पास सोफा बेड नह होगा तो हम वहाँ कै से आएँगे?’ ‘म ले लूंगी।’ ‘तुम इतनी इ रटेटेड य हो?’ ‘ य क मुझे मालूम है आप या कहने जा रही है।’ ‘ या?’ ‘अपनी ोफाइल रिज टर करो। कु छ लड़क क तलाश करो। मॉम, आप शादी को लेकर इतनी चंितत य है?’ मने फ़े सबुक पर देबू को सच कया। उसने अपनी ोफाइल ाइवेट रखी थी। जाने य म उसक ोफाइल िप चर देखना चाहती थी। शायद वह फर से संगल था। ‘अ छा सुनो, एक पोज़ल आया है।’ ‘देखा, मने कहा था ना?’ ‘इस फै िमली क द ली के बीचोबीच छह के िम ट शॉ स है। एक तो ए स के सामने ही है। तु ह पता है वे कतना िबज़नेस करती है?’ ‘मॉम, आप चाहती है क मेरा हसबड दवाइय क दुकान म बैठने वाला हो?’ ‘वह यह सारा िबज़नेस मैनेज करता है, दुकान म बैठकर ोिसन नह बेचता है।’ ‘उसक ािल फके शन या है’ ‘उसने बी-फामा कया है और कॉरसप डेस से एमबीए करने क सोच रहा है।’ ‘कॉरसप डेस?’ ‘आजकल तो ऑनलाइन भी कया जा सकता है।’ ‘मॉम, बाय।’ ‘बंगाली बाज़ार म उनक एक कोठी है। लड़के के अपने लोर पर चार बेड म ह।’ ‘आई ड ट के यर। म कसी रीयल ए टेट क तलाश नह कर रही ।ँ ’ ‘उससे एक बार बात तो करके देखो।’ ‘ य , मॉम? म िवदेश म काम कर रही ।ँ इसे छोड़कर म इं िडया य आना चा ग ँ ी?’ ‘तो तु ह एनआरआई लड़का चािहए?’ ‘मुझे कु छ नह चािहए। लीज़, लीव मी अलोन।’ ‘तु ह आ या है?’ ‘मुझे जाना है, बाय।’ मने फोन रख दया। मेरे सामने फ़े सबुक पेज खुला था। अिवनाश अब भी देबू क िल ट म था। मने उसे फोन लगाया। ‘हे, रािधका। कतना समय हो गया!’ उसने कहा। ‘हाँ, और या चल रहा है?’ ‘अभी तो उठा ही ।ँ यहाँ पर संडे क सुबह है। हांगकांग म काम कै सा चल रहा है?’ ‘सब ठीक है। हे अिवनाश! या म तुम मेरा एक फ़े वर करोगे?’ ‘ योर।’ ‘ ॉिमस क तुम मुझे जज नह करोगे या कसी को बताओगे नह ।’ ‘ योर।’ ‘म फ़े सबुक पर देबू क ोफाइल चेक करना चाहती ।ँ ’ ‘ रयली?’ ‘देखो, तुम मुझे जज करने लगे।’ ‘नो, नो। वेट। म तु ह जज नह कर रहा ।ँ ले कन तुम मुझसे या चाहती हो?’ ‘म तु ह फ़े सटाइम क ँ गी। तुम अपना फ़ोन कै मरा कं यूटर न क ओर लेकर जाओ और देबू क ोफाइल लोड करो।’ वह हँस दया। ‘यह तो ब त इनोवे टव है।’ ‘ब त दु:साहसी भी है।’
‘हे, दैट्स फाइन। मुझे फ़े सटाइम करो।’ मने उसे एक वीिडयो कॉल दया। ‘िहयर वी गो, देबाशीष सेन, ’ अिवनाश ने कहा। म उसक कं यूटर न को अपने फोन पर देख सकती थी। उसने देबू क ोफाइल िप चर पर ज़ूम-इन कया। वह स ल पाक म लाल बाल वाली एक लड़क के साथ खड़ा मु करा रहा था। मेरा दल बैठ गया। वह मेरे बाद दो और रलेशनिशप म रह चुका था। और म अपने बॉस के साथ सोने के बाद उसके ब को खाना िखला रही थी। ‘उसक आिखरी पो ट एक कलीग क बथडे पाट पर थी। तुम उस त वीर को देखना चाहोगी?’ ‘यस, योर।’ देबू एक रे तरां क टेबल पर कोरोना बीयर क बॉटल िलए बैठा था। वह लड़क उसके बगल म बैठी ई थी। वे दोन खुश नज़र आ रहे थे। उनक टेबल पर रखी शराब भी खुश लग रही थी। एक म ही खुश नह थी। ‘तुम और देखना चाहोगी?’ अिवनाश ने कहा। ‘थ स, अिवनाश। दैट्स इनफ।’ मने कॉल ख म कया और अपने बेड पर जाकर बैठ गई। आधी रात हो रही थी। मने अपने रात के कपड़े पहन िलए। अपनी स े को लॉ ी बैग म रखते समय मेरी नज़र मेरी आ तीन पर रे ड पा ता सॉस के एक दाग पर गई। अचानक मुझे ब त अके लापन महसूस होने लगा। नील घर पर ब के साथ खेल रहा होगा। कु सुम नील को यार कर रही होगी। ले कन म यह सब यो सोच रही थी? मेरा फोन घनघनाया। नील का वॉट् सएप मैसेज था : ‘आज के िलए सॉरी। होप तुम अभी तक उससे रकवर कर चुक होगी।’ ओके , तो वह अभी अपनी बीवी के साथ िब तर म नह था। इसके बजाय वह मुझे मैसेज िलख रहा था। ‘यह तु हारी गलती नह थी।’ ‘ले कन अजीब बात है क मुझे अ छा लगा तुम मेरे ब से िमली।’ ‘ रयली?’ ‘हाँ। वे मेरी ज़ंदगी का ब त अहम िह सा है। आज उ ह तुमसे शेयर करना अ छा लगा।’ ‘दैट्स वीट ऑफ यू टु से। तु हारे ब े ब त यारे ह।’ ‘थ स। और उ ह ने तु ह पसंद कया। आयन तो बार–बार तु हारा नाम ले रहा है।’ मने एक माइली बनाकर भेज दी। ‘आजकल तुम मुझसे बात भी नह करती हो।’ ‘ हा स द वॉइं ट?’ ‘हम बात करगे, तभी तो पता चलेगा क बात करने का वॉइं ट या है।’ ‘इट् स फाइन। कहने को कु छ है भी नह । गलितयाँ हो जाती ह।’ ‘उसे बार-बार गलती मत कहो, लीज़।’ ‘फाइन।’ ‘ या हम एक-दूसरे को अवॉइड करने के बजाय बैठकर बात कर सकते ह’ ‘पता नह । नील, अभी मेरा मूड ठीक नह है।’ ‘ या म तु हारी ज़ंदगी का थोड़ा-सा िह सा साझा कर सकता ?ँ ’ ‘हम बाद म बात करगे।’ ‘हम अगले ह ते िसओल जा रहे ह। या वहाँ हम बात कर सकते ह?’ ‘ योर।’ ‘थक यू। बस मुझे अवॉइड मत करो।’ ‘म तो वीक स पर भी तुमसे कह -न-कह टकरा जाती ँ तो अवॉइड कै से क ँ गी?’ ‘यू आर फनी। एनीवे, गुड नाइट।’ ‘गुड नाइट। बाय द वे, कु सुम ब त वीट है।’ ‘थ स। उसे भी तुम अ छी लग ।’ ‘ य क वो अभी मुझे जानती नह है।’ ‘ऐसा मत कहो।’ मने माइली बनाकर भेज दी। ‘कु सम अ छी है। म यह कभी नह क ग ँ ा क वो बुरी है, ले कन हम दोन के बीच कोई कने शन नह है। िजतना तु हारे और मेरे बीच म है, उसका दसवां िह सा भी नह । ए चुअली, िबलकु ल भी नह ।’ मने मैसेज पढ़ िलया, ले कन कोई जवाब नह दया। ‘ या?’ उसने दूसरा मैसेज भेजा। ‘तुम मुझसे या सुनना चाहते हो? यह क जाकर कसी काउं सलर से िमलो? अपनी शादीशुदा ज़ंदगी को बेहतर बनाओ? या?’ ‘कु छ नह । म तु ह अपनी तरफ से फ़ै स बता रहा ।ँ म बस यही चाहता ँ क तुम भी अपनी कु छ फ़ लं स को एडिमट करो।’ ‘ य ? तुम मेरी फ़ लं स य जानना चाहते हो?’ ‘ य क भले ही यह पूरी तरह से गलत हो, ले कन स ाई यही है क म तुमसे यार करता ।ँ गुड नाइट।’ नील ने जवाब दया।
िसओल म हमने बात नह क । हमने से स कया। े ज़ी, े ज़ी से स। और ऐसा ही हमने दूसरी िबज़नेस स पर भी कया। हर बार हमारी नजदी कयाँ बढ़ती चली ग । यह गलत तो था, ले कन यह मेरे अके लेपन को दूर कर देता था। म नील को अपनी ज़ंदगी म चाहती थी। म चाहती थी क कोई मुझे पेशल फ़ ल कराए और मुझसे यार करे । शायद मने भी उसे कु छ दया था। शायद मेरे साथ वह भी अपने को और ज़ंदा और जवान महसूस करता था। ले कन जैसे-जैसे हमारी िबज़नेस स बढ़ती ग , हमारी िग ट स भी बढ़ती ग । उसने कहा क वह और कु सुम ब त सारी बात पर असहमत थे, ब क परव रश से लेकर उसके काम तक। ले कन मने उसे वैसा ही वीकार कया था, जैसा क वह था। उसके साथ िबताई गई हर रात के बाद म उसके और करीब आती चली गई। ले कन इसके बावजूद मने उसे कभी ‘आई लव यू’ नह कहा, जब क वह हर बार मुझसे िमलने पर यही कहता। ीनवुड को रया म और िड े ड होट स खोजना चाहता था और हम इससे कोई ऐतराज़ नह था। य क इसका मतलब था िसओल क यादा-से- यादा या ाएँ और नील के साथ िबताई जाने वाली यादा-से- यादा रात!
30 तीन महीने बाद ‘कौन है?’ मने कहा। मेरे घर क डोरबेल बजी थी और म नाइट लॉ स म ही दरवाज़े पर चली गई थी। म हांगकांग म अपने घर म फ मफे यर अवा स देख रही थी, िजसम फ म ‘ न’ एक के बाद दूसरे पुर कार जीते चली जा रही थी। डोरबेल फर बजी। मने दरवाज़ा खोला। ‘नील?’ मने कहा। रात के 11 बज रहे थे। ‘सॉरी, म तु ह िड टब नह करना चाहता था।’ नील और मेरे बीच कु छ अन पोकन स थे। वह कभी मेरे अपाटमट म नह आया था। और ना ही म कभी उसके घर गई थी। हम हांगकांग म भी कह साथ नह गए थे। इस शहर से दूर िबज़नेस स म कायम होने वाली नज़दी कयाँ कम बुरी मालूम होती थ । ‘ या बात है?’ ‘ या म आज रात यहाँ क सकता ?ँ ’ ‘ य ? हमने ऐसा पहले कभी नह कया।’ ‘मेरी कु सुम से लड़ाई ई है।’ ‘कु छ खास?’ ‘बात कु छ यादा ही िबगड़ गई। मने उसे कह दया क म एक िबज़नेस प पर जा रहा ँ और वहाँ से चला आया। मने सोचा था क कसी होटल म क जाऊँगा, ले कन...’ उसने कहा और मेरी ओर देखा। ले कन या? तुमने सोचा क होटल म पैसे देकर अके ले यो रहा जाए, जब यहाँ मु त म घर और से स दोन िमल रहा है? मने मन-ही-मन सोचा। ‘यस, ऑफ कोस। तुम यहाँ रह सकते हो। कम इन।’ मैने कहा। ‘थ स।’ ‘हं ी?’ उसने िसर िहला दया। उसने मुझे अपनी बाँह म ले िलया और चूमने लगा। ले कन मने कोई र पॉ स नह दया। ‘म तु हारे िलए या ,ँ नील? एक ेस बॉल? क जब तुम तनाव म होओ तो आओ और मेरे साथ खेलकर मन बहला लो?’ ‘नह , ऐसा िबलकु ल नह है, रािधका।’ उसने शॉ ड आवाज़ म कहा। ‘तो फर तुम यहाँ पर य आए हो? या हमने यह तय नह कया था क हम हांगकांग म कु छ नह करगे?’ ‘ या हमने ऐसा कु छ तय कया था? आई मीन, इससे फ़क ही या पड़ता है?’ ‘मुझे फ़क पड़ता है। िबज़नेस स पर म खुद को कम गलत महसूस करती ।ँ ले कन यहाँ पर..’ ‘ या?’ ‘यहाँ मुझे मालूम नह हो सकता क तुम कब आ जाओगे और कब नह । आज तु हारा अपनी बीवी से झगड़ा आ तो तुम यहाँ आ गए। कल वो तु हारे िलए कु क ज़ बनाएगी तो फर तुम वापस लौट जाओगे। तुम दोन के बीच म या ई? िमस टडबाय?’ ‘म बस वहाँ से दूर चला जाना चाहता था, खुली हवा म। मने सोचा क तुमसे बेहतर म और कसके पास आ सकता ।ँ आई एम सॉरी अगर...’ ‘इट् स फाइन टु नाइट। ले कन म हांगकांग के बाहर ही ि फर करती ।ँ उससे मेरा दमाग ठकाने रहता है।’ ‘आर यू ओके , रािधका?’ ‘लेट्स गो टु बेड।’
हम िब तर म लेटे थे। मने बि याँ बुझा दी थ । उसने अपना एक हाथ मुझ पर रख दया। मने कोई र पॉ स नह दया। ‘म जानता ँ तुम या सोच रही हो।’ ‘ या?’ ‘ क यह एक बूटी कॉल है।’ ‘शायद हाँ। शायद इसीिलए तुम यहाँ हो।’ ‘म बस तु हारे साथ होना चाहता ।ँ चलो आज रात कु छ नह करते तुम बस मेरे पास रहो।’ ‘ रयली?’ ‘हाँ, य ?’ ‘तुम एक मद हो। हमारा अफे यर चल रहा है। य द हम से स नह कर तु ह कोई द त नह होगी?’ ‘िबलकु ल नह होगी।’ ‘य द तुम चाहो तो हम कर सकते ह।’ ‘नह , आज नह । आज म के वल तु हारे पास होना चाहता ।ँ गुड नाइट, आई लव यू।’ ‘गुड नाइट।’ मने माइ ड शॉक के साथ कहा। वह मेरी बाँह म सो गया। वह मुझसे बीस साल बड़ा था, इसके बावजूद मुझे ऐसा लगा क कोई ब ा मेरे पास सो रहा है।
शायद वह मेरी के यर करता था। शायद हम जो कर रहे ह , वह गलत हो, ले कन उसम से कु छ अ छा िनकलकर सामने आ जाए। ‘आई लव यू, नील गु ा।’ मने उसके कान म फु सफु साते ए कहा। ‘मने सुन िलया।’ ‘यू आर सो बैड।’ मने उसके कं ध पर मु ा मारते ए कहा। वह आँख बंद कए ए ही हँस दया।
‘जोश तु हारा सीिनयर है। ऐसे म यही ठीक होगा क वह बोनस डे पर तु ह तु हारे नंबस बताए।’ नील ने कहा। जोश नील के ऑ फस म बैठा था। म उसके पास एक सीट पर बैठी थी। ’ योर।’ मने कहा। नील और म काम के दौरान ब त ोफे शनल थे। जोश ने मुझे मेरे परफॉमस र ू क एक समरी दी। मेरे सािथय ने मुझे साढ़े चार क रे टंग दी थी। ‘ये तो ब त अ छी रे टंग है।’ नील ने कहा। म सोच रही थी क नील ने मुझे कतनी रे टंग दी होगी। ‘थ स।’ मने कहा। ‘और बाँटमलाइन यह है क इस साल के िलए तु हारा बोनस है साढ़े तीन लाख डॉलस!’ मेरे दल क धड़कने जैसे क-सी गई। ‘वॉव।’ जोश मु करा दया। ‘इससे तो यही पता चलता है क तु ह यह सुनकर अ छा लगा है।’ ‘थ स।’ मने कहा। मेरी टोटल बेस सैलरी और बोनस िमलाकर आधा िमिलयन डॉलर तक आ गए थे। ‘यू िडज़व इट! तु हारी डी स कं पनी के िलए ब त फ़ायदेमंद सािबत ई ह।’ नील ने कहा और मु करा दया। म अपनी डे क पर लौट आई और मॉम को फोन लगाया। नंबर सुनकर उनका िसर चकरा गया, खासतौर पर तब, जब मने पय म उसे क वट करके बताया। पापा भी झटका खा गए। ‘हाँ-हाँ, ये सब लीगल ही है, डैड। आप या बात कर रहे ह? गो डमान सा स एक रे पुटेड फम है।’ ‘ले कन तीन करोड़ पए सालाना आमदनी!’ ‘ये आपक िल टल गल का कारनामा है।’ वे हँस दए। ‘आप लोग गुडगाँव मे नए घर म रहने जाना चाहगे? ि व मंग पूल और िजम वाले अपाटमट् स?’ ‘नो बेटा, हम यह ठीक ह।’ ‘अगर आपको कोई चीज़ चािहए, कोई भी चीज़, तो बस मुझे बता दीिजए।’ ‘बस तुम ज दी हमसे िमलने यहाँ आ जाओ।’ ‘म आऊँगी। लव यू।’ शाम छह बजे जोश अपना काम ख म करके चला गया। मने नील के दरवाज़े पर द तक दी। ‘हे, अंदर आ जाओ।’ उसने कहा। म उसके सामने जाकर बैठ गई। ‘तु ह िजतना बोनस िमला, उससे खुश हो ना?’ ‘हाँ, म बस एक चीज़ को लेकर योर होना चाहती थी।’ ‘ या?’ ‘इसम से कतना बोनस मेरे काम के िलए है और कतना हमारे बीच जो चल रहा है उसके िलए?’ ‘आर यू क डंग मी, रािधका? यह सब तु हारे अ छे काम के कारण है। तुम तो जानती ही हो तु हारी डी स पर कतना ॉ फट आ है।’ ‘हाँ, फर भी म योर होना चाहती थी।’ ‘आई ड ट िबलीव इट।’ उसने िसर िहलाते ए कहा। ‘ या?’ ‘तु ह यह बोनस इसिलए दया गया, य क तु हारा काम अ छा था। ए चुअली, तुम इससे भी यादा क हकदार थ । ले कन फ ट-ईयर वीपी को कतना पैसा दया जा सकता है, इसको लेकर िलिमटेशंस ह। म यूयॉक म बात करके इस िलिमट को बढ़ना सकता था।’ ‘ लीज़, ऐसा कु छ मत करना।’ ‘वेल, मने ऐसा कया तो नह , ले कन तुम जो कह रही हो, वह मुझे हट कर रहा है। तु हारा यार पाने के िलए मुझे तु ह यादा सैलरी देने क ज़ रत नह है।’ ‘ओके । थ स देन।’ ‘इस तरह क बात सोचना बंद कर दो। म शादी के एक र ते म फँ सा आ ,ँ ले कन काश क चीज़ दूसरी तरह से होत । मै तु ह यार करता ,ँ इसीिलए म तु हारे साथ ।ँ मुझे तुम पर गव है। तुम यह सब िडज़व करती हो।’ ‘आई एम सॉरी।’ ‘इ स फाइन।’ ‘और तु हारा बोनस कै सा रहा?’
‘वो म तु ह नह बता सकता।’ उसने मु कराते ए कहा। ‘आप और भी ब त कु छ चीज़ नह कर सकते थे, िम टर, फर भी आपने क ।’ ‘तीन।’ ‘तीन या?’ ‘तीन िमिलयन डॉलस! ’ ‘तीस लाख डॉलस! ‘मेरा िसर चकरा गया। ‘इसीिलए म तु ह नह बता रहा था, य क सुनने म यह ब त यादा लगता है।’ ‘यह ब त यादा है ही! यू मीन, तु ह बोनस म तीन फ़ कं ग िमिलयन डॉलस िमले!!’ जीवन म कभी-कभी ऐसा भी होता है क आपको साढ़े तीन लाख डॉलर का बोनस िमले और थोड़ी देर बाद ही वह ब त कम मालूम होने लगे। ‘मने कहा था ना क तुम और भी िडज़व करती हो। थोड़े और बड़े सपने देखो, गल!’ नील ने आँख मारते ए कहा।
‘तुमने इतना पैसा कमा िलया। तुम वाइस ेिसडट बन गई। तु ह अपने कै रयर म और या हािसल करना है?’ ‘मॉम, बात के वल कै रयर क नह है। म अभी तैयार नह ।ँ ’ मने अपने पैरट् स को सर ाइज़ कर दया था। चाइनीज़ यू ईयर पर हांगकांग म चार दन का वीकड था और म इं िडया आ गई थी। अ दित दीदी भी तब अपने ससुराल से आई ई थ । हम सभी इं िडया गेट घूमने गए। वह पर मॉम ने हमेशा क तरह अपना ि य िवषय छेड़ दया। ‘तुम तो कभी भी पूरी तरह से तैयार नह होओगी। तुम कु छ यादा ही कामयाब हो गई हो और तु हारे िलए एक उपयु लड़का ढू ँढना पहले ही ब त क ठन हो गया है।’ ‘यह या चीज़ होती है : कु छ यादा ही कामयाब?’ ‘यह लड़ कय के िलए होती है। या कया जाए?’ ‘मॉम, आप फर वह सब शु मत क िजए, म यहाँ के वल चार दन िलए आई ।ँ ’ ‘ या फायदा? कु छ लोग से बात करके तो देखो।’ ‘नह मॉम, म अभी नह चाहती।’ ‘तु हारी ज़ंदगी म कोई है?’ हाँ, मेरी ज़ंदगी म कोई है और वह तुमसे के वल पाँच साल ही छोटा है, मॉम। मने मन-ही-मन कहा। ‘नह तो।’ ‘नह तो का मतलब?’ ‘नह तो का मतलब नह ।’ ‘तो तु ह अपनी जीवन म कसी पु ष क ज़ रत नह है, जो क हर औरत को होती है।’ ‘मुझे तो नह लगता।’ ‘उ भी कोई चीज़ होती है बेटा। उस उ के बाद फर अ छे मैच नह िमलते। तुम पहले ही छ बीस क हो गई हो।’ ‘म या कार मॉडल ,ँ िजसक क मत व के साथ घटती जाएगी?’ ‘तुमसे तो बात करना ही बेकार है।’ मॉम अगले आधे घटे तक मुँह फु लाए रह यानी आधे घंटे क शांित। आिख़रकार मने कहा : ‘आप चाहती या ह, मॉम?’ ‘तुम कहती हो क तुम तैयार नह हो। ले कन मुझे एक टाइम- ेम तो दो।’ ‘पता नह । तीन साल, या शायद चार।’ ‘तब तक तुम तीस क हो जाओगी। तब तु हारे िलए अ छा लड़का कै से िमलेगा?’ ‘तब तक म और कामयाब बकर भी बन जाऊँगी।’ ‘उसी बात का तो डर है।’ मने नज़र तरे रकर उ ह देखा। ‘तब तक मेरे पास खूब पैसा होगा। उसी क मदद से अपने िलए एक हसबड भी ढु ँढ लूंगी और अपनी नई ज़ंदगी भी शु कर लूंगी।’ ‘म के वल एक साल इं तजार क ँ गी। उसके बार तु हे मुझे को-ऑपरे ट करना होगा।’ ‘के वल एक साल?’ ‘लड़का ढू ँढना शु करने के बाद एक अ छा लड़का खोजने म ही एक साल लग जाएगा। उसके बाद एक साल शादी म चला जाएगा, य क एनआरआई लोग के साथ टाइम क अपनी द त होती ह। यह पूरा तीन साल का ोसेस है। तब तक तुम 29 क हो जाओगी। ऑलरे डी लेट।’ ‘ठीक है, एक साल। ले कन अब मुझ पर ज़ोर मत देना। मेरे िलए कोई ऐसा लड़का ढू ँढना, जो सिसबल हो। िजसम लास हो।’ ‘म कौन-सा तु हारे िलए कोई झु गी-झोपड़ी वाला ढू ँढने जा रही ।ँ म भी कोई जटलमैन ही ढू ँढूँगी।’ जटलमैन श द सुनते ही मै मन-ही-मन मु करा दी और मुझे नील का खयाल आया। वह सही मायन मे एक जटलमैन ही था, मेरे साथ उसका जो अफे यर चल रहा था, उसको अगर हटा द तो।
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31 ैगन-1, रे तरां, स ल हांगकांग नील और म पॉश ग ै न-1 रे तरां म चीनी डंप लं स िडमसम खाने आए थे। म अपनी चॉपि टक क मदद से ि पनच डंप लं स खाने क कोिशश कर रही थी। ‘तो, मॉम ने मुझे एक साल क मोहलत दी है।’ ‘तो तुम शादी करने जा रही हो? फर हमारा या होगा?’ ‘नील, मेरी ज़ंदगी का या होगा? डू यू के यर?’ मने स त लहज़े म कहा। हमारी आँख िमल । ‘ऑफ कोस, आई के यर। ले कन ‘म’ के बजाय ‘हम’ यादा इं पोटट नह है?’ ‘कोई यूचर होगा, तभी तो हम ह गे। हमारा कोई यूचर नह है।’ ‘पता नह । हमने कभी िड कस ही नह कया।’ ‘और ये कसक गलती है?’ ‘ले कन इससे पहले इस टॉिपक पर कभी बात ही नह ई।’ ‘कौन-सा टॉिपक, नील?’ ‘हमारा। हमारे यूचर का।’ ‘यह यूज़लेस है।’ ‘नह , ये पेशल है।’ ‘वेल, िपछले डेढ़ साल म हमने इतना ही कया है क ऑ फस म कली स बनकर रह और िबज़नेस स के दौरान एक-दूसरे के साथ सोएँ। और अब तो मेरे घर पर भी।’ ‘ या तुम थोड़ा आवाज़ नीचे रखकर बात करोगी, लीज़?’ नील क इस बात ने मेरा पारा और चढ़ा दया। ‘देखो, यहाँ पर भी, इस ड़ैगन-1 म भी हम कली स ही ह। म यहाँ ज़ोर से बोल नह सकती। तु हारा हाथ नह थाम सकती। भले ही रात को तुम मेरे साथ चाहे जो करो।’ नील ने आसपास देखा। सबसे करीब के क टमर हमसे तीन टेबल दूर बैठे थे। ‘अगर तुम बात करना चाहती हो, तो हम बात कर सकते ह। कसी भी चीज़ के बारे म। ले कन मुझे नह मालूम, तु हारा पारा इतना य चढ़ा आ है।’ ‘तुम कै से बात करोगे? तु हारा या जा रहा है? ऑ फस म तो बॉस हो। घर म पित और दो ब के बाप। साथ म एक यंग िचक, िजसके साथ तुम जब चाहे सो सकते हो। तु ह कस बात क चंता होने लगी?’ ‘इसी बात क ।’ ‘ या?’ ‘ क तु ह वह सब पसंद नह है, जब क मुझे ऐसा नह लगता था।’ ‘तु ह ऐसा य लगा क मुझे वह सब पसंद है।’ ‘पता नह । जब हम यार करते ह, बात करते है, या साथ म काम करते ह, तो या वह सब ब त ख़ास नह होता?’ ‘लाइफ म इसके अलावा भी ब त कु छ होता है, नील।’ सच क ँ तो खुद मुझे नह मालूम था क म इतना नाराज य हो रही थी। शायद मॉम के एक साल के अ टीमेटम ने मुझे बेचैन कर दया था। ‘तु ह पता है, ॉ लम या है नील? म हम दोन के बारे म कसी से िड कस तक नह कर सकती।’ फर म उठी और वॉश म चली गई। वहाँ से मुँह धोकर म लौटी। नील ने मुझे चंता भरी नज़र से देखा। ‘सॉरी।’ मने कहा। पता नह य । ‘सॉरी क कोई बात नह । ये तु हारी फ लं स है। इ ह शेयर करने के िलए शु या।’ वेजीटेबल डंप लं स क मेरी लेट ठं डी हो गई थी। एक वेटर ने उसे हटा दया। नील और मै चुपचाप खाते रहे। ‘आई लव यू।’ नील ने कहा। ‘तो?’ मने कं धे उचकाते ए कहा।’ इससे या फ़क पड़ता है?’ ‘तुम चाहती या हो, रािधका?’ म चुप रहाँ। ‘ यूचर? म तुमसे बीस साल बड़ा ।ँ ’ ‘तुमने तो कहा था क यार म उ के कोई मायने नह होते।’ ‘म मै रड ।ँ मेरे ब े ह। इतनी िज़ मेदा रयाँ ह।’ ‘ए ज़ै टली! तो म यहाँ पर तु हारे साथ या कर रही ?ँ ’ ‘हमारे बीच म जो भी है, या तुम उससे खुश नह हो?’ ‘य द तुम मेरी जगह होते तो या तुम खुश होते?’ ‘हमारे पास काम है, यार है, ए साइटमट है। हमारे पास जो नह है, वह है एक मै रड कपल क ऊबाऊ ज़ंदगी।’
‘तु हारी बात सुनकर तो ऐसा लगता है जैसे शादी कोई ब त बुरी चीज़ हो। तुम मै रड हो। पूरी दुिनया शादी करती है।’ ‘तुम खुद शादी करना चाहती हो या के वल अपनी मॉम के दबाव के कारण परे शान हो रही हो?’ ‘म िबलकु ल शादी करना चाहती ।ँ मुझे भी अपना प रवार, अपने ब े चािहए।’ ‘ रयली?’ ‘ रयली का या मतलब? िबलकु ल, म चाहती ।ँ ’ ‘ रयली, रािधका?’ नील ने मेरी तरफ कु छ इस तरह से देखते ए कहा, मानो मने आइिसस म शािमल होने क बात कर दी हो। ‘म तो समझता था क तुम कै रयर माइं डड े हो।’ ‘ए स यूज़ मी? इसका या मतलब है?’ ‘न थंग। बाद म बात करते ह।’ नील ने कहा और वेटर को िबल लाने को बोल दया।
‘नह , नील। आज रात नह ।’ मने कहा। हम बेड म लेटे थे। उसने मेरी गदन पर चूमा। यह से स का िसगनल था। मने उसे दूर धके ल दया। ‘नह , नील। म थक ई ।ँ ’ वह इस ह ते म लगातार चौथी बार मेरे पास आया था। पता नह वह घर पर या बोलकर आता था। ले कन सच क ँ तो मुझे इसक परवाह नह थी। उसने अपने नाइटसूट के बटन लगा िलए। ‘तुमने मुझे चौथी बार मना कया है।’ वह सही था। हमने इस पुरे ह ते से स नह कया था। ‘म थक ई ।ँ ’ ‘ या बात है? मुझसे कोई गलती ई?’ ‘नह गलती मुझसे ई है। आिख़रकार म अपने आपको इस पचड़े मे कै से डाल सकती ?ँ ’ ‘हम एक-दूसरे को चाहते ह, रािधका।’ मने नाइट लप जला दया और उसका मुँह मेरी तरफ कर दया। ‘ रयली, नील?’ ‘ या?’ ‘म एक मै रड आदमी के साथ इनवॉ व हो गई। वन नाइट टड नह , बि क एक लंबा अफे यर। मने अपने को एक ऐसे र ते म जाने दया, िजसम कोई यूचर नह था।’ ‘म तु ह छोड़कर कह नह जा रहा ।ँ ’ ‘ले कन तुम हालात मे बदलाव लाने के िलए या करने जा रहे हो?’ ‘बदलाव करने क या ज़ रत है? सबकु छ परफे ट है।’ ‘और अगर कु सुम को इस बारे म पता चल गया तो?’ ‘उसे पता नह चलेगा। तुम इन दन कु छ यादा ही परे शान हो रही हो। खासतौर पर द ली से आने के बाद से। कह ये तु हारे वो वाले दन तो नह चल रहे है?’ ‘शायद यह अ छा ही आ। यह ज़ री था क मेरी आँख खुले।’ ‘तुम चीज़ को साफ तरह से नह देख पा रही हो। रे तरां म तुमने जो बोला, वह भी यही बताता है।’ ‘मने वहाँ पर कहा था क म शादी करना चाहती ,ँ अपने ब े, अपना प रवार चाहती ।ँ इसम चीज़ को साफ तरह से नह देखने वाली या बात है?’ ‘तुम ऑ फस म एक टार हो। तुम खुद को इन सब घरे लू मामल म य उलझाना चाहती हो? वह सब तो कोई भी औरत कर सकती है।’ ‘कोई भी कर सकती है, ले कन म नह कर सकती?’ ‘मने यह तो नह कहा।’ ‘तो?’ ‘तुम पेशल हो। तुम एमडी बन सकती हो, पाटनर बन सकती हो।’ ‘हाँ, िबलकु ल बन सकती ।ँ ले कन इसके साथ ही मेरा अपना प रवार भी हो सकता है।’ ‘रािधका, तुमने उस दन कु सुम को देखा ना और अब तुम मेरे साथ यह कर रही हो।’ म गु से से उठकर बैठ गई। ‘यह तु हारे बारे म नह है, िम टर नील गु ा। ये मेरे बारे म है। मेरी ज़ रत के बारे म। तु ह यह समझ आ रहा है या नह िम टर-आई-एम-सो- माट गो डमान सा स पाटनर?’ ‘तुम जो कहना चाहती हो, कहो। ले कन मने कभी तु हारे बारे म यह नह सोचा था क तुम माँ वगैरह बनने म दलच पी लोगी।’ अब मेरे गु से का कोई पारावार नह रहा। मेरा शरीर गु से से काँपने लगा। नील को भी लगा क उसने कु छ गलत कह दया है। ‘ओके , वह मेरे मुँह से िनकल गया।’ ‘गेट आउट।’ मने धीमी आवाज़ म कहा। वह अपनी जगह से नह िहला।
‘ लीज़, लीव माय अपाटमट, नील। गेट आउट नाऊ।’ ‘कम िहयर, म तु हे अ छा फ़ ल कराता ,ँ उसने आगे झुकते ए कहा। वह मुझे कस करना चाहता था। चटाक! मने उसे ज़ोर का थ पड जड दया। मुझे इस बात क कोई परवाह नह थी क वह कौन था। ‘तु हारी वह बात कहने क िह मत कै से ई?’ मने कहा। ‘आई एम सॉरी।’ ‘ज ट लीव। नह तो म कल पूरे गो डमान ुप को हमारे र ते के बारे म ई-मेल भेज दूग ँ ी।’ वह चुपचाप उठा। कपड़े पहने, अपना लैपटॉप बैग उठाया और चला गया। म िब तर म िसमटकर रोने लगी। म रातभर रोती रही। मने अपना िसर त कये म छु पा िलया, िजसम से अभी तक नील के पर यूम क खुशबू आ रही थी। नील को लगता था क मै माँ बनने के कािबल नह ।ँ म इस आदमी से भला कै से यार कर सकती थी? ले कन या मुझे पहले से अंदाज़ा नह लगा लेना चािहए था क एक-ना-एक दन यह होगा? मेरे पेट म दद आ। म बाथ म गई तो मैने पाया क नील सही था। यह महीने के वो वाले दन ही थे। इस तमाम ामे के बीच मुझे पी रयड् स के पहले दन को भी झेलना था! या अब भी आपको लगता है क लड़क होना आसान है?
‘ये या है?’ नील ने हैरत से कहा। उसने एक लेटर मेरी ओर बढ़ा दया। लेटर यह था: जोश एंग, िड े ड डेट ुप गो डमान सा स िडयर जोश, म ुप के वाइस ेिसडट पद से इ तीफा देना चाहती ।ँ इस वंडरफु ल ए सपी रयंस के िलए ब त शु या। रािधका मेहता। ‘यह तु हारे पास ब त ज दी प च ँ गया।’ ‘ज़ािहर है, इस पर मुझे ही साइन करना है।’ ‘तो या साइन करने क मेहरबानी करगे, सर?’ ‘िवल यू टॉप इट, लीज़?’ ‘फाइन। हाटेवर।’ ‘यह तु हारा कै रयर है।’ नील ने कु छ देर बाद कहा। ‘म जानती ।ँ ’ ‘तो फर?’ ‘मेरे पास कोई और वॉइस नह है। मेरा कै रयर तुमसे जुड़ा आ है। अगर मुझे तुमको छोड़ना हो तो कै रयर को भी छोड़ना होगा।’ ‘तो मुझे मत छोड़ो।’ ‘और फर या क ँ ? तु हारी िम ेस बनकर र ?ँ ’ ‘ हाट रिबश! तुम िम ेस नह हो। तुम अपना पैसा खुद कमाती हो।’ ‘इसीिलए म अपने आपको एक िम ेस से भी बदतर पाती ।ँ खैर, या हम ज दी कर?’ ‘तुम कह नह जा रही हो।’ ‘म फ़ै सला कर चुक ।ँ जैसा क तुम देख सकते हो, मेरे पास खोने के िलए कु छ नह है, तु हारे पास ब त कु छ है। तो म ही जा रही ।ँ ’ ‘मने कल जो कहा, उसके िलए सॉरी।’ ‘बात के वल कल क नह है। यह पूरा र ता ही गलत है। और अगर मुझम ज़रा भी से फ- र पे ट है, तो मुझे इसे ख़ म कर देना चािहए।’ नील ने मुझे गौर से देखा। म िखड़क से बाहर देख रही थी। हांगकांग हाबर नज़र आ रहा था। ‘तुम मुझे लडी िग टी फ़ ल कराती हो।’ ‘तु ह लडी िग टी फ़ ल करना ही चािहए।’ ‘हमने यह िमलकर कया था। तु ह कसी ने फोस नह कया था।’ ‘मुझे मालूम है। म भी िग टी फ़ ल करती ँ और तु ह भी करना चािहए।’ ‘मुझे दो घंटे का समय दो।’ ‘ या?’ ‘दो घंटे बाद लौटकर आओ।’ मने कं धे उचकाए और वहाँ से अपने यूिबकल म चली आई। दो घंटे बाद मेरी डे क का फोन बजा। म नील के ऑ फस म गई।
‘तुम चाहो तो मुझे छोड़ दो, ले कन जॉब मत छोड़ो। तुम चाहो तो ांसफर ले सकती हो। यूयॉक, लंदन, कह भी।’ नील ने कहा। ‘म...’ ‘तु ह कह भी जॉब िमल जाएगा, फर भी ुप छोड़कर मत जाओ। अगर तुम चली गई तो म अपने आपको कभी माफ नह कर पाऊंगा।’ ‘तो या यह सब के वल इसिलए क तुम अपने आपको माफ कर पाओ?’ उसने िसर झुका िलया। फर उठा, िखड़क पर जाकर खडा हो गया। ‘ठीक है, म लंदन चली जाती ।ँ ले कन वह नए जॉब क तरह होना चािहए। म अब तु ह अपनी ज़ंदगी म नह चाहती।’ ‘ या मतलब?’ ‘कॉमन डी स करना। टच म रहना। यह सब नह । लीयर?’ ‘ले कन हम कै से...’ ‘नील, म सी रयस ।ँ अगर मने इसक रपोट कर दी तो तुम मुसीबत म आ जाओगे। बॉस तुम हो, म नह ।’ ‘तुम मुझे धमका रही हो?’ ‘म इतना ही कह रही ँ क म सी रयस ।ँ मै अब तु ह अपनी ज़ंदगी म नह चाहती, इसीिलए यहाँ से जा रही ।ँ ’ ‘ठीक है।’ नील ने भारी आवाज़ म कहा और अपनी सीट पर आकर बैठ गया। ‘ या अब म जा सकती ?ँ ’ ‘रािधका?’ ‘यस?’ ‘आई एम सॉरी।’ ‘ कस बात के िलए।’ ‘तु ह मायूस करने के िलए।’ म जाने के िलए उठ खड़ी ई। ‘नह , तुमने नह , मैने ही खुद को मायूस कया है, नील।’
32 हांगकांग म िबताए दन को याद करके मेरा गला ँ ध गया। मेरे हाथ म ना ते क लेट काँपने लगी। नील ने मेरी ओर देखा। मेरे नातेर तेदार डाय नंग म म आने लगे थे। मने एक िगलास पानी िपया। ‘ या हम कु छ देर ाइवेट म बात कर सकते ह, लीज़?’नील ने कहा। ‘कै से, नील? तुम देख सकते हो, ये मेरी वे डंग है।’ ‘यहाँ पर मने एक म िलया है। वहाँ कु छ देर के िलए आ जाओ लीज़।’ ‘ले कन तु ह म िमला कै से? यहाँ तो सारे म भर चुके थे।’ ‘यह ज़ री नह है। के वल पं ह िमनट के िलए।’ ‘ले कन तु ह म िमला कै से?’ म इस व लॉबी मैनेजर पर चीखना चाहती थी। ‘मने ेिसडिशयल यूट ले िलया है। उनके पास एक वही खाली था। या अब तुम वहाँ आओगी? म नंबर 101?’ ज़ािहर है, िम टर पाटनर एक ेिसडिशयल यूट लेना अफोड कर सकते थे। दूर से मेरे किज़ स ने हाथ िहलाते ए मुझे बुलाया। ‘मुझे अपने किज़ स के साथ ेकफा ट करने जाना है। आधे घंटे म िमलते ह।’ मने कहा।
‘तुमने तो कहा था क तुम मुझे अके ला छोड़ दोगे।’ मैने 3000 े यर फ ट के उस आलीशान ेिसडिशयल यूट म दािखल होते ए कहा। म यूट के िल वंग म म एक सोफे पर बैठ गई। उसने कोई जवाब नह दया और म म एक कोने म रखी इलेि क के टल म पानी भर दया। ’चाय लोगी?’ ‘नील, मेरे पास टाइम नह है। तुमने कहा था क तुम मुझे फर परे शान नह करोगे।’ ‘ या मने इस दौरान कभी तु ह परे शान कया? तुम ीन टी लेना चाहोगी?’ ‘तुम मुझे या कहना चाहते हो?’ ‘कै न यू रलै स? तुम चाहो तो यह भी पूछ सकती हो क नील, तुम कै से हो।’ ‘नील, मेरे पास इस सबके िलए टाइम नह है।’ ‘म के वल बात करने क कोिशश कर रहा ।ँ अगर म चाय बनाते-बनाते बात कर रहा ,ँ तो उसम या बुराई है?’ ‘ योर।’ ‘हमने एक साल से बात नह क है। लंदन कै सा लगा? तु ह तो पता है क मेरी परव रश लंदन म ई थी?’ ‘जानती ।ँ ’ ‘तो कै सा लगा वहाँ?’ म उसक तरफ देखती रहाँ। ‘ या?’ ‘म यहाँ पर लंदन के बारे म बात करने नह आई ।ँ ’ ‘मुझे एक िमनट तो दो। म अगले म से कु छ लेकर आ रहा ।ँ ’ मने हामी भर दी। वह बेड म म चला गया। मैने िखड़क से बाहर देखा। डबल- ले ड लास के बाहर समु ब त खामोश लग रहा था। नील ने लंदन का नाम या िलया, वहाँ क याद मेरे ज़ेहन म उमड़ आई।
लंदन एक साल पहले Downloaded from Ebookz.in
33 लंदन म गो डमान सा स का ऑ फस ओ ड टेली ाफ िब डंग म, 133 लीट ीट पर पीटरबोग कोट म था। ुप से े टरी पै िशया मुझे अपने नए यूिबकल म ले गई। लंदन ऑ फस के लोग का ि टश ए सट मुझे नील क याद दलाता था। नील मेरी आदत बन चुका था। या बेहतर होगा अगर क ,ँ एक लत, एक एिड शन। मेरा दल दूसरी बार टू टा था और मने पाया क अनुभव इसम हमारी मदद नह करता। हर बार दल के टू टने पर वैसी ही तकलीफ होती है, जैसी पहली बार ई थी। इस बार बस इतना ही सुकून था क ेकअप क पहल मने क थी। म उसक आवाज़ को िमस कर रही थी। उसक आँख को, उसके पश को। म उस सबको िमस कर रही थी, जो वह मेरे साथ िब तर म करता था। तो या आ, अगर वह मै रड है? वह मुझे यार करता है और यार से बढ़कर या? हमारा दमाग हमारे साथ इसी तरह के खेल करता है। जब हम कु छ करना चाहते है, तो हमारा दमाग उसे जि टफाई करने के िलए अनेक कारण खोज लाता है। िलहाज़ा मने नील से बात करने के िलए अपनी डे क पर रखा इं टनल फोन उठाया। ले कन तभी मेरे सेलफोन से आई आवाज़ ने मेरा यान भटका दया। मॉम का वाट् सएप मैसेज आया था। ‘तुमने ोफाइल चेक क ?’ ‘बस, वही कर रही ।ँ ’ मने शादी डॉट कॉम खोला। उसक न पर है पी कप स के चेहरे दखाई दे रहे थे। बताया जा रहा था क कस तरह से एक कपल क मुलाकात इस साइट पर ई और तीन महीने बाद ही उ ह ने शादी कर ली। अब उनका ब ा होने वाला है। या अपने यार को पाना इतना सरल होता है? मने अकाउं ट म लॉग-इन कया था, जो मुझे मॉम ने सेट करके दया था। पेज पर मेरी ोफाइल क समरी खुली। उ ह ने मेरी इं िडया गेट वाली त वीर इ तेमाल क थी, जो मने द ली क अपनी िपछली या ा के दौरान खंचवाई थी। फोटो म मेरे चेहरे पर छाया िगर रही थी और मेरी आँख अधमुँदी थ । मेरी इससे बेकार कोई और त वीर नह हो सकती थी। मने अपनी ोफाइल पढ़ी: ‘हाय, म एक यगं, ि लम, गोरी, पंजाबी ख ी लड़क ।ँ उ 26 साल। हाईट 5 फ ट 4 इं च। म अभी लंदन मे काम कर रही ,ँ ले कन अपने हसबड के साथ कह भी मूव करने को तैयार ।ँ म फै िमली-माइं डड े ँ और वॉइं ट फै िमली म रहने से भी मुझे कोई हज़ नह है। मेरा हाथ अपने फोन पर गया क मॉम को फोन लगाऊँ और उ ह खूब खरी-खोटी सुनाऊँ। ले कन मने खुद को रोका और आगे पढ़ने लगी: म नाँथ इं िडयन खाना ब त अ छी तरह से बना लेती ।ँ मेरी एक बड़ी बहन है, जो पहले ही शादी करके सेटल हो चुक है। मेरे पैरट् स क और कोई लायिबिलटीज़ नह ह। मेरे िपता टेट बक ऑफ इं िडया से एक ब त अ छी पोिज़शन से रटायर ए ह और मेरी माँ एक हाउसवाइफ ह। हम वेल-ऑफ ह और एक हाई- टेटस वे डंग भी कर सकते ह। मेरी भ हे तन ग । मने अगला से शन पढ़ा: म एक अ छी पंजाबी फै िमली से एक वेल- ािलफाइड, वेल-सेट ड यूटेबल मैच क तलाश कर रही ।ँ कोई ऐसा, जो मेरी फै िमली का भी याल रख सके और बड़ का स मान कर सके । य द इं े टेड ह तो लीज़ अपने िडटे स के साथ र पॉ ड क िजए, िजसम होरो कोप और ज म क दनांक और समय भी होने चािहए। रगा स, रािधका मेहता। ‘सी रयसली? मॉम, सी रयसली?’ मने ज़ोर से िच लाकर कहा। मने त काल शादी.कॉम वंडो को बंद कर दया। मुझे मॉम को फोन लगाना था, ले कन ऑ फस से म ऐसा कर नह सकती थी। इसिलए मने अपना लैपटॉप बंद कया और बाहर आ गई। म लीट ीट प च ँ ी, जहा जापान से े रत एक फा ट-फू ड चेन इ सु पर वेजीटेब स और ाउन राइस पो सु पॉट ऑडर कया। खाते-खाते मने मॉम को फोन लगाया। एक हाथ म फोक और दूसरे म फोन िलए म मॉम पर टू ट पड़ी। ‘मॉम, आप या कर रही ह?’ ‘ या?’ मने अपने लैपटॉप क न पर अपनी ोफाइल खोली। ‘मने अपनी ोफाइल देखी।’ ‘अ छी लगी?’ ‘मॉम, आर यू सी रयस? ये सब या है?’ ‘ या? मने वही िलखा, िजस पर सबसे अ छा र पॉ स िमलेगा। पड़ोस म रहने वाली शमा आंटी ने मेरी मदद क । ‘इट् स हॉ रबल, मॉम। रयली, ये आपने कसके बारे म िलखा है? ये मेरे बारे म तो नह है।’ ‘ या कह रही हो? ये तु हारे बारे म ही है। या तु हारी हाइट 5 फ ट 4 इं च नह है?’ ‘सबसे पहले तो यही क मेरी फोटो ब त गंदी लगाई है।’ ‘मेरे पास यही थी। जब तुम यहाँ आई थ तो हम एक पोटफोिलयो करवा लेना चािहए था। तुम अपने पास से कोई फोटो भेज दो। फोटो इं िडयन लॉ स म होनी चािहए।’
‘ य ?’ ‘तो या तुम ऑ फस सूट म अपना फोटो भेजोगी? तुम शादी करना चाहती हो या जॉब के िलए अ लाई करना?’ ‘यही मेरी असल पहचान है।’ ‘ टॉप इट, रािधका। या फोटो को लेकर ही ॉ लम है?’ ‘स ह सौ छ ीस ॉ ल स ह! ये या होता है, म गोरी ?ँ मेरा रं ग गोरा नह गे आ ँ है।’ ‘अगर तुम गे आ ँ िलखोगी तो लोग समझगे क लड़क साँवली है।’ ‘ओह रयली? और अगर कोई िलखे क लड़क साँवली है, तब?’ ‘तब उसका मतलब होगा क लड़क काली है। जैसे अ कन नी ो होते ह, वैसी। खैर, ये रं ग वगैरा क माइनर बात ह।’ ‘म आपको बताती ँ क मेजर बात या ह। ये या होता है क म अपने हसबड के साथ कह भी जाने के िलए तैयार ?ँ ये कसने कहा? इट िडप स, राइट? यह भी हो सकता है क उसको मूव करना पड़े। दूसरी बात, इसका या मतलब है क मेरे पैरट् स क कोई और लायिबिलटीज़ नह ह? और ये हाई- टेटस वे डंग या होती है? और, के वल पंजाबी फै िमली ही य ? और ये या होता है क लड़का हमारा खयाल रखे? और ये होरो कोप क या ज़ रत है? मॉम, रयली मुझे समझ नह आ रहा है क या क ।ँ ’ म सॉस लेने के िलए क । मेरे सामने क टेबल पर बैठे क टमर ने मुझे पानी का एक लास दया। मने उसे थ स का इशारा कया और एक घूँट पानी िपया। ‘तुम ब त बोल चुक हो। पैरट् स के िलए कोई र पे ट तुमम नह बची है।’ ‘सवाल र पे ट का नह है। ले कन यह सब इतना गलत है। म इसका िह सा नह बनना चाहती।’ ‘तुम ेटेजी नह समझती हो।’ ‘ ेटेजी?’ ‘हाँ। हम अ छे लड़क को डराकर उ ह अपने से दूर नह करना चाहते।’ ‘ कससे डर?’ ‘जब वे एक इं िडपडट-माइं डड े , ािलफाइड, कामयाब लड़क देखते ह, तो वे डर जाते ह।’ ‘ हाट नॉनसस!’ ‘यही सच है। ये िनयम मने नह बनाए, बेटा।’ ‘इसी से याद आया। आपने या िलखा है, म अभी लंदन म काम कर रही ?ँ नह , म गो डमान सा स म वाइस ेिसडट ँ और साल म आधा िमिलयन डॉलर कमाती ।ँ ’ ‘ए ज़ै टली। यही तो ेटेजी है।’ ‘ या?’ ‘कभी-कभी अपनी अचीवमट् स बताने के बजाय उ ह छु पाना भी पड़ता है। अगर तुम लड़का होती तो हम तु हारी सैलेरी को सबसे पहले मशन करते। ले कन तुम लड़क हो, इसिलए हम के यरफु ल होना पड़ेगा।’ मने िसर पीट िलया। शायद नील क बात सही थी क म इस सबके िलए नह बनी ।ँ ‘आर यू देयर? म वहाँ आ रही ।ँ ’ ‘कहाँ?’ ‘लंदन। हम कु छ व साथ िबताएँगे और वह पर इस सबके बारे म बात करगे।’
‘ब त आ, मॉम।’ मने कहा। मॉम ने मेरी लेट म एक और परांठा रख दया था। ‘तुम चे सी म य रहती हो? साउथॉल म कतने इं िडयंस ह।’ उ ह ने कहा। ‘आपने बाहर का पाक ू देखा है? कतना सुंदर है वो?’ ‘ले कन यहाँ अचार और चटनी कहाँ िमलता होगा। साउथॉल म यह सब िमलता है।’ ‘यहाँ पर भी िमलता है। नह िमलते ह तो आपके हाथ के बने परांठे। आप यह पर रह जाइए।’ मने दूसरा परांठा खाते ए कहा। ‘देखा, तु ह भी घरे लू माहौल क याद तो आती ही है। भला ये भी कोई लाइफ ई। सुबह दौड़ते-भागते ऑ फस जाओ। देर रात को खाली घर म लौटो।’ ‘मॉम, मेरा पास वो जॉब है, िजसके िलए दुिनया के लोग तरसते ह।’ ‘और मेरे पास वह जॉब है, जो कोई नह करना चाहता, फर भी म खुशी-खुशी करती ँ : अपने प रवार क देखभाल।’ मॉम ने मुझे एक लास ल सी देते ए कहा। ‘चलो, अब मुझे र पॉ सेस बताओ। तुमने मुझे पूरे ह ते वेट कराया है।’ मॉम ने कहा। मने मै मोिनयल वेबसाइट पर अपनी ोफाइल मोिडफाइड क थी। उसम से बेकार क चीज़ हटाते ए यह जोड़ दया था क ‘दुिनया क टॉप इं वे टमट ब स म से एक म मेरा एक स सेसफु ल कै रयर है।’ साथ ही मने यह भी कहा था क मुझे एक िस योर और ईज़ी-गोइं ग हसबड चािहए। मने लैपटॉप खोला और लॉग इन कया। ‘पचास र पॉ स, वेरी गुड। खोलो उ ह।’ मॉम ने ए साइट होते ए कहा। ‘खोल रही ।ँ बी पेशट।’ पहली े री कसी मोिहत आ जा क थी, जो द ली क कसी िबज़नेस फै िमली से था। उनके तीन रे तरां थे। उ ह म से एक को मोिहत मैनेज करता था।
‘नह ।’ मने इनकार कर दया। ‘ य ?’ ‘म कसी ऐसे इं सान के साथ नह रह सकती, जो फै िमली रे तरां चलाता हो।’ ‘इसम या गलत है?’ ‘मॉम, ािल फके शंस तो देिखए। कसी रडम यूिनव सटी से बीए। िबलकु ल नह । ने ट।’ हम अगले कु छ घंट तक र पॉ सेस देखते रहे। ‘यह देखने म कतना बुरा है। म सुबह उठकर ऐसे कसी का चेहरा नह देखना चाहती।’ एक किडडेट को देखकर मने कहा। मॉम ने कहा : ‘दुिनया म बुरा दखने वाला कोई आदमी नह होता।’ ले कन म लु स के आधार पर ही कु छ को रजे ट कर चुक थी। बा कय को इसिलए रजे ट कया, य क वे इं िडया म जॉब करते थे और मुझसे ब त ही कम पैसा कमाते थे। ‘नह मॉम, यह भी नह । यह बुलंदशहर म रहता है। वॉइं ट फै िमली। फै िमली िबज़नेस। नो, नो, नो।’ जब मने एक इं सान को के वल इसिलए रजे ट कर दया, य क मुझे उसक ंटेड हवाइयन शट पसंद नह आई थी, तो मॉम ने कहा क म चीज़ को ॉपरली नह ले रही ।ँ ‘ले कन मुझे नफ़रत है इस तरह के शट से। कोई भी ऐसी शट कै से पहन सकता है?’ ‘वह एक डॉ टर है और म उसको शॉटिल ट कर रही ।ँ तुम शादी करने के बाद उसके कपड़े बदल देना।’ इसी म शाम के चार बज गए। हम दस संभािवत दू ह क शॉटिल ट बना चुके थे। ‘म थक गई ।ँ कॉफ पीने चल?’ ‘िबलकु ल।’ हम अ स कोट ट् यूब टेशन के पास ेट-ए-मगर कै फे क ओर बढ़ चले।
34 ‘हाय, कै न यू सी मी?’ मने कहा। म डाय नंग टेबल पर अपने लैपटॉप के सामने बैठी थी। मेरा राज ब शी से एक काइप कॉल फ स आ था। राज बो टन, अमे रका म डॉ टर था। ‘यस, ले कन थोड़ा अंधेरा है। या आप एक और लाइट जला सकती ह?’ राज ने कहा। वह तीस साल का था, उसक पतली मूँछ थ और उसने लाइट लू शट पहन रखा था। इससे पहले क म जवाब देती, मॉम ने अपाटमट क सारी लाइट जला द । ‘मॉम, आप यहाँ या कर रही ह?’ मने फु सफु साते ए कहा। ‘हाँ, अब बेहतर है।’ राज ने कहा। ‘वन सेकड, राज।’ मने कहा और उसे यूट कर दया। फर मने लैपटॉप को झुका दया। ‘ या आ? उसे इं तज़ार मत कराओ। बात करो।’ ‘मॉम, अगर यह होगा तो यह मेरे िहसाब से होगा। आप मुझे कम-से-कम बात करने का मौका तो दीिजए।’ मॉम ने मुँह बनाया और बाहर चली ग । ‘हाय।’ मने कहा। ‘हेलो, वहाँ पर तो ब त देर हो गई होगी?’ ‘हाँ, यहाँ अभी आधी रात है।’ ‘सॉरी, म काम से अभी लौटा ।ँ ’ ‘तुम डॉ टर हो, राइट?’ ‘हाँ। और तुम या करती हो? तु हारी ोफाइल म बै कं ग िलखा है।’ ‘म गो डमान सा स म वाइस ेिसडट ।ँ ‘ओह।’ ‘सो यस।’ मने कहा। म समझ नह पा रही थी क अब या बोलू।ँ ‘आप कस तरह के डॉ टर ह?’ ‘बो टन िसटी हॉि पटल म जनरल ैि टशनर। डु इंग माय रे सीडसी।’ ‘म कभी डॉ टर नह बन सकती। म तो खून देखकर ही चकराकर िगर जाऊँ।’ ‘यह जीवन का एक िह सा है। लोग मर रहे ह। कसी को तो उनके िलए आगे आना होगा।’ डॉ. ब शी सी रयस टाइप के लगते ह। ‘गो डमान सा स म काम कै सा चल रहा है?’ ‘गुड। हेि टक। ले कन मुझे पसंद है।’ ‘मने सुना है वे लोग ब त अ छा पे करते ह।’ ‘यह परफॉमस से तय होता है। ले कन हाँ, वो लोग पैसा देने म कं जूसी नह करते।’ ‘इफ यू ड ट माइं ड, आप कतना कमा लेती ह?’ या यह ब त ज दी नह हो गया? ोटोकॉल या है? या इस तरह क बात पहले ही कॉल म पूछी जाती ह? ‘ या हम अभी से एक-दूसरे को यह बता देना चािहए?’ ‘ य नह ? इसम छु पाने वाली बात या है? मुझे सालाना एक लाख डॉलर िमलते ह। लस बेने फट् स। और तु ह?’ मेरा उसको बताने का मन नह आ। ले कन म मद के इगो को थोड़ा समझना ज र चाहती थी। ‘हम इस बारे म बाद म भी बात कर सकते ह। तो आप कस चीज़ के पेशिल ट बनना चाहते ह?’ ‘ऑ थैमॉलॉिज ट। आँख का डॉ टर।’ मुझे भीतर-ही-भीतर यह लगने लगा था क यहाँ बात नह बनने वाली है। इस तरह के कॉल को कै से ख़ म कया जाए? ‘तो आपक सैलेरी कतनी है?’ उसने फर पूछा। ‘वेल, अगर तुम जानना ही चाहते हो तो मने िपछले साल आधा िमिलयन डॉलस कमाए थे।’ मुझे उसक कु स क चरमराहट क आवाज़ आई। ‘पाँच लाख डॉलस?’ ‘हाँ, आिखर आधा िमिलयन तो इतना ही होता है।’ ‘ओके ।’ कई बार मुझे लगता है क बातचीत म इस ओके श द को बैन कर देना चािहए। इसका कोई मतलब नह होता। ‘तो, तुम काम के अलावा और या करते हो?’ ‘ए स यूज़ मी, ले कन मुझे जाना होगा।’ ‘ओह रयली, या आ? ‘न थंग। ओके , म तु ह बता देता ।ँ दस इज़ नॉट गोइं ग टु वक। तु ह ब त सैलेरी िमलती है।’ ‘सैलेरी कभी भी ब त यादा नह लगती है।’ ‘मेरा मतलब था मेरे मुकाबले ब त यादा। ‘ओह, तो या इस बात से तु हारी मदानगी को ठे स प च ँ रही है?’ उसने िबना कोई जवाब दए फोन रख दया। तो, पहला िवके ट डाउन। मने मन-ही-मन कहा।
तीन ह ते म शॉटिल ट कए गए सभी दस नाम का सफाया हो चुका था। ‘इस तरह से बात नह बनने वाली है, मॉम।’ हम िडशूम म आए थे, कावट गाडन म मौजूद एक मॉडन इं िडयन कै फे । हमने पाव भाजी और मसाला चाय ऑडर क थी। ‘मने तु ह पहले ही कह दया था क अपने कै रयर के बारे म यादा मशन मत करना।’ ‘म अपनी पहचान तो नह छु पा सकती ँ ना।’ ‘तुम अपनी बहन जैसी य नह हो सकती?’ ‘ य क म उनके जैसी होना नह चाहती।’ हम घर लौट आए। मॉम ने एक और आइिडया िनकाला। वे हमारी शादी.कॉम क मबरिशप को वीआईपी कै टेगरी म अप ेड करना चाहती थ , जहाँ पेशल एजट् स हमारी मदद करते ह। ‘ पेशल ज़ रत के िलए पेशल मदद।’ मॉम ने कहा। ले कन शायद म ही पेशल थी। पेिशयली फ़ ड- अप! आ य नह क मेरी मॉम को मेरे िलए दू हा ढू ँढने के िलए पेशिल ट क एक फौज क ज़ रत महसूस हो रही थी। ‘मेरी एक बेटी देखते-ही-देखते सेटल हो गई। म दुआ करती ँ क दूसरी का भी कु छ हो जाए।’ उ ह ने बुदबुदाते ए कहा। ‘इसम दुआ करने क या ज़ रत है? या म कोई बीमारी ?ँ ’ मने उनक तरफ देखे िबना कहा। ‘तुम टची होना कब बंद करोगी? सच तो यही है क अ दित क शादी चुट कय म हो गई थी। वह तुमसे यादा गोरी है, ले कन उसका ए टट् यूड भी तुमसे बेहतर है।’ ‘बेहतर ए टट् यूड से या मतलब? मुझे द बू होना चािहए? घरे लू? आप यही चाहती ह ना?’ ‘वेल, हाँ।’ ‘ले कन म वैसी ँ नह । तो शायद म संगल ही रहना पसंद क ँ गी।’ ‘ऐसी अशुभ बात मत बोलो।’ ‘इसम कु छ भी अशुभ नह है।’ ‘ये पैसा और नौकरी तु हारे िसर चढ गए ह। तुम अब एक लड़क नह रह गई हो।’ ‘ या?’ ‘रहने दो।’ ‘जब म छोटी थी तो पापा मुझसे कहते थे क बेटा जब तुम बड़ी हो जाओगी, तो तुम जो चाहो, वह कर सकोगी। पता नह लोग अपनी बे टय को ऐसी बात य बोलते ह। पहले वे उनसे कु छ अचीव करने को कहते ह और जब वे अचीव कर लेती ह तो उनसे या कहा जाता है? यह क तुम अब एक लड़क नह रह गई हो।’ ‘मुझे यह सब नह मालूम। मने कभी जॉब नह कया। ले कन शायद औरत के िलए काम नह करना ही बेहतर है।’ ‘मॉम! मने िच लाकर कहा। ‘ या है?’ ‘मेरा जॉब मेरे िलए ब त मायने रखता है। लीज़, उसक इ ज़त करना सीखो।’ ‘और तुम मेरी बेइ ज़ती करती रहो?’ मॉम ने कहा और रोने लग । ज द ही उनका रोना मातम म बदल गया। शायद वे उन दस शॉटिल टेड दामाद के हाथ से चले जाने का मातम मना रही थ । मने आसपास देखा। टेबल पर मुझे एक टशू बॉ स दखा। उसे मने उनक ओर बढ़ा दया। उ ह ने आँसू प छ िलए। ‘तु ह अंदाज़ा भी है तु ह पैदा करने म मुझे कतने दद का सामना करना पड़ा था?’ उसको लेबर पेन बोलते ह मॉम और माँ बनने वाली हर औरत को होता है। ‘मने तो सुना है क आप मुझे अबोट करना चाहती थ ?’ ‘ कसने कहा तु ह यह?’ ‘उसका कोई मह व नह है। ले कन या यह सच नह है क डॉ टर से गलती हो गई थी और उसने बोल दया था क लड़का होगा?’ ‘वो एक अलग व था। अ दित हो चुक थी। तु हारी दादी अब एक लड़का चाहती थ ।’ ‘आप भी तो चाहती थ ।’ ‘हाँ।’ ‘सॉरी मॉम, उसके बजाय म आ गई। आपके साथ धोखा हो गया।’ ‘ड ट बी टु िपड, आई लव यू।’ उ ह ने मुझे बाँहो म भर िलया। थोड़े समय बाद मने भी उ ह बाँह म भर िलया। ‘तो फर म जैसी ,ँ वैसी ही रहने दीिजए। जो भी हो, हर हाल म मेरा साथ दीिजए।’ ‘ड ट वरी। हम कल और ोफाइ स देखगे। तु हारा राजकु मार तु ह हर हाल म िमलेगा।’
35 तीन ह ते बाद मॉम ने नज़र का च मा लगा रखा था। वे मेरे फोन पर शादी.कॉम ए प पर त वीर देख रही थ । ‘ये देखो। तुमने इसको ए से ट य नह कया?’ ‘आप ही पढ़कर बता दो मॉम। या करता है वो?’ ‘फ़े सबुक म काम करता है। ले कन कोई फ़े सबुक मे काम कै से कर सकता है? या वह दन भर फ़े सबु कं ग करता है?’ ‘नह मॉम, फ़े सबुक एक कं पनी है। या उ है?’ ‘अठाइस। हाइट 5 फ ट 10 इं च। उसक ोफाइल पढू ँ?’ ‘ योर। उसी ने िलखी है?’ ‘नह । उसके पैरट् स ने।’ ‘तब तो शु होने से पहले ही दो वॉइं ट्स कट गए।’ ‘ टॉप इट। मने भी तो तु हारी ोफाइल िलखी थी।’ ‘िजसको म कभी भूल नह सकती। एनीवे। गो ऑन।’ मॉम पढ़ने लगी। ‘हमारा बेटा एक इं टेलीजट, ह बल और िस पल लड़का है, जो अपने िलए एक यूटेबल लाइफ पाटनर क खोज कर रहा है। वह एक कै रयर वुमन को ि फर करता है, जो अमे रका म रहने को तैयार हो। वह फ़े सबुक म िस टम इं जीिनयर के प म काम करता है और यहाँ वह िपछले पाँच साल से है। वह मेनलो पाक, सैन ांिस को म रहता है। उसने अपनी इं जीिनय रं ग एनआईटी, नागपुर से कं यूटर साइं स म क है, जहाँ उसने टॉप कया था। उसने मा टस बो टन, अमे रका से कया है। वह हमारा इकलौता बेटा है। हम मुंबई म रहने वाली संपल पंजाबी फै िमली ह और ओ रिजनली वे ट द ली से ह। हम और कु छ नह चािहए, िसवाय एक अ छी लड़क के , जो हमारे प रवार क सद य बनने वाली है। ‘नॉट बैड। अ छा िलखा है। ओपन-माइं डड े और ऑने ट। सैलेरी या है?’ मने कहा। ‘डेढ़ से पौने दो लाख अमे रक डॉलर, लस टॉक ऑ शंस। चलेगा?’ ‘गुड। मुझे फोन दो।’ मने उसक ोफाइल त वीर देखी। लंबा, पतला, च मा लगाने वाला आदमी ओवरकोट पहने सैन ांिस को के गो डन गेट ि ज के सामने खड़ा था। दखने म वह गूगल के सीईओ सुंदर िपचाई जैसा लग रहा था। शायद गी स के अपने रोल मॉड स होते ह। ‘हडसम है।’ मॉम ने कहा। ‘ कसी ऐसे टू डट क तरह दख रहा है, जो लास म दूसरे टू डट् स को चुप रहने को बोलता है।’ ‘कु छ भी बोल देती हो।’ ‘ मने उसका नाम पढ़ा : जेश गुलाटी। ‘छी, क ा गंदा नाम है। ना, मुझे ऐसे नाम वाले कसी आदमी से शादी नह करनी।’ मॉम ने मुझे घूरकर देखा। ‘तु ह कस तरह के नाम चािहए : अिमताभ ब न? अ य कु मार?’ ‘नह , ऐसा नह है। ले कन उसका नाम कतना टिपकल है।’ ‘मुझे तो इस लड़के म एकभी गलत बात नह नज़र आती।’ ‘िबलकु ल। उसम कु छ भी गलत नह है। उसम कोई वॉव या ि ल फै टर ही नह है।’ ‘तुम एक हसबड चुन रही हो, ए यूज़मट पाक राइड नह ।’ ‘ओके फाइन।’ मने एक पल सोचकर कहा और ‘ए से ट’ ऑ शन दबा दया। दस िमनट बाद मेरा फोन बजा। मने उठाकर देखा। ‘आई कांट िबलीव दस। उसने मुझे काइप िडटे स के साथ ‘हाय’ मैसेज भेज दया। मॉम, यह तो ब त उतावला लग रहा है।’ ‘यह एक अ छा संकेत है। इसका मतलब है क भगवान भी हम दोन प रवार को िमलाना चाहता है। उसके साथ एक कॉल फ स करो।’ मने एक मैसेज टाइप करके भेज दया। ‘कल के िलए एक काइप कॉल फ स कर दया है।’ मने मॉम से कहा।
‘हाय।’ उसने भरसक चीयरफु ल आवाज़ िनकालते ए कहा। दुिनया म इससे ऑकवड मोमट कम ही होते ह क हम पहली बार कसी मै रज किडडेट से बात कर। म अपने िल वंग म म बैठी काइप पर जेश से मुख़ाितब थी। ‘गुड मॉ नग, ’ जेश ने कहा। ‘ओह सॉरी, गुड आ टरनून।’ ‘सो, आई एम रािधका। आपने मेरी ोफाइल तो देख ही ली है। ‘हाँ और वो मुझे बेहद दलच प लगी।’ ‘ रयली? कौन-सी बात दलच प लगी?’ ‘सबसे अ छा तो मुझे यही लगा क तु हारा एक अ छा कै रयर है। हालाँ कं इं वे टमट ब कं ग ब त हेि टक होती है।’ ‘हाँ, ले कन अब म उसक आदी हो चुक ।ँ ’
‘आई एम योर। और तु हारे इं े स या- या ह?’ ‘ ेव लंग। यूिज़क। शहर क खाक छानना। हाऊ अबाउट यू?’ ‘म तो बस काम म ही लगा रहता ।ँ ले कन मुझे के ट और बॉलीवुड फ म पसंद ह।’ के ट और बॉलीवुड पसंद करने वाला एक इं िडयन सॉ टवेयर गाय, इससे यादा टी रयोटाइप और या होगा? शायद जेश ने मेरे िवचार को भाँप िलया, इसिलए उसने कहा : ‘हाँ, ब त टिपकल। के ट और बॉलीवुड। म एक बो रं ग क म का इं सान ।ँ ’ काइप पर पहली बार कसी लड़के ने मेरे सामने अपनी एक कमज़ोरी मानी थी। वह बो रं ग था, ले कन उन सुपर-बो रं ग लोग म से एक नह , िज ह यह भी नह था क वे बो रं ग ह या नह । म मु करा दी। ‘य द म इस कॉल पर बात करते-करते सो जाती ?ँ तो शायद तु हारी बात सही मानी जाएगी।’ वह हँस दया। ‘तु हारा सस ऑफ यूमर अ छा है।’ उसने कहा। ‘थ स।’ ‘ए चुअली, म कु छ इं ि लश मूवीज भी देखता ,ँ ले कन अभी टे ट डेवलप नह आ। तुम कु छ फ म के नाम सजे ट करोगी?’ ‘ योर।’ मने कहा। वह एक लड़क के यूमर क सराहना कर सकता है और उससे सजेशन भी माँग सकता है। नॉट बैड। वह बोलता रहा। ‘म फे क-सो फि टके टेड होने का दखावा तो नह कर सकता। म वे ट द ली के नारायणा िवहार म पला-बढ़ा और फर बो रवली म। तो मुझे यादा ए सपोजर नह िमला। ले कन अब म दुिनया के बारे म यादा जानना चाहता ।ँ ’ ‘एक िमनट। तुम नारायणा िवहार म पले-बढ़े हो?’ ‘हाँ, य ?’ ‘म भी नारायणा से ।ँ एच लॉक।’ ‘ या? म जी- लॉक म था। जी-478। मेरे पैरट् स का आज भी वहाँ एक घर है। ले कन वे मुंबई म रहने लगे ह।’ मेरे बेड म का दरवाज़ा खुला और मॉम भीतर आ । ‘नारायणा?’ उ ह ने फु सफु साते ए कहा। उनके चेहरे से रोमांच झलक रहा था। शायद वे दरवाज़े पर कान लगाकर पूरी बातचीत सुन रही थ । मने उ ह दूर जाने को कहा और फर जेश से बात करने लगी। ‘ये तो ब त कमाल क बात है। या तुम मॉडन टोस से शॉ पंग करते थे?’ ‘हाँ। और वो मोटू अंकल, िजनके पास कभी छु ट् टे पैसे नह आ करते थे।’ उसने कहा। हम दोन हँस पड़े। ‘एनीवेज, सो यस। म एक ऐसी लड़क चाहता था, िजसक जड़ इं िडया म ह , ले कन िजसने दुिनया भी देख रखी हो। तुम यूयॉक, हांगकांग और अब लंदन म काम कर चुक है। मुझे लगता है क तुम मेरी ज़ंदगी के िलए एक एसेट सािबत हो सकती हो।’ ‘म कभी-कभी काम के िसलिसले म यूयॉक जाती ।ँ कभी िमलते ह।’ ‘लेट्स सी। अभी तो काइप ही ब त है। ज द ही फर बात करते ह।’ जैसे ही मने कॉल को िडसकने ट कया, मॉम भीतर चली आ । ‘मॉम, ये ठीक नह है। आप मेरी बात सुन रही थ ।’ ‘सॉरी, बेटा।’ उ ह ने मेरा माथा चूमते ए कहा। ‘ले कन ये ब त ही नेक लड़का लगता है। और नारायणा? यह तो सीधे-सीधे सा बाबा क कृ पा है!’ Downloaded from Ebookz.in
36 एक महीने बाद सट रे जीस होट स कै फे , यूयॉक ‘रािधका, राइट?’ भीतर घुसते ही मने उसक आवाज़ सुनी। मने मुड़कर देखा। उसने एक लैक टटलनेक पहन रखी थी, शायद टीव जॉ स क याद म। ‘ जेश?’ मने कहा। हमने हाथ िमलाए। ‘यस, आपको आमने-सामने देखकर अ छा लगा।’ इस पुराने ढंग के ल जरी कै फे म ऊँची छत और कलोिनयल-एरा का फन चर था। एक कोने म एक सै सोफोन लेयर और एक िपयािन ट यूिजक बजा रहे थे। हमने चाय बुलवाई। वेटर चाय के साथ ही जैम, के स, सडिवचेस, चॉकलेट्स भी ले आया। ‘चाय पर िमलने का िवचार ब त ही अ छा रहा। यहाँ सबकु छ कतना यारा है।’ जेश ने कहा। उसने कु छ सडिवचेस उठाए और अपनी लेट म रख ल । ‘ लैड यू लाइक इट।’ मने ऑ फस सूट पहन रखा था, य क यहाँ पर आने से पहले म जोनाथन और ै ग से िमलने ऑ फस गई थी। मने यह सूट जान-बूझकर इसिलए पहना था, य क मॉम ने मुझे ऐसा करने से मना कया था। म चाहती थी क जेश मुझे वैसे ही वीकार करे , जैसी म ।ँ और नह तो मुझे रजे ट कर दे। ‘तु हारी लाइट कब है?’ ‘9.30 बजे। उसके िलए मुझे 7.30 बजे एयरपोट के िलए िनकल जाना होगा।’ हमारे पास कु ल साढ़े चार घंटे का समय था, यह िडसाइड करने के िलए क हम जीवनभर साथ रह सकते ह या नह । ‘तो कौन बात शु करे गा?’ जेश ने कहा। ‘आमतौर पर तो म ही करती ।ँ ’ ‘ओह, यह तो अ छा ही होगा। मुझे अपने बारे म कु छ बताओ।’ मने उसे बचपन से लेकर अभी तक क अपनी कहानी सुनाई। देबू और नील को छोड़कर मने सबकु छ बता दया। ‘तो म िपछले छह महीने से लंदन म ।ँ और अब पैरट् स चाहते ह क म सेटल डाउन हो जाऊँ।’ मने अपनी बात पूरी करते ए कहा। ‘सेटल डाउन? ये या बात ई?’ ‘हाँ, इं िडया म ऐसे ही बोला जाता है। सेटल हो जाओ। िहलो-डु लो मत। कोई र क नह , कोई ए साइटमट नह ।’ वह हँस दया। ‘हमारे पैरट् स सबसे यादा िस यो रटी क चंता करते ह।’ ‘सच।’ ‘म भी तो एक जॉब म सेटल डाउन हो गया ।ँ ’ ‘ रयली? ले कन फ़े सबुक म काम करना तो ब त मज़ेदार होगा ना?’ ‘यही तो बात है। सभी को यही लगता है।’ ‘तु ह अपना काम पसंद है?’ ‘काम चैल जंग है। ले कन पैसा अ छा िमलता है।’ ‘ फर?’ ‘कभी-कभी म सोचता ँ क टे ोलॉजी क दुिनया म इतना कु छ हो रहा है। म अपना कोई काम य नह शु करता।’ ‘िबलकु ल कर सकते हो।’ वह अपनी ज़ंदगी के बारे म बताने लगा। वह आईआईटी जाना चाहता था, ले कन दो बार कोिशश करने के बावजूद कामयाब नह हो पाया। फर उसने एनआईटी वॉइन कया, लास म टॉप कया और फर हायर एजुकेशन के िलए एमआईटी चला गया। ‘और फर एक टिपकल आईटी जॉब। यही मेरी कु ल-जमा कहानी है।’ म मु करा दी। हमने चाय पी। वेटर िबल ले आया। 5.30 बजे थे और मेरे पास दो घंटे का समय और था। ‘चलो स ल पाक म टहलते ह।’ मने कहा। हमने 59व ीट से स ल पाक म वेश कया। हरी घास और हरे दर त को देखकर हम भूल ही गए क हम दुिनया के सबसे त शहर म से एक म ह। मुझे देबू का खयाल आया। उसका ऑ फस यहाँ से एक मील से भी कम दूरी पर था। ‘आप खोई-खोई सी लग रही ह। काम का दबाव?’ ‘नह , बस यूँ ही। यूयॉक पुरानी याद ताज़ा कर देता है।’ हम स ल पाक ज़ू क ओर चल दए। ‘अ छी याद या बुरी।’ ‘दोन ही। अ छी यादा।’
हमने ज़ू के टकट िलए, जहाँ हमने ि जली भालु के ब को देखा, जो छह ह ते पहले ही ज मे थे। ‘सो यूट।’ मने कहा। ‘तु ह ब े पसंद ह?’ जेश ने कहा। मेरा दल ज़ोर से धड़कने लगा। माँ बनने के सवाल पर ही म अपनी ज़ंदगी म आने वाले दो मद को खो चुक थी। ‘ ,ँ ब े? हाँ मुझे ब े ब त पसंद ह। कभी सोचा नह था क मुझे ऐसा लगेगा, ले कन अब अकसर सोचती ँ क काश मेरे भी ब े होते।’ ‘म भी।’ हम ज़ू से बाहर आए और उ र दशा म चलने लगे। रा ते म बेथे डा फाउं टेन आया, द लेक के कनारे बना आ। हम उसक सी ढ़य पर बैठ गए और ब ख को देखने लगे। शाम होने लगी थी। ‘ जेश, हमने इतनी सारी चीज़ के बारे म बात क , ले कन अपनी पा ट रलेशनिश स के बारे म नह ।’ ‘ ,ँ हम करना चािहए या नह ? हम अभी एक-दूसरे को इतनी अ छी तरह से नह जानते।’ ‘ले कन ऐसी चीज़ िड कस कर लेना ही बेहतर है।’ उसने मेरी आँख म झाँकते ए कहा : ‘के वल एक।’ ‘ओह, पेशल वन।’ ‘पता नह । वह ब त पहले क बात है। जब म आईआईटी क तैया रयाँ कर रहा था। उसी के कारण मेरा यान भटका और म कामयाब नह हो पाया। वह मेरी को चंग लास म थी।’ ‘ओके । गल ड?’ ‘म उसे दो साल पसंद करता रहा। वो भी मुझे पसंद करती थी। ले कन हमने अपनी फ़ लं स ज़ािहर करने म काफ समय ले िलया। हम के वल दो महीने ही डेट कर पाए।’ ‘मतलब?’ ‘उसके पापा का सऊदी अरब म जॉब लग गया तो वो फै िमली के साथ वहाँ चली गई।’ ‘आई एम सॉरी, ’ मैने कहा। ‘इट् स ओके । ले कन वह ब त पहले क बात है। हाऊ अबाउट यू?’ ‘इं िडया म कु छ नह । ले कन यूयॉक म एक रलेशनिशप। और पता नह उसको या बोलू,ँ ले कन हांगकांग म भी कु छ। तो वन एंड अ हाफ रलेशनिश स।’ ‘ओह।’ ‘हाँ। तु ह बताने के बाद अब मुझे ह का लग रहा है।’ वह मु करा दया। ‘ले कन अब कु छ नह है। दोन रलेशनिश स ब त पहले ही ख़ म हो ग ।’ ‘ र ते टू टने पर तकलीफ ई होगी।’ ‘हाँ ब त। ले कन अब म ठीक ।ँ ’ उसने फर कु छ नह पूछा। ‘तुम कु छ और पूछना चाहोगे?’ ‘नॉट रयली।’ ‘सो, या लगता है तु ह, हमारे बारे म?’ उसने कहा। या वह मुझसे मेरा फै सला चाह रहा था? रे तरां म एक चाय और पाक म एक चहलकदमी के बाद? या इसी तरह से अर ड मै रज होती ह? ‘ जेश, मुझे तुमसे िमलकर अ छा लगा। ले कन ये फै सले इतने अहम होते ह क...’ ‘ऑफ कोस। टेक योर टाइम। सोचकर बताना।’ ‘आई िवल। अब चल?’
तु ह इससे अ छा लड़का दूसरा नह िमलेगा। फर वह अमे रका म रहता है, जहाँ तु ह ब त आसानी से ांसफर िमल जाएगा। अ छा कमाता है। नेक है। इससे बेहतर और या होगा।’ मॉम, जो अब इं िडया मे थ , फोन पर मुझसे बात कर रही थ । ‘ले कन मॉम।’ ‘गुलाटीज़ दो बार फोन लगा चुके ह।’ ‘मुझे सोचने के िलए समय चािहए।’ ‘घोड़े पर बैठकर कोई राजकु मार नह आने वाला है। कम-से-कम शादी.कॉम के माफत तो नह ।’ ‘मुझे कोई राजकु मार चािहए भी नह ।’ ‘तो ज़मीन पर उतरकर बात करो।’ म चुप रही। मुझे वह अ छा लगा था। म हाँ बोल सकती थी। वह ‘ओह माय गॉड, वॉव’ टाइप तो नह था, ले कन ‘इसे ना कहने का कोई
कारण नह है’ टाइप ज़ र था। ‘इट् स ओके , मॉम। हाटेवर। य द आपको वह पसंद है, तो मेरी भी हाँ समझो।’ ‘ रयली?’ ‘हाँ।’ ‘अ दित के पापा, कहाँ हो? मुबारक हो! उसने हाँ बोल दया।’ वे िच लाते ए भीतर ग । और इधर मेरा दल बैठने लगा। म, रािधका मेहता, आिख़रकार शादी करने जा रही थी। मुबारक हो, रािधका मेहता!
37 ‘हे! यू आर देयर।’ नील क आवाज़ सुनकर म हक कत क दुिनया म लौट आई। उसने मेरे कं धे पर हा थ रख दया। ‘चलो, बैठकर बात करते ह।’ मने उसका हाथ हटा दया। ‘नील, मुझे जाना है।’ ‘मुझे बस पाँच िमनट का समय दो। म तुमसे कु छ कहना चाहता ।ँ ’ उसके हाथ म एक बड़ा-सा िलफाफा था। हम सोफे पर बैठ गए। ‘ लीज़, मेरी तरफ देखो।’ मने उसक तरफ देखा। वही चमकदार आँख और खूबसूरत चेहरा। ‘म तुमसे तीन चीज़ कहना चाहता ।ँ ’ ‘सुन रही ।ँ ’ ‘ले कन उससे पहले म तु ह एक ए स ा बात यह कहना चाहता ँ क तुम इस सफे द सलवार-कमीज़ म ब त अ छी लग रही हो।’ ‘ओह ये? वेल, थ स। यह संगीत ैि टस के िलए है।’ ‘ मने तु ह पहले कभी इं िडयन लॉ स म नह देखा था।’ ‘ रयली?’ मने कहा। ज़ािहर है, उसने मुझे कभी ऐसे नह देखा था। उसने या तो मुझे वक लॉ स म देखा था या िबना कसी लॉ स के । ‘इं िडयन लॉ स तुम पर सूट करते ह।’ ‘तुम यहाँ पर यह कहने के िलए आए हो?’ ‘नह -नह , ये तो बस एक ऑ ज़वशन है।’ ‘तो फर वह बात कहो, िजसके िलए तुम यहाँ आए हो।’ ‘पहली बात, रािधका, आई एम रयली रयली सॉरी। िजस तरह से चीज़ हमारे बीच ख म । म बेवकू फ था। पूरी तरह से बेवकू फ।’ ‘वेल, हम अलग ए, मै लंदन चली गई। कहानी ख़ म।’ ‘हाँ, जब क मने कभी सोचा भी नह क यह कहानी दूसरी तरह से भी ख़ म हो सकती है। दूसरे ऑ शंस भी थे।’ ‘अब उसके बारे मे बात करने से कोई फायदा नह , नील। वह बीते कल क बात हो गई है।’ ‘वेल, फायदा हो या ना हो, ले कन तु हारे जाने के बाद से मने तु ह हर दन िमस कया है। म तु हारे यूिबकल के सामने से िनकलने म भी कतराता रहा ।ँ हर चीज़, हर प मुझे तु हारी याद दलाती है। जब भी टै सी ओ ड पीक रोड से होकर गुज़रती है, मेरे दल म दद उठने लगता है।’ ‘घर जाने के दूसरे स भी तो ह गे।’ उसने मेरी तरफ देखा। मने नज़र फे री नह । ‘आई एम सॉरी, रािधका। आई ल ड यू सो मच। तुम मेरी ज़ंदगी म आने वाली सबसे बड़ी खुशी थ । और हमेशा रहोगी। तुम मेरे पास थ , मुझे यार करती थ और मने या कया? कु छ भी नह ।’ म चुप रही। ‘ मने अपनी ज़ंदगी क सबसे बड़ी गलती कर दी है।’ मुझे लगा मने यही लाइन अभी-अभी कह सुनी है। उसने वह भूरा िलफाफा टेबल पर रख दया। ‘नील, आई िम ड यू टू । ले कन अब कसी बारे म कु छ नह हो सकता। तो, तुमने अभी तक बताया नह , तुम यहाँ पर य आए हो?’ उसने िलफाफा उठाया। उसम से ए-4 साइज क शीट् स का एक सेट िनकाला। उसके पहले प े पर एक टा प पेपर था। ‘म कु सुम को छोड़ रहा ।ँ ये रहे उसके द तावेज़।’ मेरा िसर चकराने लगा। यूट क दीवार जैसे घूमने लग । उसने मुझे पेपस थमा दए। उसने और कु सुम ने हांगकांग क फै िमली कोट म युचुअल कं सट डाइवोस के िलए अज़ दी थी। मेरे हाथ काँपने लगे। ‘ य ?’ मने कहा। ‘तुम मुझसे पूछ रही हो य ? तुम?’ ‘तु हारे पास एक परफे ट फै िमली थी।’ ‘य द ऐसा होता तो जो हमारे बीच आ, वह सब य होता?’ म चुप रही। उसक आँख नम हो ग । ‘और ब का या होगा?’ ‘हम को-ऑपरे ट करगे। शेयर क टडी।’ ‘कु सुम ने या कहा?’ ‘वो खुश तो नह है, ऑफ कोस। ले कन वह जानती है क हमारी शादी म कु छ िम संग था। हमारे बीच क दू रयाँ ब त बढ़ गई
थ ।’ ‘अब वो या करे गी?’ मने कहा। मुझे नह पता म उसक ए स-वाइफ के िलए इतनी चंता य जता रही थी। ‘वह कु छ-ना-कु छ कर लेगी। उसक फाइनिशयल कं डीशन अ छी है। मने उसे अपनी तमाम संपि का आधा िह सा दे दया है। बदले म वह को-पैर टंग और युचुअल कं सट के िलए तैयार हो गई।’ मुझे यक न नह हो रहा था क म अपनी शादी के वै यू पर एक डाइवोस को िड कस कर रही थी। नील ने अपनी बात जारी रखी, ‘म यादा िडटे स नह बताऊँगा, ले कन वॉइं ट यही है क मेरी शादी टू ट चुक है। एक ना एक दन तो यह होना ही था। काश यह थोड़ा पहले हो जाता।’ मने अपना फोन चेक कया। मेरी दो किज़ स के िम ड कॉल थे। ‘आई होप क तुम ठीक हो। ले कन मुझे अभी जाना होगा। तु ह कु छ और कहना था?’ ‘हाँ। एयरपोट पर एक छोटा-सा लेन इं तज़ार कर रहा है।’ ‘तु हारी चाटड लाइट?’ ‘हाँ रािधका, ’ उसने कहा और आगे बढ़कर मेरा हाथ थाम िलया। ‘हमारी लाइट।’ ‘ या?’ ‘म जानता ँ क इससे सबकु छ गड़बड़झाला हो जाएगा। तु हारी पूरी फै िमली यहाँ पर है। ब त खचा आ है। फर भी मेरी बात सुनो।’ ‘ या?’ ‘म एक चेक साइन कर दूग ँ ा। िजतना खचा आ है, उसक भरपाई कर दूग ँ ा। ले कन तुम मेरे साथ आओ। हम दोन साथ-साथ उड़ जाएँगे, जहाँ तुम बोलो वहाँ के िलए। ‘नील, ये अ छा मज़ाक है।’ ‘नह , यह सच है। मने कतना व ज़ाया कर दया। मने हमारे यार को कसी फाइनिशयल डील क तरह ीट कया। ले कन यह इस तरह से नह होता है। हम ये चीज़ दल से करनी होती ह।’ ‘तुम चाहते हो क म अपनी शादी छोड़कर तु हारे साथ भाग जाऊँ?’ ‘तुम अपनी फै िमली से बात भी कर सकती हो। म भी उनसे िमल सकता ।ँ हांगकांग प च ँ कर हम शादी कर लगे।’ ‘ले कन हांगकांग जाना कौन चाहता है?’ कु छ देर क चु पी के बाद नील ने कहा : ‘अगर हम वहाँ कु छ दन रह तो बेहतर होगा। मेरे ब े वहाँ ह। ले कन अगर तुम चाहो तो हम कह और भी रहने जा सकते ह।’ मने नील क आँख म झाँककर देखा। म उसे इतने करीब से तो जानती ही थी क यह बता सकूँ क वह झूठ नह बोल रहा था। म चुपचाप उसक तरफ देखती रही। ‘कु छ तो कहो।’ उसने कहा। ‘ या क ?ँ ’ अभी मुझे ‘ िच याँ कलाइयाँ’ पर डांस करने जाना है।’ ‘ये या है?’ ‘एक बॉलीवुड सांग। मेरी संगीत सेरेमनी के िलए।’ ‘ये पंजाबी है ना? और इसका मतलब या है?’ ‘गोरी कलाइयाँ वगैरा।’ ‘ऑफ कोस, इट् स इं िडया। यहाँ गोरा होना ब त ज़ री है। तो तुम इस पर डांस करोगी? वही सब ठु मका-वुमका?’ हम दोन हँस दए, पुराने दन क तरह। ‘देखो, म तु ह तु हारी शादी के ज से मह म नह क ँ गा। हम अभी हांगकांग म कोट मै रज करगे। फर कु छ समय इं िडयन टाइल म धूमधाम से शादी करगे। एक इं िडया म, दूसरी लंदन म।’ उसने अभी तक मेरा हाथ थामे रखा था। वह घुटन के बल झुका और मेरा हाथ चूम िलया। ‘माय यूटीफु ल इं िडयन ंसेस, िवल यू मैरी मी?’ मेरा दल ज़ोर से धड़कने लगा। गो डमान क ब तेरी लड़ कय का श, िजस आदमी को मने यार कया, आज वह मेरे सामने घुटन के बल बैठा था। ‘ लीज़, ंसेस। से यस।’ मेरा फोन बजा। मने कॉलर आईडी देखे िबना ही फोन उठा िलया। ‘बेबी, तुम कहाँ हो?’ देबू क आवाज़ सुनकर तो म जैसे उछल ही पड़ी। ‘हे, म तु ह बाद म लगाती ।ँ ’ ‘ओके सुनो, मने घर पर फोन लगाया था और...’ ‘बाद म बात करते ह।’ मने कहा और फोन रख दया। ‘सब ठीक है ना?’ नील ने कहा। वह अब भी अपने घुटन पर ही था। मने िसर िहला दया। ‘रािधका मेहता, म तुमसे यार करता ँ और हमेशा करता र ग ँ ा। तुम मुझसे शादी करोगी?’ मने अपना हाथ छु ड़ाकर अपने िसर पर मार िलया। ‘फक नील। रयली फ़क!’ ‘ या आ?’ ‘तु ह यह सब करने क फु रसत अब िमल रही है? तुम तब कहाँ थे, जब म िब तर म तु हारे बगल म लेटी चुपचाप रोती रहती थी?’
‘तुम रोती थ ? मने तो कभी तु हारा रोना नह सुना।’ ‘ मने कहा म चुपचाप रोती थी। और तुमने कहा था क म मै रज टाइप नह ।ँ और या कहा था तुमने क म माँ बनने के िलए नह बनी ?ँ ’ ‘म डर गया था। म नह चाहता था क हमारा र ता कभी ख म हो। म समझ नह पा रहा था क तु ह अपने से दूर जाने से कै से रोकूँ ?’ ‘म उठ खड़ी ई। ‘तो या अब तुम समझ गए हो? ये ऑ शंस तु ह पहले य नह सूझ?े तब तो म तु हारे ऑ फस क एक यंग गल थी, िजसके साथ तुम जब चाहे सो सकते थे।’ ‘म समझ सकता ँ क तुम अपसेट हो। मने तु हारे साथ ठीक नह कया।’ ‘मुझे इ तीफा देना पड़ा। ले कन तु ह इससे भी फक नह पड़ा। यादा से यादा तुमने इतना ही कया क मेरा ांसफर अरज करवा दया। ‘तुमने ये सब बात मुझे तब य नह बोल ?’ ‘तु हारी फै िमली थी, म तु ह या बोलती? यह क तुम अपने बीवी और ब को छोड़ दो और मेरे पास आ जाओ?’ ‘काश क तुमने यह कहा होता।’ म यूट म टहलने लगी। नील अब भी घुटन के बल बैठा था। ‘सोफे पर बैठ जाओ, नील। इतना मै टक होने क ज़ रत नह है।’ ‘फाइन, मै टक ना सही, ै मे टक तो आ जा सकता है ना।’ ‘ दस इज़ सो टु िपड, नील। म तुमसे इससे बेहतर क उ मीद करती ।ँ ’ ‘मुझसे चीज़ को समझने म देरी हो गई, तु ह इसी बात का गु सा है ना? ठीक है, िच लाओ मुझ पर।’ ‘ये बात नह है।’ ‘म तु ह रोज़ िमस करता था, ले कन कभी तु ह कॉ टै ट नह कया। ले कन जब तु हारी शादी के बारे म सुना तो मुझे लगा क अ भी नह तो कभी नह । तो म यहाँ चला आया। तु ह अपने साथ ले जाने के िलए।’ ‘नील, ज ट टॉप।’ मने कहा। ‘तु हारे जो मन म आए, मेरे साथ वही कर लो, ले कन लीज़ मेरे साथ चलो।’ उसने मेरे कं धो को थाम िलया था। मुझे अपने चेहरे पर उसक साँस महसूस होने लग । ‘मुझे जाने दो, नील।’ मने कहा, ले कन अपने को उसक पकड़ से छु ड़ाने क कोई कोिशश नह क । उसने मुझे और कसकर पकड़ िलया। ‘ मने कहा मुझे जाने दो।’ मने कहा, ले कन मेरी आवाज़ टू ट गई। म रोने लगी। ‘रोओ नह , ’ उसने कहा। ‘इट् स ओके । म यहाँ ।ँ सब ठीक होगा।’ उसने मेरे िसर को अपने हाथ से पकड़ा और अपनी ओर ख च िलया, ले कन मुझे कस करने क कोिशश नह क । उसने के वल मेरे कान म फु सफु साते ए इतना ही कहा : ‘म इसी म म ।ँ पायलट इं तज़ार कर रहा है। तुम शांत हो जाओ। वापस जाओ और सोचो। म तु हारे जवाब का इं तजार क ँ गा।’ मने िसर िहला दया। ‘मुझे जाना होगा, रयली।’
म दौड़कर होटल कॉ रडोर म प च ँ ी। मेरा दमाग ब त तेज़ काम कर रहा था। फं शन म के गेट पर मुझे देबू िमला। ‘देब,ू तुम यहाँ या कर रहे हो?’ मने आसपास देखते ए कहा। ‘बेबी, मने तु ह कतने फोन लगाए, ले कन तुमने उठाए ही नह ।’ म उससे यहाँ पर बात नह कर सकती थी। कोई भी, कभी भी आ सकता था। मुझे पास म एक टाफ म दखाई दया। मने उसे खोला और देबू के साथ होटल के कचन ए रया म चली गई। ‘तुम यहाँ पर ऐसे नह आ सकते।’ ‘मेरे पास और कोई वॉइस नह थी।’ ‘तो तुम सीधे अंदर चले आए।’ ‘म ऐसा दखावा कर रहा था, जैसे म गे ट म से एक ।ँ ’ ‘ फर कभी ऐसा मत करना।’ ‘सॉरी, हमारे पास के वल एक दन का व है, रािधका। मने अपने पैरट् स से बात कर ली है।’ ‘ कस बारे म?’ ‘हमारे बारे म। हमारे र ते के बारे म। और िजस िसचुएशन म हम अभी ह, उसके बारे म।’ ‘देब,ू मेरे दमाग क अभी िखचड़ी बनी ई है और यह कभी भी फू ट सकता है।’ मेरा फोन बजा। मॉम का कॉल था। फोन उठाते ए वे मुझ पर ज़ोर से िच ला । ‘तुम पागल हो गई हो या? कहाँ गायब हो जाती हो तुम? तु हारी किज़ स तु ह पूरे होटल म ढू ँढ रही ह।’ ‘म होटल म ही ।ँ ’ ‘कहाँ पर?’
‘टॉयलेट म।’ ‘तु ह इतनी देर य लग रही है? पेट तो नह खराब हो गया? अपना खयाल रखो। शादी के टाइम पर लूज़ मोशन नह होना चािहए। तु ह दवाई तो नह चािहए?’ ‘मॉम, म ठीक ।ँ बस दो िमनट म आ रही ।ँ ’ मने फोन रखा और देबू क तरफ देखा। ‘सुना तुमने?’ ‘आई एम सॉरी। मेरे पैरट् स ने भी ब त िवरोध कया, ले कन मने उ ह राज़ी कर िलया। वे लोग यहाँ आना चाहते ह।’ ‘ लीज़, देब।ू ’ ‘मुझे बस तु हारी हाँ चािहए। म तु हारा पहला यार ,ँ रािधका। पहला और इकलौता। तुम तो इस आदमी को जानती तक नह , िजससे शादी करने जा रही हो।’ अब मेरे पास ब त ऑ शंस ह, म उससे कहना चाहती थी। ‘तुम मुझसे या कहलवाना चाहते हो?’ इसके बजाय मने कहा। ‘यह शादी रोक दो। अपने पैरट् स से कह दो। अभी नह तो कभी नह ।’ ‘ या सच? या वाकई ऐसा हो सकता है?’ ‘हाँ। म तु ह अपनी ज़ंदगी के आिखरी दन तक यार क ँ गा।’
38 ‘रािधका मैडम, फ़ोकस करो। आपके पाँव बीट पर नह चल रहे ह।’ को रयो ाफर िवजय ने कहा। ‘ना तो मेरे पास असल ज़ंदगी म िच याँ कलाइयाँ ह और ना ही म उस पर डांस कर सकती ।ँ ’ मेरी छह किज़ स अभी तक हर मूव को अ छी तरह सीख चुक थ । ले कन म पाँच टे स से आगे नह बढ़ पा रही थी। मुझे गाने के बोल, िवजय के इं शंस कु छ नह सुनाई दे रहे थे। मेरे दमाग म के वल तीन श द गूँज रहे थे : देब।ू नील। जेश! देब।ू नील। जेश! देबू और नील क आवाज़ म मुझे आई ‘लव यू’ सुनाई दे रहा था। जेश क आवाज़ म मुझे यूचर क तैया रयाँ सुनाई दे रही थ । नील अपने चाटड लेन क बात कर रहा था। मंक कै प पहने देबू के पैरट् स रोसोगु ला खाते ए अपने बै स पैक कर रहे थे। िवजय ने सोलहव बार गाना र ले कया। ‘वन-टू - ी, रािधका मैडम, टाट।’ मने नाचने क कोिशश क , ले कन म के वल इतना ही याद कर पा रही थी क म और नील फलीप स के उस आइलड पर से स कर रहे ह। इसके बाद मुझे अपने अमे रका वाले ाइबेका अपाटमट का खयाल आया, जहाँ म देबू के साथ थी। ‘मैडम, आप फर बीट भूल रही ह। हो या रहा है? कट, कट, री टाट।’ तीन बार और कोिशश क ग । आिखरकार, िवजय ने यूिजक बंद करवा दया। ‘ओनली रािधका मैम नाऊ। किज़ स, आप टेज से हट जाओ।’ िवजय ने कहा। वह हार नह मानने वाला था। उसने फर से गाना बजवाया। म टेज के बीच म आ गई। पहले अंतरे म मुझे अपनी कलाइयाँ उठाकर अपने चेहरे के सामने लाना था और अपने आँख मटकानी थ । ले कन म चुपचाप खड़ी रही। मुझे लग रहा था क मेरे पैर म जान नह है। म नीचे िगर पड़ी और रोने लगी। म इतनी ज़ोर से रो रही थी क को रयो ाफर दौड़कर मेरे पास आया। उसे चंता सता रही थी क कह उसे अपनी नौकरी ना खोनी पड़े। ‘सॉरी मैडम, आई एम सॉरी। हम यह गाना नह करगे। गाना बदल दू?ँ रोमां टक सॉ ग? आिशक 2? ‘तुम ही हो’? इसम कु छ नह करना होता है, बस उदास नज़र आते ए इधर उधर चलते रहो। ईज़ी। ाय कर?’ मने िसर िहलाकर मना कर दया। मेरी किज़ स दौड़ते ए टेज पर आ और मुझे घेर िलया। ‘ या आ दीदी?’ वीटी ने कहा। ‘कु छ नह । म कतनी बेकार ,ँ ये टु िपड टे स भी नह सीख पा रही ।ँ ’ ‘दीदी, म स ल गल बन जाऊं?’ वीटी ने कहा। ‘तू कै से स ल गल बनेगी? तू दु हन है या?’ पंक ने कहा। इतने म मॉम वहाँ आ ग । ‘ या हो रहा है?’ उ ह ने मुझसे कहा। म उठ खड़ी ई और उ ह ज़ोर से गले लगा िलया। म फर रोने लगी। उ ह ने मेरी पीठ पर थपक दी।’ ‘शांत हो जाओ, मेरी िब टया। हर लड़क को एक-ना- एक दन पैरट् स का घर छोड़ना ही होता है।’ म घर छोड़ने क बात पर रो रही थी? नेवर माइं ड, म िपछले कई साल से घर से बाहर ही रह रही थी। ‘अभी रहने दो। ये कु छ समय बाद फर ाय कर लेगी, ’ मॉम ने कहा। ‘ले कन, मैडम संगीत तो आज शाम को ही है, ’ िवजय ने चंितत वर म कहा। ‘बाद म।’ मॉम ने कहा और म उनके साथ अपने कमरे म आ गई।’ आराम कर लो। म यह पर ।ँ ’ म िब तर पर लेट गई। मॉम मेरे पास बैठ ग । ‘मॉम, म आपसे एक ज़ री बात करना चाहती ।ँ ’ ‘ या? ओह, अ दित ने यूटी पालर को फोन कया या नह ? उनका टाफ आता ही होगा।’ मने उनके चेहरे क ओर देखा और सोचने लगी क कहाँ से शु क ँ । ‘न थंग, मॉम। ये थोड़ा पसनल है और पता नह क मुझ.े .. ’ ‘ यादा दद नह होता है।’ मॉम ने कहा। ‘ या?’ मने हैरत से पूछा। ‘से स। म जानती ँ क तुम उसको लेकर तनाव म होगी। ले कन उसम यादा दद नह होता।’ ‘ रयली, मॉम?’ मने कहा। ‘यस। देखो, म उन बैकवड माँ जैसी नह ,ँ जो इन मामल पर अपनी बेटी से बात नह कर सकत । म तो कली बात करती ।ँ तुम यही कहना चाहती थ , ना?’ ‘हाँ यही।’ ‘गुड। आराम करो। और िच याँ कलाइयाँ पर ही नाचना। मेरी बेटी क शादी म सैड सॉ ग नह बजगे।’
सूरज और उसके डेकोरे टस क टीम ने कमाल का काम कया था। संगीत क शाम उ ह ने हॉल को हर दशक क बॉलीवुड फ म के पो टर से सजाया था। सफे द िलली और लाल गुलाब से बनाए गए ीमस पूरे म म भरे ए थे। म कसी बॉलीवुड आइटम नंबर के सेट जैसा लग रहा था। सब कु छ ब त ओवर द टॉप था, जैसा क पंजाबी शा दय म होता है। मेहमान इस सजावट क तारीफ कर रहे थे। मने एक याज़ी रं ग का लहंगा और उस पर एक डायमंड सेट पहना था। मने अपने आपको आईने म देखा। ‘दीदी, आप ट नंग लग रही हो।’ वीटी ने कहा। एक घंटे के मेकअप सेशन के बाद अब म भी खुद को पहचान नह पा रही थी।
एक पल को मेरी इ छा ई क काश देबू और नील मुझे इस प म देख। हाँ, मेरी शादी से एक दन पहले म यही चाहती थी क मुझे मेरे ए स बॉय ड देख, जो इस समय लूटूथ रज म मेरे पास ही थे। अपने कमरे म एक घंटा झपक लेने के बाद म डांस क ैि टस करने चली गई थी और खूब जमकर ैि टस क थी, उतनी ही मेहनत से, िजतनी म कसी फायनिशयल मॉडल पर करती। जेश मेरे पास आया और बोला : ‘यू लुक... वेरी नाइस।’ ‘थ स।’ मने कहा। ‘ए चुअली, के वल नाइस नह , बि क यूटीफु ल, ट नंग, बेिसकली ेट।’ ‘तुम भी ब त शाप लग रहे हो।’ उसने एक म शेरवानी पहन रखी थी। साथ ही उसने अपने सुंदर िपचाई नुमा च म को िनकालकर कॉ टै ट लस लगा िलए थे। ‘गुड ईव नंग, लेडीज़ एंड जटलमैन, ’ पंकज मामा ने टेज संभाल िलया। उनके एक हाथ म माइक और दूसरे म ि ह क का लास था। ‘वेलकम टु द मो ट यूटीफु ल वे डंग संगीत ऑफ दर मो ट यूटीफु ल डॉटर ऑफ माय मो ट यूटीफु ल िस टर।’ उ ह ने कहा। ज़ािहर है क उ ह चढ़ चुक थी। सबसे पहले िवजय के प ने दो ोफे शनल परफॉमस दी। इसके बाद शाम का आकषण : हमारी आं टय का डांस आ। ‘अब दोन ही तरफ मािमयाँ और बुआएँ ह, जो ‘लंडन ठु मकदा’ पर अपनी तुित दगी।’ पंकज मामा ने अनाउं स कया। सबने ज़ोरदार तािलयाँ बजा । आठ आं टयाँ टेज पर सवार हो ग । एलईडी न बैक ाउं ड म लंदन क त वीर दखा रही थी, िजसम िबग बेन नज़र आ रही थी। हर आंटी ने इतना सोना पहन रखा था क उसको बेचकर लदंन मे एक अपाटमट का डाउन पेमट दया जा सकता था। गाना बजना शु आ। टेज पर र टर के ल नाइन का झटका लगा। पहले प ह सेकड तक आं टय ने ओ रिजनल टे स करने क कोिशश क , उसके बाद वे सब - टाइल करने लग । दो आं टयाँ एक-दूसरे से टकरा ग । कसी क चूिड़याँ कसी के बाल म जा फँ सी। ले कन डांस चलता रहा। अगर अं ेज़ लोग उनके लंदन शहर को दया गया यह यूट देख लेते तो वे हम कभी गुलाम नह बनाते। को रयो ाफर िवजय का मुँह खुला-का-खुला रह गया। वह सोचने लगा क कह उसने कोई गलत ोफे शन तो नह चुन िलया है। इससे पहले कभी उसके टू डट् स ने उसक कसी लेसन क ऐसी बारह नह बजाई होगी। जेश मेरे पास खड़ा हँस रहा था। म भी मु करा दी। मने अपना फोन चेक कया। देबू और नील दोन के एक-एक मैसेज थे। मने उ ह खोलकर नह देखा। उ टे अपना फोन अ दित दीदी के हडबैग म रख दया। ‘ज द ही तु हारा टन आने वाला है।’ दीदी ने कहा। ‘दीदी, मेरा मन नह हो रहा है।’ ‘ या? तु हारी किज स पहले ही बैक टेज पर प च ँ गई ह। वे जबसे गोवा आई ह, तभी से इस पल का इं तज़ार कर रही ह।’ ‘ऑल ट् बे ट।’ जेश ने कहा। अब मेरे बैक टेज म जाने का समय आ गया था। ‘ या तुम मेरे िलए एक क ं ला सकते हो, जेश?’ मने कहा। ‘हाँ, हाँ, य नह । तु ह या चािहए?’ ‘कु छ भी।’ ‘ि ह क ’ ‘ योर।’ वह गया और बार से लैक लेबल का एक बड़ा पैग बनाकर लौटा। म उसे एक साँस म पी गई। ‘टेक इट ईज़ी। ड ट बी टस। वह बस के वल एक डांस है।’ उसने कहा। ‘बात के वल डांस क नह है। हम कु छ बात भी करनी है।’ पंक मुझे बुलाने आई तो मुझे जाना पड़ा। ‘हम बाद म बात करगे।’ मने कहा। ‘ या? योर। हे, रॉक इट!’ जेश ने कहा। रा ते म मुझे मॉम ने रोका। ‘तुम या कर रही थ ?’ ‘ या?’ ‘म सब देख रही थी। तुमने जेश को ि कं लाने को बोला और फर कसी चीप लड़क क तरह उसके सामने पी भी ग ।’ ‘तो?’ मने कहा। ि ह क पीने के बाद मेरा कॉि फडस ब त हाई हो गया था। ‘म डांस करने से पहले थोड़ा रलै स होना चाहती थी। ‘तु हारे पास दमाग है या नह ? तु हारे इन-लॉज़ तु ह देख रहे ह। या सोचगे वो? यही क उनक ब कसी जंगली बेवड़ी क तरह पीती है?’ ‘मॉम, जब मेरे होने वाले पितदेव को ही कोई ॉ लम नह ई तो आप यूं चंता कर रही ह?’ मॉम ने मुझे एक डट लुक दी। पंक ने मेरा हाथ थाम िलया। ‘म तो क ग ँ ी मॉम क आप भी ट ली हो जाओ। आपको इसक ज़ रत है।’ मने जाते-जाते कहा।
मने बेहतरीन डांस कया और अपने को रयो ाफर क नाक नह कटने दी। मुझे अपनी सभी टे स याद थ । िच याँ कलाइयाँ को तो मने बेहतरीन अंदाज़ म कया। लोग ने चीयर कया। गाना ख म आ। मने और मेरी किज़ स ने अपनी परफॉमस एक ुप हग के साथ ख म क । तािलयाँ गूँज उठ । जेश सबसे जोर से तािलयाँ बजा रहा था। शायद उसको उ मीद नह थी क उसक इं वे टमट बकर दु हन टेजतोडू डांस भी कर सकती थी। ‘ या कमाल का डांस कया तुमने।’ उसने कहा। ‘ओह नो, ऐसा नह है। उस चार िमनट के गाने के पीछे चार घंट क ैि टस थी।’ ‘म तो चार महीने क े नंग म भी ऐसा नह कर पाता।’ ं स लेकर जा रहा एक वेटर हमारे पास से गुज़रा। मने ि ह क का एक लास उठाया और जेश को दे दया। ‘पी जाओ।’ मने कहा। ‘आर यू योर? हम ब त सारे लोग से िमलना है।’ ‘मुझे तुमसे कु छ कहना है। उसके िलए तु ह इसक ज़ रत होगी।’ ‘ या?’ इससे पहले क म कु छ कह पाती, फं शन म मे लाइट् स िडम हो ग । डीजे बजने लगा। टेज को अब फॉर ऑल कर दया था और ब े उस पर चढ़ाई कर चुके थे। इसके बाद उनसे बड़े ले कन टीनएजर किज़ स आए, िज ह ने उ ह वहाँ से भगा दया। सबसे आिखर म अंक स अपने साथ आं टय को भी लेकर टेज पर आ गए। मने और जेश ने भी कु छ गान पर डांस कया। जेश को वाकई डांस करना नह आता था। तीन गान के बाद मने जेश के कान म कहा : ‘ जेश, अब क जाओ। मुझे कु छ बात करनी है।’
39 डीजे के शोर से दूर आते ही मेरे कान को राहत महसूस ई। हम मै रयट गाडन म चले आए, जो अभी रात के व शांत था। दसंबर क हवा म ह क सद थी और म अपने हाथ को रगड़ने लगी। ‘हम कहाँ जा रहे ह?’ जेश ने कहा। ‘लोग क नज़र से दूर।’ मने कहा। हम एक बच िमल गई, िजस पर हम बैठ गए। एक-दूसरे के पास, जब क हमारे सामने समु था। ‘ या कभी-कभी के वल साँस लेते रहना ही खूबसूरत नह होता?’ मने कहा। ‘हाँ। ले कन वे लोग हम ढू ँढने लगगे। ज द ही एक सच पाट यहाँ पर आ धमके गी।’ ‘सबकु छ ब त े ज़ी हो गया है। ’ ‘ड ट वरी। दो दन म सभी मेहमान चले जाएँग।े फर म और तुम ही रह जाएँगे।’ ‘हाँ।’ म सोच रही थी क कै से अपनी बात शु क ँ । ‘और ज द ही हम बाली के िलए लेन म ह गे।’ ‘हाँ जेश, ले कन...’ वह मुझे नज़रअंदाज़ कर ए साइटेड तरीके से बोलता रहा। ‘और बाली सैन ांिस को लौट जाने के बाद वीकड म मुझे अपाटमट् स ढू ंढने ह।’ ‘ जेश, म यह नह कर सकती।’ ‘ या? यह ब त हेि टक जो जाएगा ना? ठीक है, हम अपाटमट् स बाद देख लगे।’ ‘म अपाटमट खोजने क बात नह कर रही ।ँ ’ ‘ फर?’ ‘यह। यह सब जो हो रहा है। आई एम सॉरी, म यह नह कर सकती।’ ‘ या? र तेदार? हाँ, उ ह ने तो मेरी भी नाक म दम कर रखा है। पता नह हम और कतन के पैर छू ने ह गे।’ मने उसका कं धा पकड़ा और उसे अपनी ओर कर िलया। ‘ जेश, म यह शादी नह कर सकती।’ ‘ या? सॉरी, म समझा नह ।’ ‘जो तुमने सुना, वही।’ उसने मेरी ओर देखा और हँस दया। ‘ या?’ मने कहा। ‘तुम ब त फनी और वीट हो।’ उसने मेरे गाल ख चे। ‘ वीट?’ मने कहा। उसे मंझधार म छोड़कर जाने म भला कौन-सी वीटनेस हो गई? ‘तुम नवस हो। और इसीिलए छोटे ब क तरह बोल रही हो क म यह नह कर सकती। यह वीट नह तो या है?’ ‘ऐसा नह है...’ ‘डर मुझे भी लग रहा है। म अके ला रहता ।ँ अब मेरे साथ कोई और भी रहने वाला होगा। यह मुझे थोड़ा अजीब लग रहा है। फर यह सब इतनी ज दी म हो रहा है।’ ‘ज दी म? हम कई महीन से इसक ला नंग कर रहे थे।’ ‘तुमने हाँ कह दया, मने हाँ कह दया। य क हम कोई-ना-कोई फै सला तो करना ही था।’ ‘ जेश, कै न यू लीज़ ट मी? म यह नह कर सकती।’ वह फर मु करा दया। उसने अपना एक हाथ मेरे कं धे पर रख दया। ‘आज के बाद से तु हारे सारे डर मेरे ह और मेरे तु हारे । तो चाहे तु ह डर लगे या कु छ और, म तु हारे साथ ।ँ ’ म बच से उठी और उसके सामने खड़े हो गई। ‘ जेश, मुझे नह लगता क तुम मेरी बात समझ पा रहे हो। यह नवसनेस नह है। मुझे कु छ ज़ री फै सले लेने ह और मेरे दमाग म खलबली मची ई है।’ ‘मुझे वह सुनकर मायूसी ई ले कन।’ ‘ले कन या?’ ‘अंदर कोई दो सौ लोग नाच रहे ह, हमारे िमलने क खुशी मे। एक मूड वंग अब हमारे फै सले नह ले सकता।’ ‘ये मूड वंग नह है, जेश?’ ‘तो फर या है? तुम मुझसे कु छ कहना चाहती हो?’ ‘यह मेरा पा ट है, जो आज भी मेरा पीछा कर रहा है।’ वह मेरी तरफ देखने लगा और सोचने लगा क म या कहना चाह रही ।ँ ‘यह मेरा यूचर भी है, िजसके बारे म मुझे तय करना है।’ जेश का फोन बजा। वह मु करा दया। ‘ये लो, सच पाट शु हो गई।’ उसने कहा और फोन उठा िलया।’ हाँ डैड, म यह पर ।ँ बस थोड़ी देर खुली हवा म साँस लेने चला आया था। हाँ, रािधका भी मेरे साथ म है। हम के वल चै टंग कर रहे ह, डैड। ठीक है, हम आ रहे ह।’
उसने फोन रखा और मेरी तरफ देखा। ‘बड़े-बुजुग लोग जा रहे ह। वे हम आशीवाद देना चाहते ह।’ ‘सॉरी जेश। म...’ ‘हम अभी जाना होगा। सुनो रािधका, म लड़ कय के मामले म ए सपट नह ।ँ ले कन शायद हर लड़क अपनी शादी से पहले ऐसे ही सोचती होगी, जैसे तुम सोच रही हो।’ ‘सभी नह ।’ ‘शायद अर ड मै रज म वे ऐसा सोचती ह । हम अब भी एक-दूसरे को जानते नह । या म कु छ सजे ट कर सकता ?ँ ’ ‘ या?’ ‘अपने म म जाओ और आराम कर लो। इन सभी मेहमान और सेिल ेश स से तु ह द त हो रही है।’ ‘वेल, ये मने ही चुना था क मेरी शादी इतने ड तरीके से हो।’ ‘ए ज़ै टली। तो शायद तु हारे डाउट् स के वल आिखरी समय म उपजने वाले अंदश े े भर ह। थोड़ी देर आराम करने के बाद तुम बेहतर महसूस करोगी।’ ‘ले कन।’ ‘डैड कॉ लंग अगेन।’ जेश ने कहा और फोन उठा िलया।
ममप च ँ ते ही मैने अ दित दीदी से अपना फोन वापस िलया। जैसे ही मने अपना फोन अनलॉक कया, मैसेजेस क बाढ़-सी आ गई। मैसेजेस इस तरह थे: देबू : हे बेबी, या हो रहा है? देबू : या म कोई मदद कर सकता ?ँ या म तु हारी साइड से कसी से बात कर सकता ?ँ नील : म अपने म म ही र ग ँ ा। कभी भी अगर तु ह ज़ रत हो तो। नील : हम कब बात कर सकते ह? नील : या हम िमल सकते ह? एक िमनट के िलए? जेश : होप यू आर फाइन। गेट सम रे ट, ओके ? जेश : सब ठीक हो जाएगा। शांत रहो। जब तीन मद मुझे हर घंटे एक दजन मैसेज भेज रहे ह और कल मेरी शादी हो, तब म भला कै से शांत र ?ँ अभी तो मुझे यह भी नह मालूम क मेरी शादी आिखर कससे होगी? अ दित दीदी मेरे पास सी रही थी। वे पानी पीने के िलए उठ तो मेरे हाथ म चालू फोन देखा। ‘सो जाओ, यू इिडयट! नह तो अपनी वे डंग िप चस म तुम डाक सक स के साथ नज़र आती रहोगी।’ हाँ शायद अभी मुझे इसी बात क सबसे यादा चंता होनी चािहए क या मेरी मेकअप लेडी मेरे डाक सक स को छु पा पाएगी या नह । ले कन म दूसरी लड़ कय जैसी य नह ?ँ टंग। एक और मैसेज आया। ‘फोन साइलट पर रख दो।’ अ दित दीदी ने न द म ही िच लाकर कहा। मने अपना फोन देखा। सूरज : होप आपको डेकोरे शंस पसंद आया, मैडम। आपका डांस ब त अ छा था। मने फोन बंद कर दया। आँख मूँद ल ले कन सो नह पाई। अब म या क ँ ? रािधका, द ेट िड े ड एनालािय ट। इस िड े ट िसचुएशन से िनकलने का कोई रा ता तो तलाशो। कु छ लोग फै सले लेने म अ छे होते ह। म उनम से नह ।ँ कु छ लोग ब त ज दी सो भी जाते ह। म उनसे से भी नह ।ँ रात के 3 बजे थे, ले कन म अपने िब तर म करवट बदल रही थी। पं ह घंटे बाद मेरी शादी होने वाली थी। होटल म दो सौ गे ट थे, जो यहाँ मेरी शानदार डेि टनेशन वे डंग म शरीक होने आए थे। सभी ए साइटेड थे। म दु हन थी। मुझे अपनी यूटी लीप लेना चािहए थी। ले कन म सो नह पा रही थी। मुझे अभी अपनी यूटी क चंता नह थी। म यही सोच रही थी क इस मुसीबत से कै से िनकला जाए। 3.30 बजे म उठी और कमरे के परदे हटा दए। समु अंधेरे म डू बा आ था। दूर जहाज क बि याँ टम टमा रही थ । मेरे आँख म चाँदनी भर गई। ये तु हारी लाइफ है, रािधका। इसका फै सला तु ह ही करना है। कसी ने मेरे भीतर कहा। यह एक शांत आवाज़ थी, िमनी-मी क शोरगुल से भरी आवाज़ नह । ‘कौन हो तुम?’ मने खुद से पूछा। यह म ,ं तु हारे मन क आवाज़। ‘मेरे भीतर रहने वाली मेरी टक, िजस लगता है क म एक टोटल िबच ?ँ ’ नह , वह िजसे लगता है तु ह खुशी के साथ जीने का हक है। ‘ रयली? मेरे भीतर ऐसा भी कोई इं सान है?’ सभी के भीतर ऐसा एक इं सान होता है। ‘वेल, तो म या क ँ ? कसको चुनूँ?’ शांत रहो, रािधका। शांत रहो। तु ह जवाब िमल जाएगा। म वही तो कर रही थी। िपछले आधे घंटे से म जैसे यान लगा रही थी। मेरी आँख अंधेरे म डू बे समु पर जमी ई थ । धीरे -धीरे
जैसे मेरे िसर पर से बोझ हटने लगा। म समझने लगी क मुझे या करना चािहए। मने अपना फोन िनकाला और देब,ू नील और जेश तीन को एक ही मैसेज भेज दया : ‘यू देयर?’ सबसे पहले देबू का र लाई आया। चंद ही सेकड बाद। ‘यस बेबी। सोने क कोिशश कर रहा ,ँ ले कन सो नह पा रहा।’ ‘5 बजे मुझसे होटल कॉफ शॉप पर िमलो।’ मने जवाब दया। ‘ओह रयली? दै स ेट। यानी एक घंटे बाद। सी यू।’ उसने मुझे कु छ ए साइटेड और है पी माइली भी भेजे। ‘थ स।’ मने जवाब दया। ‘सी यू।’ दस िमनट बाद नील का जवाब आया। ‘यस, आई एम िहयर।’ मने उसे वही िलख दया, जो देबू को िलखा था। सुबह 5 बजे कॉफ शॉप पर िमलो। ‘ओके योर।’ उसका जवाब आया। जेश का र लाई 4.30 पर आया। ‘हे, गुड मॉ नग। तुम अभी से जाग ग ? आराम कया या नह ?’ ‘म ठीक ।ँ ’ ‘गुड। वॉट् सअप?’ मने उसे भी वही िलख दया, जो देबू और नील को िलखा था। ‘ रयली? इतनी सुबह?’ ‘कै न यू? लीज़?’ ‘ऑफ कोस। सी यू।’ मने अपना फोन एक तरफ रख दया और एक गहरी सॉस ली। अ दित दीदी जाग ग । ‘तुम वहाँ सोफे पर या कर रही हो?’ ‘अपनी लाइफ को फ स कर रही ।ँ ’ ‘ या?’ ‘कु छ नह । बस शॉवर लेने जा रही ,ँ ’ मने कहा और बाथ म म चली गई।
40 ठीक 5 बजे म कॉफ शॉप प च ँ गई। नील और देबू वहाँ पहले ही प च ँ चुके थे। वे अलग-अलग टेब स पर बैठे थे, एक-दूसरे से अनजान। देबू ने सफे द कु ता पायजामा पहन रखा था और अपनी दाढ़ी और च मे के कारण वह कोई क युिन ट इं टेले चुअल लग रहा था। नील ने एक डाक यू शट और बेहतरीन इ तरी कए ए बीज शॉ स पहने थे। मने िस पल सफे द सलवार कमीज़ पहनी थी और वह शादी के िलए पहनने वाले कपड़ से कह यादा कं फटबल थी। इं िडगो एयरलाइं स के चार ू मबस दूसरी टेबल पर बैठे कॉफ पी रहे थे। इनके अलावा कॉफ शॉप म कोई और क टमस नह थे। सुबह ई ही थी और भोर क ठं डी हवा मेरे बाल को सहला रही थी, जो शॉवर के बाद अभी तक गीले थे। जैसे ही म कॉफ शॉप म घुसी, नील और देबू दोन उठकर मेरे पास आ गए। ‘हे, ’ देबू ने कहा। ‘हाय, लु कं ग े श।’ नील ने कहा। नील और देबू ने एक-दूसरे को सर ाइज़ और कं यूजन के साथ देखा। ‘गुड मॉ नग, देबू। ये है नील। नील, दस इज देबू।’ मने कहा। ‘गुड मॉ नग, ‘देबू ने कहा। वह िसचुएशन को समझने क कोिशश कर रहा था। ‘हाय।’ नील ने देबू से कहा। ‘लेट्स हैव सम ेकफा ट।’ मने कहा। म एक सी-फे संग टेबल पर बैठ गई। दोन अपनी जगह पर खड़े रहे। ‘आओ तुम दोन ।’ मने कहा और मु करा दी। वे िहच कचाहट के साथ बैठ गए। वेटर ऑडर लेने आया। ‘म एक कपूिचनो और ाउन- ेड टो ट लूंगी। पीनट बटर और हनी के साथ। और आप लोग?’ मैने कहा। देबू और नील ने एक-दूसरे क ओर देखा। ‘ लैक कॉफ । पॉ रज।’ नील ने कहा। ‘ऑरज जूस।’ देबू ने कहा। वेटर चला गया। म मु कराती रही और उन दोन क कं यू ड हालत का मज़ा लेती रही। ‘ये तु हारे ड है?’ नील ने देबू के बारे म पूछा। ‘हाँ, तुम ऐसा कह सकते हो।’ ‘तुम मुझे ॉपरली इं ोड् यूस करना चाहोगी?’ देबू ने अपना गला साफ करते ए कहा। ‘िबलकु ल।’ ‘यस, िबकाँज़ सॉरी देबू, म तु ह जानता नह और उस वजह से यह सब ब त कं यू जंग और सर ाइिज़ग हो गया है।’ नील ने कहा। ‘आप दोन मेरे ए स ह। मेरे पा ट लवस।’ मने कहा। य द ाइसलेस ए स ेशंस के िलए कोई पुर कार होता तो इस व नील और देबू दोन को नोबेल िमलता। ‘सॉरी, म समझा नह ।’ नील ने कहा।’ म तु हारा ए स ?ँ , ले कन ये कौन है?’ ‘देबू, मेरा यूयॉक वाला बॉय ड। मने बताया था ना?’ ‘ओह दैट गाय, ’ नील ने कहा। ‘नील भी तु हारा ए स है? सॉरी, ये कब आ?’ देबू ने कहा। ‘हांगकांग म।’ ‘ओह, ’ देबू ने कहा और चुप हो गया। वह नील का अ छी तरह से मुआयना कर रहा था। ‘यस, नील ओ डर ह, देबू। मच ओ डर। वे मै रड भी ह।’ मने कहा। ‘मै रड था। अभी नह ।ँ ’ नील ने मुझे करे ट करते ए कहा। ‘तो देबू तु हारी शादी म आया है? दैट्स नाइस।’ ‘नह , वो यहाँ शादी अटड करने नह आया है। वो यहाँ मुझसे शादी करने आया है। वह खुद दू हे क जगह पर बैठना चाहता है यह , इसी जगह।’ ‘ या? ’नील ने कहा।’ म तो समझ रहा था तुम दोन के बीच सबकु छ ख़ म हो गया है। ये वही इं सान है ना, िजसक वजह से तु ह यूयॉक छोड़ना पड़ा था?’ ‘हाँ, ले कन अब उसका हाट चज हो गया है। ज ट लाइज़ यू।’ फर म देबू क ओर मुड़ी। ‘और देबू, नील भी यहाँ मेरी शादी कवाने के िलए ही आए ह। उनका टाइल थोड़ा िडफरट है। वे अपने साथ चाटड जेन लेकर आए ह।’ देबू क आँख फटी-क -फटी रह गई। ‘तो तुम देख सकते हो क ये कतने अमीर ह। और तुमको अमीर से हमेशा ही ॉ लम रही है।’ ‘म... म... म...’ देबू हकलाने लगा। ‘मुझे अमीर से कोई ॉ लम नह है। कसने कहा तु ह?’ नील बीच म बोल पड़ा, ‘म चाटड लेन से इसिलए नह आया क म अपनी अमीरी दखाना चाह रहा था। ले कन मेरे सामने वही बे ट ऑ शन था।’
‘नील, इससे कोई फ़क नह पड़ता। ले कन आप दोन िसचुएशन को समझने क कोिशश करो। आप दोन यहाँ पर मेरी शादी कवाने के िलए आए हो, जो क चंद ही घंट म होने जा रही है। इतना ही नह , आप यह भी चाहते हो क म आपसे शादी कर लू।ँ तो जैसी क उ मीद क जा सकती है, इसने मुझे खासी परे शानी म डाल दया है।’ वेटर हमारा ना ता लेकर आ गया। नील और देबू अपनी अपनी सीट पर असहज होकर बैठे थे और एक-दूसरे को अवॉइड करने क कोिशश कर रहे थे। म आराम से अपने टो ट पर पीनट बटर लगाती रही। वेटर के जाने के बाद देबू बोला। ‘सॉरी रािधका, मुझे नह मालूम था क तु हारा एक ए स बॉय ड यहाँ पर है। या इन जटलमैन को एक बॉय े ड बोला भी जा सकता है? ये कतने ओ ड और मै रड है।’ ‘म अब मै रड नह ।ँ और मेरा नाम नील है, नील गु ा।’ नील ने अपनी कमीज़ क कॉलर ठीक करते ए कहा। ‘वॉटेवर। ले कन, रािधका, मुझे तो लगा था क हम यहाँ पर अके ले िमलगे। वैसे भी तु ह मेरे साथ ही जाना चािहए।’ ‘ य ? तुम भूल गए तुमने उसके साथ कै सा सलूक कया था? उसे तु हारे कारण अमे रका छोड़ना पड़ा।’ नील ने कहा। ‘तु हारे िलए भी, नील।’ मने कहा। नील ने हैरत से मेरी ओर देखा। ‘रािधका, मने सॉरी कह दया था। मने कभी तु हारी बेइ ज़ती नह क । हाँ, मुझे थोडा कं यूज़न ज र था, ले कन अब वैसा कु छ नह है।’ ‘िम टर नील, बेहतर होगा अगर आप अपनी उ क कोई ढू ँढ ल।’ देबू ने बीच म टोकते ए कहा। ‘उ से यादा मह व कने शन का होता है। और सॉरी टु से, ले कन म तुमसे यादा फट लग रहा ।ँ ’ नील ने कहा। म इस बातचीत पर यक न नह कर पा रही थी। म अपनी हँसी रोकने क पुरजोर कोिशश कर रही थी। सच क ँ तो मुझे अ छा लग रहा था क वे दोन मुझको लेकर लड़ रहे थे। मेरा बस चलता तो दनभर यह नाटक देखती रहती, ले कन मेरे पास समय नह था। ‘बॉयज़-बॉयज़, लड़ना बंद करो और जो म कह रही ,ँ उसको सुनो।’ मने कहा। ‘म जानता ँ तुम मुझे चाहती हो बेबी। म तु हारा पहला यार ।ँ ’ देबू ने कहा। ‘जो अकसर एक गलती सािबत होता है। हमारे बीच एक खास कने शन है रािधका, यार से भी परे । हम एक जैसे ह और तुम यह जानती हो।’ नील ने कहा। ‘मुझे तो लगता है क आप दोन सबसे यादा अपनी आवाज़ को यार करते ह। या आप कु छ देर चुप रहगे ता क म कु छ बोल सकूँ ?’ मने कहा। दोन ने हामी भर दी। ‘थ स।’ मने कहा। ‘सॉरी, म तुम दोन के साथ यह कर रही ।ँ ले कन शायद तुम दोन एक-दूसरे से कु छ सीख सकते हो।’ ‘इ स फाइन, ’ नील ने कहा। ‘देबाशीष सेन, तु ह हमारी यूयॉक क वह वॉक याद है, जब तुमने कहा था क लड़ कयाँ कु छ भी कर सकती है क लड़ कय को उड़ना चािहए। तुमने कु छ फ़े िमिन ट कताब के बारे म भी बताया था।’ ‘हाँ।’ देबू ने कहा। ‘यह सब सुनने म ही अ छा लगता है। ले कन असल ज़ंदगी म एक लड़क अपने बॉय ड के मोशन क पाट दे सकती है, जब क बॉय े ड से अपनी गल े ड को िमलने वाला बोनस बदा त नह होता। है ना?’ ‘ऐसा नह है... ‘उसने कहा, ले कन मने उसे बीच म ही टोक दया। ‘मुझे बोलने दो। तुमने कहा लड़ कय को उड़ना चािहए, ले कन जब मने ऊँची उड़ान भरी तो तुम मेरे पंख कतरने लगे।’ देबू क नज़र नीची हो गई। तब म नील क ओर मुड़ी। ‘नील, तुमने मुझे इसीिलए यार कया, य क म उड़ रही थी और तुम चाहते थे क म और ऊँची उड़ान श ँ ।’ ‘िबलकु ल।’ ‘ले कन पता है तुमसे कहाँ भूल ई?’ ‘कहाँ?’ ‘तुम नह चाहते थे क मेरा अपना कोई घ सला हो।’ नील के पास इसका कोई जवाब नह था। ‘म इ ल राइट् स म यक न करता ,ँ तुम यह जानती हो।’ नील ने कहा। ‘तुम इस बात को समझ नह पाए क म बेवकू फ बनने को तैयार नह थी? शायद इ ल राइट् स देने का मतलब लड़ कय को समान अिधकार देना होता है, ले कन समान चीज़ नह । समान अिधकार, वह हािसल करने के िलए जो वे चाहती ह, वह नह जो मद चाहते ह। देबू अपना िसर खुजाने लगा। ‘इसका या मतलब?’ नील ने कहा। ‘तुम या चाहती हो? कै रयर? घर?’ देबू ने कहा। ‘म सचमुच कं यू ड ।ँ ’ ‘हाँ, तुम चाहती या हो? जो तुम चाहती हो, वही चुनो, रािधका।’ नील ने कहा। मने कॉफ का एक िसप िलया। ‘आह, चुनना। यह चुनना ही तो फे िमिन म का बचमाक वड है, राइट? य द म औरत को अपना घर और कै रयर चुनने क आज़ादी दू,ँ तो म एक ेट फ़े िमिन ट ।ँ ’ ‘म समझा नह । इसम गलत या है?’ नील ने कहा। ‘हाँ, यही तो फे यर बात है क औरत को चुनने क आज़ादी िमले।’ देबू ने कहा। ‘नह , यह फे यर नह अनफे यर है। य क यही तो बुिनयादी द त है। पता है हम औरत सचमुच या चाहती ह? हम चुनना ही
नह चाहत । हम उड़ना भी चाहती ह और अपना एक खूबसूरत घ सला भी चाहती है। हम ये दोन चाहती ह।’ ‘म तो कु छ भी समझ नह पा रहा ।ँ ’ देबू ने कहा। नील भी कं यू ड लग रहा था। ‘अगर मद के नज़ रए से सोच तो वे या चाहते ह? एक कै रयर, है ना?’ ‘हाँ।’ देबू ने कहा। ‘मद से स चाहते ह, राइट? कोई जजमट नह है, ले कन वे से स चाहते है, ठीक?’ ‘हाँ।’ इस बार नील ने कहा। म पलभर को क और फर बोलने लगी। ‘तो कै सा हो अगर पु ष के अिधकार के नाम पर उ ह एक वॉइस दे दी जाए तो वे या चुनगे? कै रयर या से स? उ ह इ ल राइट् स दए जा रहे है और उ ह चुनना चािहए। वे या चाहगे : से स या कै रयर?’ ‘सॉरी, ले कन यह एक ब त बेतुक वॉइस है।’ नील ने कहा। ‘िबलकु ल। तुम सही हो, नील। यह िबलकु ल एक बेतुक वॉइस है। उतनी ही बेतुक वॉइस, जैसी क औरत के सामने रखी जाती है : या तो उड़ो या घ सले म रह लो। तुम दोन चाहते हो, ले कन औरत से उ मीद करते हो क वे इन दोन म से कोई एक चुन?’ मने कॉफ के तीन िसप ले िलए, तब जाकर नील ने कु छ कहा। ‘म समझ गया। औरत सबकु छ चाहती है। अ छा घर। अ छा प रवार। माँ बनना और अपने कै रयर को चमकाना भी।’ ‘ले कन यह ैि टकली पॉिसबल कै से है? कै रयर का मतलब है ऑ फस म लंबा समय िबताना। घर का मतलब है ब े और उनक िज मेदा रयाँ।’ देबू ने कहा। ‘ए ज़ै टली! तुमने कभी सोचा क यह ैि टकल य नह है?’ मने कहा। ‘ य ?’ देबू ने कहा। ‘ य क यह दुिनया मद ने बनाई है। उ ह ने ऑ फस क टाइ मं स तय क ह : नौ से छह, ह ते म पाँच दन। औरत वकफोस का िह सा नह आ करती थ , ले कन वे अब है। ये टाइ मं स मद के िलए ठीक है, उ ह घर पर माँ क भूिमका नह िनभानी होती है। ले कन हम या कर?’ ‘हम यानी?’ ‘हम यानी पूरी दुिनया। ऐसा कब होगा क हम इसम बदलाव लाएँग?े बदलाव लाना तो दूर हम इसको समझने क कोिशश तक नह कर रहे ह।’ म गहरी साँस लेने के िलए क । फर उनक बात सुनने के िलए आगे क तरफ झुक । ‘तु हारी बात म दम है। मान िलया। म समझ नह पाया था क तु हारे भीतर अपना एक प रवार बनाने क भी गहरी इ छा है। शायद इसी से ब त गलितयाँ हो गई।’ नील ने कहा। ‘ मने तुम पर अपने िवचार थोप दए। एक अ छा कै रयर बनाने क तु हारी इ छा को नज़रअंदाज़ कर दया। इसके िलए मुझे माफ कर दो ले कन मेरा साथ मत छोड़ो। मै तु हारा साथ दूग ँ ा।’ देबू ने कहा। ‘नह ।’ मने कहा। मेरी आवाज़ जैसे मेरे भीतर कह गहराई से आ रही थी।’ ‘अगर तुम मुझको चुनोगी तो तुम एक सही फै सला कर रही होगी, रािधका।’ नील ने कहा। ‘नह , नील। तुम भी नह ।’ ‘ या?’ मने समय देखा। 5 बजकर 28 िमनट हो चुके थे। ‘म तुम दोन के ही साथ जाने को तैयार नह ।ँ तुम दोन म कु छ बुिनयादी बात ह, जो बदलगी नह । देब,ू तुम कहते हो क तुम मेरा साथ दोगे, ले कन िजस तरह से तुम मेरी कामयाबी देखकर सकपका गए, उससे तो ऐसा नह लगता, जब क म तो आगे चलकर और कामयाब होना चाहती ।ँ ’ ‘ले कन रािधका...’ देबू ने कहना शु कया, ले कन मने अपने ह ठ पर ऊंगुली रखकर उसे चुप होने को कह दया। ‘और नील, इसम कोई शक नह क तुम कमाल के हो। चाटड लेन के बारे म सोचकर यूँ भी कोई लैट हो जाएगा।... और अब तो तुमने डाइवोस भी ले िलया है। ले कन सच यह है क तुम मुझे आधा ही यार करते हो। और मेरा दूसरा भाग है कु सुम, िजसे तुमने छोड़ दया है। तु ह एक पाट गल चािहए। एक जवान लड़क , जो तु ह इस बात का अहसास दलाती रहे क तुम भी अभी जवान हो। ले कन म कब तक एक जवान लड़क बनी र ग ँ ी? और तब नील गु ा मेरे साथ या करगे, कौन जानता है? नील अपनी यंग वाइस ेिसडट रािधका को चाहते है, ले कन जब यही रािधका उनके ब के डायपर बदल रही होगी, तब भी या वे उसे चाहगे?’ ‘ऑफ कोस, म... ’ ‘ श! म कं ोमाइज़ करने और कम पर राज़ी होने को तैयार नह ।ँ म मन बना चुक ।ँ मेरी बात सुनने के िलए थ यू। अब कोई ले चर नह , सीधे ए शन लान पर बात करते ह।’ ‘ या?’ देबू ने कहा। ‘म चाहती ँ क तुम दोन अभी इसी व यहाँ से चले जाओ। इस होटल से, गोवा से और मेरी ज़ंदगी से। आज के बाद तुम दोन कभी मुझ,े मेरी फै िमली या मेरे मेहमान को तंग नह करोगे। कोई मैसेज नह , कोई कॉ स नह । तुम दोन मेरा पा ट हो और अपने पा ट को म दफना चुक ।ँ तो लीज़।’ मने बाहर के रा ते क ओर इशारा करते ए कहा। ‘ले कन, ’ देबू ने कहा। ‘म तुम दोन से ब त अ छी ल वेज म कह रही ँ क यहाँ से दफा हो जाओ। लीज़, इसको एि िशएट करो। और सच म यहाँ से दफा हो जाओ।’ देबू और नील एक-दूसरे क ओर देखते रहे। फर उ ह ने मेरी तरफ देखा और जाने के िलए उठ खड़े लुए। चुपचाप वे उस रे तरां और मेरी ज़ंदगी से बाहर चले गए, दोन एक साथ। जैसे ही वे बाहर गए, जेश भीतर आया। वह सीधे मेरे पास आया। उसने े वकआउट लॉ स पहन रखे थे। उसने देखा क
टेबल पर इ तेमाल क जा चुक ॉकरी और कटलरी रखे ए ह। ‘गुड मॉ नग, मेरी होने वाली वाइफ।’ उसने कहा। ‘ये लोग, ये तुमसे िमलने आए थे?’ ‘गुड मॉ नग, जेश। आओ, हम कु छ बात करनी है।’ मने कहा। उसने मेरा गंभीर चेहरा देखा तो मेरे पास म बैठ गया। ‘हाँ योर। बाय द वे, सफे द रं ग तुम पर ब त सूट करता है।’ उसने कहा। ‘थ स।’ जेश ने एक लेन डोसा और कॉफ ऑडर क । ‘कल रात से बेहतर महसूस कर पा रही हो?’ वेटर के जाते ही जेश ने कहा। ‘कु छ-कु छ।’ ‘होता है। रात के व हम कु छ यादा ही परे शान हो जाते है। ड ट वरी। बस यह याद रखो क जीवन म जो कु छ भी होता है, आिख़रकार वह अ छे के िलए ही होता है।’ ‘तुम सचमुच इसम यक न करते हो?’ मने कहा। ‘हाँ।’ ‘गुड। तो जेश, मने रातभर इस बारे म सोचा। यह मुझे ठीक नह लग रहा है। म तुमसे शादी नह कर सकती।’ ‘ या?’ उसने कहा।’ आर यू सी रयस? तु हारी नवसनेस म समझ सकता ँ ले कन... ’ ‘अब म अपने पैरट् स को बताने जा रही ँ और उसके बाद तु हारे पैरट् स को।’ ‘ या?’ ‘बशत तुम खुद ही पहले उनसे बात नह कर लेते और मुझ पर इसका दोष नह डाल देत।े म तो यही ि फर क ँ गी।’ ‘रािधका!’ म उसे इ ोर कर बोलती रहाँ। ‘म सारे िब स सेटल कर दूग ँ ी। तु हारी फै िमली को कु छ पे नह करना पड़ेगा। आई एम सो सॉरी फॉर दस एंड... ’ जेश ने मुझे बीच म ही रोक दया। ‘तुम अपने आपको समझती या हो?’ उसने ऊँची आवाज़ म कहा। उसके इस तेवर से म च क गई। ‘आई एम सॉरी। म समझ सकती ँ क तुम अप ेट होगे।’ मने कु छ देर बाद कहा। ‘तुम समझ सकती हो? बस इतना ही? मेरी पूरी फै िमली यहाँ पर है। हम लोग िपछले एक ह ते से सेिल ेट कर रहे ह। आज हमारी शादी है। म उ ह जाकर या बोलूँगा? यह क दु हन मना कर रही है? क अब उसक शादी करने क कोई इ छा नह है?’ ‘ये सब मेरी गलती है। म समझती ।ँ ’ ‘सब लोग यहाँ पर ह, रािधका। एवरीवन।’ ‘जानती ।ँ ’ वेटर डोसा और कॉफ लेकर आया, ले कन जेश ने उ ह छु आ तक नह । ‘ या म जान सकता ँ य ?’ जेश ने कहा। मेरी आँख से आँसू बहने लगे। ‘ या बात है, रािधका?’ ‘िजन लोग को तुमने यहाँ से जाते ए देखा था, वे मेरा पा ट ह। मेरे ए स।’ उसने रे तरां के एि जट पर मुड़कर देखा। ‘इ स ओके । अब वे जा चुके ह।’ मने कहा। ‘उ ह तुमने यहाँ बुलाया था?’ मने उसे सं ेप म बताया क िपछले एक ह ते से गोवा म या हो रहा है। उसने यान से सुना। आिखरी म उसके चेहरे पर शक ए स ेशन नज़र आ रहा था। ‘ या खूब कहानी है।’ उसने कहा। ‘हाँ, मेरा िपछला स ाह इसी तरह बीता है।’ ‘तो तुमने फाइनली या िडसाइड कया?’ ‘ मने उ ह गेट आउट कर दया। गोवा से और अपनी ज़ंदगी से, हमेशा के िलए।’ ‘गुड। तो फर या द त है? तु हारा पा ट तो जा चुका है।’ ‘ले कन म अपने आज म भी नह ।ँ सच क ँ तो म कह भी नह ।ँ मुझे अपने को खोजना है।’ ‘खोजना? तुमने मुझे बताया क तुम दो रलेशनिश स म रह चुक हो। ले कन अगर वे पा ट का िह सा है तो मुझे उसक परवाह नह ।’ ‘नह जेश। यह शादी नह हो पाएगी। आई एम सॉरी।’ मने कहा और उठ खड़ी ई। उसने मेरी ओर देखा। मेरे ए स ेशन से वह समझ गया क म कसी भी क म क बातचीत के िलए तैयार नह ।ँ वह चुप रहा। म उठी और कॉफ शॉप से बाहर िनकल गई।
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41 गोवा के मेरे म म मरघटी नजारा था। फाइव टार ल जरी और सोने से लदी मेरी आं टय के बावजूद लोग के चेहरे लटके ए थे। मने सबको अपना फ़ै सला बता दया था। मेरी माँ इस पर बदहवास हो गई थ । पापा ठोस चेहरा िलए खडे रहे। मेरी आं टयाँ माँ को घेरे ए थ और उ ह दलासा दे रही थ । ले कन मन-ही-मन वे उछल रही थ । मने उ ह आने वाले कई महीन के फै िमली गॉिसप क रसद मुहय ै ा करा दी थी। कमला बुआ ने अभी तक हार नह मानी थी। ‘ जेश ने तुमसे कु छ कहा? सच-सच बताना।’ ‘म कई बार बता चुक ँ क उसका इससे कोई ता लुक नह है। वह तो ब त वीट है।’ ‘तो फर ॉ लम या है, पागल लड़क ?’ माँ ने ज़ोर से िच लाकर कहा। वे आई और मुझे कसकर एक तमाचा जड़ दया। इससे पहले क वे दूसरा तमाचा मारत , कमला बुआ ने उ ह रोक िलया। मने कु छ रए ट नह कया। ‘नह अपणा, अपने पर काबू करो। सांई बाबा सब ठीक कर दगे।’ कमला बुआ ने कहा। ‘ या ठीक कर दगे? हम बबाद हो गए। और इसको तो देखो, अब भी मुझे घूरकर देख रही है।’ ‘मुझ पर हाथ उठाने क कोई ज़ रत नह है, मॉम।’ मने कहा। मेरा चेहरा लाल हो गया था और म अपने आँसु को रोकने क भरसक कोिशश कर रही थी। ‘तो म तु हारे पागलपन का इलाज करने के िलए या क ँ ? अ दित को देखो। थड ईयर म उसक इं गेजमट हो गई थी और ेजुएशन होते ही उसने शादी कर ली।’ ‘म अ दित दीदी नह ।ँ ’ ‘लड़ कय को यादा पढ़ा देने से यही होता है।’ कमला बुआ ने कहा। ‘ये सब इसके पापा क गलती है। उ ह ने कभी इसक कसी बात पर ना नह कहा। अहमदाबाद, यूयॉक, हांगकांग, जहाँ भी यह जाना चाहती थी, वहाँ इसे जाने दया।’ ‘ या आप डैड को इस सबसे बाहर रखगी, मॉम?’ मने कहा। फर म सबक ओर मुड़ी और अपने हाथ बाँध िलए। ‘आप सभी से म र े ट करती ँ क जो कु छ आ, उसके िलए मुझे ही िज़़ मेदार ठहराएँ, कसी और को नह । आप मुझे जज कर सकते ह, ले कन लीज़ मेरे पैरट् स को जज करने क कोिशश मत क िजए।’ मेरी आं टय और अंकल ने एक-दूसरे क ओर देखा। म बोलती रही : ‘इसे गोवा म िबताई गई छु य क तरह लीिजए। समझ लीिजए क मने आपको ीट दी थी। मुझे आपके सपोट क ज़ रत है। मुझे जेश और उसक फै िमली क चंता है। वे लोग अभी ब त हट ह गे। म चाहती ँ क जब म उ ह अपना फै सला सुनाऊँ, तब मेरी साइड से बड़े-बुजुग मेरे साथ रह।’ कसी ने भी इस पर र पॉ स नह दया। ‘फ़ाइन, म खुद ही उनसे बात कर लूँगी। लीज़ गोवा म अपने आिखरी दन का मज़़ा लीिजए। और जो यहाँ से ज दी िनकल जाना चाहते ह, वे लाइट बदलने के िलए सूरज से बात कर।’ मने कहा। ‘ को, म आ रही ।ँ ’ अ दित दीदी ने कहा। ‘मुझे समझ नह आ रहा तुम या कर रही हो। फर भी म आ रही ।ँ मेरी बहन यह अके ले नह कर सकती।’ वो मेरे पास आकर खड़ी हो गई और मेरा हाथ थाम िलया। म मु करा दी, आँसु को रोकते ए। ‘म भी तु हारे साथ आ रहा ।ँ ’ पंकज मामा ने कहा। ‘आओ रचा, हम उसको अके ले नह जाने दे सकते।’ रचा मामी सोचने लग क नाराज मामी और वफादार बीवी म से कौन-सी भूिमका िनभाएँ। आिखर म उ ह ने वफादार बीवी बनना चुना। ‘इसक कोई ज़ रत नह है।’ मेरी माँ ने कहा। ‘वह हर काम अके ले ही करती है।’ ‘डैड, आपको भी चलना चािहए।’ अ दित दीदी ने कहा। पापा उठ खड़े ए। ‘चलो अपणा।’ पापा ने कोमल वर म कहा। माँ ने सबक ओर देखा। फर िहच कचाहट के साथ उठ खड़ी । ‘चलो, सब िमलकर ही अपनी बेइ ज़ती करवाएँ।’ उ ह ने कहा।
मने घंटी बजाई। जेश ने दरवाज़ा खोला। उसने कु छ नह कहा और मुझे और मेरे प रवार वाल के िलए रा ता छोड़ दया। जेश के पैरट् स, िम टर एंड िमसेज गुलाटी, जो मेरे सास और ससुर बनते-बनते रह गए थे, मुँह लटकाए खड़े थे। जेश के रले ट स बेड पर बैठे थे। उसक दोन मौिसयाँ रोिहणी मासी और गुंजन मासी सोफे पर बैठी थ । सभी को देखकर ऐसा लग रहा था, जैसे कसी ने उनक पीठ म चाकू घ प दया हो। जेश उ ह पहले ही बता चुका था। म सोचने लगी क कहाँ से शु क ँ । ले कन मेरी माँ अ छी तरह जानती थ क एक मै योर रए शन या होता है। वे ज़ोर से रोने लग और सीधे जाकर जेश क माँ के गले लग ग । ‘हम कसी क नज़र लग गई है, सुलोचना।’ माँ ने कहा। उनके इस िवलाप से कमरे म बैठे लोग और असहज महसूस करने लगे। जेश क माँ ने कु छ रए ट नह कया। ‘हम तो बरबाद हो गए। कसने सोचा था क मेरी अपनी बेटी ऐसा करे गी। कसी को या बोल जब अपना ही िस ा खोटा
िनकले।’ माँ ने फु ल वॉ यूम म रोते ए कहा। ‘बैठ जाइए, अपणा जी।’ जेश के िपता ने कहा। म समझ गई क अब मुझे िसचुएशन को कं ोल करना होगा। म कमरे के बीच म चली गई और बोलने लगी : ‘हैलो एवरीवन, म के वल एक िमनट का समय-लूँगी। इस कमरे म मौजूद सभी लोग से म माफ माँगना चाहती ।ँ आई एम रयली, रयली सॉरी। म माफ इसिलए माँग रही ,ँ य क मने इस शादी के िलए तैयार नह होने के बावजूद हाँ कह दी थी। म इसिलए माफ माँग रही ँ य क मने आप सभी क खुिशय म खलल डाल दया। इसके बावजूद मने यह इसिलए कया य क मुझे लगा क इस र ते म आगे बढ़ना जेश और उनक फै िमली के साथ यादती होगी। ‘ या ऐसा करना सही है?’ जेश क माँ ने कहा। उनक आवाज़ ब त तीखी थी। ‘नह । ले कन इस र ते म आगे बढ़ना इससे भी गलत होता। दो गलितय म से छोटी गलती को चुनना ठीक रहता है।’ ‘ले कन तु ह अंदाज़ा भी है क अब हम अपने मेहमान और नाते- र तेदार के सामने कै से ज़लील होना पड़ेगा?’ जेश क माँ ने कहा। ‘म समझती ।ँ म हाथ जोड़कर माफ माँगती ।ँ ’ मने कहा। मेरी आँख म आँसू थे। जेश ने पहले अपनी माँ और फर मेरी तरफ देखा। वह हाथ बाँधे चुपचाप खड़ा था। ‘तुम दोन क जोड़ी कतनी अ छी लगती है। या हम अब भी कु छ नह कर सकते?’ मने िसर िहलाकर मना कर दया। ‘हमारे रले ट स यहाँ पर ह। सभी बंदोब त हो चुके ह। हम अब भी इस नाटक को यह ख म कर सकते ह, रािधका।’ जेश क माँ ने कहा। ‘ कसी को कु छ पता नह चलेगा। शादी अब भी हो सकती है।’ ‘नह आंटी, आई एम सॉरी।’ मने कहा। ‘ कस तरह क लड़क हो तुम?’ उ ह ने कहा। ‘ मने कहा ना, हमारा ही िस ा खोटा है।’ मेरी माँ ने कहा। ‘मेरी दूसरी बेटी हीरा है। वह कतनी अ छी ब सािबत ई है।’ ‘इनफ, अपणा आंटी।’ जेश ने कहा। कमरे म मौजूद सभी लोग ने आ य से उसक ओर देखा। ‘अगर रािधका को मुझसे शादी करने के फै सले पर अफसोस हो रहा है, तो इसका यह मतलब नह क आप उसे खोटा िस ा कह।’ मने आँसू भरी आँख से उसक ओर देखा। मने उसके साथ जो कया, इसके बावजूद वह मेरा साथ दे रहा था। इससे मुझे और बुरा लगने लगा। ‘और मॉम, वह अपना मन बना चुक है। हम भले ही यह पसंद ना आए, ले कन इसम कु छ नह कया जा सकता।’ जेश ने कहा। ‘ले कन बेटा, सभी लोग यहाँ पर ह और सभी तैया रयाँ हो चुक ह...’ जेश क माँ ने कहा। ‘मॉम, शादी के वल इसीिलए नह क जात क तैया रयाँ पूरी थ और मेहमान मौजूद थे।’ मने जेश को इशार म थ स कहा। उसने िसर िहला दया। फर उसने मुझे आँसू प छने के िलए टशू का एक बॉ स दया। उसक इस नम दली ने जैसे मेरी जान ही ले ली। ‘आप लोग अब भी हमारे गे ट ह।’ मेरे िपता ने हाथ जोड़ते ए कहा। ‘और अपनी बेटी क तरफ से म सॉरी बोल रहा ।ँ ’ म अपने िपता को ऐसी हालत म नह देख सकती थी। म वहाँ से चली जाना चाहती थी ता क खुलकर रो सकूँ । ‘य द आपको कसी चीज़ क ज़ रत हो तो सूरज इसम आपक मदद करगे। आपके सभी िब स भर दए जाएँगे। थक यू।’ मने कहा और कमरे से बाहर िनकल गई।
गुलाटीज़ और मेहताज़ अगले दन गोवा होटल से चेक-आउट कर गए। दोन प रवार एक-दूसरे से नज़र िमलाने से बचते रहे। दो दन पहले ई संगीत नाइट म ये ही लोग ुप से फ लेते नह थक रहे थे। दो दन म हालात पूरी तरह बदल चुके थे। गुलाटीज़ क मुंबई लाइट हमसे पहले जाने वाली थी। वे बस म अपनी-अपनी जगह जाकर बैठ गए। ‘ जेश, एक सेकड।’ मने कहा। वह अपना बैकपैक पहने होटल लॉबी बाहर िनकल रहा था। ‘यस, ’ उसने कहा। उसक आवाज़ खी थी। ‘ या हम दो िमनट बात कर सकते ह?’ ‘ रयली? य ?’ म चुप रही। उसने एक गहरी साँस ली। ‘ठीक है।’ उसने कहा। ‘ले कन यहाँ पर सबके सामने नह । पाँच िमनट म मुझसे बीच पर िमलो।’
‘कल सबके सामने मेरा सपोट करने के िलए थ स।’ मने कहा। हम मै रयट बीच पर आिखरी बार चल रहे थे। ‘मुझे यह पसंद नह है क कोई ऊँची आवाज़ म कसी से बात करे या पि लकली कसी क इं स ट करे ।’ ‘ले कन तु ह पूरा हक था क मेरी इं स ट करते। तुम अब भी कर सकते हो। अभी हम पि लक म भी नह ह।’ उसने मेरी ओर एक सेकड के िलए देखा, अपना िसर िहलाया और एक उदास हँसी हँस दया। ‘आई गेस, म वैसे भी कभी औरत को समझ नह पाया। मुझे लगता था क म थोड़ा-ब त समझने लगा ,ँ ले कन ज़ािहर है क म अभी भी इससे कोस दूर ।ँ ’
‘नह , तुम समझते हो। तुम लोग को समझते हो। तुम एक भले इं सान हो, जेश। यह म थी, िजसक वजह से यह सब गड़बड़झाला आ।’ ‘खैर। अब तु हारा या करने का लान है?’ ‘अभी तो म सीधे अपने काम पर जाऊँगी। फर शायद कु छ वीज़ा के िलए अ लाई क ँ और लंबी छु य पर िनकल जाऊँ। शायद उन राउं ड-द-व ड टकट म से कोई एक। एक ऐसा टकट, जो आपको एक दशा म उड़ने देता है। नाक क सीध म चलते चले जाना।’ ‘वेल, दुिनया गोल है, इसिलए कोई भी हमेशा सीधे नह चल सकता। तु ह आिखरकार लौटकर घर आना ही होगा। हक कत म लौटना ही होगा।’ ‘यह सच है, अफसोस क यह सच है।’ ‘तो फर, बाय।’ ‘बाय, जेश।’ ‘तुम होटल नह जा रही हो?’ ‘जाऊँगी। ले कन म समु क इन लहर को कु छ िमनट तक देख लेना चाहती ।ँ ’ मने कहा और ि ितज क ओर देखने लगी। Downloaded from Ebookz.in
42 तीन महीने बाद एल अ बग होटल, ओला तेता बू, पे म कै फे म बैठी कॉफ पी रही थी। माचू िप चू ले जाने वाली छोटी नीली ेन समय-समय पर आ-जा रही थ । मने अपने फोन से लैपटॉप म बैकअप के प म मेरी प िप चर डाउनलोड क । लैपटॉप ने आज क डेट लैश क : 23 माच। इसी के साथ एक रमाइं डर आया : ‘बी को मैसेज करना है।’ गोवा म ए तमाशे को तीन महीने पूरे हो गए थे, ले कन म अभी तक मैसेज करने क िह मत नह जुटा पाई थी। यान भटकाने के िलए म अपनी या ा क त वीर देखने लगी। िपछले महीने मने लंदन से पूव दशा म अपनी या ा शु क थी। म ब लन, कािहरा, बी जंग और िसडनी जा चुक थी। फर मने पे म लीमा क लाइट पकड़ी। लीमा से म ओला तेता बू प च ँ ी, जो माचू िप चू प च ँ ने के िलए सबसे अ छी जगह मानी जाती है। म यहाँ िमनी ेन टेशन पर मौजूद इस खूबसूरत होटल म ठहरी थी। एक घंटा बीतने और दो कै िपिचनो पी लेने के बाद मने अपना फोन िनकाला। रािधका, ज ट डू इट। यादा-से- यादा या होगा? मने जेश को एक वॉट् सएप मैसेज भेजा। ‘हाय।’ म आधे घंटे इं तज़ार करती रही। आिखरकार लू ट स नज़र आ । उसने मेरा मैसेज देख िलया था, ले कन कोई जवाब नह दया। मेरा दल बैठने लगा। ‘हाय, या चल रहा है?’ कु छ िमनट बाद उसका जवाब आया। ‘आज तीन महीने हो गए। हमारी ऑलमो ट वे डंग एिनव सरी को।’ उसने एक माइली भेज दी। ‘सॉरी अगेन।’ ‘हे, लाइफ म ये सब होता रहता है। या कर रही हो?’ ‘गुड। ैव लंग। मने कहा था क म एक लंबे सफर पर िनकल जाऊँगी?’ ‘राउं ड द व ड?’ ‘यस।’ ‘सकल पूरा आ?’ ‘ऑलमो ट। दो लाइट और पकड़नी ह।’ ‘कू ल। और तुम अभी कहाँ हो?’ ‘पे । माचू िप चू देखने आई ।ँ ’ ‘नाइस।’ ‘और तुम कहाँ पर हो?’ ‘ऑ फस म, और कहाँ?’ ‘ जेश, म तुमसे कु छ पूछना चाहती ।ँ ’ ‘ योर।’ ‘मेरा अगला टॉप सैन ांिस को है। म वहाँ तीन दन बाद प च ँ रही ।ँ ’ ‘ओह, कू ल।’ ‘यस। या तुम एक कॉफ पीने मुझसे िमलोगे?’ उसने कु छ िमनट तक जवाब नह दया। मने एक और मैसेज भेजा : ‘अगर तुम नह आ सको या आना नह चाहो तो भी मुझे कोई द त नह होगी।’ ‘सॉरी, मुझे बॉस ने बुला िलया था। योर, तु हारे साथ कॉफ पीकर ब त अ छा लगेगा।’ ‘ रयली? ेट।’ ‘ या हम मेनलो पाक म िमल सकते ह? इससे मुझे आसानी होगी।’ ‘ऑफ कोस। जो भी तु हारे ऑ फस के करीब हो। तो बुधवार को िमल?’ ‘ योर। मेनलो पाक म फ ज कॉफ पर। चार बजे।’
फ म कॉफ , मेनलो पाक म पाँच िमनट पहले प च ँ गई थी। फ ज कॉफ फ़े सबुक कै पस के ठीक बाहर मौजूद है। मने िखड़क के पास वाली एक सीट ले ली और एक ऐसी कं पनी के ऑ फस को देखने लगी, िजसने दुिनया के डेढ़ अरब लोग को जोड़ रखा है। मने लू- हाइट चे ड स े पहनी थी, जो
कै िलफो नया क धूप को र ले ट करती लग रही थी। ‘हाय।’ जेश ने मेरी टेबल के करीब आने पर कहा। म उठ खड़ी ई और हमने एक छोटा-सा हग कया। ‘मुझसे िमलने के िलए थ स।’ मने कु छ-कु छ से फ-कांिशयस होते ए कहा। ‘नो इशूज़ मेरे शहर म वागत है।’ उसने कहा। उसने एक लैक डी और लू जी स पहन रखी थी। उसके कं धे यादा चौड़े लग रहे थे, जैसे क वह पहले से यादा मज़बूत हो गया हो। उसने गले म फ़े सबुक कॉप रे ट आईडी बैज पहन रखा था। ‘तु ह काम पर देखकर थोड़ा अजीब लग रहा है।’ ‘हाँ, र तेदार के िबना। ले कन तु ह देखकर मुझे लग रहा है, जैसे अभी कह से मेरी कोई आंटी बाहर िनकलकर आ जाएगी।’ ‘िबलकु ल। मुझे भी यही लग रहा है क बुआ और मासी कहाँ ह?’ ‘और मुझे कसी के पैर छू ने क ज़ रत महसूस हो रही है।’ हम दोन हँस पड़े। वह ब र ता काउं टर पर गया और दो कै िपिचनो ले आया। उसके बैठने के बाद म बोली। ‘हालाँ क कोई भी माफ नाक़ाफ ही होगी, फर भी, एक बार फर सॉरी। िजस एक इं िडयन लड़क से तुम आिखरकार शादी करने आए, उसने ऐसा ामा कर दया।’ उसने अपने हाथ लहराते ए कहा : ‘तु ह ऐसा कहने क ज़ रत नह है। म लगभग उससे उबर चुका ।ँ लाइफ गोज़ ऑन। हालाँ क म लगातार सोचता रहा ँ क तुमने वैसा य कया था।’ ‘तो तु ह या लगा?’ ‘यही क तु ह या कसी भी लड़क को खुद को जानने के िलए कसी मद क ज़ रत नह है। तु ह एक ऐसे इं सान क ज़ रत है, जो तु ह सपोट कर सके , इं पायर कर सके , या तु ह समझ सके । जो तु ह सबसे बेहतर बनने म मदद कर सके , फर चाहे वह बकर बनना हो या माँ बनना या दोन ही हो या और कु छ हो। और जब तक तुम ऐसा कोई इं सान खोज नह लेत , तब तक तुम सेटल होना नह चाहती।’ मने जेश क ओर देखा और मन ही मन उसक समझ क सराहना क । ‘तु ह ऐसा लगता है?’ ‘िबलकु ल। और तुम के वल एक इं िडयन गल नह हो। तुम एक पेशल इं िडयन गल हो।’ म मु कराई और उसे एक थ स का ईशारा कया। ‘ फर भी म खुद को दोष देती ।ँ ब त यादा दोष। मने तु ह अपने रले ट स के सामने इतना बुरा महसूस कराया।’ ‘ऐसा मत करो। ए चुअली, म तो जब भी गोवा को याद करता ँ तो मेरे रले ट स के बारे म सोचता तक नह ।’ ‘दैट्स गुड। तो तु ह कोई अफसोस नह ?’ ‘ऐसा तो नह । ओके , एक अफसोस है।’ ‘ या?’ ‘तु ह पुिलस टेशन वाली वो रात याद है?’ ‘ओह यस। जब हम अंजुना गए थे। वो इं पे टर। हमारे पैरट् स का वहाँ पर आना। टे रबल।’ ‘हाँ, और वो जो सब हमने कया था, वह म तु हारे िबना कभी नह कर पाता।’ ‘वेल, मेरी सोहबत बुरी है। वो एक े ज़ी रात थी।’ ‘यस, तो बात यह है क उसके बाद म तु हारे साथ ऐसी ही एक े जी ज़ंदगी िबताने के सपने संजोने लगा था। वो हो ना सका और यही मेरा अफसोस है।’ उसने कं धे उचकाए और मु करा दया। हमारी आँख िमल । मेरे पास इसका कोई जवाब नह था। इसिलए मने यह िवषय बदलना ही बेहतर समझा। ‘तुम पहले से यादा फट लग रहे हो।’ ‘ मने एक िजम वॉइन कर िलया है। म वहाँ रोज जाने क कोिशश करता ।ँ ’ ‘हाँ, दख रहा है।’ ‘थ स। तुम भी रलै स लग रही हो। तु हारे चेहरे पर अब यादा शांित है।’ ‘मेरे मन म भी। एक महीने क ैव लंग का यह फल है।’ ‘यस, आई एम योर। तुम अ छी लग रही हो।’ म मु करा दी। हमने अपनी कॉफ िसप क । ‘काम कै सा चल रहा है?’ मने पूछा। ‘ब ढ़या। मेरा िबज़नेस आइिडया भी आगे बढ़ रहा है। इं टरनेट ऑफ थं स या आईओटी ए स को डेवलप करने के िलए एक स वस ोवाइडर। आईओटी ने ट िबग थंग है। जो भी कं पनी आईओटी ए स बनाएगी, उसके िलए कोप है। ‘सो तो है।’ ‘ले कन वीसीज़ के िलए मुझे एक फॉमल िबज़नेस लान क ज़ रत है, जो तकलीफ दे रहा है। उ ह फाइनिशयल मॉड स और ोजे शंस और या कु छ नह चािहए।’ ‘तुम चाहो तो म मदद कर सकती ।ँ ’ ‘ रयली?’ ‘यही मेरा काम है।’ मने कहा और मु करा दी। ‘ओह यस, ऑफ कोस।’ ‘मुझे िबज़नेस को समझना होगा। और फर उसे नंबस से भरी एक ेडशीट म बदल देना होगा। म पूरे समय यही करती रहती ।ँ ’
‘म तुमसे िडटे स शेयर क ँ गा। तुम यहाँ कतने समय के िलए हो?’ ‘मेरे पास पाँच दन क छु ट् टयाँ और ह। म एक-दो दन म एक क मॉडल बना सकती ।ँ ’ ‘ओह, यह तो ब त कमाल होगा। या हम वीकड म इस पर काम कर सकते ह?’ ‘नो ॉ लम।’ मने कहा। हम चुपचाप अपनी कॉफ िसप करते रहे। ‘वैसे, वीकड म ही यहाँ अ रिजत संह का एक कॉ सट भी है।’ ‘ओह कू ल। मुझे वो ब त पसंद है।’ मने कहा। उसने मुझे कॉ सट के बारे म बताया। ले कन म समझ नह पाई क उसने इशार इशार म मुझे अपने साथ कॉ सट म चलने को कहा है। ‘यस। तो?’ उसने कॉफ का एक और िसप लेते ए कहा। उसके ह ठ पर झाग का एक घेरा बन गया था। म उसके ह ठ क ओर इशारा कया। ‘ या?’ म अपने फोन का कै मरा खोला, उसे से फ मोड पर कया और उसे उसका चेहरा दखा दया। ‘ओह नो।’ उसने झपते ए कहा। उसने एक टशू से झाग वाली अपनी मूँछ साफ कर द । ‘ जेश, या तुम मेरे साथ अ रिजत संह के कॉ सट म चलोगे?’ मने धड़कते दल से पूछा। ‘ऑफ कोस। म वही तो कहना चाह रहा था। तुम काम म मेरी मदद कर रही हो तो हम साथ म कॉ सट तो जा ही सकते ह।’ ‘मुझे तु हारे साथ जाकर ब त अ छा लगेगा।’ ‘हाँ, और मुझे तु हारे साथ और व िबताकर ब त अ छा लगेगा।’ हमारी आँख िमल । उसने कॉफ का एक और िसप िलया। उसके ह ठ पर झाग क एक और मूँछ बन गई। मने उसे फर अपने फ़ोन के कै मरे से उसका चेहरा दखाया। वह मु करा दया। म भी मु करा दी। और फर हम दोन ठहाका लगाकर हँस पड़े। Downloaded from Ebookz.in